रविवार, 18 अप्रैल 2021

ड्रैगन के साथ जंग की तैयारी तेज की: ऑस्ट्रेलिया

बीजिंग/ कैनबरा/ ताइपे। ऑस्‍ट्रेलिया की सेना ने अगले 5 साल में चीन के ताइवान पर हमला करने के खतरे को देखते हुए ड्रैगन के साथ जंग की तैयारी तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, ऑस्‍ट्रेलिया की सेना चीन के साथ जंग के लिए रणनीति बना रही है। सेना के अधिकारी उस स्थिति के लिए खुद को तैयार कर रहे है। जिसके तहत युद्ध होने की स्थिति में कोलिन्‍स श्रेणी के सबमरीन और सुपर हार्नेट फाइटर जेट को अमेरिकी सेना और अन्‍य साथी देशों की मदद के लिए ताइवान स्‍ट्रेट में भेजा जा सके। 

डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक लगातार बढ़ते तनाव के बीच ऑस्‍ट्रेलिया और अन्‍य क्‍वॉड देशों-जापान, भारत और अमेरिका के ऊपर दबाव बढ़ रहा है कि वे चीनी ड्रैगन की सेना पर लगाम कसें। हाल के दिनों में चीनी सेना पूरे इलाके में बहुत आक्रामक हो गई है। उसने हॉन्‍ग कॉन्‍ग में लोकतंत्र समर्थकों और उइगरों को कुचल दिया है। अब यह डर सता रहा है कि चीन ताइवान पर अपनी सैन्‍य ताकत का प्रयोग कर सकता है ताकि राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग के शासन काल में ताइवान का चीन के साथ एकीकरण किया जा सके। चीन ने इस सप्‍ताह ही अपने 25 फाइटर विमानों के बेड़े को ताइवान के इलाके में भेजा था। ऑस्‍ट्रेलिया के कूटनीतिक सूत्रों ने कहा, ‘कई घटनाक्रम हो रहे हैं और स्थितियों के लिए योजना बन रही है।’ उन्‍होंने इसका उद्देश्‍य यह दिखाना है कि हम प्रतिबद्धता में कोई कमी नहीं है। ताइवान और अमेरिका के बीच गहराते रक्षा संबंधों से चिढ़े चीन ने साउथ चाइना सी में अपने सैन्य अभियानों की तादाद को बढ़ा दिया है। लगभग हर दिन चीन के लड़ाकू विमान जानबूझकर ताइवानी वायुसीमा में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है। 

जब ड्रैगन का मुखपत्र कहे जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने बताया है कि आखिर चीनी लड़ाकू विमान ताइवानी एयरस्पेस में बार-बार घुसपैठ क्यों करते हैं। ग्लोबल टाइम्स के चीफ एडिटर हू शीजिन ने बताया कि चीन का सैन्य अभियान दरअसल अमेरिकी विदेश विभाग और ताइवान के बीच संबंधों की गाइडलाइन का उल्लंघन के जवाब में किया जा रहा है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ताइवान और अमेरिका के बीच गहराते संबंधों को देखते हुए इलाके में सैन्य दबाव को और बढ़ाएगी। अगर ताइवान हमारे जहाजों पर फायरिंग करता है तो इसे पूर्ण युद्ध माना जाएगा और पूरा का पूरा ताइवाान स्ट्रेट हमारा होगा। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी गृह युद्ध के खत्म होने के सात दशक बाद भी ताइवान को अपनी जमीन का हिस्सा बताता है। यह बात अलग है कि ताइवान पर आजतक चीन का प्रत्यक्ष रूप से कभी शासन नहीं रहा है। चीनी सरकार और कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारी कई बार ताइवान के ऊपर हमला करने की धमकी दे चुके हैं। पिछले साल के अंत में चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां तक कहा था कि ताइवान की स्वतंत्रता का अर्थ ही जंग का ऐलान होगा।

ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी, 12 मरीजों की मौत

भोपाल। मध्यप्रदेश के शहडोल मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रेशर कम होने से 12 कोविड मरीजों की मौत हो गई, सभी आईसीयू में भर्ती थे। घटना रात 12 बजे की है। ऑक्सीजन कम होते ही मरीज तड़पने लगे। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था के लिए अफरा तफरी मच गई। मेडिकल प्रबंधन ऑक्सीजन की सप्लाई का प्रेशर बनाने के लिए सिलेंडरों की व्यवस्था में जुट गया। ऑक्सीजन की कमी वाले 12 मरीजों से पहले मेडिकल कॉलेज में ही कोरोना के 10 और मरीजों की मौत हो गई थी। इस तरह कुल 22 मरीजों की जान गई।ऑक्सीजन की कमी के बाद कई मरीजों को ऑक्सीजन मास्क हाथ से दबाना पड़ा। मरीजों को लग रहा था कि शायद सही तरह से दबाने से ऑक्सीजन आ जाए। मामले में पहले मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मिलिंद शिरालकर ने 6 मौतों की पुष्टि की। इसके थोड़ी देर बाद ही अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने 12 मौतें होने की जानकारी दी। घटना के बाद मरीजों ने दिन में कमिश्नर राजीव शर्मा के दौरे पर भी सवाल उठाया। वे कोविड-19 सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई और बाकी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने की बात कही थी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ मेडिकल के डीन के अलावा कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह, अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा समेत कई अधिकारी और चिकित्सक मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘अब शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से मौतों की बेहद दुखद खबर? भोपाल , इंदौर , उज्जैन , सागर , जबलपुर , खंडवा , खरगोन में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने के बाद भी सरकार नहीं जागी? आखिर कब तक प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से यूं ही मौतें होती रहेगी? उन्होंने कहा कि शिवराज आप कब तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर झूठे आंकड़े परोसकर, झूठ बोलते रहेंगे, जनता रूपी भगवान रोज दम तोड़ रही है? प्रदेश भर की यही स्थिति है। अधिकांश जगह ऑक्सीजन का भीषण संकट है? रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी यही स्थिति है। सिर्फ सरकार के बयानों और आंकड़ो में ही ऑक्सीजन और रेमउेसिविर उपलब्ध है। लेकिन यह अस्पतालों से गायब है? सरकार कागजी बैठकों से निकलकर मैदानी स्थिति सम्भाले, स्थिति बेहद विकट है। इससे पहले 15 अप्रैल को जबलपुर में लिक्विड प्लांट में आई खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से 5 मरीजों की मौत हो गई थी। सभी वेंटिलेटर पर थे। वहीं 4 की हालत गंभीर हो गई थी। यहां के मेडिसिटी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से वेंटिलेटर पर 82 वर्षीय महिला की तड़प-तड़प कर जान चली गई थी। वहीं 4 की मौत सुख-सागर मेडिकल कॉलेज में हुई थी। एमपी में 11,269 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 6,497 लोग रिकवर हुए और 66 की मौत हो गई। अब तक यहां 3.95 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 3.27 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। 4,491 मरीजों की जान चली गई। 63,889 मरीजों का इलाज चल रहा है।

कोरोना से मौतों का आकड़ा प्रतिदिन 120 तक पहुंचा

रविशंकर गुप्ता         

लखनऊ। कोरोना संक्रमण काल में रोजाना यूपी में 27 हजार के करीब कोरोना पॉजिटिव केस मिलने शुरू हुए हैं और मौतों का आकड़ा प्रतिदिन 100 से लेकर 120 तक पहुंच चुका है। ऐसे में अगर आप यहां बीमार हुए तो आपको भगवान के सिवा अब कोई बचाने वाला नहीं है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते आकड़ों के आगे सरकार जहां बेबस है। वहीं सिस्टम परेशान है, हालात ये हैं, कि अस्पतालो में जरूरतमंदों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। सरकारी अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जो निजी अस्पतालो में इलाज मिल भी जा रहा है। उनके रेट इतने हाई है कि आम आदमी का इलाज करने से पहले ही दम निकल जाये। दूसरी ओर जैसे-जैसे संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। वैसे-वैसे अब डॉक्टर भी भयभीत होने होने लगे हैं। लखनऊ में सभी सरकारी अस्पतालो से लेकर निजी अस्पतालों तक डॉक्टर व अन्य स्टाफ करीब 400 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं।

मुकाबला: बेंगलुरु ने कोलकाता को 38 रनों से हराया

चेन्नई। रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के 204 रनों के स्कोर की पीछा करने में कोलकाता नाकामयाब रही। 20-20 ओवरों के इस मुकाबले में बेंगलुरु ने कोलकाता को 38 रनों से हराकर मैच अपने नाम कर लिया। रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में रविवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट पर 204 रन बनाये। रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने 78 जबकि एबी डिविलियर्स ने नाबाद 76 रन बनाये।बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बेंगलुरु की शुरुआत खराब रही। विराट पारी के दूसरे ही ओवर में स्पिनर वरुण चक्रवर्ती का शिकार बन गए। विराट ने छह गेंदों में पांच रन बनाये। वरुण ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर रजत पाटीदार को बोल्ड कर दिया। दो विकेट मात्र नौ रन पर गिर जाने के बावजूद मैक्सवेल ने आते ही मोर्चा संभाला और बॉउंड्री लगानी शुरू कर दी।

सड़क हादसे में 1 ही परिवार के 3 लोगों की मौत

आदर्श श्रीवास्तव        

लखीमपुर खीरी। लखीमपुर-सिकंदराबाद मार्ग पर थाना फरधान क्षेत्र में रविवार को कार ने बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में लखीमपुर शहर से वोट डालने जा रहे मां-बेटी सहित एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी। इससे परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने तीनों शव पोस्टमार्टम को भेजा है। लखीमपुर शहर के मोहल्ला शिवकालोनी निवासी कुलदीप अवस्थी थाना नीमगांव के गांव अपगावा के मूल निवासी हैं। 19 अप्रैल को मतदान है। इसलिए रविवार को वोट डालने के लिए उनकी पत्नी पारुल अवस्थी (45) अपनी पुत्री पीहू (3) और भतीजे दुर्गेश अवस्थी उर्फ अंकुर (23) के साथ गांव जा रही थी। बाइक दुर्गेश चला रहा था। वह हेलमेट पहने था। जबकि पारुल अवस्थी तीन साल की पुत्री को गोद मे लेकर बैठी थी।

कोरोना की दूसरी लहर, इस्तीफा दें मोदी सरकार

बैरकपुर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 की दूसरी लहर को संभाल नहीं पाने के कारण इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री संक्रमण के मामलों की संख्या रोकने के लिए योजना बनाने में विफल रहे। ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले पांच-छह महीने में मेडिकल ऑक्सीजन और टीकों की आपूर्ति के संभावित संकट पर ध्यान देने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने देश में टीकों की कमी के बावजूद प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि चमकाने के लिए दूसरे देशों को टीकों का निर्यात किया।

50 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने छोड़ी एनडीए की परीक्षा

संदीप मिश्र          

बरेली। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एवं नौसेना अकादमी की परीक्षा संपन्न कराई गई। कोरोना संक्रमण फैलने समेत अन्य कारणों से करीब 50 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। वैसे 12227 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी लेकिन परीक्षा देने के लिए पहली पाली सुबह 10 बजे वाली में 6140 परीक्षार्थी और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे वाली में 6123 परीक्षार्थी उपस्थित रहे। कोविड नियमों का पालन कराने के साथ परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और जैमर भी लगाए गए थे। शहर के 28 सेंटरों पर परीक्षा दो पालियों में संपन्न कराई गई। परीक्षा केंद्रों पर तलाशी लेने के बाद परीक्षार्थियों को कमरे में जाने दिया गया। लाकडाउन में परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को परीक्षा सेंटर स्थल तक आने-जाने की छूट दी गई थी।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...