इस्लामाबाद/बीजिंग। पाकिस्तान में तैनात चीन के एक राजनयिक के हिजाब को लेकर किए गए ट्वीट पर बवाल मचा हुआ है। पाकिस्तान की धार्मिक पार्टियां ही नहीं कई आम लोगों ने भी इसकी शिकायत प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी विदेश कार्यालय में की है। लोगों ने इसे इस्लाम और हिजाब पर हमला बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि चीन पहले से ही शिनजियांग में मुस्लिमों के ऊपर भारी अत्याचार कर रहा है, लेकिन दुनियाभर में इस्लाम की ठेकेदारी करने वाले इमरान खान के मुंह से कभी एक शब्द भी नहीं निकला है। दरअसल, दो दिन पहले पाकिस्तान में स्थित चीनी दूतावास के काउंसलर और डॉयरेक्टर जेंग हेक्विंग ने चीन के मुस्लिम बहुल शिनजियांग की एक लड़की के डांस का वीडियो ट्वीट किया था। जिसके कैप्शन में उन्होंने इंग्लिश और चाइनीज में लिखा कि अपना हिजाब उठाओ, मुझे तुम्हारी आंखें देखने दो। उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि चीन के अधिकतर लोग शिनजियांग के इस गाने को गाना चाहेंगे।
चीन पहले ही उइगर मुसलमानों का जबरन नसबंदी और गर्भपात करवा रहा है। शिनजियांग के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र में पिछले चार साल से चलाए जा रहे अभियान को कुछ विशेषज्ञ एक तरह से ‘जनसांख्यिकीय नरसंरहार’ करार दे रहे हैं। इंटरव्यू और आंकड़े दिखाते हैं कि यह प्रांत अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को नियमित तौर पर गर्भावस्था जांच कराने को कहता है, उन्हें अंतर्गर्भाशयी उपकरण लगवाने के अलावा नसबंदी करवाने और लाखों महिलाओं को गर्भपात कराने के लिए भी मजबूर करता है।
हालांकि चीनी नेता इसका खंडन करते हैं। वे इस डिटेन्शन कैंप्स को व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र बताते हैं। चीन सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी शिनजियांग में 2014 से 2019 तक 415,000 उइगर मुस्लिमों को कैद कर रखा गया था। इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें एक से ज्यादा बार कैद किया गया है। कुल मिलाकर अभी 80 मिलियन से ज्यादा लोग चीन के डिटेंशन कैंप्स में कैद हैं।
उइगर मुसलमानों पर अत्याचार को लेकर अभी तक किसी भी मुस्लिम देश ने चीन का खुलकर विरोध नहीं किया है। दुनियाभर के मुसलमानों के कथित मसीहा सऊदी अरब, तुर्की और पाकिस्तान के मुंह से उइगरों को लेकर आज तक एक शब्द नहीं निकला है। ये सभी देश इस मामले में पड़कर चीन की दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहते। जबकि, धरती के दूसरे किसी भी हिस्से में मुसलमानों को लेकर इनका रवैया एकदम सख्त रहता है।