सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

जातियों में विभक्त करने की साजिश देशद्रोह: मदन

किसान समाज राष्ट्रीय एकता और अखंडता का द्योतक। 

रोशन कुमार

 गाजियाबाद। किसान आंदोलन को चलते दो महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस बीच आंदोलित किसानों के संबंध में अपनी वैचारिक मानसिकता के अनुसार तरह-तरह टीका टिप्पणीया की जाती रही है। किसान आंदोलन में शरीक एक संप्रदाय और जाति विशेष के लोगों को खालिस्तानी और आतंकी जैसे अभद्र शब्दों से नवाजा गया। कुछ उद्दंड किस्म के लोगों ने इन किसानों को देशद्रोही और आतंकी कहकर राजनीति चमकाने का प्रयास किया। लेकिन जिस तरह गरीब की आह और बद्दुआ किसी को बर्बाद कर सकती है उसी तरह किसान की बद्दुआ और दिल से निकली हुई आह भी गरीब की आह से कम नहीं होती। ध्यान रहे कि ठिठुरन भरी कड़कड़ाती सर्दी में किसान के दिल से निकली हुई आह किसानों के प्रति विद्वेष की भावना रखकर उन्हें आतंकी और देशद्रोही कहने वालों को भी मिट्टी में मिला सकती है। अर्श से फर्श पर ला सकती है। इतिहास गवाह है देश के किसी भी क्षेत्र में जिसने किसान से पंगा लिया है वह कभी सरसब्ज नहीं हो पाया है। 

मदन भैया ने कहा कि कड़कड़ाती सर्दी और ऊपर से हुई बरसात में अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलित किसानों द्वारा जुटाई गई तमाम जरूरी सामग्री और सुविधाओं पर कटाक्ष करके निशाना साधा गया। लेकिन कटाक्ष करने वाले लोगों के इन व्यंग्यात्मक बाणो का भी जब आम लोगों पर असर नहीं हुआ और आंदोलन का कारवां बढ़ता गया तब गणतंत्र दिवस पर एक राष्ट्र दोही द्वारा देश को अपमानित और शर्मसार करने वाली घटना की तोहमत भी इन भोले भाले किसानों पर मढने का प्रयास किया गया। लेकिन सत्य की सदा विजय हुई है, सच्चाई देश की जनता के सामने हैं। इस तरह तमाम प्रताड़नाओं संघर्षों के बाद भी सोने की तरह तप कर निकलने वाले किसान आंदोलन में एक नई चमक पैदा हुई है। चमक को पैदा करने के महानायक चौधरी राकेश टिकैत जी का मैं गुर्जर समाज की तरफ से धन्यवाद करता हूं जिन्होंने किसान को एक नई पहचान देने का काम किया है और किसान आंदोलन में नई जान फूंकने का काम किया है। पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि इस चमक को फीका करने के लिए अभी भी कुछ षड्यंत्रकारी ताकतें किसान समाज को जातियों में बांटने के लिए प्रयासरत है। 

मदन भैया ने कहा कि किसान समाज विभिन्न जातियों और संप्रदायों का एक संगठित रूप है। किसान शब्द में देश की विभिन्न जातियां और संप्रदाय समाहित हैं जो देश की एकता और अखंडता का़ द्योतक है।   इसलिए किसान समाज को जातियों में विभक्त करने वालों की साजिश देशद्रोह से कम नहीं है। पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि हमें ऐसे साजिश कर्ता षड्यंत्रकारियो से सावधान रहने की जरूरत है। मदन भैया ने कहा कि निजी स्वार्थपरता और राजनैतिक लालसा के लिए प्रयासरत चंद लोगों के किसी बहकावे में आकर हम किसान समाज में वैमनस्यता के बीज नहीं बोने देंगे। मैं विश्वास दिलाता हूं कि किसान समाज का अभिन्न अंग गुर्जर समाज ऐसे विघटनकारियों के मंसूबों को पूरा नहीं होने देगा।

चार बार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि देश का समस्त गुर्जर समाज किसान आंदोलन में किसान समाज के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़ा है और खड़ा रहेगा। खास तौर पर 26 जनवरी के बाद पैदा हुई विषम परिस्थितियों में धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पहुंच कर गुर्जर समाज ने किसान समाज की अगुवाई कर रहे चौधरी राकेश टिकैत को इस बात का खुला संदेश भी दे दिया है कि गुर्जर समाज तन, मन, धन से किसान आंदोलन में किसानों के साथ है। पूर्व विधायक मदन भैया ने कहा कि किसान आंदोलन के घटक जाट और गुर्जर समाज के लोगों में सदैव भाईचारा रहा है। राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए इस भाईचारे को खत्म करने के प्रयास करने वाले चंद लोगों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। बल्कि इस आंदोलन से यह भाईचारा और मजबूत होकर उभरेगा।

मिस्टर एंड मिस आगरा का सेमी फाइनल सम्पन्न

सुशील शर्मा  
आगरा। शहर को समय- समय पर संस्कृति कार्यक्रमों से जोड़ने वाली आरोही संस्था का मिस्टर एंड मिस आगरा, सीजन-9 का सेमि फाइनल रविवार को दिल्ली गेट स्थित डी-डिलाइट रेस्टोरेंट में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माँ के समक्ष रेस्टोरेंट के स्वामी दिनेश गुप्ता ने किया व साथ ही माल्यार्पण आशीष कुमार के कर कमलों द्वारा किया गया।
इस मौके पर आरोही संस्था के निदेशक अमित तिवारी ने बताया कि आज संस्था ने सेमीफाइनल राउंड में से ग्राण्ड फिनाले के लिए 10/10 प्रतिभागी को चुना है। चुने गए प्रतिभागियों की ग्रूमिंग 2 फरबरी से डी-डिलाइट रेस्टोरेंट में होगी। आज के सेमीफाइनल में जज मेंट की भूमिका में अनिल शर्मा (मिस्टर यु.पी,मिस्टर आगरा) व चित्रा आदि ने निभाई।

बारात में ट्रैक्टर चलाकर दुल्हन को लेने पहुंचा दूल्हा

काशीपुर। भले ही आपने किसानों के अनेकों प्रदर्शन देखें होंगे लेकिन उधम सिंह नगर में किसान के प्रदर्शन का एक ऐसा रूप सामने आया जो कि चर्चा का विषय बन गया। प्रदर्शन भी ऐसा की किसानों के आंदोलन को समर्पित एक दूल्हा अपनी दुल्हन को ट्रैक्टर पर ही लेने आ गया। देशभर में चल रहे किसान आंदोलन के आपने कई रूप देखे होंगे लेकिन आज जो किसान आंदोलन का एक रूप हम दिखाने जा रहे हैं वह आपने शायद ही कहीं देखा हो। ट्रैक्टर पर बारात लाया दूल्हा मीडिया की सुर्खियां बन गया। फूलों से सजा ट्रैक्टर, स्टीयरिंग थामे हुये दूल्हा और बगल में बैठी सजी-धजी दुल्हन। पीछे किसान आंदोलन के समर्थन में झंडे लेकर चलते बाराती और शगुन गीतों के साथ किसानों की कामयाबी की दुआएं करतीं महिलाएं। ये नजारा किसानों के समर्थन में निकली किसी रैली का नहीं, बल्कि काशीपुर के सिवलजीत सिंह और बाजपुर की संदीप कोर की बारात का है। जहां नवदंपति ने अपने जीवन के अनमोल पल को किसान आंदोलन को समर्पित कर यादगार बना दिया। बता दे की बाजपुर के ग्राम केशवालाा निवासी तरसेम सिंह ने अपनी बेटी का संदीप कौर का विवाह काशीपुर के टांडा दभौरा निवासी सिवलजीत सिंह से तय की थी। बारात काशीपुर से बाजपुर पहुंची तो रास्ते में लोग अनोखी बारात को देख एक पल को चौंक गये।

विरोध: भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रवेश वर्जित किया

तहसील मोदीनगर के गांव खंजरपुर में लगे पोस्टर। बीजेपी कार्यकर्ताओं का गांव में आना सख्त मना है। अंकित गोस्वामी  

 गाजियाबाद। किसान आंदोलन का असर अब देहात में भी नजर आने लगा है जिसके चलते गाजियाबाद की तहसील मोदीनगर के गांव खंजरपुर में किसान अपने नेता राकेश टिकैत का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं जिस दिन यूपी गेट बॉर्डर पर राकेश टिकैत की आंखों में किसानों ने आंसू देखे उस दिन से अब गांव के किसान भी पूरी तरह से भाजपा के विरोध में नजर आ रहे हैं ।खंजरपुर के किसानों ने गांव में बाकायदा पोस्टर लगाए हैं। जिसमें लिखा है कि किसी भी बीजेपी कार्यकर्ता का गांव में आना सख्त मना है । यानी कि भाजपा कार्यकर्ताओं का इस गांव में आने पर पुरजोर विरोध किया जाएगा।

मोदीनगर तहसील के भोजपुर ब्लाक के गांव खंजरपुर में रहने वाले किसानों ने दीवारों पर पोस्टर चस्पा किये हैं। इस पोस्टर पर सबसे ऊपर किसान एकता जिंदाबाद लिखा गया है। एक तरफ चौधरी चरण सिंह की फोटो तो दूसरी तरफ किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत की फोटो लगी है ।पोस्टर के बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी है और भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह भी लगा हुआ है। जिस पर लिखा हुआ है रिजेक्ट और सबसे नीचे लिखा हुआ है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता का गांव में आना सख्त मना है।

यहां किसानों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने अपने समर्थकों के साथ यूपी गेट बॉर्डर पर बैठे किसानों को भगाने के लिए उनके साथ दुर्व्यवहार किया है। यानी किसानों के आंदोलन को भाजपा को कुचलना  चाहती है। इसलिए खंजरपुर के सभी किसान भाजपा के कार्यकर्ताओं के गांव में आने पर उनका बहिष्कार कर रहे हैं ।यदि इसके बावजूद भी कोई बीजेपी कार्यकर्ता गांव के अंदर आता है तो उसके साथ दुर्व्यवहार ही नहीं हाथापाई भी हो सकती है। यहां के किसानों का कहना है कि इसीलिए गांव में पोस्टर लगाए गए हैं।


लूट की योजना बनाते 4 शातिर लुटेरे गिरफ्तार किए

कासगंज। पुलिस अधीक्षक कासगंज मनोज कुमार सोनकर के कुशल निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक कासगंज आदित्य प्रकाश वर्मा के नेतृत्व में जनपद मे अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना पटियाली पुलिस द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर थाना पटियाली पुलिस द्वारा गढइयां वाले महाराज के पास पेड़ों की आड़ में यात्रियों के साथ लूट की योजना बनाते हुए 4 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है। गिरफ्तार अभियुक्तगण के कब्जे से 3 अवैध तमन्चे 315 बोर मय 6 जिन्दा कारतूस एवं 1 चार पहिया वाहन बरामद किये गये हैं। गिरफ्तार अभियुक्तगण के विरूद्ध थाना पटियाली पर अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है।

बंगाल: ओवैसी की पार्टी ने मौलवी से हाथ मिलाया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव इस बार कई मायने में अनुठा होगा। एक तरफ केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने कभी वामदलों का किला रहे सूबे में ममता बनर्जी की तीन पत्तियों को बिखेर केसरिया परचम फहराने के लिए सारा जोर लगा दिया है। वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में तमाम क्षेत्रीय दलों के समीकरण बिगाड़ने और सफलता अर्जित करने वाली एआईएमआईएम बंगाल में भी कदम रखने जा रही है। ओवैसी की पार्टी ने वहां एक मौलवी से हाथ मिलाया है, जिसका असर लगभग सौ सीटों पर पड़ता है।
तीखी हो रही सियासी बयानबाजी...
संभवतः यही वजह है कि भले ही पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई हो,लेकिन सियासी बयानबाजी हर गुजरते दिन के साथ तीखी होती जा रही है,इस कड़ी में बिहार विधानसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका देने वाले एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी की बी टीम कहे जाने पर कांग्रेस पार्टी पर पलटवार किया है।
ओवैसी का कांग्रेस पर बड़ा हमला...
औवैसी ने कहा कि जबसे हमने बंगाल चुनाव लड़ने की घोषणा करने है बैंड-बाजा पार्टी,जिसे कभी कांग्रेस के रूप में जाना जाता था,ने कहना शुरू कर दिया कि हम भाजपा की बी टीम हैं। ममता बनर्जी भी ऐसी बातें कहने लगीं।ओवेसी ने पूछा कि क्या मैं केवल एक ही हूं जिसके बारे में वे बात कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि मैं किसी और का नहीं बल्कि जनता का हूं। हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं है कि मु्स्लिम मतों में विभाजन का सीधा-सीधा नुकसान तृणमूल कांग्रेस समेत बची-खुची कांग्रेस पार्टी को ही उठाना पड़ेगा। जाहिर है इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी को ही मिलेगा।

लोनी विधायक का अपनी विधानसभा में बहिष्कार

अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। लोनी विधायक नंदकिशोर का बंथला गांव में पंचायत के दौरान बहिष्कार तथा ग्राम वासियों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। लोनी क्षेत्र के गांव बंथला के सम्मानित लोगों व गांव के मुखियाओं ने लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर का गांव मे पंचायत कर बहिष्कार किया।
इस अवसर पर गांव के प्रमुख व बुजुर्ग ने सभी के बीच अपनी बात रखते हुये कहा कि लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गाजीपुर बार्डर पर चल रहे। शांतिपूर्ण किसान आंदोलन में अपने लोगों को ले जाकर जो किसानों की आवाज को दबाने का काम किया है तथा वंहा पर लोगों को आतंकित करके अराजकता का जो माहौल उत्पन्न किया है। हम गांववासी एक सुर मे इसका विरोध करते हैं एवं लोनी विधायक की निन्दा करते हैं। जो किसान शांतिपूर्ण ढंग से अपना धरना समाप्त करने वाले थे। उसको लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने लोगों के दम पर डराने व धमकाने का जो कायरतापूर्ण काम किया है। सर्वसमाज मे बहुत गलत संदेश गया है। 
किसान कोई एक जाति नही होती । समाज की 36 बिरादरी का ताना-बाना होता है। किसान इस व्यक्ति ने सामाजिक ताने-बाने को बिगाडने का काम किया है। 
हम सभी गांववासी आज इस पंचायत मे ये निर्णय लेते हैं कि लोनी विधायक का बंथला गांव पूर्ण रूप से बहिष्कार कर रहा है।  गांव का जो भी व्यक्ति इसको गांव मे बुलायेगा या उस विधायक से किसी प्रकार का संबंध रखेगा। समाज उसका भी बहिष्कार करेगा तथा सभी गांववासियों ने एक सुर में गाजीपुर बॉर्डर में चल रहे शांतिपुर धरने का समर्थन किया। बंथला गांव का प्रत्येक गांव वासी रोज गाजीपुर जाकर किसानों की हर तरह से मदद करके अपना समर्थन दिखाएगा तथा नन्दकिशोर गुर्जर का बहिष्कार करता है। बंथला ग्राम वासियों ने लोनी विधायक नंदकिशोर का मुर्दाबाद का नारा भी लगाया।
 (लोनी के गांव निस्तौली ने विधायक नन्द किशोर का विरोध किया। जाट-गुर्जर एकता के नारे लगाए। वंही,राकेश टिकैत के समर्थन में खड़ा हुआ पूरा गांव।
किसान आंदोलन के खिलाफ साज़िश रचने वाले लोनी विधायक नन्द किशोर के खिलाफ लगातार लोनी विधानसभा के लोग विरोध कर रहे है। 
इसी कड़ी में ग्राम निस्तौली के सेंकडो लोगो ने पंचायत घर मे इक्कट्ठा होकर नन्द किशोर के खिलाफ नारेबाजी की । 
ग्रामवासियो ने एक आवाज़ में नन्द किशोर का विरोध करते हुए भविष्य में नन्द किशोर को वोट ना देने की कसम खाई। 
इस मौके पर गांव के सभी गणमान्य लोग मौजूद रहे, साथ ही युवाओं ने भी कड़ा विरोध जताया।)
इस अवसर पर बंथला ग्राम महेश प्रधान पूर्व प्रधान मनवीर संजीव रेखा चौधरी ग्राम बंथला युवा पीढ़ी सैकड़ों की संख्या मे गांववासी उपस्थित रहे।
 पंचायत की अध्यक्षता चौधरी चंद्रपाल ने  संचालन, मनवीर प्रधान ने किया चौधरी देवेंद्र चौधरी जसवीर चौधरी, जयपाल महेश प्रधान  हरिया जाटव खिमन्न जाटव  भीषम सिंह बीडीसी अजय पंडित बीडीसी अजय भारद्वाज सोमपाल पंडित, चौधरी प्रवीण चौधरी ज्ञानेंद्र, चौधरी दिनेश चौधरी नगेंद् चौधरी, ओमवीर चौधरी संजीव चौधरी मांगेराम सुरेश प्रजापति दर्शन प्रजापति भोलेराम सेन राजवीर सिंह डॉ विजय सेन डॉक्टर, रामवीर चौधरी राजपाल चौधरी वकील चंद प्रदीप राठी  पूर्व प्रधान रामें वाल्मीकि चौधरी राकेश, चौधरी नरेंद्र चौधरी  रामकेश, पांचाल सोनू प्रजापति रविंदर और समस्त गांव के युवा व सर्व समाज साथ में मौजूद रहे।

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...