गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

सावधान: कुवैत ने विदेशी लोगों पर लगाया प्रतिबंध

कुवैत सिटी। कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए एक नया प्रयास कर रहा है। जिसके तहत वह दो सप्ताह की अवधि के लिए देश में दूसरे देशों के निवासियों के प्रवेश को रोक देगा। एक सरकारी प्रवक्ता ने यहां इसकी घोषणा की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार शाम को कुवैत सरकार की बैठक के बाद सरकारी प्रवक्ता तारेक अल-मेजरेम ने इस बारे में घोषणा की। कुवैत में करीब 9 लाख 60 हजार भारतीय रहते हैं। माना जा रहा है कि इस यात्रा बैन का उनपर असर पड़ेगा। बैठक सार्वजनिक स्वास्थ्य की स्थिति और नवीनतम घटनाओं पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी। दो सप्ताह का प्रतिबंध 7 फरवरी से शुरू होगा। इसके अलावा, सरकार ने सभी व्यावसायिक गतिविधियों को रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक निलंबित करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि दवाई कंपनियों और किराने की दुकानों को छोड़कर यह समय अवधि लागू है। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स क्लब, जिम, सैलून और स्पा सेंटर में सभी गतिविधियों को भी फिलहाल रोक दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान राष्ट्रीय दिवस सहित सभी उत्सव गतिविधियों को प्रतिबंधित किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुवैत में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 167,410 हो गई है। जबकि इस महामारी से यहां 961 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले सऊदी अरब ने भारत-पाकिस्‍तान समेत 20 देशों को बड़ा झटका दिया है। सऊदी अरब की सरकार ने मंगलवार को इन देशों से लोगों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया। सऊदी अरब ने कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए यह प्रतिबंध लगाया है। हालांकि इस यात्रा प्रतिबंध में राजनयिकों, सऊदी नागरिकों, डॉक्‍टरों और उनके परिवार को छूट दी गई है। सऊदी अरब के इस प्रतिबंध से कई भारतीय प्रभावित हो सकते हैं जो सऊदी अरब में काम करते हैं। सऊदी सरकार ने कहा क‍ि यह प्रतिबंध अल्‍पकालिक है और बुधवार रात 9 बजे से यह यात्रा प्रतिबंध लागू होगा। यह प्रतिबंध पड़ोसी म‍िस्र, यूएई, लेबनान, जर्मनी, ब्रिटेन, आयरलैंड, इटली, अमेरिका आदि शामिल हैं। इस यात्रा प्रतिबंध में कहा कि सऊदी अरब सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि इन देशों के साथ सप्‍लाइ चेन बनी रहे और जहाजों का आना-जाना जारी रहे।

मुखिया कुख्यात हक्कानी नेटवर्क के साथ संबंध

वाशिंगटन डीसी। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस की ओर से जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आतंकवादी संगठन आईएसआईएल-के का नया नेता शिहाब अल-मुहाजिर भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका में आतंकवादी गतिविधियों के अभियानों का प्रमुख है और बताया जाता है कि उसका जुड़ाव पहले कुख्यात हक्कानी नेटवर्क के साथ रहा है।

इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लेवांत- खोरासान (आईएसआईएल-के) को लेकर महासचिव की 12वीं रिपोर्ट में बताया गया है कि आईएसआईएल-के के पास अफगानिस्तान के विभिन्न प्रांतों में 1,000 से 2,200 लड़ाके हैं। यह संगठन आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) और दइश के नाम से भी जाना जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआईएल-के अफगानिस्तान के नंगरहार और कुनार समेत अन्य प्रांतों में हमले जारी रखे हुए है। रिपोर्ट में कहा गया कि आईएसआईएल-के को इन प्रांतों के बड़े इलाकों पर कब्जा करने की कोशिश में चुनौतियां तो मिल रही हैं लेकिन इस संगठन ने यहां कई हमलों की जम्मेदारी ली है।

संगठन ने मई में काबुल के प्रसूति अस्पताल, अगस्त में जलालाबाद शहर के जेल पर हमले, नवंबर में काबुल विश्वविद्यालय पर हमले और दिसंबर में नंगरहार प्रांत में एक महिला पत्रकार की हत्या समेत कई हमलों की जिम्मेदारी ली है। रिपोर्ट में कहा गया कि आईएसआईएल-के के पास अभी अफगानिस्तान के कई प्रांतों में 1,000-2,200 के बीच लड़ाके होने का आकलन किया गया है और संगठन द्वारा काबुल और अन्य प्रांतों की राजधानियों में हमले करने की आशंका है।

शिहाब अल-मुहाजिर को जून 2020 में इस समूह का नया नेता बनाया गया और वह कथित तौर पर अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भारत, मालदीव, पाकिस्तान, श्रीलंका, मध्य एशिया के देशों में आतंकी अभियानों का नेतृत्व करता है। ऐसा कहा गया है कि इससे पहले वह हक्कानी नेटवर्क से जुड़ा था। वाशिंगटन के ‘इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर के अनुसार हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान के सुरक्षा प्रतिष्ठानों में से कुछ लोगों का समर्थन हासिल है और यह अफगानिस्तान में लंबे समय से आतंकवादी संगठन के रूप में काम करता रहा है।

आतंकवादियों के चंगुल से छुड़ाए अपने सैनिक

इस्लामाबाद/ तेहरान। पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया है। इस बार ईरान ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकियों को मारा है और अपने दो सैनिकों को मुक्त करा लिया। इसके साथ ही ईरान तीसरा देश बन गया है। जिसने पाकिस्तान की सीमा के अंदर जाकर आतंकियों को मारा है। इससे पहले अमेरिका और भारत ने ऐसा किया है। सर्जिकल स्ट्राइक को मंगलवार रात अंजाम दिया गया। सूत्रों ने बताया कि इस ऑपरेशन में कई पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं, जो आतंकवादियों को कवर फायर दे रहे थे।ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान के काफी अंदर जाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया है। इसमें उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे से अपने दो सैनिकों को भी छुड़ा लिया है। IRGC से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ईरान के सैनिकों ने पाकिस्तान के अवैध रूप से कब्जाए गए बलोचिस्तान में घुसकर जैश अल-अदल के कब्जे से अपने सैनिकों को मुक्त कराया है।  रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की ओर से जारी आधिकारिक बयान में भी इसकी पुष्टि कर दी गई है और कहा गया है कि खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान के अंदर जाकर अपने सैनिकों को आजाद करा लिया है। बयान में कहा गया है, ”आतंकी समूह की ओर से अगवा किए गए दो बॉर्डर गार्ड्स को मुक्त कराने के लिए मंगलवार को सफलतापूर्वक इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है।” जैश उल-अदल या जैश अल-अदल एक सलाफी जिहादी आतंकी संगठन है जो मुख्यतौर पर दक्षिणी-पूर्वी ईरान में सक्रिय है। यह आतंकवादी संगठन ईरान में नागरिक और सैन्य ठिकानों पर कई हमले कर चुका है। बलूचिस्तान में निर्दोष लोगों के नरसंहार के लिए इस आतंकी संगठन को पाकिस्तानी सेना से पूरा समर्थन मिलता है। IRGC के सूत्रों ने बताया कि मुक्त कराए गए ईरानी बॉर्डर गार्ड्स के जवानों को 2018 में अगवा किया गया था और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह ने पाकिस्तान में तब से बंधक बना रखा था। अब सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए उन्हें छुड़ा लिया गया है।

विकास खण्ड स्तर पर शिविर का आयोजन: डीएम

दिव्यांग जन को उनके आवश्यकता के अनुसार निःशुल्क कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण प्रदान करने के उद्देश्य से विकास खण्ड स्तर पर शिविर का आयोजन- जिलाधिकारी
संदीप मिश्र   
बरेली। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया है कि दिव्यांग जन को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं/कार्यक्रमों को प्रचार-प्रसार एवं दिव्यांग जन को उनके आवश्यकता के अनुसार निःशुल्क कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण प्रदान करने के उद्देश्य से विकास खण्ड स्तर पर दिनांक 9 फरवरी से 12 फरवरी 2021 तक वृहद चिन्हांकन/वितरण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिनांक 9 फरवरी 2021 को विकास खण्ड खलीलाबाद, बघौली, सेमरियांवा, नगर पालिका खलीलाबाद, नगर पंचायत मगहर के दिव्यांगजन कमरा न0-33 संयुक्त जिला चिकित्सालय संत कबीर नग में, दिनांक 10 फरवरी 2021 को विकास खण्ड मेंहदावल, बेलहर कला, सांथा के दिव्यांगजन विकास खण्ड परिसर मेंहदावल में, दिनांक 11 फरवरी 2021 को विकास खण्ड हैंसर बाजार, नाथनगर, पौली, नगर पंचायत हरिहरपुर के दिव्यांग जन विकास खण्ड परिसर नाथनगर में तथा दिनांक 12 फरवरी 2021 को उक्त कैम्पों से छूटे दिव्यांगजनों हेतु विकास भवन परिसर खलीलाबाद में उपस्थित होकर योजना का लाभ ले सकते है।
कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण योजनान्तर्गत दिव्यांगजनों को उनकी आवश्यकता के अनुसार सहायक उपकरण जैस-ट्राई साइकिल, व्हीलचेयर, बैशाखी, श्रवण यंत्र, वाकर, अंध छड़ी, बनवटी अंग कैलीपर्स, कृत्रिम हाथ पैर आदि का चिन्हांकन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आवेदक को उक्त शिविर में मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा निर्गत दिव्यांगता प्रमाण पत्र (40 प्रतिशत से अधिक), आधार कार्ड, जनप्रतिनिधि/सक्षम अधिकारी से निर्गत आय  प्रमाण पत्र ( ग्रामीण क्षेत्र के लिए रू0 46080 वार्षिक तथा शहरी क्षेत्र के लिए रू0 56460 वार्षिक), जाति प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट साइज के फोटो शिविर में लाना अनिवार्य होगा।

यूपी में कब शुरू होगी कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई ?

जानिए यूपी में कब से शुरू होगी कक्षा 6 से 8 तक की पढ़ाई , सीएम योगी ने जारी किए निर्देश
हरिओम उपाध्याय   
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कैरियरताज़ा राष्ट्रीय शिक्षा देश में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात अब नियंत्रण में है। इसके कारण, अब ज्यादातर ने स्कूल खोलने का फैसला किया है। कई राज्यों ने पहले ही कक्षा 10 से 12 तक के स्कूल खोले दिए थे। कोरोना का असर राज्य में कम होते देख उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल खोलने का निर्देश भी नए सिरे से जारी कर दिया है।
सीएम योगी ने दिए निर्देश...
यूपी के योगी सरकार स्कूलों को पुराने ढर्रे पर लाने स्टूडेंट की ऑफलाइन शिक्षा की तैयारी में जुट गई है।मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर सीएम योगी ने कोविड अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा में 10 दिन में कक्षा 6 से 12 तक के स्कूल खोलने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। सीएम ने मंगलवार को इन कक्षाओं के संचालन के लिए अधिकारियों को आंकलन करने की जिम्मेदारी सौंपी है। सीएम योगी अपने सरकारी आवास पर अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री का रुख देखकर माना जा रहा है कि 12 फरवरी से उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल खुल जाएंगे।
नवंबर से शुरू हुईं थी, क्लास 9 से 12 तक की कक्षाएं
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के कारण 15 मार्च 2020 से प्रदेश में परिषदीय स्कूलों में कक्षाओं का संचालन नहीं हो रहा है। कक्षा 9 से 12 तक का संचालन नवंबर 2020 से शुरू हो गया था।
हर स्थिति के आंकलन के बाद हो कक्षाओं का संचालन-योगी...
सीएम योगी ने निर्देश दिया कि सभी जगह की स्थिति का पूरी तरह से आंकलन होने के बाद ही इन कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाए। हर जिले में कोविड के हालातों का ध्यान रखते हुए पढ़ाई शुरू कराई जाए। इसी के साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को सक्रिय रखा जाए। 
अभिभावकों और बच्चों ने जताई खुशी...
सीएम योगी के स्कूल खुलने के निर्देश के बाद अभिभावकों का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चों पर मेंटल प्रेशर बढ़ गया है। बच्चे के लगातार स्क्रीन के सामने बैठे रहने के कारण उनकी भूख और प्यास पर भी असर पड़ा है। वहीं पढ़ाई में भी अपडेटेड कंटेंट न मिलने से बच्चों का बेस कमजोर हो रहा है। जिससे आगामी कक्षाओं में प्रमोट होने पर भी उनका बेस कहीं ना कहीं कमजोर रह जाएगा। स्कूल खुलने की खबर से बच्चों में काफी उत्साह है। इस मामले पर बच्चों का कहना है। कि ऑनलाइन कॉन्सेप्ट उनको अच्छी तरह से समझ नहीं आते हैं। स्कूल में पहुंचकर टीचरों से अपने डाउट क्लियर करने में आसानी रहती थी। बच्चों का कहना है। कि ऑनलाइन पढ़ाई में एग्जाम के दौरान कई समस्याएं आती हैं। 
अभी तीन घंटे के लिए ही संचालित की जाएंगी कक्षाएं
सभी बोर्ड के स्कूलों में 6 से आठ तक की क्लासेज अभी तीन घंटे के लिए ही संचालित की जाएंगी। सभी स्कूलों में सुबह दस बजे से 1 बजे तक क्लास लगाई जाएंगी।इसे लेकर सभी स्कूलों को तैयारियां करने को कहा गया है। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों की ओर से लिखित अनुमति भी ली जाएगी माना जा रहा है कि सीएम के निर्देश के बाद जल्दी ही छोटी क्लास के स्टूडेंट भी स्कूल जा सकेंगे। हालांकि इसके लिए सरकार को बड़ी तैयारी करनी पड़ेगी।

अधिकारी पंकज को डीआईजी के पद पर प्रोन्नति दी

नई दिल्ली। प्रांतीय पुलिस सेवा के अधिकारी पंकज कुमार को रिटायरमेंट से 12 घंटे पहले डीआईजी के पद पर प्रोन्नति दे दी गई। पंकज के खिलाफ बस्ती के एक मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे। इस मामले में विभागीय कार्रवाई भी चल रही थी।
सूत्रों ने बताया कि रिटायरमेंट के एक दिन पहले विभागीय कार्रवाई को समाप्त कर दिया गया और उसके बाद प्रमोशन की कार्रवाई शुरू कर दी गई। आननफानन विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक बुलाई गई और पंकज के प्रमोशन पर मुहर लगाई गई।
2007 बैच के आईपीएस पंकज प्रांतीय पुलिस सेवा के अधिकारी थे। बस्ती में 8 अक्तूबर को बीजेपी नेता कबीर तिवारी की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सरकार ने एसपी पंकज कुमार को बस्ती से हटाते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
विभागीय कार्रवाई के चलते पिछले साल हुई विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में पंकज के नाम की चर्चा नहीं की गई थी। लेकिन रिटायरमेंट के ठीक पहले 31 जनवरी को पंकज की विभागीय कार्रवाई को समाप्त कर दिया गया और उन्हें प्रमोशन देकर रिटायर किया गया।

पीलीभीत: 2 बाइकों की भिड़ंत में 3 की मौत, 3 घायल

गजरौला(पीलीभीत)। दो बाइकों में आमने-सामने जोरदार भिड़ंत में एक बच्चे सहित तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। कस्बा पूरनपुर के मोहल्ला कायस्थान निवासी 30 वर्षीय रविन्द्र सक्सेना पुत्र अशोक कुमार सक्सेना मोहल्ले के ही 18 वर्षीय ओम शर्मा पुत्र वीरेंद्र शर्मा के साथ अपनी बुआ रूद्रपुर निवासी मुन्नी देवी के यहां गया था। बुआ के घर से वह रूद्रपुर के ग्राम लालपुर पहुंचा। लालपुर में उसके चाचा प्रदीप रहते हैं। चचेरे भाई सात वर्षीय शरद ने साथ चलने की जिद की तो उसे भी बाइक पर बैठाकर पूरनपुर रवाना हुआ।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...