गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021

ब्राह्मणवाद का जाल देश में धर्म के नाम पर फैलाया

मेरठ। बहुजन मुक्ति पार्टी के पश्चिमांचल महासचिव और मेरठ मंडल अध्यक्ष ने दक्षिण विधानसभा मेरठ के गांवों की ओर चलो अभियान मैं दौरा करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि आज चारों और ब्राह्मणों का जाल पूरे देश में धर्म वाद और हिंदुत्व के नाम पर फैलाया जा रहा है। जिस पर आज तक इंसानियत और मानवता को सबसे बड़ा खतरा है। मानवता और इंसानियत के लिए भारत ही नहीं विश्व प्रसिद्ध डॉक्टर बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान है। लेकिन ब्राह्मणों के षड्यंत्र के द्वारा भारतीय लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश जोरों पर चल रही है। यदि अंध भक्तों से मुसलमान और पाकिस्तान का नाम ना लेने की बहस में शर्त रखें तो उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। आज देश में पूर्णतया बेरोजगारी समानता अशिक्षा लूट मारी हत्याएं,  रेप आदि घटनाएं जोरों पर सामने आ रही हैं। किसान  क्र्रिश 3 कृषि काले नहीं घोर अंधकार में काले कानून है। जो गरीब मजदूर मजलूम किसान सबके लिए हानिकारक ही सिद्ध होंगे। भारत के टुकड़े करने में ब्राह्मणजाल षड्यंत्र का कार्य था। जिसमें गांधी और जवाहरलाल नेहरू की मुख्य भूमिका थी। मुक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय बीएल मातंग साहब और बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय वामन मेश्राम साहब की एक अखबार पर यदि अमल किया जाए और सोचा समझा और सुना जाए तो सबको जानकारी और सच्चाई का पता लग सकता है। दुनिया मे सबसे बडी समस्या गुलामी होती है। गुलामी से हजारों समस्याएं निर्माण होती है। जिन लोगों ने भारत पाकिस्तान का बटवारा करवाया, उन लोगों ने विभाजन का ब्लेम मुसलमानों पर लगाया। लखनऊ समझौते के तहत मुसलमानों को 33% रिजर्वेशन था और उस में 22.5% SC ST के लोग मिल जाए तो 55% होता है। डेमोक्रेसी में 55% रूलर होता है। उसमें ओबीसी मिल जाए तो 100% शासन हमारा है। डिवाइड करना जरूरी था। डिवाइड करने के बाद उन्होंने सोचा कि आरोप हमारे ऊपर नहीं लगना चाहिए। मुसलमान देश के बटवारे के लिए जिम्मेदार है। ऐसा निरंतर प्रचार किया और मुसलमानों को उसी समय से दुश्मन बनाना शुरू कर दिया कि देश का दुश्मन/ देश द्रोही मुसलमान है, ऐसी मानसिकता एससी एसटी ओबीसी की बनाई गई। लेकिन अगर भारत पाकिस्तान का विभाजन क्यों हुआ। यह चर्चा का विषय बन गया कि भारत का विभाजन करने वाले कौन हैं ? इस चर्चा को दबाने के लिए उन्होंने गांधी की हत्या की। भारत विभाजन की चर्चा बंद हो गई और नई चर्चा शुरू हो गई कि गांधी की हत्या क्यों हुई ? यह नई चर्चा शुरू हो गई। शायद आपको मालूम नहीं होगा कि गांधी की हत्या से पहले नाथूराम गोडसे का सुन्नत (खतना) हुआ। सोलापुर के मुड़े हॉस्पिटल में सुन्नत करवाया था कि गांधी की हत्या होगी और पब्लिक उसका हुलिया बिगाड़ देगी तो अगर उसकी शिनाख्त होगी तो पता चलेगा कि यह मुसलमान है तो मुसलमानों का कत्लेआम कराना आसान हो जाएगा। ऐसा ही हुआ गांधी जी की हत्या करने के बाद उसकी शिनाख्त करने के बाद पब्लिक में अफवाह फैल गई कि गांधीजी की हत्या किसी मुसलमान ने की और मुसलमानों का कत्लेआम आरएसएस के लोगों ने करवाया। 3 घंटे बाद बीबीसी ने डिक्लेअर किया कि एक मराठी ब्राह्मण ने गांधीजी को मारा तब तक 3 घंटे तक कत्लेआम चलता रहा। भारत विभाजन को दबाने के लिए साढे 3 घंटे कत्लेआम चलता रहा और मुसलमानों में अपराध बोध की भावना निर्माण की गई कि विभाजन का जिम्मेदार मुसलमान है।
विभाजन के वक्त मुसलमानों का क्या हाल किया मैं थोडे आंकड़े बताऊंगा। 7 लाख मुसलमान भारत में अपना घर बार छोड़कर गए। 7 लाख घर खाली कराए गए। इसमें से एक भी घर एससी एसटी ओबीसी को अलॉट नहीं किया और जो भी सिंधी, पंजाबी भारत में आए उनको 7 लाख घर का बटवारा किया। मुसलमानों की प्रॉपर्टी अपर कास्ट के लोगों में बटवारा किया। 70 लाख एकड़ जमीन मुसलमान भारत में छोड़ कर गए थे। उनका अपर कास्ट के लोगों में बटवारा किया, वह जमीन मूल निवासियों को नहीं दिया। जो लोग कहते हैं कि 55 करोड गांधी ने पाकिस्तान को दिया इसलिए गांधी की हत्या हुई। आपको शायद मालूम नहीं है कि जनरल केटेगरी के जो लोग पाकिस्तान से यहां आए सिंधी और पंजाबी लोगों को 91 करोड़ एलॉटेड किया गया। जिसकी आज तक चर्चा नहीं हुई। पाकिस्तान से आने वाले जनरल केटेगरी के 22000 लोगों को भारत सरकार में नौकरियां मिली और मूल निवासी एससी एसटी ओबीसी के आदमी पाकिस्तान से आए। उनमें 204 लोगों को नौकरियां मिली। 60000 लोगों को दिल्ली में बसाया गया। जो सिंधी और पंजाबी थे। बड़े शहरों में डवलपड एरिया में बसाया गया और एससी एसटी ओबीसी।

अभियुक्तों के विरूद्व, धारा 302, 120बी पंजीकृत

मोमीन अहमद 
बागपत। थाना छपरौली पुलिस को जरिये मुखबिर द्वारा सूचना मिली की कुछ बदमाश संजीव फौजी पुत्र गणेशी निवासी ग्राम लूम्ब थाना छपरौली को मारने की फिराक से धूम रहे है। इस सूचना पर शाम समय करीब 17ः40 बजे मुखबिर की सूचना पर बाद पुलिस मुठभेड जंगल ग्राम लूम्ब धसौली नहर पटरी रोड से अभियुक्त 1-दीपक उर्फ काला पुत्र कृष्णपाल निवासी ग्राम हिलवाडी थाना बडौत जनपद बागपत 2-मोनू पुत्र बिल्लू निवासी ग्राम हिलवाडी थाना बडौत जनपद बागपत 3-संजीव उर्फ काला पुत्र सुरेशपाल निवासी ग्राम हेवा थाना छपरौली जनपद बागपत को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त मोनू व संजीव उर्फ काला के कब्जे से 2 तमंचे 315 बोर मय 2 जिंदा व 2 खोखा कारतूस नाजायज बरामद किये गये है। इस सम्बन्ध में थाना छपरौली पर अभियुक्तों के विरूद्व, धारा 115, 302, 120बी भादवि पंजीकृत किया गया था। पूछताछ पर अभियुक्त दीपक ने बताया कि उसने अपना तमंचा मय कारतूस जंगल ग्राम धसौली नहर पटरी पर छिपा दिये है। जिन्हे स्ययं चलकर बरामद करा सकता हूँ। थानाध्यक्ष छपरौली मय फोर्स के वाउम्मीद अवैध असलाह अभियुक्त दीपक को लेकर सुबह समय करीब 09ः54 बजे जंगल ग्राम लूम्ब धसौली नहर पटरी के पास खेत पर आये। जहां अभियुक्त दीपक ने छुपाया हुआ लोडिड तमंचा निकाला और जान से मारने की नियत से पुलिस पार्टी पर फायर किया। जो थानाध्यक्ष छपरौली हेमेन्द्र बालियान की बुलेट प्रुफ जैकेट में लगा। पुलिस पार्टी द्वारा आत्मरक्षार्थ की गई फायरिंग में अभियुक्त दीपक के दाहिने हाथ में गोली लगने से घायल हो गया। जिसे उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया है। अभियुक्त के कब्जे से 1 तमंचा 315 बोर मय 1 जिंदा व 1 खोखा कारतूस नाजायज बरामद किया गया है। अभियुक्त के विरूद्व थाना छपरौली पर विधिक कार्यवाही की जा रही है। अभियुक्त दीपक के विरूद्व जनपद बागपत के थाना बडौत पर हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी आदि संगीन धाराओ के करीब आधा दर्जन अभियोग पंजीकृत है। गिरफ्तार अभियुक्त दीपक ने पूछताछ पर बताया कि वह वर्ष 2019 में थाना बडौत क्षेत्रान्तर्गत ग्राम हिलवाडी में हुई प्रविन्द्र उर्फ धोलू पुत्र वीरसैन के हत्या के अभियोग (मु0अ0सं0 120/2019 धारा 302 भादवि) में जेल गया था। इसी दौरान जेल में उसकी मुलाकात गांव लूम्ब के प्रदीप पुत्र गणेशी व इसकी पत्नी अनुपमा व इसके दोनो बेटो 1-अंकुर 2-सचिन से हुई। प्रदीप ने बताया कि उसने जमीनी विवाद के चलते अपने छोटे भाई सुधीर की हत्या कर दी थी। सुधीर की हत्या के के अभियोग धारा 302, 201भादवि) की पैरवी प्रदीप का छोटा भाई संजीव फौजी कर रहा था। जो 2 माह पहले ही पेंषन आया है। मुकदमें की पैरवी से अलग हटाने के लिए संजीव की हत्या की सुपारी 2 लाख रूपये में दीपक को देना तय किया था और यह भी बताया था कि हत्या के लिए असलाह मेहरबान पुत्र इब्राहिम निवासी पांची थाना चांदीनगर उपलब्ध करा देगा। अभियुक्त दीपक 03 महीने पहले ही जमानत पर आया। प्रदीप जेल से ही लगातार संजीव की हत्या के लिए दीपक से सम्पर्क बनाये हुए था। जेल से अनुपमा जमानत पर आने के बाद ही देवर संजीव की हत्या के लिए अपराधियों व असलाह को एकत्रित किया था। योजना के अनुसार संजीव की हत्या के लिए दीपक ने अपने साथियों मोनू व संजीव को योजना से अवगत कराते हुए साथ लिया तथा दीपक व मोनू ने मेहरबान से 3 तमंचे संजीव की हत्या के लिए लेकर आये। दिनांक 23.02.2021 को प्रदीप की पत्नी अनुपमा ने संजीव की हत्या के लिए तीनों अभियुक्तों 1-दीपक, 2-मोनू, 3-संजीव को 5 हजार रूपये व 315 बोर के कारतूस उपलब्ध कराये।

हापुड़ः रोड पर पैसे लेते हुए ड्राइवर की वीडियो वायरल

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। एक तरफ जहां जनपद के कप्तान नीरज कुमार जादौन पूरे सिस्टम को सुधारने में दिन रात मेहनत कर रहे हैं। जगह-जगह थाना क्षेत्रों में पैदल गस्त कर पुलिस कर्मियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। लेकिन वही कुछ पुलिसकर्मी हापुड़ पुलिस का नाम गंदा करने में जुटे हैं।
मामला जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ का है। जहां पुलिस की गाड़ी पर तैनात ड्राइवर प्रमोद यादव का सोशल मीडिया पर एक वीडियो बड़े ही तेजी से वायरल हो रहा है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। कुछ पुलिसकर्मी किस कदर हापुड़ पुलिस का नाम धूमिल करने में जुटे हैं। हापुड़ कप्तान लगातार पुलिस कर्मियों के साथ मीटिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं।

डाटाबेस फीड कराये जाने के संबंध में बैठक आयोजित

कौशाम्बी। जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को कलेक्टेट स्थित सम्राट उदयन सभागार में पंचायत चुनाव को सकुशल एवं शान्तिपूर्ण ढंग से संपन्न कराये जाने हेतु जनपद स्तरीय सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का डाटावेस नाम फीड कराये जाने के संबंध में बैठक आयोजित की।बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित करते हुए कहा है, कि अपने अधीनस्थ कार्यरत ऐसे कर्मचारी एवं संविदा कर्मी जिनका नाम एनआईसी कार्यालय में फीड नही है। उनका डाटावेस नाम जिला सूचना विज्ञान कार्यालय में तत्काल फीड करायें। साथ ही साथ उन्होंने ऑगनबाड़ी कार्यर्त्रियों एवं रोजगार सेवकों का भी डाटा फीड कराये जाने का निर्देश संबंधित अधिकारी को दिया है। जिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारी को किसी भी प्रकार का अवकाश नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी एंव कर्मचारीगण बिना किसी हीला हवाली के चुनाव प्रक्रिया में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी मनोज, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीएन चतुर्वेदी, मुख्य कोषाधिकारी मनोज त्रिपाठी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी रवीन्द्र जायसवाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
सुशील केसरवानी

भाजपा सरकार ने युवा विरोधी सोच का परिचय दिया

बृजेश केसरवानी  
प्रयागराज। विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव ने विधान परिषद मे कहा, कि प्रयागराज में बेरोजगार छात्र छात्राओं के शांति पूर्ण प्रदर्शन पर सरकार के इशारे पर बर्बर लाठी चार्ज करके युवा विरोधी सोच का परिचय दिया है। विधान परिषद में यह बात बासुदेव यादव एम एल सी ने जोरदार ढंग से उठाई। यादव ने कहा कि मुख्य मंत्री के स्पष्ट वादे के खिलाफ अभी तक पाँच लाख से अधिक रिक्त पदों पर विज्ञापन तक नहीं निकाला गया।बेरोज़गारों के सितम्बर 2020 के आंदोलन के समय यह वादा किया गया था। नौकरियाँ तो दूर, नौकरी की माँग करने पर लाठी और जेल भेजा जा रहा है। सरकार तत्काल रिक्त पदों का विज्ञापन निकाले , गिरफ़्तार छात्रों को रिहा करे। सरकार ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। समाजवादी पार्टी द्वारा गत दिवस इसी मुद्दे और पिछड़े समुदाय को भर्तियों मे धांधली कर बड़े पैमाने पर नौकरी से बाहर कर दिया था। जिसको लेकर विधान परिषद सदस्य बासुदेव यादव,प्रदेश प्रवक्ता निधी यादव,महानगर अध्यक्ष इफ्तेखार हुसैन,महानगर महासचिव रवीन्द्र यादव,महानगर मीडिया प्रभारी अस्करी सहित सैकड़ो अधिवक्ताओं महिलाओं व पिछड़े समाज के लोगों ने लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर गेट बन्द कर धरना दिया था और मांग पत्र सौंप कर उच्चस्तरिय जाँच के साथ दोशीयों को चिन्हित करने को मांग पत्र भी सौंपा था। इसी मुद्दे को लेकर बासुदेव यादव ने विधान परिषद में ज़ोरदार ढ़ंग से आवाज़ बुलन्द की कहा न्याय नही मिला तो अब छात्र छात्राओं पर हुए पुलिसया दमन और अभिव्यक्ति की आवाज़ को दबाने वालों के विरुद्ध सड़को पर उतर कर विरोध होगा।

धूमधाम से मनाया भगवान विश्वकर्मा का जन्म उत्सव

 बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। भगवान विश्वकर्मा के अवतरण दिवस पर विश्वकर्मा पांचाल ब्राह्मण प्रयागराज के तत्वाधान में भगवान विश्वकर्मा का जन्म उत्सव कार्यक्रम कीडगंज स्थित विश्वकर्मा मंदिर में किया गया। इस अवसर पर विश्वकर्मा समाज के लोगों ने भगवान विश्वकर्मा की पूजन अर्चन करते हुए संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री गणेश केसरवानी ने उपस्थित विश्वकर्मा समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान विश्वकर्मा पूरी सृष्टि के निर्माण कर्ता है और उन्हें आदर्शों पर चलते हुए संपूर्ण विश्वकर्मा समाज आज हर बिगड़ी चीज को एक सही दिशा देने का काम करता है। मिटाने का काम तो कोई भी कर सकता है। लेकिन बनाने का काम अगर कोई करता है तो विश्वकर्मा समाज के लोग करते हैं और इस देश के निर्माण में इस समाज की बहुत बड़ी भूमिका है। जिसे कोई भूल नहीं सकता क्योंकि निर्माणकर्ता का नाम ही विश्वकर्मा समाज है। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिश्चंद्र विश्वकर्मा एवं संचालन अजय विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर राजेश केसरवानी, राजन शुक्ला, अभिषेक कुमार, अमरनाथ विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, मनु विश्वकर्मा, पंकज विश्वकर्मा, उर्मिला विश्वकर्मा, शिवदत्त विश्वकर्मा सहित सैकड़ों विश्वकर्मा समाज के लोग उपस्थित रहे।

संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक संपन्न हुई

सम्भागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। मण्डलायुक्त रमेश कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को कैम्प कार्यालय में सम्भागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में प्राधिकरण के द्वारा देहात क्षेत्रों में सीएनजी ईधन से युक्त वाहनों को बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रदूषण को देेखते हुए देहात क्षेत्रों में भी सीएनजी युक्त वाहनों को प्रोत्साहित किया जाये। इससे होने वाले प्रदूषण और आर्थिक खर्च को कम किया जा सकता है। साथ ही साथ सीएनजी ईधन युक्त वाहन पर्यावरण हितैषी भी है। मण्डलायुक्त ने नगरीय क्षेत्र में सीएनजी ईधन से संचालिन टेम्पों-टैक्सी/ऑटो रिक्शा के परमिटों के जारी किए जाने के सम्बंध में पंजीकृत ई-रिक्शा की संख्या, नगरीय सीमा में लग रहे जाम की स्थिति व परिमट जारी किए जाने की आवश्यकता के सम्बंध में आंकलन किए जाने हेतु गठित समिति की रिपोर्ट पर विचार किया। बैठक में फतेहपुर-कड़ा मार्ग पर मंजिली गाड़ियों हेतु जारी परमिट पर विचार किया गया। जारी परमिटों में से 6 परमिट धारक ऐसे है। जिन्होंने अभी तक परिवहन विभाग में अपना रजिस्टेªशन नहीं कराया है। प्राधिकरण ने ऐसे परमिट धारकों को वाहनों के रजिस्टेªशन हेतु 6 माह का अतिरिक्त समय दिया है। इसके बाद भी यदि परमिट धारक अपना रजिस्टेªशन नहीं कराते है तो ऐसे लोगो को जारी की गयी परमिट को निरस्त करने के लिए कहा है। बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर अशोक कुमार कनौजिया, सम्भागीय परिवहन अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...