बुधवार, 3 फ़रवरी 2021

अलीगढ़: गांव के ही तीन लोगों ने किया गैंगरेप

अलीगढ़ में खेत पर गई लड़की से गांव के ही तीन लोगों ने किया गैंगरेप

अलीगढ़। एक नाबालिग के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस इस मामले में तीनों आरोपियों की तलाश में जुटी है। बता दें कि यूपी के अलीगढ़ में नाबालिग से गैंगरेप करने वाले तीनों आरोपी गांव के ही रहने वाले हैं। 
पुलिस के अनुसार पीड़िता खेत गई थी इसी दौरान आरोपियों ने उसे जबरन पकड लिया और उसके साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। उन्होंने लड़की को धमकाया और किसी से कुछ न बताने के लिए कहा, लेकिन लड़की घर पहुंची और उसने पुरे मामले की जानकारी माता-पिता को दी। जिसके बाद परिजन उसे लेकर पुलिस थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया।
वहीं पुरे मामले पर पुलिस ने कहा कि तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है। यह पूरा मामला मंगलवार को सामने आया है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल टेस्ट भी कराया हुआ है।

देश की अर्थव्यवस्था में शराबियों का बड़ा हाथ

चंडीगढ़। कोरोना काल में जब अर्थव्यवस्था डगमगा गई थी। तब सरकार ने लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया। कहना गलत नहीं होगा की देश की अर्थव्यवस्था में शराबियों का बड़ा हाथ है। खैर छोड़ो मजे दार बात तो ये है कि हरियाणा के जींद जिले के लोगों ने शराब पीने में एक तरफ से रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दरअसल आपको जानकर हैरानी होगी कि जींद जिले के लोग केवल आठ माह में ही 140 करोड़ रुपये की शराब गटक गए हैं। उप आबकारी एवं कराधान आयुक्त (डीईटीसी) रणधीर सिंह ने बताया कि शराब ठेकों से जिला आबकारी विभाग के पास लगभग 140 करोड़ रुपये का राजस्व आठ माह में मिल गया है।
160 करोड़ रुपये का विभाग का टारगेट मिला है। इसे भी समय से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि सरकार की नई आबकारी नीति के तहत जींद के आबकारी विभाग को 160 करोड़ के राजस्व हासिल करने का टारगेट मिला था। और विभाग आठ माह में ही टारगेट के बहुत निकट पहुंच चुका है। कोरोना में लॉकडाउन के कारण तीन महीने तक शराब ठेके बंद भी रहे, फिर भी सरकार के खजाने में जींद के लोगों ने 140 करोड़ रुपये पहुंचा दिए हैं। गौरतलब है कि गत वर्ष मार्च माह में नई आबकारी नीति को लागू किया गया था और 23 मार्च को ही कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लग गया था।
जिसके चलते शराब ठेकों को बंद कर दिया गया था। हरियाणा प्रदेश में 7500 करोड़ रुपये और जींद जिले में 160 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य सरकार ने रखा था। अनलॉक हुआ और छह मई से नई नीति लागू हो पाई। तब से 31 जनवरी तक जींद के आबकारी विभाग को शराब ठेकों से 140 करोड़ का राजस्व मिला है। यह पिछले वर्ष के मुकाबले भी काफी बेहतर है।
फिलहाल वर्तमान वित्तीय वर्ष में आबकारी विभाग द्वारा कुल 284 शराब ठेके और उप ठेके खेले गए हैं। इनमें शराब के 104 ठेके और 180 उप ठेके हैं। विभाग द्वारा देशी शराब का कोटा 64.80 लाख प्रूफ लीटर और अंग्रेजी शराब का 7.28 लाख प्रूफ लीटर निर्धारित किया गया है। इस वित्तीय वर्ष की शराब ठेकों को लेकर लाइसेंस फीस 108 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।

1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य: वित्त मंत्री

अगले 14 महीने में क्या होने जा रहा है वह समझिए 
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए साल 2021-22 में विनिवेश के जरिये 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल सरकार ने बजट में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 2.1 लाख करोड़ रुपये विनिवेश के जरिये जुटाने का ऐलान किया था।
दोनों साल की विनिवेश की रकम जोड़ ले तो कुल तीन लाख 85 हजार करोड़ रुपये होती है। मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक विनिवेश के जरिये सरकार को केवल 17,958 करोड़ रुपये हासिल हुए है।
इसलिए इक्वेशन यह है। कि अगले 14 महीने में सरकार को कुल तीन लाख 67 हजार करोड़ रुपये की रकम हासिल करनी है। यानी इन 14 महीनो में मोदी सरकार 70 सालो से इकठ्ठा हुई देश की संपत्ति को बेचने जा रहे है।

निजीकरण के खिलाफ मजदूर संगठनों का प्रदर्शन

बजट में निजीकरण के एलान के खिलाफ आज 10 मजदूर संगठनों का देशव्यापी प्रदर्शन
रोशन कुमार  
नई दिल्ली। देश के 10 मजदूर संगठनों के संयुक्त मंच ने 2021-22 के बजट में प्रस्तावित निजीकरण और अन्य जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही संयुक्त मंच ने श्रम संहिताओं को रद्द करने और गरीब मजदूरों को आय तथा खाद्य सुरक्षा देने की मांग भी की है।
संयुक्त मंच ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय मजदूर संघों और स्वतंत्र क्षेत्रीय महासंघों/संघों के संयुक्त मंच ने श्रम संहिता और बिजली बिल 2020 को खत्म करने, निजीकरण रोकने और आय समर्थन तथा सभी के लिए भोजन की मांग को लेकर आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने के लिए यूनियनों और कामगार वर्ग से आह्वान किया है। संयुक्त मंच ने अपने बयान में कहा कि आम बजट में घोषित नीतियां किसान विरोधी हैं, जिनका वह विरोध करेगा। बयान के मुताबिक विरोध प्रदर्शनों के दौरान कार्यस्थलों और औद्योगिक केंद्रों पर बड़ी संख्या में जुटकर सरकारी नीतियों का विरोध किया जाएगा और श्रम संहिता की प्रतियां जलाई जाएंगी।

रिश्ते हुए शर्मसार, 12 वर्षीय बहन से किया रेप

सोनीपत में रिश्ते हुए शर्मसार, भाई ने 12 वर्षीय बहन से किया रेप

सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत जिले के राई क्षेत्र में कुंडली थाना क्षेत्र के एक गांव में एक भाई ने रिश्तों को शर्मसार कर दिया। उसने अपनी 12 वर्षीय बहन के साथ रेप किया और अब वह नाबालिग बच्ची डेढ़ माह की गर्भवती हो गई तो आरोपी फरार हो गया। 
मिली जानकारी के अनुसार सगे चाचा के बेटे ने अपनी चौथी कक्षा में पढ़ने वाली 12 वर्षीय बहन के साथ दुष्कर्म किया और फिर बार बार करता रहा। पीड़ित नाबालिग डेढ़ महीने की गर्भवती है। आरोपी चचेरा भाई फरार है। पुलिस ने दुष्कर्म व पोस्को एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। कुंडली थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी निवासी महिला का आरोप है। कि उसकी नाबालिग बेटी चौथी कक्षा में पढ़ती है। उनके कमरे के पास ही देवर का परिवार भी रहता है।
उसके देवर के बेटे संतोष पासवान ने उनकी 12  साल की बेटी को कमरे में बंधक बना लिया। जान से मारने की धमकी देकर बच्ची के साथ कई बार दुष्कर्म किया। बेटी डेढ़ माह की गर्भवती हो गई। बेटी ने भाभी को घटना के बारे में बताया। पुलिस ने सोनीपत सिविल अस्पताल में बच्ची का मेडिकल कराया, जिसमें बच्ची की गर्भवती होने की पुष्टि हुई।
बच्ची ने भाभी को बताया कि चचेरा भाई संतोष पासवान अक्सर उस समय कमरे में घुस जाता था। जब माता-पिता काम पर जाते थे। वह कमरा अंदर से बंद कर लेता था। बार-बार मारने की धमकी देता था। उसने हाथ भी जोड़े, पैर भी पकड़े, लेकिन वह नहीं माना।

म्यांमार में फेसबुक का प्रभाव बहुत अधिक है

म्यामांर का घटनाक्रम और फ़ेसबुक

म्यांमार। मिलिट्री ने पिछले रविवार देर रात 2 बजे तख्तापलट कर दिया। ओर यहाँ की लोकतांत्रिक ढंग से चुनी सरकार को अपदस्थ कर दिया लेकिन म्यामांर में यह सत्ता परिवर्तन एकाएक नही हुआ दरअसल मिलेट्री वहाँ शुरू से सत्ता के केंद्र में बनी रहती है और उसके लिए वह वही टूल इस्तेमाल करती है। जो आजकल दुनिया की अधिकतर राजनीतिक पार्टियां इस्तेमाल कर रही है। और वह है। सोशल मीडिया...
पूरी दुनिया मे आजकल प्रोपगैंडा और गलत सूचनाओं को फैलाने में सोशल मीडिया का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछले 9 सालो में म्यामांर जो एक बौद्घ धर्मावलम्बियों का देश है। वहाँ बेहद ज्यादा हिंसक गतिविधियां रिकॉर्ड की गई है। और कारण है । फ़ेसबुक
पांच करोड़ की आबादी वाले इस देश में फेसबुक का प्रभाव बहुत अधिक है। क्योंकि देश में लगभग 1.8 करोड़ लोगों के इस सोशल मीडिया वेबसाइट पर अकाउंट है।
म्यांमार बौद्ध बहुल आबादी वाला देश है। यहां कभी दस लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान भी रहते थे म्यांमार के रखाइन राज्य में 2012 से बौद्धों और रोहिंग्या विद्रोहियों के बीच सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत हुई। इसके बाद से म्यांमार से अब तक करीब छह लाख 90 हजार रोहिंग्या मुसलमान गांव छोड़कर बांग्लादेश चले गए।
2018 में संयुक्त राष्ट्र के जांचकर्ताओं ने कहा कि देश में फेसबुक एक दानव के रूप में परिवर्तित हो चुका है। और इस वेबसाइट पर हर तरह की घृणा फैलाई जा रही है। दरअसल 2017 की म्यांमार में मुस्लिम विरोधी हिंसा में फेसबुक ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिससे सैकड़ों हजारों रोहिंग्या अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हुए 
2018 में यूएन इन्डिपेंडेंट इंटरनेशनल फैक्ट फाइन्डिंग मिशन के चेयरमैन मरजूकी दारुस्मन ने मीडिया से कहा था। कि म्यांमार में सोशल मीडिया ने इस नरसंहार में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने कट्टपंथ, असंतोष और संघर्ष का स्तर बढ़ाने में काफी बड़ी भूमिका निभाई। नफरत भरी बातें भी इसका हिस्सा है। इसका सीधा संबंध म्यांमार की स्थिति से है। यूएन में म्यांमार इन्वेस्टिगेटर यांघी ली ने कहा कि फेसबकु लोगों का मैसेज एक-दूसरे तक पहुंचाने के लिए बना है। लेकिन हमें पता है। कि अति राष्ट्रवादी बौद्ध लोगों ने असल में रोहिंग्या और बाकी माइनॉरिटीज के खिलाफ इसके जरिए बहुत हिंसा और नफरत फैलाई। उन्होंने कहा कि मैं डरी हुई हूं कि फेसबुक अब एक क्रूर जानवर का रूप लेता जा रहा है। और ये वो नहीं रह गया, जिस काम के लिए इसे असल में तैयार किया गया था।
आप देखेंगे कि पूरे विश्व मे जिन भी देशो राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बना है। वहाँ वहाँ अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़े हैं। ओर इन घटनाओं के प्रसार में सोशल मीडिया खासतौर पर फ़ेसबुक की भूमिका स्पष्ट तौर पर दिख रहीं है।

9 युवकों ने जंगल में नाबालिग के साथ किया गैंगरेप

पत्थलगांव। नाबालिग स्कूली छात्रा से सनसनीखेज गैंगरेप की वारदात अंजाम दिया गया है। पत्थलगांव थाना क्षेत्र के छिनबहरी जंगल में 9 युवकों ने जंगल में नाबालिग के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है। नाबालिग छात्रा ने अपने स्कूली दोस्त के साथ घूम रही थी, इसी दौरान आरोपियों ने दोनों को घर लिया।इसके बाद डरा धमकाकर आरपियों ने बारी बारी से नाबालिग छात्रा से गैंगरेपकी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...