मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

हिमाचल: कार खाई में गिरने से पति-पत्नी की मौत

कार खाई में गिरने से पति-पत्नी दोनों की मौत, 7 दिसम्बर को हुई थी शादी
मनोज सिंह ठाकुर   
शिमला। 7 दिसम्बर को शादी के बंधन में पति-पत्नी की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ, जब दोनों कार से शिमला से अंबाला आ रहे थे। रास्ते में उनकी सैंट्रो कार खाई में गिर गई। जिसके चलते दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। लालकुर्ती में स्वर्ण जयंती पार्क के निकट रहने वाली 26 वर्षीय शिवानी का विवाह बीती 7 दिसंबर को लालकुर्ती के एसडी मंदिर में हुआ था। घटना की जानकारी मिलते ही शिवानी की मां व दो भाई शिमला के गांव समरहिल आंदड़ी के लिए रवाना हो गए। शिवानी के पिता एयरफोर्स से रिटायर्ड थे। जिनका देहांत 2009 में हो गया था। वह अपने दो भाइयों व मां के साथ लालकुर्ती में रह रही थी। उसकी एक बड़ी बहन भी है, जोकि विवाहित है।

गादरे ने किया आरजी टेक्चर हार्डवेयर का उद्घाटन

मेरठ। बहुजन मुक्ति पार्टी के पश्चिमांचल महासचिव एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आरडी गादरे ने रवि. वन प्रीमियम आरजी टेक्चर हार्डवेयर का उद्घाटन किया। रिबन प्रीमियम आर्किटेक्चरल हार्डवेयर के प्रोपराइटर साजिद ने बताया, कि इस फैक्ट्री में शीशों के डिजाइन और ग्लास का वर्क और सामान का कार्य किया जाएगा। जिससे लोग इधर-उधर ना भटके और उन लोगों को कम कीमत पर काम और सामान मिल सकेगा हापुड़ रोड निकट चुंगी पर यह कार्य शुरू किया गया। उद्घाटन में सुलेमान साहब रियाजुद्दीन, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष चौधरी इस्तियाक, मोहम्मद सलीम हरेंद्र चौधरी, सफीक अहमद, मोहम्मद आसिफ, आसिफ भारती नईमुद्दीन, ओमवीर सिंह, अतर सिंह गुप्ता, महेंद्र प्रताप, फहीमुद्दीन जबलपुर आल सिंह आदि मौजूद रहे।

प्रतिस्पर्धा: बादलपुर में पंचायत नहीं होगी, ग्रामवासी

गांव बादलपुर में किसी भी कीमत पर पंचायत नहीं होने देंगे ग्रामवासी
अश्विनी उपाध्याय  
गौतमबुद्ध नगर/दादरी। एक विशेष संगठन द्वारा आगामी 7 फरवरी को बादलपुर में महापंचायत का ऐलान सोशल मीडिया पर किया जा रहा है और इस पंचायत में लाखों की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस मैसेज को संज्ञान में लेते हुए मंगलवार को बादलपुर गांव के लोगों ने एक पंचायत का आयोजन किया। जिसमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे महापंचायत के इस मैसेज के खिलाफ आवाज उठाई गई। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा किसी भी कीमत पर गांव में इस तरह की कोई पंचायत ना होने देने का फैसला लिया। इस मौके पर जगदीश नंबरदार ने कहा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक हित के लिए गांव की छवि खराब करना चाह रहे हैं। बादलपुर के ग्रामीणों ने हमेशा किसान मजदूर के हकों की आवाज उठाई है। ऐसे में किसानों के खिलाफ महापंचायत की ग्रामीण सोच भी नहीं सकते। सोशल मीडिया के माध्यम से गांव में महापंचायत की जो अफवाह फैलाई जा रही है। वह निराधार है ऐसी भी किसी भी पंचायत को हम बादलपुर गांव में नहीं होने देंगे। इस मौके पर वीर सिंह नेताजी ने कहा कि कुछ लोगों की मंशा बादलपुर गांव की छवि को धूमिल करने की है। जो लोग इस तरह की बातों का प्रचार कर रहे हैं उनका गांव और समाज से कोई लेना देना नहीं है। प्रत्येक गांव का नागरिक किसानों की इस लड़ाई में उनके साथ है। किसान विरोधी किसी भी व्यक्ति को हम पंचायत तो क्या गांव में घुसने भी नहीं देंगे। इस पंचायत में मुख्य रूप से जगदीश नम्बरदार, मुंशीराम, बीरसिंह नेताजी, अजबसिंह, रामबीर, अशोक प्रधान, धर्मपाल, मामराज, भगतसिंह, सिंह प्रधान, दीपक, निखिल, फिरेराम, वंश,अजयपाल, कमल, गजेंद्र,जगती, हरेंद्र, जितेंद्र प्रजापति आदि लोगो ने भाग लिया।

आंदोलन: "कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं"

अकांशु उपाध्याय   

 नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने संकेत दिया कि सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध अक्टूबर से पहले खत्म नहीं होने जा रहा है। टिकैत ने कहा कि हमारा नारा है। ”कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।” उन्होंने आगे बताया कि यह आंदोलन जल्द समाप्त नहीं होगा।आपको बता दें कि दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य जगहों के किसान कानूनों के विरोध में पिछले दो महीनों से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा, ”हमने सरकार को बता दिया कि यह आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे। बातचीत भी चलती रहेगी। नौजवानों को बहकाया गया है और उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई है। प्रदर्शन वाली जगह पर तमाम नेताओं की आवाजाही पर राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का विरोध राजनीतिक नहीं है और किसी राजनीतिक दल के नेता को मंच पर स्थान नहीं दिया गया है। इससे पहले शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों के नेताओं ने गाजीपुर का दौरा किया था। इस बीच आंदोलन वाली सीमा पर लोहे और कंक्रीट ढांचे से बैरीकेड लगा दिए गए और बाड़बंदी कर दी गई है। इसके अलावा सड़कों पर कीलें लगा दी गई ताकि कोई प्रदर्शनकारी दिल्ली की ओर नहीं बढ़ सके। विरोध स्थल पर इंटरनेट सेवा भी निलंबित कर दी गई है। गाजीपुर की सुरक्षा इतनी चाकचौबंद की गई है कि कई लेयर में सैकड़ों की तादात में सुरक्षाकर्मी बिल्कुल अलर्ट मोड पर तैनात हैं और सीनियर ऑफिसर उन्हें तैयारी को लेकर निर्देश दे रहे हैं। रास्ते को पूरी तरह ब्लॉक कर सुरक्षा का कड़ा पहरा है।

गाजियाबादः सीडीओ ने केंद्रो का निरीक्षण किया

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद अस्मिता लाल एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बृज भूषण चौधरी ने मंगलवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र लोनी में होने वाले प्रशिक्षण के लिए अधिकृत केंद्र का निरीक्षण किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षकों द्वारा बनाए गए टीएलएम को देखा एवं सराहना की तथा सभी शिक्षकों से प्रशिक्षण को गंभीरता से प्राप्त करने के लिए निर्देशित किया। ब्लॉक संसाधन केंद्र लोनी पर मिशन प्रेरणा के अंतर्गत आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका,समृद्ध हस्त पुस्तिका, प्रिंट रिच  मैटेरियल एवं गणित किट पर आधारित दो दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी लोनी पवन कुमार भाटी द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विद्यालय  खुलने से पूर्व शिक्षकों को प्रदत्त सामग्री के विषय में विस्तृत जानकारी देने के लिए तथा सत्र प्रारंभ होने पर समृद्ध मॉड्यूल के माध्यम से सौ दिवसीय उपचारात्मक शिक्षण करने  के लिए दिया जा रहा है। जिसके माध्यम से लंबे समय से विद्यालय ना आ रहे बच्चों के लर्निंगगैप  को दूर  करने के लिए कार्य किया जाएगा। सभी एसआरजी,एआरपी प्रशिक्षण के दौरान संदर्भ दाता की भूमिका में रहेंगे। विभाग द्वारा प्रदत्त सामग्री पर एक स्पष्ट समझ विकसित करने में यह प्रशिक्षण बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा। यह प्रशिक्षण लोनी ब्लॉक में 26 फरवरी 2021 तक चलेगा। संदर्भ दाता के रूप में लोनी ब्लॉक ए आर पी लता शर्मा, रेनू चौधरी, मनीष शर्मा, स्तुति वाजपेई एवं एसआरपी नीरव  शर्मा पूरे माह या प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी भालचंद्र त्रिपाठी एवं एसआरजी पूनम शर्मा  भी उपस्थित रहे।

पहले दिन से ही कृषि कानूनों का विरोध: संजय

अश्वनी उपाध्याय    

गाजियाबाद। किसान आंदोलन को लेकर नेता अपनी जमीन तलाशने में लगे हुए हैं। जहां एक ओर गाज़ियाबाद की जनता किसानों और पुलिस द्वारा स्थापित सुरक्षा प्रबंधों के कारण हर दिन परेशान हो रहे है। वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को लेकर डटे हुए हैं। इन सब के बीच मंगलवार को शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत गाजीपुर बॉडर पहुंचे। यहां उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैतसे मुलाकात की। यूपी गेट पर संजय राउत ने कहा कि हमने पहले दिन से ही कृषि कानूनों का विरोध किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुझे विशेष तौर पर गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में भेजा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने किसान नेता राकेश टिकैत को मेरे द्वारा संदेश भेजा है कि शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी हुई है। संजय राउत ने बताया कि शिवसेना प्रमुख भी किसान नेता राकेश टिकैत से स्वयं बातचीत करेंगे। आंदोलन सड़क का है और सड़क पर रहेगा।उन्होंने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों को कुचलने की कोशिश की गई। ऐसे में महाराष्ट्र के लोगों का कर्तव्य बनता है कि राकेश टिकैत के साथ खड़े हों। मुझे लगता है कि देश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि आंदोलन में पहुंचकर किसानों को समर्थन दें। महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में आए किसान गाजीपुर बार्डर में आंदोलन कर रहे हैं। किसान संगठनों द्वारा तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम का जो ऐलान किया गया है। उसका भी शिवसेना पूरी तरह से समर्थन करती है।

पीएसी के टेंट में घुसा ट्रक, 2 जवानों की मौत हुई

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र में हाईवे-91 स्थित चार नंबर कट से यू टर्न लेते समय एक ट्रक डिवाइडर से टकराकर अनियंत्रित हो गया और पीएसी के टेंट में जा घुसा। हादसे में टेंट में बैठे गाजियाबाद निवासी दो जवानों की मौत हो गई। वहीं कुछ अन्य जवान मामूली रूप से घायल हो गए। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों जवानों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन के चलते कानून व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए सिकंदराबाद में विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। दरअसल, किसान आंदोलन के चलते हाईवे स्थित चार नंबर कट पर पीएसी के जवानों और अन्य पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। जहां पर पीएसी के कुछ जवान ड्यूटी पर थे। इसी दौरान मंगलवार तड़के करीब चार बजे गाजियाबाद की ओर से आ रहा एक ट्रक चार नंबर कट से यू टर्न लेने लगा और दूसरी तरफ से आ रहे एक डीसीएम से टकराने के बाद पीएसी के टेंट में जा घुसा। इस दौरान ट्रक की चपेट में आने से गाजियाबाद निवासी दो सिपाही प्रवीन और प्रवीण की मौके पर ही मौत हो गई। साथ ही कुछ अन्य जवान मामूली रूप से घायल हो गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों मृतक जवानों के शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिए हैं। पुलिस ने हादसे की सूचना दोनों सिपाहियों के परिजनों को दे दी है।

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...