शनिवार, 27 फ़रवरी 2021

96 हजार की डाउन पेमेंट में लें जाएं नेक्सन की कार

मात्र 96 हजार की डाउन पेमेन्ट में घर ले जाएं टाटा नेक्सन की ये कार, जानें कितनी है इसकी कीमत
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। साल की शुरुआत में ही कार कंपनियों ने अपने पैसेंजर सेगमेंट के दाम में बढ़ोत्तरी कर दी थी। कार कंपनियां समय-समय पर वाहनों के दाम में बढ़ोत्तरी करती रही है। ऐसे में नई कार खरीदना मुश्किल होता जा रहा है। वे लोग जो कि खुद की कार खरीदना चाहते हैं। लेकिन एकसाथ कार की पूरी कीमत चुकाने में असमर्थ होते हैं। उनके लिए फाइनेंस का विकल्प बेहतर माना जाता है।
महज कुछ डाउनपेमेंट करने के बाद कार को अपने नाम कर घर ले जाया जा सकता है। यही वजह है। कि कार कंपनियां ग्राहकों को फाइनेंस पर कार उपलब्ध करवाती हैं। अगर आप फाइनेंस पर कार खरीदने की सोच रहे हैं। टाटा की नेक्सन कार को खरीद सकते हैं।
आप इस कार के एक्स डीजल मॉडल को 96 हजार रुपये की डाउनपेमेंट के बाद घर ले जा सकते हैं।
इस कार की कुल कीमत 9,61,691 रुपये (ऑन रोड प्राइस, नई दिल्ली) है। 96 हजार रुपये की डाउनपेमेंट करने के बाद आपको पांच साल के लिए कुल 8,65,691 रुपये का लोन लेना होगा। इसपर 9.8 फीसदी की ब्याज दर लागू होगी।
आपको पांच साल में कुल 10,98,480 रुपये चुकाने होंगे जिसमें 2,32,789 रुपये ब्याज होगा। आपको हर महीने 18,308 रुपये ब्याज चुकाना होगा। अगर आप चाहते हैं। कि ईएमआई का बोझ हल्का हो तो 6 साल के लिए भी कार फाइनेंस करवा सकते हैं।
इस दौरान आपको कुल 11,48,400 रुपये का भुगतान करना होगा जिसमें 2,82,709 रुपये ब्याज होगा। इस दौरान आपको 6 साल तक कुल 15,950 रुपये ईएमआई का भुगतान करना होगा। वहीं अगर आप सात साल के लिए कार फाइनेंस करवाते हैं। तो आपको हर महीने कुल 14,282 रुपये ईएमआई का भुगतान होगा।

शिव मंदिर: रात में रुकने पर पत्थर के बन जाते है लोग

शिव का ऐसा मंदिर जहां रात में रुकने पर पत्थर के बन जाते है। लोग, जानिए क्या है। इसका सच
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत में कई ऐसी जगहें हैं। जहां रात को रूकना मना है। उन जगहों से जुड़ी कुछ मान्यताएं लोगों में खौफ पैदा करती हैं। इन जगहों को लोग भूतिया मानते हैं। और रात में उन जगहों पर रूकने से डरते हैं। अथवा उन जगहों पर रात में रुकने की मनाही होती है। ऐसी हैं। एक जगह भारत के राजस्थान में है। यह है बारमेड़ स्थित किराड़ू मंदिर, यहां लोगों के रात में रूकने की मनाही है। 
किराडू मंदिर अपनी बुरी कहानियों के लिए प्रसिद्ध तो है। लेकिन इस मंदिर की कलाकृतियां सदियों पुरानी हैं। यह भगवान शिव का मंदिर है। 11वी शताब्दी के शिलालेख इस मंदिर में आज भी मौजूद हैं। इसे लघु खजुराहो भी कहा जाता है। किराड़ू मंदिर अपने अंदर एक रहस्य समेटे हुआ है। इसके लिए विश्वभर में इसकी एक अलग ही पहचान है।
इस मंदिर के बारे में प्रचलित है। कि रात में जो भी इसमें ठहरता है। को पत्थर का बन जाता है। स्थानिय निवासियों का मानना है। कि इस मंदिर को एक ऋषी ने श्राप दिया था। जिसके कारण माना जाता है। कि जो भी रात में इस मंदिर में ठहरता हैं। वो पत्थर का बन जाता है। 
लोक मान्यताएं हैं। कि सदियों पहले एक ऋषी अपने शिष्यों के साथ किराडू मंदिर आए थे। साधु कुछ दिनों की तपस्या के लिए मंदिर छोड़कर गांव वालों के भरोसे अपने शिष्यों को छोड़कर गए थे। साधु को लगा कि जिस तरह से गांव वाले उनकी देखभाल करते हैं। उसी तरह उनके शिष्यों का भी ख्याल रखा जाएगा। साधु की उनुपस्थिति में शिष्यों का स्वास्थ्य खराब हो गया। लेकिन कोई भी गांव वाला उनकी सहायता करने नहीं आया। ऋषी जब अपनी तपस्या करके वापस लौटे तो उन्होंने अपने शिष्यों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। साधु को उनके शिष्यों ने बताया कि लोगों ने उनकी कोई सहायता नहीं कि जिस पर क्रोधित होकर साधु ने कहा कि यहां के लोग पत्थल दिल के हैं। वह इंसान बने रहने के योग्य नहीं हैं। इसलिए उन्होंने सबको पत्थर बन जाने का श्राप दे दिया। जिसके बाद गांव के सभी लोग पत्थर के बन गए।
पूरे गांव में केवल एक ही महिला था। जिन्होंने साधु के शिष्यों की मदद की थी। इसलिए साधु ने इस महिला को गांव छोड़कर कहीं चले जाने को कहा था। साथ ही साधु ने उस महिला को कहा था। कि वो गांव छोड़कर जाते समय पीछे मुंडकर ना देखे लेकिन कहा जाता है। कि उस महिला के मन में संदेह हुआ कि तपस्वी की बात सच भी है। या नहीं। इसीलिए उसने पीछे मुड़कर देखा जिसके कारण वह भी पत्थर की बन गयी। किराडू मंदिर से कुछ दूरी पर बसे सिहणी गांव में आज भी उस महिला की पत्थर की मूर्ति को देखा जा सकता है। जिसके कारण इस मंदिर की कहानी को सही माना जाता है।

राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने संत रविदास को दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने संत रविदास को दी श्रद्धांजलि
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद... उपराष्ट्रपति एम वेकैंया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संत-कवि रविदास को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
कोविंद ने ट्वीट कर कहा कि श्री गुरु रविदास जयंती के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं। गुरु रविदास जी ने सामाजिक समानता। एकता, नैतिकता तथा परिश्रमरत रहने के मूल्यों पर बल दिया। आइए। हम उनकी शिक्षाओं का पालन करते हुए समता, एकता और न्याय पर आधारित समाज तथा देश के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ें।
नायडू ने ट्विटर पर लिखा कि महान कवि-संत गुरु रविदास जी को उनकी जयंती पर आज मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। रविदास जी सार्वभौमिक भाईचारे में विश्वास करते थे। और उन्होंने अपनी रचनाओं तथा शिक्षाओं से एकता का संदेश फैलाया है। आज जब हम उन्हें याद कर रहे हैं। तो, उनकी शिक्षाओं का अनुसरण भी करें और संकल्प लें कि उनके दिखाए गए मार्ग पर चलेंगे।
मोदी ने कहा कि सदियों पहले संत रविदास द्वारा समानता, सद्भावना और करूणा पर दिया गया संदेश देश के लोगों को पीढ़ियों तक प्रेरित करेगा। उन्हें (संत रविदास को) उनकी जंयती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।
प्रधानमंत्री ने माघ पूर्णिमा के अवसर पर लोगों को बधाई भी दी।

देश में तीसरे दिन कोरोना के 16,488 नए मामले

देश में तीसरे दिन कोरोना के 16,488 नए मामले, 113 की मौत
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश में शनिवार को लगातार तीसरे दिन कोविड-19 के 16,000 से अधिक मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,10,79,979 हो गयी जबकि अब तक 1,07,63,451 लोग ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में संक्रमण के कुल 16,488 मामले आए।
संक्रमण से 113 और लोगों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1,56,938 हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,59,590 है। जो कि संक्रमण कुल मामलों का 1.44 प्रतिशत है। संक्रमण से अब तक 1,07,63,451 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिससे ठीक होने की दर 97.14 प्रतिशत हो गयी है। जबकि मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त में संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख और 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे।

पीछा करने वाले को सुनाई 22 महीने की सजा: एचसी

लड़की का पीछा करता था युवक, कोर्ट ने सुनाई ये सजा
कविता गर्ग  
ठाणे। महाराष्ट्र में ठाणे की एक विशेष अदालत ने एक लड़की का पीछा करने के जुर्म में 24 वर्षीय युवक को 22 महीने के सश्रम कारावास की सजा सुनायी। हाल ही में जारी आदेश में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर आर वैष्णव ने दोषी सुनील कुमार दुखीलाल जायसवाल पर 500 रुपये का जुर्माना भी लगाया।
अदालत ने सुनील को भारतीय दंड संहिता की धारा 354 डी (पीछा करना) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून के तहत दोषी करार दिया। अतिरिक्त लोक अभियोजक उज्ज्वला मोहोलकर ने अदालत को बताया कि युवक लगातार एक लड़की का पीछा करता था। लड़की के पिता ने जून 2016 में शिकायत दर्ज करायी थी।

अमेजोनिया-1 मिशन के लिए उल्टी गिनती शुरू

पीएसएलवी-सी51/अमेजोनिया-1 मिशन के लिए उल्टी गिनती शुरू

बेंगलुरु। पीएसएलवी- सी51/अमेजोनिया-1 मिशन को आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित करने के लिए उल्टी गिनती शनिवार को शुरू हो गई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने बताया कि पीएसएलवी-सी51 पीएसएलवी का 53वां मिशन है। इस रॉकेट के जरिए ब्राजील के अमेजोनिया-1 उपग्रह के साथ 18 अन्य उपग्रह भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। इस रॉकेट को चेन्नई से करीब 100 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपित किया जाएगा।
इस रॉकेट को प्रक्षेपित करने का समय 28 फरवरी सुबह 10 बजकर 24 मिनट है। जो मौसम की स्थिति पर निर्भर करता है। उल्टी गिनती सुबह आठ बजकर 54 मिनट पर शुरू हो गई। पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) सी51/अमेजोनिया-1 इसरो की वाणिज्य इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) का पहला समर्पित वाणिज्यिक मिशन है। अमेजोनिया-1 के बारे में बयान में बताया गया है। कि यह उपग्रह अमेज़न क्षेत्र में वनों की कटाई की निगरानी और ब्राजील के क्षेत्र में विविध कृषि के विश्लेषण के लिए उपयोगकर्ताओं को दूरस्थ संवेदी आंकड़े मुहैया कराएगा तथा मौजूदा ढांचे को और मजबूत बनाएगा।

कुत्तों को खाना खिलाने का विवाद पहुंचा हाईकोर्ट

कुत्तों को खाना खिलाने का विवाद पहुंचा कोर्ट, जानिए फिर अदालत ने क्या कहा।
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) से, आवारा कुत्तों को खिलाने को लेकर राष्ट्रीय राजधानी के वसंत कुंज के एक सेक्टर के निवासियों और पशु प्रेमियों के बीच विवाद के मामले में दखल देने को कहा है। अदालत ने एडब्ल्यूबीआई को उन स्थानों को चिह्नित करने को कहा है। जहां पर कुत्तों को खिलाया जा सकता है। ताकि आसपास के क्षेत्र में शांति और सद्भाव की स्थिति कायम रहे। 
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह ने वसंत कुंज के ई-2 ब्लॉक के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) द्वारा डाली जा रही अड़चन के खिलाफ पशु प्रेमियों द्वारा दाखिल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। अधिवक्ता अभीक चिमनी द्वारा दाखिल याचिका में अदालत को बताया गया कि जब भी वे सड़कों पर रहने वाले कुत्तों को खाना देने का प्रयास करते हैं। तो स्थानीय निवासी इसमें रुकावट डालते हैं। न्यायमूर्ति सिंह ने कहा कि उच्च न्यायालय ने 2009 में एक आदेश में एडब्ल्यूबीआई को कुत्तों को खाना देने के लिए कॉलोनियों में जगह चिह्नित करने का निर्देश दिया था। अदालत ने कहा ऐसा प्रतीत होता है। कि स्थान चिह्नित करने पर सहमति नहीं बन पायी। आरडब्ल्यूए को आशंका है। कि ब्लॉक के खुले क्षेत्र में बच्चे और बुजुर्ग निवासी भी घूमते-टहलते हैं। इससे उन्हें दिक्कतें हो सकती हैं।
अदालत ने निर्देश दिया कि, क्षेत्र में शांति और सद्भाव कायम रखने के लिए एडब्ल्यूबीआई 8 मार्च को दो प्रतिनिधियों को भेजकर आरडब्ल्यूए और याचिकाकर्ताओं के साथ बैठक करेगा। बैठक के दौरान निवासियों से बात कर कुत्तों को भोजन देने के लिए ऐसे स्थान को चिह्नित किया जाएगा जहां पर बच्चे, वरिष्ठ नागरिक नहीं आते-जाते। इस निर्देश के साथ अदालत ने पशुप्रेमियों की याचिका का निपटारा कर दिया।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...