शुक्रवार, 26 मार्च 2021

सीरीज अपने नाम करने का इरादा, इंग्लैंड से भिड़ेगी

नई दिल्ली/लंदन। सीरीज अपने नाम करने के इरादे से शुक्रवार को टीम इंडिया इंग्लैंड से भिड़ेगी। तीन मैचों की सीरीज में भारत 1-0 से आगे चल रही है। तो वहीं इंग्लैंड के लिए करो या मरो का मुकाबला है। इससे पहले टीम इंडिया ने टी-20 सीरीज में इंग्लैंड को 2-1 से हरा कर सीरीज अपने नाम किया था। मैच दोपहर 1:30 बजे से खेला जाएगा।

सीएम भूपेश ने गुवाहाटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की, गठबंधन

रायपुर। असम में पहले चरण का चुनावी शोर थम चूका है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार शाम 7 बजे रायपुर लौटेंगे। इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने गुवाहाटी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि असम में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। जो असम की जनता से किए पांच वादों को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा कभी काम के दम पर वोट नहीं मांगती। हमेशा भय और दहशत पैदा कर वोट मांगती है। असम में भाजपा की सरकार ने कोई भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया। इससे असम का विकास कई साल पीछे हो गया। सीएम ने कहा कि भाजपा के नेता सीएए लागू करने के मुद्दे पर कन्फ्यूज हैं। बंगाल में सीएए लागू करने की घोषणा करते हैं। असम में सीएए पर गोलमोल चर्चा करते हैं। तो वही तमिलनाडु में भाजपा नेता सीएए लागू नहीं होने की बात करते हैं। बता दें कि कल यानी शनिवार 27 मार्च को पहले चरण का वोटिंग है।

पुलवामा के आतंकियों ने धमकी भरे पोस्टर लगाएं

श्रीनगर। सुरक्षाबलों की कार्रवाई से साजिश नाकाम होने पर आतंकियों की बौखलाहट अब साफ दिखाई देने लगी है। इस बार आतंकी किस कदर सुरक्षाबलों की कार्रवाई से तिलमिलाए हुए हैं। उसका उदाहरण नए पोस्टर्स में देखने को मिला। जम्मू कश्मीर में पुलवामा के मुरन गांव में आतंकियों ने धमकी भरे पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर्स में चेतावनी दी गई है, कि लोगों को सुरक्षाबलों से दूर रहना चाहिए। इसके साथ ही पोस्टर में आगे लिखा है। कि जहां भी सुरक्षाबल होंगे हम उन पर हमला करेंगे। जो लोग सुरक्षाबलों के साथ जुड़े हैं। उन पर भी हम हमला करेंगे।
पोस्टर में लिखा है कि ये बदला लेने का समय है। गांव में पोस्टर जैश-ए-मोहम्मद ने लगाए हैं। पुलिस ने मामले को संज्ञान में ले लिया है। और जांच कर रही है। जम्मू कश्मीर में गुरुवार को ही सुरक्षाबलों को आतंकियों ने निशाना बनाया था। गुरुवार को आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके लवेपोरा में सीआरपीएफ पार्टी पर हमला किया और सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की। आईजी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि इस हमले में सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए और दो जवान घायल हुए। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा शामिल है। घायल जवानों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई। शहीद हुए जवान का नाम एएसआई मंगाराम बरमन बताया गया, वह त्रिपुरा के रहने वाले थे।

बिना अनुमति के सार्वजनिक आयोजनों पर पाबंदी

अश्वनी उपाध्याय    
गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने जिलें में बिना पूर्व अनुमति के होली समेत सभी सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगा दी है। डीएम द्वारा जारी आदेशों के अनुसार किसी भी प्रकार के सार्वजनिक आयोजनों के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेना आवश्यक है। आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति या संस्थाओं के खिलाफ नियमों के अनुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

4 चरणों में होंगे गाजियाबाद के पंचायत चुनाव

अश्वनी उपाध्याय    
गाजियाबाद। उत्तर-प्रदेश में पंचायत चुनाव की अधिसूचना आज शुक्रवार को हो गई है। चुनाव आयोग ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल, दूसरा चरण  का 19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। सभी चरण की मतगणना 2 मई को होगी। पहले चरण के लिए नामांकन 3 अप्रैल से 4 अप्रैल को दूसरे चरण का नामांकन 7-8 अप्रैल को होगा। तीसरे चरण का नामांकन 13 और 15 अप्रैल को होगा। चतुर्थ चरण का नामांकन 17-18 अप्रैल को होगा।

अमित पाठक होंगे गाज़ियाबाद के नए एसएसपी

अश्वनी उपाध्याय  
 गाजियाबाद। उत्तर-प्रदेश में योगी सरकार ने पंचायत चुनावों से पहले प्रदेश के कई आईपीएस अफसरों के तबादले किए हैं। जनपद व अन्य जिलों में हर दिन खराब होती कानून व्यवस्था की स्थिति को भी तबादलों का एक कारण माना जा रहा है। 2007 बैच के आईपीएस अमित पाठक को गाज़ियाबाद का नया एसएसपी बनाया गया है। फिलहाल वे वाराणसी में एसएसपी के पद पर कार्यरत थे।  गाज़ियाबाद के निवर्तमान एसएसपी कलानिधि नैथानी को एसएसपी अलीगढ़ बना कर भेजा गया है।

लॉकडाउन: घरेलू हिंसा की शिकायतों में हुई बढ़ोतरी

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। गत वर्ष लॉकडाउन के दौरान जब ज्यादातर लोग घरों में बंद थे। राष्ट्रीय महिला आयोग को मिलने वाली घरेलू हिंसा की शिकायतों की संख्या में 2019 के मुकाबले वृद्धि देखने को मिली। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में आयोग को घरेलू हिंसा से संबंधित 2,960 शिकायतें मिली थीं जबकि 2020 में 5,297 शिकायतें प्राप्त हुईं और यह सिलसिला अब भी बरकरार है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019 में आयोग को महिलाओं के विरुद्ध किए गए अपराध की कुल 19,730 शिकायतें मिलीं जबकि 2020 में यह संख्या 23,722 पर पहुंच गई।

लॉकडाउन खत्म होने के एक साल बाद भी आयोग को हर महीने महिलाओं के विरुद्ध अपराध की दो हजार से अधिक शिकायतें मिल रही हैं जिनमें से लगभग एक चौथाई घरेलू हिंसा से संबंधित हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2021 से 25 मार्च 2021 के बीच महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की 1,463 शिकायतें प्राप्त हुईं। पिछले साल कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था। लेकिन इसके कारण घरेलू हिंसा की कई पीड़िताएं उनके साथ फंस गई थीं जो यह कृत्य करते हैं।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...