रविवार, 21 मार्च 2021

कोरोना काल में उत्तराखंड का पहला उप चुनाव

पंकज कपूर
हल्द्वानी। उत्तराखंड में चुनाव को लेकर एक बार फिर सरगर्मी तेज हो गई है। यह चुनाव विधानसभा चुनाव से पहले हो रहा है। यह सीट भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन से खाली हुई है। चुनाव आयोग ने यहां 17 अप्रैल को मतदान कराने का एलान किया है। इसके लिए 23 मार्च से नामांकन शुरू हो जाएगा। दो मई को मतगणना होगी। मगर इस सब के बीच ध्यान देने वाली बात यह है कि यह चुनाव पहले के चुनावों से अलग होगा। वजह कोराेना है। कोरोना काल में प्रदेश का यह पहला चुनाव है। ऐसे में काफी कुछ बदला रहेगा।
देश में कोराना के मामले में एक बार फिर बढ़ने लगे है। ऐसे में चुनाव कराना चुनौतिपूर्ण है। भारत निर्वाचन आयोग की एसओपी के मुताबिक ईवीएम में वोट डालने से पहले मतदाता को दस्ताने पहनने पड़ेगें। इसके लिए चुनाव आयोग को मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में ग्लव्स मुहैया कराने होंगे। इसके साथ बीमार-बुजुर्ग लोगों के लिए भी छूट दी गई है। वो चाहें तो पोस्टल बैलेट से भी वोट डाल सकते हैं। साथ ही भीड़ पर काबू पाने के लिए किसी भी बूथ पर एक हजार से अधिक मतदाता नहीं रखने को कहा गया है। चुनाव आयोग की एसओपी के मुताबिक, सभी मतदाताओं को और मतदान कार्मिकों को मास्क भी पहनना होगा।
सल्ट उपचुनाव में कुल 95 हजार मतदाता भाग लेंगे। जनवरी 2021 के मतदाता सूची के अनुसार सल्ट में कुल मतदाताओं की संख्या 95,241 है। जिसमें 48,682 पुरुष और 46,559 महिला मतदाता हैं।
 

अखिलेश ने साइकिल यात्रा की शुरुआत की

 हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। समाजवादी पार्टी की साइकिल यात्रा नौ दिन में लगभग 370 किलोमीटर की यात्रा तय कर शनिवार को लखनऊ में खत्म हो गई। 12 मार्च को रामपुर से आजम खान और जौहर यूनिवर्सिटी के समर्थन में शुरू हुई समाजवादी साइकिल यात्रा बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर, सीतापुर से होते हुए लखनऊ पहुंची। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 12 मार्च को लगभग बारह किलोमीटर साइकिल चलाकर इस यात्रा की शुरुआत की थी। रास्ते में जगह-जगह साइकिल यात्रा का स्वागत हुआ और पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने अखिलेश यादव के संदेश को दूसरों तक पहुंचाया।
शनिवार को अखिलेश यादव ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय में खुद मौजूद रहकर साइकिल यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं का स्वागत किया और उन्हें उनकी मेहनत के लिए बधाई दी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संघर्ष के बाद ही चीजें आपकी होंगी। इस दौरान अखिलेश यादव ने रामपुर से लखनऊ तक साइकिल यात्रा का नेतृत्व करने वाले समाजवादी पार्टी के विधायक मोहम्मद फहीम को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया।
एसपी अध्यक्ष ने प्रदेश में कानून व्यवस्था, महिलाओं, किसानों और नौजवानों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर बीजेपी ने जान-बूझकर मुकदमे दर्ज करवाए हैं। लेकिन उसको यह नहीं पता है, कि यहां जिस पर एफआईआर दर्ज होती है। वो ही आदमी मुख्यमंत्री बन जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके उस बयान के लिए घेरा जिसमें उन्होंने बीजेपी के संकल्प पत्र की तुलना पवित्र ग्रंथ गीता से की थी। अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे यह सुनकर बेहद दुख हुआ कि आखिर योगी आदित्यनाथ बीजेपी के संकल्प पत्र की तुलना पवित्र ग्रंथ गीता से कैसे कर सकते हैं।

अंतरराष्ट्रीय 'वन' दिवस पर आयुक्त ने लगाएं पौधे

अश्वनी उपाध्याय            
गाजियाबाद। अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर महापौर आशा शर्मा और नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने साईं उपवन, कुष्ठ आश्रम के सामने सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में  सघन रूप से  विभिन्न प्रजातियों के  2021 फलदार और छायादार वृक्षों की पौध लगाई गईं। कार्यक्रम में आर. एन. पांडेय अपर नगर आयुक्त, डॉ. अनुज कुमार सिंह प्रभारी उद्यान, अजय कुमार उद्यान निरीक्षक व नगर निगम के अन्य कर्मचारियों ने भी पौधारोपण किया।

तमंचा-मोटरसाइकिल के साथ बदमाश अरेस्ट

 कौशाम्बी। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के निर्देशानुसार अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाए जाने हेतु जनपद पुलिस तत्पर है। पतौना पुल के पास एक शातिर बदमाश को तमंचा और चोरी की मोटर के मोटरसाइकिल के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, टेंवा पुलिस चौकी इंचार्ज इंद्र कांत यादव उप निरीक्षक संजय सिंह परिहार चौकी इंचार्ज शमशाबाद मय, हमराहियों, पतौना पुल, धर्मुआ पुर, ईंट भट्ठे के पास वाहन चेकिंग अभियान चला रहे थे। एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार बृजेश का पुत्र अर्जुन पासी निवासी सुजातपुर, बम्हरौली थाना, कोखराज आता दिखा। जो पुलिस को देखकर मोटर साइकिल दूसरी ओर भगाने लगा। जिसे पुलिसकर्मियों ने दौड़ा कर उसे पकड़ लिया। पकड़े गए शातिर बदमाश के पास से 315 बोर का तमंचा मय कारतूस चोरी की हीरो स्प्लेन्डर प्लस मोटरसाइकिल बरामद हुई जिसे न्यायालय को भेज दिया। इस अभियान में कांस्टेबल कन्हैया लाल, अभिषेक यादव, हेड कांस्टेबल गुलाब यादव, ओमदत्त अत्री मौजूद रहे। 
सन्तलाल मौर्य 

हापुड़: लाखों की ज्वैलरी लेकर चोर हुए फरार

अतुल त्यागी   
हापुड़। मामला जनपद के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव बनखंडा का है। जहां देर रात बेखौफ चोरों ने घटना को दिया अंजाम सीढ़ी लगाकर छत पर चढ़े चोरों ने जीने की ग्रिल तोड़कर दो घरों को अपना निशाना बनाया। घर में रखे सेफ संदूको के ताले तोड़कर लाखों रुपए की ज्वैलरी और नगदी बड़े ही आसानी से चोर लेकर फरार हुए। पुलिस गश्त की खुली पोल देर रात हुई एक साथ एक ही गांव में दो घरों में चोरी के बाद अब ग्रामीणों को डर सताने लगा है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी बाबूगढ़ थाना पुलिस से क्षेत्र में क्राइम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव बनखंडा में देर रात का मामला।

खजाने के लिए सत्ता में आना चाहती है कांग्रेस

बोकाघाट। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दावा किया, कि देश व राज्यों के विभिन्न हिस्सों में लगातार सिमट रही कांग्रेस का खजाना’ अब खाली हो गया है।लिहाजा उसे भरने के लिए वह किसी भी कीमत पर सत्ता में लौटना चाहती है और इसके लिए वह किसी से भी समझौता कर सकती है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब केंद्र व राज्य दोनों जगहों पर कांग्रेस की सरकारें थी। तब असम को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया और उस दौर में राज्य के लोगों की ना यहां सुनवाई होती थी। और ना ही केंद्र में सुनवाई थी। उन्होंने दावा किया कि आज केंद्र व राज्य में डबल इंजन की सरकार होने की वजह से असम विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।उन्होंने कहा अब हाईवे बनाने पर दोगुनी क्षमता से काम हो रहा है। क्योंकि राज्य सरकार भी असम को देश से जोड़ रही है। और केंद्र सरकार भी। अब अवसंरचना की गति भी दोगुनी है। क्योंकि राज्य सरकार भी विकास में जुटी है। और केंद्र सरकार भी। अब ‘हर सिर को छत’ और ‘हर घर जल’ जैसे काम भी दोगुनी क्षमता से हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में राजग सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। लेकिन आज के कांग्रेस नेताओं को सिर्फ सत्ता से मतलब है। वह जैसे भी मिले। उन्होंने कहा, असल में कांग्रेस का खजाना अब खाली हो गया है। उसे भरने के लिए इन्हें किसी भी कीमत पर सत्ता चाहिए। कांग्रेस की दोस्ती सिर्फ कुर्सी से है। यही उसका कारोबार है। उसके पास ना तो कोई नेतृत्व है। ना ही कोई दृष्टि है।
कांग्रेस घोषणापत्र में किए गए पांच गारंटी के वादे का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 50 साल से ज्यादा असम पर राज करने वाले लोग आजकल राज्य की जनता को 5 गारंटी दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि असम के लोग इनकी रग-रग से वाकिफ हैं। उन्होंने कहा इन लोगों को झूठे वायदे करने की, झूठे घोषणापत्र बनाने की आदत पड़ गई है। कांग्रेस मतलब झूठे घोषणापत्र की गारंटी। कांग्रेस मतलब भ्रम की गारंटी। कांग्रेस मतलब अस्थिरता की गारंटी। कांग्रेस मतलब, बम, बंदूक और नाकेबंदी की गारंटी। कांग्रेस मतलब हिंसा और अलगाववाद की गारंटी। कांग्रेस मतलब भ्रष्टाचार और घोटालों की गारंटी।
प्रधानमंत्री ने राज्य की जनता से कांग्रेस को दूर रखने की अपील की और कहा कि खुद को धर्मनिरपेक्ष बताने वाली यह पार्टी असम, पश्चिम बंगाल और केरल में संप्रदाय के आधार पर बने दलों के साथ दोस्ती करती है। उन्होंने कहा सत्ता के सामने इनको कुछ नहीं दिखता। झारखंड में, बिहार में, महाराष्ट्र में, जिनके साथ इनका गठबंधन है। वो पश्चिम बंगाल में इनके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। केरल में ये वामपंथी दलों के विरोधी हैं। और पश्चिम बंगाल में कुर्सी की आस में उन्हें गले लगाते हैं। इसी कारण अब कांग्रेस पर देश में कोई भरोसा नहीं कर रहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते पांच साल में राजग ने असम के विकास को नई रफ्तार दी है और इस बार राजग के उम्मीदवारों को पड़ा हर वोट असम के तेज विकास के लिए वोट होगा। उन्होंने कहा राजग को मिलने वाली ताकत असम की आत्मनिर्भरता को ऊर्जा देगी। यहां उद्योग रोजगार के अवसरों को और बढ़ाएगा।
ज्ञात हो असम में भाजपा असम गण परिषद और युनाईटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कभी असम में कांग्रेस राज में यहां के लोगों के सामने राज्य को लूट से बचाने और दशकों से अशांत चल रहे इस राज्य में स्थायी शांति बहाल करने का सवाल था। उन्होंने कहा आज राजग के शासनकाल असम पूरे सामर्थ्य के साथ नई बुलंदियां छूने के लिए आगे बढ़ रहा है।

‘लेटर बम’ ने निकाला उद्धव सरकार का दम

मनोज सिंह ठाकुर 
मुंबई। मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी कार मिलने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मामले में पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद तबादला किए गए मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने सीएम उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। सीएम को लिखे गए लेटर में आरोप है, कि राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इसी मामले में गिरफ्तार हुए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपए बार, रेस्टोरेंट और होटल से वसूली करने का टारगेट दिया था। परमबीर सिंह ने अपने इस पत्र में एसपी पाटील नाम के पुलिस अधिकारी के साथ हुई उनकी बातचीत का जिक्र किया है। नागपुर में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर के बाहर पुलिस तैनात किया गया है। बीजेपी यहां गृहमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
रविवार सुबह शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक जावेद अख्तर ने एक ट्वीट किया, जिससे शिवसेना के नए रास्ते की तलाश की बात कही गई है। इसे लेकर संभावना जताई जा रही है। कि शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस का साथ छोड़कर फिर से बीजेपी के पाले में जा सकती है। संजय ने ट्वीट किया था। शुभ प्रभात, हमको तो बस तलाश नए रास्तों की है। हम हैं मुसाफिर ऐसे जो मंजिल से आए हैं।’ इध पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं अजीत पवार और जयंत पाटिल को दिल्ली बुलाया है।
वहींं, मामले में तेज होते सियासत के बीच, सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे ने कहा कि गृहमंत्री राज्य का है। लेकिन अलग पुलिस कमिश्नर है। किस-किस को क्या कहा है। इसकी जांच भी होनी चाहिए। पुलिस की लॉबी, पुलिस के विवाद, फिर उनके पास से खबरें बाहर आती हैं। लेकिन मूल विषय पीछे रह रहा है। जैसे सुशांत सिंह केस में हुआ। मूल विषय वहां भी पीछे रह गया। इस मामले में मूल विषय अंबानी के घर के बाहर बम मिलना है। राज ठाकरे ने कहा कि मैं आज जो भी कहूंगा उसके बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब नहीं दूंगा। क्यूंकि इससे जो अहम मुद्दे है। वो पीछे रह जाते है। कल परमबीर सिंह ने गृहमंत्री पर जो आरोप लगाए वो घटना महाराष्ट्र ही नहीं देश के इतिहास में कभी घटी होगी।
बीजेपी भी हमलावार...
वहीं, बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि हम सवाल पूछना चाहते है। कि क्या इसीलिए सरकार मंदिरों को ना खोलकर डिस्को-पब-बार खोल रही थी। कोरोना काल में जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ाया जा सके? गृहमंत्री अपना इस्तीफा दें।
नारायण राणे ने कहा कि मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के बाद भी सीएम ने कार्रवाई नहीं की। मीडिया के सामने आकर बात नहीं की। सचिन वाजे को सभी महत्वपूर्ण मामले दिए जाएं ये आदेश मुख्यमंत्री ने दिए थे। पिछले कई महीनों से सचिन वाजे कभी वर्षा बंगले पर और कभी ओबेरॉय में रह रहा था। मुख्यमंत्री को सचिन वाजे साधु संत लग रहे थे। मुख्यमंत्री के लिए सचिन वाजे काम कर रहे थे। देश के बड़े उद्योगपति की जान जोखिम में किसके इशारे पर थी। नारायण राणे ने कहा गृहमंत्री का इस्तीफा बाद में पहले मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।
इसी सब के बीच महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि सीएम और गृहमंत्री के कड़े रुख के बाद का ये (परमबीर सिंह का लेटर) रिएक्शन है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री को बदलने का कोई सवाल ही नहीं है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-364, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. रविवार, दिसंबर 29, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथ...