रविवार, 31 जनवरी 2021

साउथ की फिल्मों में जलवा दिखाएंगे बॉबी देओल

मनोज सिंह ठाकुर   
मुंबई। एक्टर बॉबी देओल अब साउथ में धमाल मचाते नजर आने वाले हैं। खबर आ रही है कि दक्षिण भारत की एक ग्रैंड फिल्म में जल्द ही बॉबी देओल नजर आने वाले है। उन्हें दक्षिण भारत की ग्रैंड फिल्म ‘बाहुबली’ के टक्कर में बनने वाली एक फिल्म में विलेन की भूमिका निभाने का मौका मिल रहा है। कहां जा सकता है कि वेब सीरीज ‘आश्रम’ की सफलता ने बॉबी देओल के लिए नए आयाम खोल दिए हैं। ऐसे में अब बॉबी का करियर रफ्तार पकड़ता दिख रहा।

सबसे आसान तरीकों से बनाई जाती है मिस्सी रोटी

बनाए मिस्सी रोटी ये सबको पसंद आएगी। मिस्सी रोटी स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक होती है। इसे आसानी से बनाई जा सकती है। घर में रखे कुछ समानों से ही आप इसे तैयार कर सकती है।  

सामग्री :
गेहूं का आटा
बेसन
अजवाइन
बारीक कटी प्याज
चुटकीभर हींग
हल्दी
कसूरी मेथी
बारीक कटी धनिया पत्ती
नमक स्वादानुसार
तेल जरूरत के अनुसार
पानी आटा गूंदने के लिए

विधि :
- एक बर्तन में आटा और बेसन लेकर उसमें नमक, अजवाइन, प्याज, हींग, हल्दी, कसूरी मेथी, धनिया पत्ती और तेल डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।
- फिर पानी डालते हुए धीरे-धीरे नरम आटा गूंदें और 20 मिनट तक ढककर रख दें।
- तय समय के बाद आटे की लोइयां तोड़ लें।
- धीमी आंच में एक तवा गर्म करने के लिए रखें।
- तवे के गर्म होते ही एक लोई लें और इसे गोलाकार में बेल लें।
- तवे के गर्म होते ही रोटियों को दोनों साइड से सेंक लें।
- तैयार है गर्मागर्म मिस्सी रोटी। रोटी पर मक्खन या घी लगाकर सर्व करें।

पाचनक्रिया का मंद हो जाना ही मंदाग्नि कहलाता है

मंदाग्नि अभी के समय में आम समस्या बन गई है। पाचनक्रिया का मंद हो जाना ही मंदाग्नि कहलाता है। खाने का समान शुद्ध खाद्य पदार्थ के स्थान पर मिलावटी खाद्य पदार्थ मिलने लगे हैं। इसकी वजह से मंदाग्नि रोग में बढ़ोतरी होती जा रही है। सेंधा नमक, पानी और सौंफ का उपयोग करें, आराम मिलेगा। 

सेंधा नमक : सेंधा नमक एक भाग और देशी चीनी(बूरा) चार भाग – दोनों को मिलाकर बारीक पीस लें। आधा चम्मच नित्य तीन बार गरम पानीसे लेने पर वायु गोला एवं वायु विकार ठीक हो जाता है।

पानी : खाना खाने के बाद एक गिलास गरम पानी(जितना गरम पिया जा सके) लगातार कुछ सप्ताहतक पीते रहने से वायु विकार में लाभ होता है।

सौंफ : नीबू के रस में भीगी हुई सौंफ भोजन के बाद खाने से पेट का भारीपन दूर होता है। गैस निकलती है, भूख लगती है तथा मल भी साफ होता है।

किसान आंदोलन: किले में तब्दील हुआ गाज़ीपुर बॉर्डर

किसान आंदोलन- किले में तब्दील हुआ गाज़ीपुर बॉर्डर, अक्षर धाम, नोएडा, इंदिरापुरम जाने वाला रास्ता बंन्द

नई दिल्ली। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है। रातो-रात गाजीपुर बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया गया। गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। 26 तारीख को दिल्ली के लाल किले पर हुई घटना के बाद लगातार किसान वापस जा रहे थे। और उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से गाजीपुर बॉर्डर को खाली करने का आदेश भी दिया गया था। लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत के मीडिया के सामने रो जाने की घटना के बाद से एक बार फिर गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के जत्थों का जुटना शुरू हो गया है। हालात ये है कि गाजीपुर बॉर्डर पर एक बार फिर किसानों का मजमा लगना शुरू हो गया है। और दूर-दूर तक एक बार फिर ट्रैक्टर ट्रॉली ही नजर आ रही हैं।
किसानों के बढ़ते हुजूम को देखकर सरकार भी बातचीत करने के लिए तैयार है। शनिवार के दिन हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं से कहा कि किसान और सरकार के बीच बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है। भले ही सरकार और किसान आम सहमति पर नहीं पहुंचे। लेकिन हम किसानों के सामने विकल्प रख रहे हैं। वो इस पर चर्चा करें किसानों और सरकार के बीच बस एक कॉल की दूरी है।
12 लेयर की बैरिकेडिंग
गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ती संख्या और किसान दिल्ली की ओर कूच ना करें इसके लिए गाजीपुर बॉर्डर पर रातो-रात 12 लेयर की बैरिकेडिंग कर दी गई है। गाजीपुर बॉर्डर पर ये बैरिकेडिंग दिल्ली पुलिस की तरफ से की गई है। पुलिस को आशंका है। कि 1 फरवरी को, जिस दिन संसद में बजट सत्र पेश होना है। ऐसे में किसान कहीं दिल्ली की तरफ कूच ना कर दें इसी आशंका के चलते यह बैरिकेडिंग की गई है।

31 जनवरी से पक्षी उत्सव का आगाज होगा

बेमेतरा। बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम-गिधवा-परसदा में रविवार 31 जनवरी से पक्षी उत्सव का आगाज हो जाएगा। तीन दिनों तक चलने वाले इस बर्ड फेस्टिवल में देश भर से आई पक्षी विज्ञानी अपने अनुभव साझा करेंगे और अपने ज्ञान से बर्ड वाचर्स को समृद्ध करेंगे। इस कार्यक्रम में शिरकत करने पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कनार्टक के पक्षी विज्ञानी एवं बर्ड वाचर जुट रहे हैं।
कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए डीएफओ धम्मशील गणवीर ने बताया कि गिधवा-परसदा में होने वाला बर्ड फेस्टिवल अपने तरह का अनोखा बर्ड फेस्टिवल है। छत्तीसगढ़ की धरती पक्षियों की अनेक प्रजातियों से समृद्ध रही है। छत्तीसगढ़ी भाषा में पक्षियों के अनेक तरह के नाम एवं उनके गुणधर्म से जुड़े हुए किस्से शामिल हैं। प्रवासी पक्षियों की भी अनेक किस्म यहाँ आती है।
गिधवा-परसदा के बड़े सरोवरों में भी यह प्रवासी पक्षी जुटते हैं। इस धरोहर को सहेजने, इसके बारे में ज्ञान को साझा करने एवं इस बाबत और भी जानने बर्ड फेस्टिवल मनाने का निर्णय लिया गया। आयोजन में पक्षियों के सुंदर संसार के बारे में दिलचस्प बातें साझा की जाएंगी। साथ ही देश के जाने-माने पक्षी विज्ञानी अपने अनुभव साझा करेंगे। इस फेस्टिवल के माध्यम से इनके संरक्षण के संबंध में भी लोग अधिक जागरूक हो सकेंग।
उल्लेखनीय है कि उत्सव के पहले दिन क्रो फाउंडेशन के रवि नायडू पक्षी दर्शन और उसका महत्व विषय पर व्याख्यान देंगे। नोवा नेचर वेल्फेयर सोसायटी के एम सूरज आर्द्र भूमि संरक्षण एवं जीविकोपार्जन विषय पर अपना व्याख्यान देंगें। शाम को डाक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी और सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे। स्थानीय ग्रामीणों की सहभागिता से यह कार्यक्रम होंगे। आयोजन समिति के सदस्य राजू वर्मा ने बताया कि गिधवा-परसदा बर्ड वाचिंग की दृष्टि से उम्दा साइट है। अपनी इस धरोहर के बारे में नई पीढ़ी के लोग जानेंगे और इस संबंध में आने वाले बर्ड वाचर्स को भी अवगत कराएंगे तो उनके लिए भी आय का रास्ता खुलेगा।
एक फरवरी सोमवार को पक्षी विशेषज्ञ एमके भरोस का संबोधन होगा। इसके बाद ग्रामीणों के साथ पक्षियों के संरक्षण पर परिचर्चा होगी। पक्षी किसानी के लिए किस तरह से उपयोगी होते हैं। इस विषय पर कुरुद कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर हितेंद्र टंडन का व्याख्यान होगा। सेनि पीसीसीएफ केसी बेबर्ता पक्षी एवं जल संरक्षण विषय पर अपना व्याख्यान देंगे। बर्ड फ्लू पर मानव जीवन का प्रभाव विषय पर वैज्ञानिक डाॅ. जसमीत सिंह अपना व्याख्यान देंगे। नम्रता, सीईओ एसआरटी गिधवा परसदा जलाशय संरक्षण के लिए जैविक खेती विषय पर अपना व्याख्यान देंगी। शाम को नुक्कड़ नाटक का आयोजन होगा। दूसरे दिन बच्चों के लिए चित्रकला जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा।
तीसरे दिन होगा पिनटेल मैराथन- मंगलवार को पिनटेल मैराथन का आयोजन होगा। यह परसदा से गिधवा तक 7 किमी तक होगा। इसके बाद पक्षी एवं उनका रहवास विषय पर आलोक चंद्राकर का संबोधन होगा। हम और जल विषय पर इको साल्यूशन के यतेंद्र अग्रवाल का व्याख्यान होगा।

टी-20 क्रिस गेल के एविन लुईस का जबरदस्त धमाका

टी 20 क्रिस गेल के जोड़ीदार एविन लुईस का जबरदस्त धमाका, युवराज के छक्कों का रिकॉर्ड टूटने से बचा

नई दिल्ली। अबुधाबी टी10 क्रिकेट टूर्नामेंट  में शनिवार को वेस्टइंडीज के धुआंधार सलामी बल्लेबाज और क्रिस गेल के जोड़ीदार एविन लुईस ने मराठा अरेबियंस के खिलाफ एक ही ओवर में पांच छक्के जड़ डाले। उनकी इस धुआंधार पारी के दम पर उनकी टीम दिल्ली बुल्स  ने मराठा पर नौ विकेट से एकतरफा जीत हासिल की। शेख जायद स्टेडियम में खेले गए इस मैच में मराठा ने पहले खेलते हुए निर्धारित 10 ओवरों में 87 रन बनाए। इसके जवाब में दिल्ली की टीम ने लुईस की पारी के दम पर इस लक्ष्य को पांचवें ओवर में ही हासिल कर लिया।
लुईस ने अपनी इस पारी में मात्र दो चौके और सात लंबे छक्के बरसाए। इस दौरान उन्होंने अपनी फिफ्टी मात्र नौ गेंद में ही पूरी कर ली। एविन लुईस ने बांग्लादेश के गेंदबाज मुख्तार अली को निशाना बनाते हुए उनके एक ही ओवर में पांच छक्के ठोक दिए और ओवर में कुल 33 रन बटोरे। बता दें कि भारत के युवराज सिंह ने 2007 में स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ही ओवर में छह छक्के लगाए थे। लुईस ने अपनी पारी के 55 रन बनाने के लिए मात्र 16 गेंदें लीं। उनके अलावा इंग्लैंड के रवि बोपारा ने भी टीम की तरफ से अहम योगदान देते हुए 12 गेंद में पांच चौकों के सहारे 28 रन की नाबाद पारी खेली।
इस मैच में मराठा अरेबियंस की शुरुआत काफी खराब रही थी। टीम को पहला झटका पारी के पहले ही ओवर में लग गया, जब विकेटकीपर अब्दुल शाकूर बिना खाता खोले आउट हो गए। टीम के लिए इसके बाद जावेद अहमद ने 19 गेंदों पर 24 और कप्तान मोसद्देक हुसैन ने 22 गेंदों पर 35 रन बनाए। दिल्ली की तरफ से अहमद भट्ट, फिडेल एडवर्ड और अली खान ने एक-एक विकेट झटका। 10 ओवरों में 88 रनों के लक्ष्य के साथ उतरी दिल्ली की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब गुरबाज मुख्तार सस्ते में पवेलियन लौट गए लेकिन इसके बाद एविन लुईस और बोपारा ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया, जिससे टीम 9 विकेट से यह मैच जीतने में सफल रही।

आंदोलन बदनाम, पूंजीपतियों को फायदे का आरोप

संदीप मिश्रा    
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर किसानों को बदनाम करने और खरबपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने एक ट्वीट के जरिये भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधा।ट्वीट में यादव ने कहा, “भाजपा द्वारा किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से किसान बहुत आहत हैं, भाजपा ने नोटबंदी, जीएसटी, श्रम क़ानून व कृषि क़ानून लाकर खरबपतियों को ही फ़ायदा पहुँचाने वाले नियम बनाए हैं। भाजपा ने आम जनता को बहुत सताया है।”
इसी ट्वीट में अखिलेश यादव ने भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश सिंह टिकैत का नाम लिए बिना शायराना अंदाज में लिखा, “वो आँसू टपके बस दो आँख से हैं, पर दुख-दर्द वो लाखों लाख के हैं।” उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस पर किसान आंदोलन के दौरान हुए बवाल के बाद किसान नेता राकेश सिंह टिकैत का मीडिया के सामने फफक-फफक कर रोते हुए वीडियो वायरल हुआ था।

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं

'समाधान दिवस' में फरियादियों की समस्याएं सुनीं  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर थाना खालापार पर आय...