हालांकि अभी तक बिटकॉइन खरीदने वालों ने इसे सोने जैसे जिंस की तरह ही इस्तेमाल किया है, क्योंकि अभी इसे सेवा या सामान के बदले कुछ ही जगहों पर स्वीकार किया जाता है। मंगलवार को सुबह 10 बजे से पहले कम-से-कम छह बार बिटकॉइन 50 हजार डॉलर के पार गया।
ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अब तक लगभग 1600 करोड़ रुपये राम मंदिर निर्माण के लिए मिल चुके हैं। ट्रस्ट की ओर से जो चंदा इकट्ठा करने अभियान को ‘निधि संकल्प संग्रह’ का नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत पांच लाख से ज्यादा गांवों के 12 करोड़ से ज्यादा परिवारों तक पहुंचने का टारगेट है। 27 फरवरी तक चलने वाले इस चंदा अभियान की हर रोज समीक्षा की जा रही है। चंदे के लिए ट्रस्ट की ओर से गठित टोलियों को चेक या ट्रस्ट के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने का ऑप्शन दिया गया है। पिछले दिनों चंपत राय (महासचिव, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट) ने बताया था कि 1 लाख 50 हजार टोलियां मंदिर निर्माण के धन संग्रह अभियान में लगी हुई हैं। चंपत राय के मुताबिक, देश के पांच बड़े इंजीनियरिंग संस्थान, भवन निर्माण और भू-गर्भ के अध्ययन से जुड़ी संस्थाओं के वैज्ञानिकों ने मंदिर की नींव और धरती के नीचे का अध्ययन किया है। नींव के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है। 39 महीने में मंदिर बन जाएगा।