शनिवार, 6 मार्च 2021

महिला रास्ते से गायब, जांच में जुटें पुलिस-परिजन

अतुल त्यागी 
हापुड़। मामला जनपद के थाना धौलाना क्षेत्र के छोटा मोहल्ला का है। जहां से शोभा नामक एक 30 वर्षीय महिला अपने घर से गुलावठी अल्ट्रासाउंड कराने के लिए गई थी। देर शाम तक भी जब घर पर नहीं लौटी तो परिजनों को उसकी चिंता सताने लगी। परिजनों ने महिला को काफी तलाश किया। लेकिन महिला नहीं मिली। महिला के पति नितिन कुमार ने बताया, कि महिला का मोबाइल भी बंद जा रहा है। परिजनों को सता रही है। अनहोनी की आशंका वही महिला के तीन मासूम बच्चों का भी मां के बिना रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है। अब पीड़ित पति नितिन कुमार ने धौलाना थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने महिला के पति के प्रार्थना पत्र के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं पुलिस महिला की तलाश में जुटी है। होनी या अनहोनी यह तो तलाश करने के बाद ही पता चल सकेगा। फिलहाल, पुलिस गहनता से जांच में जुटी है।

सरकार को सबक सिखाने का समय आ गया: त्रिलोक

अतुल त्यागी   
हापुड़। मुख्य अतिथि के रूप में त्रिलोक त्यागी व राष्ट्रीय त्यागी ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज त्यागी मौजूद रहे। त्रिलोक त्यागी ने कहा, कि यह सरकार किसान विरोधी सरकार है। अब समय आ गया है, कि सभी किसानों को एकत्रित होकर अपने हक की लड़ाई लड़नी पड़ेगी समय आ गया है। इस सरकार को उखाड़ फेंकने का और इस किसान विरोधी सरकार को सबक सिखाने का। इसी बीच राष्ट्रीय त्यागी ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज त्यागी ने कहा, कि जिस तरह से किसान आंदोलन को कभी पंजाब का आंदोलन कभी सरदारों का आंदोलन तो कभी जाटों का आंदोलन कहकर बदनाम किया जा रहा है। हम उसका पुरजोर विरोध करते हैं। त्यागी समाज हमेशा किसानों के साथ रहा है और साथ रहेगा। क्योंकि सरकार इस समय तानाशाही पर उतरी हुई है। 102 दिन बीत जाने के बाद भी यह सरकार किसानों से बात करना तो दूर उन्हें बदनाम करने में लगी हुई है। आने वाले समय में 2022 चुनाव में इस सरकार को सबक सिखाने का समय आ गया है। तमाम किसान एकजुट होकर इस सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करें। संचालन ऑडी त्यागी ने किया पत्रकार मेरठ मंडल प्रभारी अतुल त्यागी, जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह शिवकुमार त्यागी बिट्टू त्यागी शंकर त्यागी,सुमित त्यागी, राहुल त्यागी, सुनील त्यागी आदि लोगों ने अपने विचार रखे।

हापुड़ः ईनामी बदमाश के साथ पुलिस ने की मुठभेड़

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार

हापुड़। मामला उत्तर प्रदेश के जनपद के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र का है। जहां दिल्ली पुलिस की पैरोल पर छूटे 10 साल से फरार चल रहे बदमाश के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। आपको बता दें, कि हापुड़ कप्तान नीरज कुमार जादौन के निर्देशानुसार सभी थाना क्षेत्रों में चलाए जा रहे अपराधियों की धरपकड़ अभियान के तहत पिलखुवा कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिलीं। दिल्ली पुलिस की पैरोल पर छूटे 10 साल से फरार चल रहे बदमाश के साथ मुठभेड़ हुई। तमंचा-खोखा, कारतूस बदमाश के कब्जे से बरामद। हापुड़ कप्तान के निर्देशानुसार पुलिस को सफलता मिलीं।

गाजियाबाद: डकैती के मामले में 3 अरेस्ट, 4 फरार

अश्वनी उपाध्याय     

गाजियाबाद। जिलें के राजनगर इलाके में रहने वाले दवा कारोबारी के घर बीती 28 तारीख को डकैती की वारदात में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। इस मामले में अभी भी चार आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में से दो ने इलाके में घूम कर पहले रेकी की और पता लगाया कि किस कारोबारी के घर में ज्यादा पैसा है। 27 फरवरी की रात को रेलवे लाइन के किनारे से राजीव और उसकी महिला मित्र समेत 7 लोग दवा कारोबारी के घर पहुंचे थे। एक गाड़ी भी बरामद की गई थी, जो आरोपियों से बरामद की गई है। आपको बता दें कि खिड़की तोड़कर कोठी में दाखिल हुए बदमाशों ने दवा कारोबारी के बच्चों को बंधक बनाकर लाखों की लूटपाट की थी। पुलिस को गाड़ी से ही लुटेरों का सुराग मिला। वारदात से पहले और वारदात के वक्त उस गाड़ी को कई सीसीटीवी कैमरा में देखा गया था। गाड़ी के नंबर से पुलिस आरोपी राजीव तक पहुंच गई। गाजियाबाद में एक के बाद एक लूट की वारदातें हो रही हैं। इस वारदात के बाद भी राजनगर इलाके में ही बैंक के बाहर व्यापारी के मुनीम से लाखों की नकदी लूट ली गई थी। लेकिन उन बदमाशों का भी पुलिस के पास अभी तक कोई सुराग नहीं है। गैंग के सरगना के पकड़े जाने पर ही साफ होगा, कि क्या उस वारदात को भी इसी गैंग ने अंजाम दिया था ?

मुरादनगर: शिक्षक ने शिष्य को डांटा, चलाईं गोली

अश्वनी उपाध्याय    

मुरादनगर। गुरू शिष्य परंपरा को कलंकित करते हुए एक दुस्साहसी छात्र ने अपने शिक्षक की डांट से क्षुब्ध होकर उनको तमंचे से गोली मार दी। गोली लगने के चलते शिक्षक घायल हो गए हैं। घायल शिक्षक ने आरोपित छात्र के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है, कि मामले की जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे की फोटेज में आरोपित शिक्षक पर गोली चलाता हुआ दिखाई दे रहा है। नगर की सरस्वती विहार कालोनी निवासी सचिन त्यागी एक निजी स्कूल में शिक्षक हैं। सचिन के अनुसार दो दिन पूर्व उन्होनें 12वीं कक्षा के एक छात्र को किसी बात के चलते डांट दिया था। शनिवार दोपहर में स्कूल की छुट्टी के बाद जब सचिन अपने घर जा रहे थे। रास्ते में आरोपित ने अपने तीन साथियों के साथ सचिन को रोक लिया और उन पर तमंचे से गोली चला दी। गोली के छर्रे लगने से सचिन घायल हो गए। घायल होने बाद आरोपित व उसके साथी मौके से भाग गए। घायल शिक्षक स्कूल के निदेशक के साथ थाने पहुंचे। दोनों ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। बता दें, कि घटनास्थल के निकट की एक इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में आरोपित साफ तौर पर गोली चलाता हुआ दिखाई दे रहा है। एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया, कि एक कालोनी में एक छात्र द्वारा शिक्षक पर गोली चलाए जाने की सूचना मिली है। घायल शिक्षक ने आरोपितों के खिलाफ तहरीर दी है। मामले की जांच कराने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद से किया सवाल

अंकित गोस्वामी   
गाजियाबाद। कप्तान ने लोनी थाने का निरीक्षण किया। त्रिस्तरीय चुनाव को लेकर गाजियाबाद की पुलिसिंग व्यवस्था बनाने का कार्य किया। चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए और पुलिस को बेहतर करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के द्वारा शनिवार को लोनी थाने का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा वरिष्ठ उप निरीक्षक एवं कनिष्ठ उप निरीक्षकों से सवाल-जवाब भी किए गए। असला आदि के रख-रखाव और उपयोग के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया, कि ग्राम पंचायत चुनाव को शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के लिए बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था करने के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। थाने के निरीक्षण में किसी प्रकार की व्यवस्था देखने को नहीं मिली है। इस अवसर पर एसपी देहात इराज राजा, क्षेत्र अधिकारी अतुल कुमार सोनकर, थानाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह, आदि के साथ सभी उपनिरीक्षक उपस्थित रहे।

हरियाणा की छात्रा ने मंच पर टिकैत से पूछे सवाल

हरियाणा की छात्रा ने मंच पर टिकैत से पूछे तीखे सवाल, छीना माइक, बोलने से रोका

झज्‍जर। कृषि कानूनों में सुधार की मांग को लेकर कई जगह आंदोलन चल रहा है। मगर, हरियाणाा के झज्‍जर जिले के पास ढांसा बॉर्डर पर चल रहे धरने में शाम एक अलग ही वाकया देखने को मिला। आंदोलनकारी किसानों को संबोधित करने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत से एक छात्रा ने ऐसा सवाल पूछ लिया कि हंगामा हो गया। मंच पर पहुंची छात्रा ने जब माइक मांगा तो दे दिया गया। मगर, जैसे ही लड़की ने राकेश टिकैत से 26 जनवरी के दिन ट्रैक्‍टर परेड के दौरान दिल्‍ली में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछा तो माहौल गरम हो गया। दरअसल, राकेश टिकैत शुक्रवार को ढांसा बॉर्डर पर विनोद गुलिया की अध्यक्षता में चल रहे धरने में लोगों से मुलाकात करने और अपना संदेश देने पहुंचे थे।
इस दौरान पेंट शर्ट पहने युवा लड़की ने कहा कि राकेश टिकैत ने ये तो बता दिया कि कृषि कानूनों से कितना नुकसान होगा। मगर ये कह रहे हैं। कि जब तक सरकार मांगें नहीं मानती आंदोलन खत्‍म नहीं होगा। मैं पूछना चाहती हूं अगर किन्हीं परिस्थितियों में सरकार और किसानों के दोनों पक्ष में एक फीसद या फिर .005 फीसद भी पीछे नहीं हटे तो फिर समाधान किस बात पर होगा। यह जवाब सभी को चाहिए। धरने का समाधान मिलना चाहिए। ताकि युवा भी परेशान नहीं हो और किसान भी परेशान नहीं हो।
युवा लड़की ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि दिल्‍ली में 26 जनवरी के दिन जो हिंसा हुई उसके लिए कौन जिम्‍मेदार है। अगर प्रदर्शनकारी जिम्‍मेदार नहीं है। सरकार जिम्‍मेदार नहीं है। तो कौन जिम्‍मेदार है। 26 जनवरी जैसी घटना में किसका हाथ था। हमें नहीं पता। लेकिन, हमारे समाज, हमारे मेल-मिलाप पर इसका क्या असर पड़ रहा है। यह देखा जाना चाहिए। बात पूरी होती इससे पहले ही वहां खड़े किसान नेताओं ने युवा लड़की से ही सवाल पूछने शुरू कर दिए। माइक भी बंद कर दिया और युवा लड़की का नाम पूछा गया। लड़की ने बेबाकी से अपना नाम भी बता दिया। लड़की ने माइक बंद होने के बाद भी अपनी बात जारी रखी और कहा कि अगर देश में 26 जनवरी जैसी हिंसा होगी तो देश का युवा सवाल तो पूछेगा ही। इस दौरान एक महिला भी मंच पर आ गई और युवा लड़की से सवाल करने लगी। युवा लड़की इस दौरान सभी से अकेली ही अपनी बात कहती रही और कहा कि मैंने किसी को दोषी नहीं कहा, बस ये सवाल किया है। कि आखिर इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्‍मेदार कौन है। मगर लड़की की बात नहीं सुनी गई।
छात्रा कहती रही कि हम टिकैत जी से जवाब चाहते है। की धरने का समाधान कब तक होगा। हालांकि जब यह छात्रा बोल रही थी। तो उस दौरान भी बीच-बीच में कहा जा रहा था। कि माइक ले लो। माइक को बंद कर दो। छात्रा को माइक किसने दिया। लेकिन, मंच पर पहुंची छात्रा ने करीब अढ़ाई मिनट के इस घटनाक्रम में समाज की पीड़ा और युवाओं के दर्द को बड़े बढ़िया ढंग से सभी के समक्ष रखा।
मंच पर सवाल पूछने के दौरान हुए इस वाकये की वीडियो भी वायरल हो गई है। दरअसल, पहले यह लड़की किसान आंदोलन के समर्थन में बोली। फिर उसने मिले जुले सवाल करना शुरू किया और इसके बाद 26 जनवरी को दिल्‍ली में हुई हिंसा पर भी सवाल पूछ लिया। इसके बाद मामला गरमा गया। हालांकि, राकेश टिकैत ने बाद में अपनी बात भी रखी। जो कि काफी सीमित रही और लड़की को अपने सवालों का जवाब नहीं मिला।

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...