सोमवार, 19 अप्रैल 2021

विश्व में कोरोना से 30.19 लाख लोगों की मौंत हुई

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। दुनिया में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी ने विकराल रूप ले लिया है और अभी तक वायरस के संक्रमण से 30.19 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 14.14 करोड़ से ज्यादा लोग इस वायरस से प्रभावित हो चुके हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आँकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14,14,04,847 तक पहुंच गयी है, जबकि अभी तक इस संक्रमण से 30,19,330 लोगों की मौत हो चुकी है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है तथा यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 16 लाख के पार हो गई है। जबकि पांच लाख 67 हजार 217 मरीजों की मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। यहां संक्रमितों की कुल संख्या 1,50,61,919 तक पहुंच गयी है। इस महामारी के संक्रमण से अभी तक 1,78,769 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है।

कालाबजारी रोकने के लिए उठाएं जाएंगे सख्त कदम

लखनऊ। यूपी में कोरोना संक्रमण के बढते मामलो को देखते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज फोन पर बात करते हुए प्रदेश के हालात पर चर्चा की और इस दौरान कोरोना से निपटने के लिए स्पेशल टीम का गठन साथ में दवाओं की कालाबजारी रोकने के लिए सख्त कदम उठाये जाने की बात कही। राज्यपाल ने कहा एक ऐसी स्पेशल टीम का गठन किया जाये जो कोरोना से जुड़ी हर​ स्थिति पर नजर रखे साथ में कोविड 19 की गाइडलाइन का पालन कराया जा सके। उन्होंने चर्चा के दौरान कहा प्रदेश में कोविड दवाओं और आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी को लेकर कई शिकायतें आ रही हैं। इस पर प्रभावी ढंग से लगामा लगायी जाये। साथ दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाये।

महामारी के लिए कांग्रेस शासित राज्य जिम्मेदार ?

नई दिल्ली। कोविड-19 प्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनमोहन सिंह पर पलटवार करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को आरोप लगाया कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के लिए कांग्रेस शासित राज्य जिम्मेदार हैं। जो कथित रूप से लोगों के टीकाकरण के बजाए टीकों पर संदेह जताने में व्यस्त थे।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश में कोविड-19 के हालात से निपटने के लिए रविवार को पांच उपाय सुझाते हुए प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को पत्र लिखा था और इस बात पर जोर दिया था कि महामारी से मुकाबले के लिए टीकाकरण तथा दवाओं की आपूर्ति बढ़ाना महत्वपूर्ण होगा।

डीएम पांडेय ने सभी रेस्टोरेंट्स पर लगाया प्रतिबंध

अश्वनी उपाध्याय        
गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने आज सोमवार को एक आदेश जारी कर गाज़ियाबाद में सभी रेस्टोरेंट्स और ओपन रेस्टोरेंट्स पर खाने-पीने की व्यवस्था पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरल हिन्दी में इसका मतलब ये हुआ कि अब आप रेस्टोरेन्ट में बैठ कर भोजन का आनंद नहीं उठा पाएंगे। हालांकि, ज़ोमेटो और स्वीगी समेत सभी रेस्टोरेंट्स की होम डिलिवरी और टेक अवे सर्विस जारी रहे। इस प्रतिबंध के दायरे में सड़क के किनारे रेहड़ी-पटरी पर खाने पीने का सामान बेचने वाले भी आ गए हैं। प्रतिबंध अगले आदेश तक जारी रहेगा।

गाजियाबाद: 24 घंटों में मिलें 827 नए संक्रमित

अश्वनी उपाध्याय           

गाजियाबाद। नए मरीजों की संख्या सत्य के कुछ नजदीक लग रही है। बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों की अवधि में गाज़ियाबाद में 827 नए संक्रमितों की पहचान हुई। जोकि, जिले के लिए एक नया रेकॉर्ड है। इस अवधि में 145 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है और अब सक्रिय संक्रमितों की संख्या 3275 हो गई है। आधिकारिक रेकॉर्ड में 2 संक्रमितों की मृत्यु भी दर्शाई गई है। उत्तर प्रदेश में आज 28287 नए संक्रमित मिले और 10978 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब 208523 सक्रिय संक्रमित हैं। पिछले 24 घंटों में 167 मरीजों की मृत्यु दर्ज की गई है। गौतम बुद्ध नगर में आज 425 नए मरीज, मेरठ में 911 मरीज तथा बुलंदशहर में 267 नए मरीज मिले हैं। इसके बाद सक्रिय मरीजों की संख्या क्रमशः 3386, 5037 और 1158 हो गई है।

दबंग कोतवाल ने पत्रकार को पीटकर कपड़ें फाड़ें

भदोही। आखिर प्रदेश सरकार के दावे पर पत्रकारों को सुरक्षा व ऐसे ही कोतवाली में तैनात कोतवाल पत्रकारों के साथ अभद्रता करते रहेंगे तो भारत का चौथा स्तंभ कैसे सलामत रहेगा ? इस घटना को लेकर क्षेत्र में पत्रकारों में खाते आक्रोश फैला हुआ है। जो आए दिन पत्रकारों या आम नागरिकों से अभद्रता भदोही कोतवाली में तैनात कोतवाल या सिपाही करते रहते हैं। लेकिन, कप्तान साहब को इस बात पर भनक तक नहीं होती और लेकिन जब एक दैनिक अखबार के ब्यूरो जोकि, सोमवार को भदोही की तरफ से अपने घर को जा रहा थे। उनको रास्ते में अपने मित्र पत्रकार के यहां रुक कर दवा लेना भारी पड़ गया था। क्योंकि, जब दैनिक अखबार के ब्यूरो मोढ़ ग्राम डुढवा धरम पूरी अपने मित्र पत्रकार के यहां रुक कर दवा ले रहे थे तो  कोतवाल सदानंद अपने हमराहीयों के साथ आ पहुंचे  और पत्रकारों से पूछताछ करने लगे जब पत्रकारों ने अपना परिचय दिया कि मैं पत्रकार हूं। इतने में भदोही कोतवाल पत्रकार के मुंह से पत्रकार नाम सुनते ही आग बबूला हो गए और दबंग कोतवाल ने अपने हमराहीओं के साथ मिलकर पत्रकार को गाली-गलौज देते हुए लात-घुसो से पीटते हुए कपड़े भी फाड़ दिये। जिससे मारपीट के दौरान पत्रकार को काफी गंभीर चोटें भी आई थी। जिसकी शिकायत पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह को लिखित प्रार्थना पत्र देकर के दबंग कोतवाल व उनके हमराहिओ के ऊपर वैधानिक कार्यवाही करने की मांग की थी। लेकिन, घटना के  5 दिन बीत जाने के बाद भी उस दबंग कोतवाल वह उनके हमराहियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। बल्कि, भदोही पुलिस मामले में लीपापोती करने में भी लग गई है। जो कि पुलिस ट्विटर के माध्यम से पत्रकार को ही दोषी बता रही है और 12 /13 लोगों के साथ खड़े होकर पत्रकार को भीड़ का हिस्सा दिखाकर पूछताछ की बातें कह रही है।
जबकि, सीएम योगी का कहना है कि पत्रकारों को परेशानी होने पर तुरंत संपर्क कर सहायता प्रदान करें और पत्रकारों से मान सम्मान से बात करें। वरना आप को पड़ेगा महंगा। इतना ही नहीं बदसुलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी, नहीं तो एसएसपी पर होगी कार्यवाही पत्रकार नही है भीड़ का हिस्सा। पत्रकारों के साथ बढ़ती ज्यादती और पुलिस के अनुचित व्यवहार के चलते कई बार पत्रकार आजादी के साथ अपना काम नही कर पाते है। उसी को ध्यान में रखते हुए बीते दिनों भारतीय प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू ने राज्य सरकारों को चेतावनी देते हुए निर्देश भी दिया था कि पुलिस आदि पत्रकारों के साथ बदसलूकी ना करे। किसी स्थान पर हिंसा या बवाल होने की स्थिति में पत्रकारों को उनके काम करने में पुलिस व्यवधान नही पहुँचा सकती। पुलिस जैसे भीड़ को हटाती है। वैसा व्यवहार पत्रकारों के साथ नहीं कर सकती। ऐसा होने की स्थिति में बदसलूकी करने वाले पुलिसवालों या अधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया जायेगा। काटजू ने यहां तक कहा था  कि जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है पर वह हत्यारा नहीं हो जाता। उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते हैं पर वे भीड़ का हिस्सा नही होते। इसलिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मिडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है। सरकारें ये सुनिश्चित करे की पत्रकारों के साथ ऐसी कोई कार्यवाही कहीं न हो। पुलिस की पत्रकारों के साथ की गयी हिंसा मिडिया की स्वतन्त्रता के अधिकार का हनन माना जायेगा। जो उसे संविधान की धारा 19 एक ए में दी गयी है और इस संविधान की धारा के तहत बदसलूकी करने वाले पुलिसकर्मी या अधिकारी पर आपराधिक मामला दर्ज होगा। वही अब पत्रकार एकत्रित हो गए है और उनका कहना है, कि जिन पुलिस कर्मियों पर अपराधियों पर अंकुश की जिम्मेदारी होती। यदि, वे ही गुंडई पर उतारू हो जायें तो फिर सुरक्षा की उम्मीद किस से की जाए।

कौशाम्बी: कन्ट्रोल रूम का डीएम ने किया निरीक्षण

कौशाम्बी। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने “कोरोना वायरस” के संक्रमण से बचाव एवं प्रभावी रोकथाम तथा लोगों की समस्याओं को तत्परता से निस्तारित करने हेतु कलेक्ट्रेट परिसर में बनाये गये कन्ट्रोल रूम का सोमवार को निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कन्ट्रोल रूम में तैनात किये गये कर्मचारी अभय कुमार, कार्यालय जिला विकास अधिकारी भीमसेन यादव, वरिष्ठ सहायक कार्यालय प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान विनोद कुमार, कनिष्ठ सहायक कार्यालय प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान राहुल, कनिष्ठ सहायक कार्यालय प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के अनुपस्थित पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी कर्मचारियों का वेतन रोकने एवं एफआईआर दर्ज कराये जाने का निर्देश दिया है। इस अवसर पर विनय कुमार गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
सुशील केशरवानी 

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...