मंगलवार, 2 मार्च 2021

कुंभ मेले में अलौकिक आनंद की अनुभूति होती है

पंकज कपूर  
हरिद्वार। कुंभ मेले में विभिन्न अखाड़ों द्वारा आयोजित पेशवाईयां आकर्षण का केन्द्र होती है। भव्य पेशवाईयों में साधु-संतों एवं धर्म गुरूओं के दर्शन मात्र से ही लोग अभिभूत हो उठते हैं। तथा लोगों को परम-आलौकिक आनंद की अनुभूति होती है। यह बात मेलाधिकारी दीपक रावत ने कही है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे महाकुम्भ मेला परवान चढ़ता जा रहा है। निर्धारित स्नान की तिथियों में लोगों की आस्था का सैलाब धर्मनगरी में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा, कि विभिन्न अखाड़ों के प्रस्तावित शाही प्रवेश तथा अखाड़ों के निकलने वाले पेशवाई-जुलूसों के मार्गों की अच्छी हालत होना अनिवार्य है। ताकि पेशवाई-जुलूसों के आयोजन में कोई गतिरोध उत्पन्न न हो। उन्होंने मेला व्यवस्था में लगे अधिकारियों से कहा कि 3 मार्च से शुरू हो रहे पेशवाई-जुलूसों के मार्गों की सभी व्यवस्थाएं समय रहते दुरूस्त कर ली जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सुनिश्चित करें कि जहां से अखाड़ों के पेशवाई-जुलूस निकलेंगे, उन मार्गों की हालत अच्छी हो। मार्गों में किसी प्रकार के गडढे, कीचड़, खुले हुए मेनहाॅल तथा किसी अन्य प्रकार की गंदगी, कूड़ा-कचरा नहीं होना चाहिए। पेशवाई जुलूस मार्गों की सफाई व्यवस्था की ओर विशेष ध्यान दिया जाए। कहीं पर भी किसी प्रकार की गंदगी नहीं होनी चाहिए। विद्युत, टेलीफोन व केबिल आदि के तार इतने नीचे नहीं होने चाहिए। जो पेशनवाईयों के रथों एवं ध्वजों को छूएं।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   

1. अंक-198 (साल-02)
2. बुधवार, मार्च 03, 2021
3. शक-1983, फाल्गुन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- चतुर्थी, विक्रमी संवत 2077। 

4. प्रातः 06:48, सूर्यास्त 06:21।

5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-29+ डी.सै.। 

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सोमवार, 1 मार्च 2021

विरोध: किसान नेता बोले, नहीं लगवाएंगे वैक्सीन

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। कोविड-19 संक्रमण से खतरे का सामना कर रहे किसान नेताओं ने सोमवार को कहा कि उन्हें कोरोना वायरस का डर नहीं है और वे टीका नहीं लगवाएंगे। उल्लेखनीय है, कि सोमवार से कोविड-19 के दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है।जिसके तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। हालांकि, किसान नेताओं ने यह भी कहा है, कि वे दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले प्रदर्शनकारी किसानों को टीका लगवाने से नहीं रोकेंगे, क्योंकि यह व्यक्तिगत विषय है। हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की तीन सीमाओं-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं। उनमें से ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हैं। वे पिछले साल सितंबर में केंद्र द्वारा लागू किये गये तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य बलवीर सिंह राजेवाल (80) ने कहा कि टीका लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्र नहीं जाएंगे। राजेवाल ने कहा, ”मुझे टीका लगवाने की जरूरत नहीं है। हमने कोरोना को मार दिया है। किसानों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। क्योंकि वे अपने खेतों में कड़ी मेहनत करते हैं। किसानों को कोरोना वायरस का डर नहीं है।” वहीं, एक अन्य वरिष्ठ नेता जोगिन्दर सिंह उगराहां (75) ने कहा कि इस रोग (कोरोना वायरस संक्रमण) का डर... उन्हें उनकी लड़ाई से भटकाने के लिए काफी नहीं है।

केंद्र सरकार को फास्टैग से करोड़ों का फायदा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। देश भर में 15 फरवरी से फास्टैग आधारित टोल सिस्टम को लागू कर दिया गया है। एक तजा रिपोर्ट के अनुसार, अब देश में एक दिन का टोल कलेक्शन 104 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई ने एक रिपोर्ट में बताया है कि इस सप्ताह हर दिन का टोल कलेक्शन 100 करोड़ रुपये से ऊपर रहा। 16 फरवरी के बाद से टोल कलेक्शन में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है। एनएचएआई का यह भी कहना है कि हर दिन करीब 65 लाख टोल ट्रांजक्शन किये जा रहे हैं। फास्टैग आधारित टोल प्रक्रिया को लागू करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन में 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 14 दिनों में 20 लाख नए फास्टैग जारी किये गए हैं। वहीं अब देश में फास्टैग यूजर्स की कुल संख्या 2.8 करोड़ हो गई है। फास्टैग लागू होने के बाद टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतार नहीं लग रही है। टोल प्लाजा ऑपरेटरों का कहना है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन से टोल कलेक्शन सुविधाजनक हो गई है और भुगतान प्रक्रिया तेज हुई है। फास्टैग आधारित सिस्टम से टोल कलेक्शन प्रक्रिया अब अधिक पारदर्शी है। 12 बजे से ऑटोमेटिक पेमेंट सिस्टम फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। फास्टैग एक डिजिटल स्टीकर है जिसे गाड़ियों के शीशे पर लगाया जाता है। यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन तकनीक पर काम करता है। जब गाड़ियां टोल प्लाजा से गुजरती हैं तब फास्टैग से जुड़े बैंक या प्रीपेड अकाउंट से अपने आप ही टोल टैक्स का भुगतान हो जाता है। इससे गाड़ियों को टोल पलजा पर रुक कर टोल भुगतान करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे समय की बचत होती है साथ ही प्रदूषण भी कम होता है। फास्टैग को सभी पैसेंजर चारपहिया वाहन, बस, ट्रक, लाॅरी और निर्माण में उपयोग होने वाले कमर्शियल वाहनों के लिए लागू किया गया है। बता दें कि दोपहिया वाहनों में फास्टैग लगवाना जरूरी नहीं है। फास्टैग को लागू करने वाली संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआई ने बताया है कि यदि टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहन में फास्टैग नहीं होगा तो ऐसे वाहनों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। 1 दिसंबर 2017 से नए चारपहिया वाहन के रजिस्ट्रेशन पर फास्टैग लेना अनिवार्य है। फास्टैग जारी करने का काम बैंकों और पॉइंट-ऑफ-सेल केंद्रों को सौंपा गया है। फास्टैग को ट्रांसपोर्ट ऑफिस से भी खरीदा जा सकता है। इसे लेने के लिए केवाईसी और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की जानकारी देना अनिवार्य है। फास्टैग अमेजन और पेटीएम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी खरीदा जा सकता है। फास्टैग के लिए माई फास्टैग मोबाइल ऐप भी जारी किया गया है। जिसपर अधिक जानकारी पाई जा सकती है।

विजिलेंस की रडार पर सपा के 1 और पूर्व मंत्री

हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे मनोज पांडेय की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। पूर्व कृषि एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री के खिलाफ शासन से विजिलेंस ने खुली जांच की मांग की है। पूर्व मंत्री पर नियमों के विपरीत जाकर अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन हड़पने के आरोप भी लगे हैं। पूर्व मंत्री मनोज पांडेय के खिलाफ सीएम ऑफिस में शिकायत की गई थी, जिसके बाद उनके खिलाफ गोपनीय जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान विजिलेंस की टीम को मंत्री की कई संदिग्ध संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद ही अब विजिलेंस की टीम ने मनोज पांडेय के खिलाफ खुली जांच का फैसला किया है और प्रदेश सरकार से जांच की अनुमति मांगी है।
समाजवादी सरकार में खनन और परिवहन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के खिलाफ भी विजिलेंस की जांच चल रही है। वहीं पूर्व मंत्री और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के खिलाफ भी एसआईटी की जांच चल रही है और आजम खान इन दिनों में जेल में ही है। विजिलेंस टीम ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में मामला दर्ज किया था। जांच में सामने आया था कि, पूर्व मंत्री के पास आय से करीब 6 गुना अधिक की संपत्ति है। वहीं 21 बेनामी संपत्तियों की जानकारी सामने आई थी।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति कर काम करने लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे। भ्रष्टाचार के मामलों शुरू हुई जांच के दायरे में अब तक कई मंत्री और अधिकारी आ चुके हैं। पूर्व मंत्री मनोज के खिलाफ विजिलेंस की टीम को शासन द्वारा खुली जांच की अनुमति मिलने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

यूपी में दोबारा बनेगी बीजेपी की सरकार: सीएम

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं। दिल्ली की सियासत का रास्ता यूपी से होते हुए जाता है ये सभी दल जानते हैं। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपने साथी दलों के साथ मिलकर 350 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
बजट पर बात करते हुए सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले 4 वर्षों में कोई भी नया टैक्स जनता पर नहीं लगाया है। बीजेपी की सरकार ने टैक्स की चोरी बंद कराई है। उस पैसे को बंद कराया है जो दूसरों की जेब में जा रहा था। कोरोना काल के दौरान भी हमारी सरकार ने किसी भी तरह का कोई भी टैक्स नहीं लगाया है। हमारी सरकार ने यूपी को बीमारू राज्य से उठाकर देश की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं वाले प्रदेशों को सूची में शामिल किया है।
उत्तर प्रदेश कोरोना के मामलों का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, राज्य की आबादी करीब 24 करोड़ है। करीब-करीब इतनी ही आबादी का देश है ब्राजील। जहां संक्रमण के मामले उत्तर प्रदेश से जायदा आए हैं। हमने संक्रमण को ठीक से हैंडल किया। इसकी तारीफ तो विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की है। दिल्ली का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, दिल्ली की आबादी करीब पौने दो करोड़ है। वहां तो संक्रमण के मामले भी उत्तर प्रदेश से ज्यादा हैं तो वहां मौतें भी यूपी की तुलना ज्यादा हुईं हैं। अगर समय रहते केंद्रीय गृह मंत्री हालात खुद न संभालते तो हालात और खराब हो जाते। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि वो दूसरों को पढ़ाना तो चाहते हैं। लेकिन खुद पढ़ना नहीं चाहते हैं।

सीजी: 31 मार्च तक निशुल्क बनेगा आयुष्मान कार्ड

रायपुर। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाध्डाॅ. खूबचंद स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभ देने के उद्वेश्य से केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा आपके द्वार आयुष्मान योजना का क्रियान्वयन 1 मार्च 2021 से 31 मार्च तक किया जा रहा है। शासन के निर्देशानुसार जिले के च्वाइस सेंटरो में हितग्राहीयो को निःशुल्क आयुष्मान कार्ड उनकी पात्रता के आधार पर बनाकर दिया जावेगा। बी.पी.एल व प्राथमिकता वाले राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये तक की चिकित्सा सुविधा- ज्ञात हो कि आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजनाध्डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजनांतर्गत बी.पी.एल एवं प्राथमिकता वाले राशन कार्ड में प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये एवं सामान्य राशन कार्डधारी परिवारों को 50 हजार रूपये तक कि मुफ्त चिकित्सा सुविधा राज्य के किसी भी पंजीकृत निजी और शासकीय चिकित्सालयों में प्रदान की जाती है। च्वाइस सेंटर में निःशुल्क बनेगा आयुष्मान कार्ड - अधिक से अधिक हितग्राहियो को लाभ दिलाने के उद्वेश्य से शासन के द्वारा आपके द्वार आयुष्मान अभियान का शुभारंभ किया गया है। जिसमें जिले के समस्त च्वाइस सेंटरो के द्वारा हितग्राहियो को निःशुल्क आयुष्मान भारत का कार्ड बनाकर दिया जावेगा। कार्ड बनवाने के लिए हितग्राहीयो को राशन कार्ड, आधार कार्ड , मोबाइल नंबर सहित च्वाइस सेंटरो में जाना होगा। च्वाइस सेंटर के द्वारा हितग्राहियो को उनकी पात्रता के आधार  आयुष्मान कार्ड निःशुल्क बनाया जाएगा। अभियान के दौरान् च्वाॅइस सेंटरों  पर सर्वप्रथम हितग्राहियों को कागज में आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जाएगा, कुछ दिनों उपरांत च्वाइस सेंटर के केंद्रीय कार्यालय से इन हितग्राहियों के प्लास्टिक कार्ड संबंधित च्वाइस सेंटर को प्रेषित किए जाएंगे। च्वाइस सेंटर द्वारा प्लास्टिक कार्ड प्राप्त होने की सूचना हितग्राहियों को दी जाएगी। हितग्राही च्वाइस सेंटर से ही पुनः बायोमेट्रिक अथेंटीकेसन उपरांत पीव्हीसी  आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अपील करते हुए कहा है कि समस्त हितग्राही अभियान के अंतर्गत  कार्ड बनवा लें।

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे

रेल परियोजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास करेंगे  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जनवरी को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसि...