गांधीनगर। कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर उछाल देखा जा रहा है। सावधानियों के मद्देनजर गुजरात सरकार ने शिक्षण संबंधी बड़ा फैसला लिया है। राज्य में सरकार ने गुरुवार को कहा कि इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य के आठ बड़े शहरों में विद्यालय 19 मार्च से अपने परिसरों में अध्यापन बंद करेंगे. राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हाल ही में अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक की थी।
राज्य सरकार ने कहा कि राज्य के 8 शहरों में स्थित विद्यालयों में 10 अप्रैल तक ऑफलाइन कक्षाएं नहीं लगेंगी. इनमें अहमदाबाद, राजकोट, वड़ोदरा, सूरत, भावननगर, गांधीनगर, जामनगर और जूनागढ़ का नाम शामिल है। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री रूपाणी ने शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ास्मा और मुख्य सचिव अनिल मुकिम के साथ उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया।
चूड़ास्मा ने कहा कि इन शहरों के अलावा अन्य क्षेत्रों में विद्यालय उन विद्यार्थियों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं जारी रखेंगे, जिन्होंने इस विकल्प को चुना है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में 19 मार्च से 10 अप्रैल तक ऑफलाइन परीक्षाएं स्थगित करने का निर्णय लिया है। इसके पहले भी सरकार कोविड से जुड़े नियमों का कड़े करने का फैसला लिया था।
76 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 2,82,449 हो गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई। राज्य में केवल दो सप्ताह के भीतर संक्रमण के प्रतिदिन सामने आने वाले मामले 480 से बढ़कर 1200 से अधिक हो गए हैं। हालांकि, सीएम ने साफ किया था। कि वे राज्य में लॉकडाउन पर विचार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने गांधीनगर में कहा, ‘घबराने की जरूरत नहीं है। पहले भी हम ऐसी परिस्थिति का सामना कर चुके हैं। हम अभी लॉकडाउन लगाने पर विचार नहीं कर रहे हैं।
कोविड-19 वेबसाइट के आंकड़े बताते हैं। कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस के 2 लाख 82 हजार 449 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, 4 हजार 433 मरीजों की मौत हो चुकी है। राज्य में फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 5 हजार 684 है। देश में 1 करोड़ 15 लाख 13 हजार 989 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। 1 लाख 59 हजार 406 मरीज जान गंवा चुके हैं।