शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

भारत के लंगड़े आम का 300 साल पुराना इतिहास

लंगड़ा आम सबसे मीठा माना जाता है बता दे कि गर्मियों में आम खाने के जबरदस्त फायदे तो हैं ही जबकि आपको स्वाद में भी काफी शानदार लगता है। ज्यादातर लोगों की सबसे ज्यादा पसंद आम होता है। भारत की बात करें तो यहां 2000 किस्मो का उत्पादन किया जाता है।

आम की किस्म की बात करें तो दशहरी,हापुस, चौसा ,केसर तोता, परी सफेदा,सिंदूरी नीलम और लंगड़ा जैसे आमो को खाने का मजा चखा होगा,इनमें से लंगड़ा आम फेमस होने के पीछे 300 साल पुरानी घटना हैं।

आम खाने में मीठा और मुलायम होता है यह हरियाणा,हिमाचल प्रदेश, झारखंड मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में बहुत ज्यादा उगाया जाता हैं।

लंगड़ा आम बोलने की कहानी बनारस से चालू हुई बता दे कि तकरीबन 300 साल पहले एक व्यक्ति ने आम खाकर उसका बीज अपने घर के आंगन में लगा दिया, कुछ दिनों के बाद में आम का मीठा फल आया, यह व्यक्ति लंगड़ाकर चलता था इसीलिए इस गांव के लोगों ने लंगड़ा आम कहना चालू कर दिया धीरे धीरे यह आम लंगड़ा आम के नाम से फेमस हुआ।

सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का काम शुरू

चेन्नई। गुरुवार से देश में 1 जनवरी, 1977 तक पैदा हुए सभी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो गया है। देश में बुधवार तक कुल 6.4 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज पड़ चुकी थी। लेकिन, ये वो लोग थे। जो हेल्थ वर्कर हैं या फिर जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। या फिर 45 साल से 60 साल के बीच के उन लोगों को टीका लगाया गया है, जो किसी न किसी रोग से पीड़ित हैं। लेकिन, गुरुवार से 45 साल ऊपर के हर नागरिक को टीका पड़ने का रास्ता साफ हो जाने के बाद, कई लोगों के मन में यह सवाल ज्यादा उठ रहे हैं कि वैक्सीन के बाद उन्हें खाने-पीने में किन चीजों से परहेज करनी पड़ सकती है। मसलन, जो शराब पीते हैं या स्मोकिंग करते हैं या फिर नॉन-वेज खानों के शौकीन हैं, उन्हें कुछ दिनों तक इन सब चीजों से परहेज तो नहीं करना पड़ेगा ?

बिना वैज्ञानिक आधार पर किए जा रहे हैं दावे

एक रिपोर्ट आई है, जिसमें वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में उठ रहे इन सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की गई है। क्योंकि, इसको लेकर कुछ लोगों के मन में गलतफहमियां भी देखी गई हैं। मसलन, तमिलनाडु के चेंगालपट्टु के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीके का पहला डोज लगवाने वाले 60 वर्षीय किसान राजेंद्रण ने कहा कि उन्हें सेंटर पर सलाह दी गई कि दूसरी डोज से एक हफ्ते पहले शराब ना पीएं। उन्होंने कहा कि,'मुझसे कहा गया कि अगर मैं शराब पीऊंगा तो वैक्सीन काम नहीं करेगी।' इसी तरह चेन्नई के कल्याण में एक पत्रकार ने दावा किया कि नर्स ने उससे कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद 48 घंटे तक उन्हें शराब पीने, स्मोकिंग करने या मीट खाने से बचना चाहिए। जबकि, एक बड़े प्राइवेट अस्पताल में उनके दोस्त को सलाह दी गई कि उन्हे एक हफ्ते तक शराब या 'नॉन-वेज खाने' से बचना चाहिए। सवाल है कि क्या ये दावे तथ्यों और किसी शोध पर आधारित हैं ?

सरकार की ओर से नहीं दी गई है ऐसी कोई सलाह

सबसे बड़ी बात है कि वैक्सीन को लेकर सरकार की ओर से अभी तक खाने-पीने पर किसी तरह की पाबंदी की सलाह नहीं दी गई है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन के मुताबिक, 'ऐसा कोई प्रमाणिक वैज्ञानिक अध्ययन नहीं हुआ है, जिसमें बताया गया हो कि नॉन-वेज खाना वैक्सीन को बेअसर बना देता है। इसलिए लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए मीट खाना छोड़ने की जरूरत नहीं है।' इसी तरह से ऐसा कोई वैज्ञानिक अध्ययन उपलब्ध नहीं है कि शराब पीने या स्मोकिंग से वैक्सीनेशन पर कोई असर पड़ता है।

डॉक्टर क्या दे रहे हैं सलाह ?

हालांकि, इसका मतलब ये भी नहीं है कि लोगों को कोरोना का टीका लगवाने के बाद उसकी खुशी में शराब के जाम छलकाने की सलाह दी जाए। इसकी वजह ये है कि टीकाकरण के बाद अक्सर लोगों को नॉर्मल फ्लू या बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देने की आशंका रहती है। ऐसे में शराब पीने पर तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती है। सीनियर एपिडमियोलॉजिस्ट और कोविड-19 के खिलाफ प्रदेश के स्पेशल टास्क फोर्स के सदस्य डॉक्टर पी कुगानांथम के मुताबिक, 'शराब से शरीर के इम्यून सिस्टम पर विपरीत असर पड़ता है और ज्यादा शराब पीने से हो सकता है कि वैक्सीन उतनी अच्छी तरह से काम ना करे।' उन्होंने सलाह दी है कि 'अगर कोई व्यक्ति वैक्सीन लगवाने से एक हफ्ते पहले और बाद में ड्रिंकिंग और स्मोकिंग ना करे तो वह ज्यादा अच्छा महसूस कर सकता है।'

इन बातों का एहतियात रखना बहुत जरूरी

स्मोकिंग के साथ भी वही बात है। इससे इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है और इसीलिए यह वैक्सीन के प्रभाव को घटा सकता है। हालांकि, इसको लेकर कोई वैज्ञानिक रिसर्च उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह भी कहा जाता रहा है कि स्मोकिंग करने वालों के लिए कोविड-19 का संक्रमण ज्यादा नुकसानदेह साबित हो सकता है। डॉक्टर कुगानांथम के मुताबिक वैज्ञानिक तौर पर वैक्सीन लेने से पहले और बाद में कुछ एहतियात जरूर लेनी चाहिए। उनका कहना है कि , 'जो लोग स्टेरॉयड और ब्लड थिनर पर हैं, उन्हें ज्यादा साइड-इफेक्ट से बचने के लिए टीका लगाने से दो दिन पहले और बाद में ऐसी दवाइयां लेने से बचना चाहिए। किसी को अगर वैक्सीन से पहले ज्यादा आघात पहुंच चुका है तो उन्हें डॉक्टरों को यह बात बता देनी चाहिए और ज्यादा सावधान रहना चाहिए।' उन्होंने कहा है कि वैक्सीन लगाने के बाद सबसे ज्यादा जरूरी ये है कि मास्क पहनते रहिए, सोशल डिस्टेंसिंग का पहले की तरह पालन कीजिए,सतहों को छूने से बचिए और हैंड हाइजीन का ख्याल रखिए।

दूसरे बच्चें का जन्म, परवरिश पर डालेगा असर

अकाशुं उपाध्याय       
नई दिल्ली। जब पहली बार माता-पिता बनने का एहसास होता है। उसे शब्दों में बयान करना बहुत मुश्किल होता है। पहले बच्चे के जन्म के दौरान माता-पिता जरुरत से ज्यादा ख्याल रखते हैं। लेकिन, दूसरे बच्चे के जन्म पर पर थोड़े लापरवाहबच्चा पहला हो या दूसरा, उसे प्लान करते समय माता-पिता को अहम बातों का ध्यान रखना पड़ता है। माता-पिता की जरा सी लापरवाही, आपके बच्चे को आपसे दूर कर सकती है। दूसरे बच्चे के आने के बाद पहला बच्चा खुद को अकेला महसूस करने लगता है। हो जाते हैं।अगर आप दूसरे बच्चे की प्लानिंग कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने बड़े बच्चे की उम्र को जरूर ध्यान में रखें। पहले बच्चे के पैदा होते ही तुरंत दूसरा बच्चा पैदा करना दोनों की परवरिश में खलल डाल सकता है।

देह व्यापार में 7 ग्राहक, 14 युवतियां हिरासत में लीं

विजय भाटी      
गौतम बुद्ध नगर। सेक्टर-61 स्थित शॉप्रिक्स मॉल के निर्वाणा स्पा एंड सैलून में पुलिस की टीम ने बृहस्पतिवार रात छापा मारकर वहां चल रहे देह व्यापार का खुलासा किया। पुलिस ने मौके से स्पा सेंटर के दो संचालकों गुफरान खान और अखिलेश और 7 ग्राहकों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही वहां काम करने वाली 14 लड़कियों को हिरासत में ले लिया गया है। मौके से काफी संख्या में आपत्तिजनक सामग्री और नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं। पुलिस की टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

नोएडा जोन के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि शॉप्रिक्स मॉल के प्रथम तल पर निर्वाणा स्पा एंड सैलून में स्पा सेंटर के नाम पर देह व्यापार की खबर मिली थी। नोएडा जोन की एसीपी प्रथम अंकिता शर्मा और एसीपी द्वितीय रजनीश वर्मा के नेतृत्व मे कार्यवाई की गई।

वेब सीरीज में दबंग रोल में नजर आएगी सपना

राणा ओबराय
चंडीगढ़। हरियाणा अपने ठुमकों से सबके दिलों पर राज करने वाली हरियाणवी डांसर, सिंगर और एक्ट्रेस सपना चौधरी लगातार कई सुपरहिट हरियाणवी गाने देने के बावजूद अब जल्द ही एक और धमाका करने वाली हैं।इन दिनों सपना चौधरी उसी वैब सीरीज़ की शूटिंग में व्यस्त हैं। इस सीरीज़ में सपना चौधरी का लुक ज़बर्दस्त रहने वाला है।इस सीरीज़ में वें एक दबंग लुक में नजर आने वाली है। हालाँकि ये वेब सीरीज़ किन-किन प्लैटफ़ॉर्म पर आएगी, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

पटरी से उतरकर दीवार से टकराई ट्रेन, 36 की मौत

ताइपे। ताइवान में शुक्रवार को सुरंग के भीतर यात्रियों से भरी एक रेल पटरी से उतर गई। बताया जा रहा है कि अभी तक कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई है और 72 लोग घायल हुए हैं। इस बात की जानकारी अधिकारियों ने दी है। इनका कहना है कि अभी भी कुछ लोगों के शव सुरंग के अंदर ही हैं। जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही यहां बचाव दल पहुंचा है। जो लोगों को बाहर निकाल रहा है। अभी तक कम से कम 72 लोगों को अस्पताल भेजा गया। आशंका है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है।हादसे के समय रेल में 350 यात्री सवार थे। ये रेल ताइतुंग की ओर जा रही थी, लेकिन अचानक पटरी से उतर गई। फिर सुरंग के भीतर ही रेल की टक्कर दीवार से हो गई। बयान में कहा गया है, ‘प्राथमिक तौर पर ऐसा लग रहा है कि कई लोगों की मौत हुई है।’ हादसा ऐसे समय में हुआ है। जब सालाना टॉम्ब स्वीपिंग फेस्टिवल के कारण लंबी छुट्टियां चल रही हैं। इस दौरान ताइवान की सड़क से रेलवे तक सब व्यस्त रहता है। ताइवान की पूर्वी रेलवे लाइन पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है। बड़ी संख्या में लोग यहां घूमने आते हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एक ट्रक ऊपर से नीचे गिरा, उस समय रेल सुरंग से गुजर रही थी। तस्वीर में भी ट्रक को रेल के पास पड़ा हुआ देखा जा सकता है। अभी तक रेल सुरंग के भीतर ऐसे ही फंसी हुई है। जिसके कारण यात्रियों को जान बचाने के लिए खिड़कियों, दरवाजों और रेल की छत का सहारा लेना पड़ रहा है। बचाव दल के अनुसार, ट्रक के गिरने से रेल को काफी क्षति पहुंची है। घटना के वीडियो और तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं।

लोक व्यवस्था में विघ्न, विधेयक 2021 को सहमती

राणा ओबराय        
चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने आज शुक्रवार को हरियाणा लोक व्यवस्था में विघ्न के दौरान क्षति वसूली विधेयक, 2021 को अपनी सहमति दे दी है। एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि नुकसान की मुआवजे के आवेदन पर निर्णय लेने के उद्देश्य से राज्य सरकार एक या एक से अधिक दावा अधिकरण (क्लेम ट्रिब्यूनल) का गठन करेगी।क्लेम ट्रिब्यूनल की अध्यक्षता हरियाणा सुपीरियर ज्यूडिशियल सर्विसेज के एक अधिकारी द्वारा की जाएगी। जिसे पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श से नामित किया जाएगा और इसमें दो या दो से अधिक सदस्य हो सकते हैं। ट्रिब्यूनल के अन्य सदस्य  राज्य सरकार के अधिकारियों में से होंगे, जो अतिरिक्त उपायुक्त के रैंक से नीचे नहीं होंगे।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...