सोमवार, 1 मार्च 2021

वायरस: 1.11 करोड़ संक्रमित, 1,57,157 की मौत

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 15,510 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या 1.11 करोड़ से अधिक हो गई। वहीं, लगातार पांचवे दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,68,627 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 1,11,12,241 हो गए हैं। वहीं 106 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,57,157 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,07,86,457 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही देश में मरीजों के ठीक होने की दर 97.07 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.41 प्रतिशत है। देश में अभी 1,68,627 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.52 प्रतिशत है।

चीनी हैकर्स की कोशिश, भारत में बड़ा पावर कट

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली/ बीजिंग। देश की पावर सप्लाई चीन के सायबर अटैकर्स के निशाने पर है। यह दावा एक रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे कम से कम 12 संस्थान चीनी हैकर्स के निशाने पर थे। इसमें मुख्य रूप से पॉवर यूटिलिटी और उनके लोड डिस्पैच सेंटर्स शामिल हैं। साल 2020 के बीच में चीनी सरकार के समर्थन वाले कुछ समूहों ने मैलवेयर इंजेक्ट करने की कोशिश की थी। चीनी हैकर्स की कोशिश थी कि वह भारत में बड़ा पावर कट कर सकें।

रिकॉर्डेड फ्यूचर की एक स्टडी के अनुसार एनटीपीसी लिमिटेड, पांच रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर्स और दो बंदरगाहों पर हैकर्स ने हमला किया था। भारतीय राष्ट्रीय महत्वपूर्ण सूचना इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन सेंटर (NCIIPC) की परिभाषा के अनुसार, सभी 12 संगठन महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर हैं।रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ सीमा पर गतिरोध पैदा करने वाले भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच मई 2020 की झड़पों से पहले इसकी कोशिश शुरू हो गई थी। पिछले साल ‘भारत के बिजली क्षेत्र का एक बड़े संस्थान’ को निशाना बनाने के लिए चीनी संगठनों ने एक विशेष सॉफ्टवेयर का खूब इस्तेमाल किया।

रिपोर्ट में दावा है कि हैकर्स के कुछ समूह राज्य सुरक्षा मंत्रालय (MSS), या चीन की मुख्य खुफिया और सुरक्षा एजेंसी, और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) से भी जु़ड़े हुए हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बिजली क्षेत्र के अलावा, कई सरकारी और रक्षा संगठन भी रडार पर थे।

हालांकि इस रिपोर्ट में मैलवेयर की वजह से हुई किसी गड़बड़ी का जिक्र नहीं किया गया था, लेकिन इसने 13 अक्टूबर, 2020 को मुंबई में बड़े पैमाने पर ब्लैकआउट का जिक्र है। जो कथित तौर पर पडघा के एक स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर में मैलवेयर इंसर्शन के कारण हुआ था। महाराष्ट्र के बिजली मंत्री नितिन राउत ने उस समय कहा था कि अधिकारियों को संदेह था कि कुछ अंदरूनी दिक्कत लंबे समय तक बिजली गुल रहने की वजह है।

बीते साल हुई इस घटना में दो घंटे तक मुंबई स्टॉक एक्सचेंज बंद रहा जबकि कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। साथ ही मुंबई, ठाणे और मावी के कुछ दफ्तरों को भी बंद कर दिया गया था।

पंचायत चुनाव में सबसे अहम मुद्दा आरक्षण: यूपी

हरिओम उपाध्याय   

लखनऊ। यूपी पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण लिस्ट का फाइनल ड्राफ्ट जिला पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने तैयार कर लिया है। जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, बीडीसी का आरक्षण तय कर दिया गया है। ग्राम पंचायत सदस्यों के आरक्षण का काम कुछ बचा है जो निर्धारित समय से पहले करा लिया जाएगा।

अफसरों ने जो आरक्षण लिस्ट तैयार की है, उसका जीओ के मुताबिक मिलान किया जा रहा है। जिला स्तरीय समिति की मुहर के बाद आरक्षण की फाइनल लिस्ट डीएम को भेजी जाएगी। पंचायती राज विभाग की मशीनरी कई दिन से जिला पंचायत, ग्राम प्रधान और ब्लॉक प्रमुख का आरक्षण तय करने की कवायद कर रही थी। बहुत जल्द जिला स्तरीय समिति के सामने आरक्षण की लिस्ट पेश की जाएगी। फाइनल सूची एक-दो दिन में डीएम के पास पहुंचेगी। डीएम की संस्तुति के बाद आरक्षण का प्रकाशन किया जाएगा। सभी आरक्षण लिस्ट दो मार्च को सार्वजनकि की जाएगी। इसके बाद अपत्तियां मांगी जाएगी और फिर उनका समाधान किया जाएगा। इसके बाद फाइनल आरक्षण लिस्ट जारी कर दी जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया 15 मार्च तक पूरी करनी है।

आरक्षण पर टिकी है सबकी निगाहें 
पंचायत चुनाव में सबसे अहम मुद्दा आरक्षण का है। सभी की निगाहे इस पर टिकी है। कौन सी सीट कहां आरक्षित हुई है, इसको लेकर उम्मीदवार अफसरों ने लेकर जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क कर रहे हैं। आरक्षण फाइलन होने के बाद चुनाव का शोर और तेज हो जाएगा। पीलीभीत के डीपीआरओ प्रमोद कुमार यादव बताते हैं कि  आरक्षण आवंटन का काम लगभग पूरी हो चुका है। मिलान भी लगभग पूरा हो चुका है। निर्धारित समय पर आरक्षण आवंटन की सूची सार्वजनिक की जाएगी। इसके बाद आपत्तियों मांगी जाएगी।

गड्ढों को भरना बाकी है अंधेरों को हरना बाकी है

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज वित्तीय वर्ष 2021—22 के लिए विधानसभा में बजट पेश किया। मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास के लिए सभी वर्गों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की है। सीएम ने बजट में गांव, गरीब, किसान के विकास पर जोर दिया है। वहीं राज्य की महत्वकांक्षी योजना राजीव गांधी न्याय योजना के लिए पांच हजार सात सौ तीन करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है।

बजट पेश करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक कविता ट्वीट किया। सीएम ने लिखा कि उन गढ्ढों को भरना बाकी है, उन अंधेरों को हरना बाकी है। भरेंगे वो सब गढ्ढे, उन्हीं पर राह बनाएँगे। हरेंगे वो सब अंधेरे, वहीं पर दीपक जलाएँगे।साथ है आपका, भरोसा है आपका, प्यार है आपका, आशीष है आपका। लेकर छत्तीसगढ़ महतारी का आशीर्वाद, थामकर एक दूसरे का हाथ, चलेंगे साथ।

वहीं बजट पेश करने से पहले मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा – वक़्त कितना भी मुश्किल हो, रफ़्तार नहीं थमने देंगे। चुनौतियां लाख हों, छत्तीसगढ़ को नहीं रुकने देंगे। आगे बढ़ेगा छत्तीसगढ़, गढ़ेंगे नवा छत्तीसगढ़।

यौन शक्ति को बढ़ाने के लिए गधे के मांस का भक्षण

पालूराम  

अमरावती। भारत में गदहा पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है। यही वजह है कि सरकार ने इसे विलुप्त होने वाले जानवरों की लिस्ट में रखा है। एक तरफ भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण यानी एफएसएसआई ने गधे को फूड एनीमल के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं कर यह संदेश दे दिया है कि इन्हें मारना अवैध है। वहीं, दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश के कई जिलों में लोग गदहों को मारकर उसका मांस खा रहे हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के सरकारी अधिकारी प्रदेश के कुछ जिलों में गधे के मांस के कथित सेवन की आशंका जता रहे हैं। कथित तौर पर लोग मान रहे हैं कि गदहा के मांस खाने से पीठ दर्द, अस्थमा ठीक होता है। एक पशु कल्याण कार्यकर्ता सुरबाथुला ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गदहे का मांस ज्यादातर प्रकाशम, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी और गुंटूर जिलों में खाया जाता है।

वही पशु कल्याण कार्यकर्ता सुरबाथुला ने कहा कि हर गुरुवार और रविवार को मांस की बिक्री होती है, जहां कुछ पढ़े-लिखे लोग भी इसे खरीदते हैं। माना जाता है कि इन मौकों पर कम से कम 100 गधों का वध किया जाता है। गदहे के मांस को बेचने के व्यापार से जुड़े लोग कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र से जानवरों की खरीद कर रहे हैं। इसके साथ थी पशु अधिकार कार्यकर्ता के अनुसार, गधे का मांस खाने की आदत प्रकाशम जिले के एक जगह से पहले शुरू हुई थी। एक समय में यह जगह चोरों का केंद्र हुआ करता था। एक मिथक यह था कि गधे के खून पीने से इंसान को इतनी ताकत मिलती है कि वह लंबे समय तक दौड़ सकता है, इसी वजह से यहां रहने वाले चोर गदहे को मारकर उसका खून पीते थे।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   

1. अंक-197 (साल-02)
2. मंगलवार, मार्च 02, 2021
3. शक-1983, फाल्गुन, कृष्ण-पक्ष, तिथि- तीज, विक्रमी संवत 2077। 

4. प्रातः 06:48, सूर्यास्त 06:21।

5. न्‍यूनतम तापमान -11 डी.सै., अधिकतम-29+ डी.सै.। 

6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110

http://www.universalexpress.page/

email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +91935030275                                        (सर्वाधिकार सुरक्षित)

रविवार, 28 फ़रवरी 2021

बैलेस्टिक मिसाइल को हवा में मार गिराने का दावा

रियाद। सऊदी अरब ने ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने रियाद की ओर आने वाली एक बैलेस्टिक मिसाइल को हवा में ही मार गिराने का दावा किया है। सऊदी अरब की तरफ से कहा गया है कि राजधानी रियाद को केंद्र में रखते हुए ईरानी विद्रोहियों ने ये मिसाइल दागी थी। जिसे हवा में ही नष्‍ट कर दिया गया। 

आपको बता दें कि सऊदी अरब हमेशा से ही अपने ऊपर हुए हमलों के लिए इन विद्रोहियों को जिम्‍मेदार ठहराता है। काफी से ये यमन में चल रहे आपसी संघर्ष में भी ये आमने-सामने आये हैं। नीत सैन्य गठबंधन की मानें तो ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों ने बैलेस्टिक मिसाइल के अलावा देश के जिजान प्रांत में तीन ड्रोन भी भेजे थे। ये ड्रोन विस्‍फोटक से भरे थे। एक अन्‍य ड्रोन को दक्षिण पश्चिमी शहर को निशाना बनाने के लिए लॉन्‍च किया गया था। हालांकि सऊदी अरब ने कहा है कि इन हमलों में किसी के हताहत होने की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। वहीं दूसरी तरफ अब तक इन हमलों के बारे में हुती विद्रोहियों की तरफ से भी कुछ नहीं कहा गया है।हालांकि, सऊदी अरब पर जारी एक टीवी न्‍यूज में कुछ फुटेज दिखाई गई। जिसमें हवा में कुछ संदिग्‍ध चीजों को उड़ते हुए दिखाया गया था। लोगों ने भी सोशल मीडिया में इस तरह के कुछ वीडियो साझा किए हैं। सऊदी नीत गठबंधन के प्रवक्ता कर्नल तुर्की अल मलीकी का कहना है कि हुती विद्रोही लगातार सऊदी अरब में अशांति फैलाने और लोगों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने में लगे हैं। रियाद में स्थित अमेरिकी दूतावास ने भी अपने नागरिकों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि वो सतर्क रहें। आपको यहां पर ये भी बता दें कि सऊदी अरब में इसी माह में दो बार अमेरिकी सैन्‍य ठिकानों पर रॉकेट से हमला किया जा चुका है। इसमें कुछ अमेरिकी सैनिक और स्‍थानीय कांट्रेक्‍टर भी हताहत हुए हैं। इसके बाद अमेरिका ने दो दिन पहले ही सीरिया में ईरान समर्थित आतंकियों पर ताबड़तोड़ बमबारी की थी। आपको यहां पर ये भी बता दें कि अमेरिकी प्रशासन ने यमन में शांति के लिए सऊदी अरब समर्थित गठबंधन को समर्थन न देने का एलान काफी पहले ही कर दिया था। बाइडन प्रशासन का कहना है कि वो ट्रप प्रशासन में सऊदी अरब के साथ हुई हथियारों की डील पर भी दोबारा विचार करेगी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही ओमान की खाड़ी में मौजूद इजराइल के पोत पर विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट के बाद सामरिक जलमार्गों पर पोतों की सुरक्षा को लेकर चिंता सामने आने लगी है।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...