मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

यूपी में 10 आइएएस अफ़सरों के हुए तबादले

हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने देर रात 10 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए। मुख्य सचिव आरके तिवारी को आईडीसी का अतरिक्त चार्ज दिया गया है।इसके अलावा अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार को हटाकर औद्योगिक विकास विभाग भेजा गया है। बताया जा रहा है कि विभागीय मंत्री श्रीकांत शर्मा से उनकी न बनने की वजह से इनका विभाग बदला गया है। हालांकि उन्हें महत्वपूर्ण विभाग औद्योगिक विकास विभाग व आईटी एवं इलेक्ट्रानिक का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। इसके अलावा अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल को वित्त विभाग से हटाते हुए राज्य कर यानी वाणिज्य कर विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है।संजीव मित्तल के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही थीं कि वे वित्तीय प्रस्तावों पर अडंगा लगा रहे थे। एस राधा चौहान को अपर मुख्य सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार, महानिदेशक राज्य पोषण मिशन  से हटाकर अपर मुख्य सचिव वित्त बनाया गया है।आलोक कुमार द्वितीय को प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य, परिवार कल्याण से हटाकर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा बनाया गया है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे को अपर मुख्य सचिव नगर विकास, नगरीय रोजगार, गरीबी उन्मूलन, राज्य मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की जिम्मेदारी दी गई है। एम देवराज को अध्यक्ष एवं एमडी पावर कार्पोरेशन, अध्यक्ष जल विद्युत निगम, अध्यक्ष राज्य विद्युत उत्पादन व पारेण निगम की जिम्मेदारी दी गई है। दीपक कुमार को प्रमुख सचिव आवास व अपर स्थानिक आयुक्त, आलोक कुमार तृतीय को सचिव मुख्यमंत्री के साथ व्यावसायिक शिक्षा व प्राविधिक शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

राजनीतिकरण का आरोप लगने पर दिया जवाब

टिकैत ने आंदोलन में राजनीतिकरण का आरोप लगने पर दिया जवाब, कहा- लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद लिया राजनीतिक समर्थन

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में राजनीतिक दलों को नहीं घुसने दिया था। लेकिन प्रदर्शन स्थलों पर लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद ही उसने राजनीतिक समर्थन लिया। गाजीपुर में दिल्ली-मेरठ राजमार्ग पर प्रदर्शन स्थल पर सैकड़ों की संख्या में किसानों के जुटने की पृष्ठभूमि में टिकैत ने यह टिप्पणी की पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड से बड़ी संख्या में किसान गाजीपुर सीमा पर जुट रहे हैं। एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा ने राजनीतिक दलों को अपने आंदोलन में प्रवेश नहीं करने दिया था, क्योंकि हमारा आंदोलन गैर राजनीतिक है। प्रदर्शन को लेकर लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद, राजनीतिक दलों से समर्थन लिया गया. इसके बावजूद, नेताओं को किसान आंदोलन के मंच से दूर रखा गया है।गाजीपुर बॉर्डर पर टिकैत से मिलने आए शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, मोदी साब नु किसाना दी मन दी गल सुननी चाहिदी है।  शिअद कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग से रिश्ता तोड़ चुका है।

यूपी में शुरू हुई बोर्ड के 12वीं कक्षा की परीक्षा

हरिओम उपाध्याय    
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बोर्ड की शैक्षणिक सत्र 2020-21 की इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षा की तारीखें घोषित हो चुकी है। परीक्षा 2 चरणों में होगी। पहले चरण में 10 मंडलों के 39 जिलों में 10,58,617 परीक्षार्थी 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा देंगे। बोर्ड ने पहले चरण की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 7,505 परीक्षक नियुक्त किए हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ला के अनुसार 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए नियुक्त किए गए परीक्षकों के नियुक्ति पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर विद्यालयों को ऑनलाइन उपलब्ध करा दिया गया है। नियुक्ति पत्र को अलग से भी जिलों को भेजा जा रहा है।
बोर्ड की ओर से कोविड गाइडलाइन का पालन कराते हुए परीक्षा कराने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं. 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 21 जनवरी 2021 को बोर्ड ने तारीख घोषित की थी।

जीवन में दुख भी जरूरी है

जीवन में दुःख भी जरूरी है
एक सूफी फकीर था, शेख फरीद। उसकी प्रार्थना में एक बात हमेशा होती थी। उसके शिष्य उससे पूछने लगे कि यह बात हमारी समझ में नहीं आती हैं कि हम भी प्रार्थना करते हैं, औरों को भी हमने प्रार्थना करते देखा है। लेकिन यह बात हमें कभी समझ में नहीं आती, तुम रोज-रोज यह क्या कहते हो कि हे प्रभु, थोड़ा दुःख मुझे तू रोज देते रहना ? यह भी कोई प्रार्थना है ? लोग प्रार्थना करते हैं, सुख दो; और तुम प्रार्थना करते हो, हे प्रभु, थोड़ा दुःख रोज देते रहना।
फरीद ने कहा कि सुख में तो मैं सो जाता हूँ और दुःख मुझे जगाता है। सुख में तो मैं अक्सर परमात्मा को भूल जाता हूँ और दुःख में मुझे उसकी याद आती है। दुःख मुझे उसके करीब लाता है। इसलिए मैं प्रार्थना करता हूँ, हे प्रभु, इतना कृपालु मत हो जाना कि सुख-ही-सुख दे दे। क्योंकि मुझे अभी अपने पर भरोसा नहीं है। तू सुख-ही-सुख दे दे तो मैं सो ही जाऊँ। जगाने को ही कोई बात नहीं रह जाए। अलार्म ही बंद हो गया। तू अलार्म बजाता रहना, थोड़ा-थोड़ा दुःख देते रहना, ताकि याद उठती रहे, मैं तुझे भूल न पाऊँ, तेरा विस्मरण न हो जाए।
सरस्वती-||

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ऐलान: 6 फरवरी को देश में चक्काजाम करेगें किसान

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। किसान यूनियनों ने 6 फरवरी को चक्का जाम किए जाने की घोषणा की। वे अपने आंदोलन स्थलों के निकट क्षेत्रों में इंटरनेट प्रतिबंध, अधिकारियों द्वारा कथित रूप से उत्पीड़न करने और अन्य मुद्दों के खिलाफ 3 घंटे तक राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को अवरुद्ध कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। यूनियन के नेताओं ने यहां सिंघू बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे 6 फरवरी की दोपहर 12 बजे से अपराह्र 3 बजे तक सड़कों को अवरुद्ध करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय बजट 2021-22 में किसानों की अनदेखी की गई है और उनके विरोध स्थलों पर पानी और बिजली की आपूर्ति को बंद कर दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने यह भी आरोप लगाया कि किसान एकता मोर्चा के ट्विटर अकाउंट और ट्रैक्टर2ट्विटर नाम के एक उपयोगकर्ता को प्रतिबंधित कर दिया गया है। स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि ट्विटर अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई सरकारी अधिकारियों के अनुरोध पर की गई है।उन्होंने यह भी दावा किया कि इस बजट में कृषि क्षेत्र के आवंटन को कम कर दिया गया है।

योगी 'सरकार' की कैबिनेट बैठक होगी पेपरलेस

लखनऊ। देश में पहली बार पेपरलेस बजट पेश होने के बाद अब उत्तर प्रदेश की कैबिनेट बैठक भी हाईटेक होगी। ई-कैबिनेट की जरिए अब यूपी की कैबिनेट बैठक भी पेपरलेस होगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास, 05 कालिदास मार्ग पर ई-कैबिनेट प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।ई-कैबिनेट व्यवस्था लागू हो जाने के पश्चात मंत्रिपरिषद की कार्यवाही पेपर लेस हो जाएगी। मंगलवार को होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंत्रिगण एवं वरिष्ठ अधिकारीगण सम्मिलित होंगे। मंगलवार को होने वाले ट्रेनिंग में सभी मंत्रियों को लैपटॉप, आईपैड के साथ आमंत्रित किया गया है। इसमें मंत्रियों को बताया जाएगा कि कैसे वह इन डिजीटल उपकरणों का इस्तेमाल अपने सरकारी काम में करें. वैसे कई मंत्री पहले से ही इनका उपयोग प्रभावी तरीके से करते रहे हैं। डिजीटल इंडिया अभियान के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि अब सरकारी काम पेपरलेस हो। इसकी शुरुआत कैबिनेट की बैठक पेपरलेस कर की जाएगी। इसके तहत मंत्रियों को एजेंडा हार्डकापी में नहीं, बल्कि ईमेल या दूसरे सोशल मीडिया के जरिए भेजा जाएगा। आने वाले दिनों में कैबिनेट की बैठक पेपरलेस कराने के लिए मंत्रियों को इसी बाबत प्रशिक्षित किया जाएगा। गौरतलब है कि सरकार ने सचिवालय में ई-ऑफिस व्यवस्था पहले से ही लागू कर रखा है।

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...