रविवार, 31 जनवरी 2021

40,000 ₹ कीमत, 500 से ज्यादा लड़कियां बेची

अविनाश श्रीवास्तव  
रांची। झारखंड में मानव तस्करी के मामले में गिरफ्तार पूनम बारला को जेल भेज दिया गया। पुलिस का दावा है कि पूनम प्लेसमेंट एजेंसी संचालित कर बड़े ही शातिराना अंदाज में लड़कियों की तस्करी कर रही थी। पूनम को रंगे हाथ पुलिस ने रांची एयरपोर्ट से ह्यूमन ट्रैफिकिंग के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिसिया पूछताछ में ह्यूमन ट्रैफिकिंग की आरोपी ने पुलिस के सामने कई राज खोले और बताया कि एक बच्ची को दिल्ली ले जाने के एवज में उसे 40 हज़ार रुपए बतौर कमीशन मिलता था। रांची पुलिस के द्वारा रांची एयरपोर्ट से पूनम बारला नामक एक महिला को 7 लड़कियों के साथ गिरफ्तार किया था। सभी बच्चियां खूंटी जिले की हैं, जिन्हें काम दिलाने के नाम पर हवाई जहाज से दिल्ली ले जाया जा रहा था। इन सभी लड़कियों को पूनम अपने साथ ले जा रही थी। आरोपी ने पुलिस के समक्ष जो बयान दिया है उसके मुताबिक, वह पिछले 8 साल से इस धंधे में है और दिल्ली में बाकायदा उसका ऑफिस भी है। उसकी प्लेसमेंट एजेंसी का नाम पुनम प्लेसमेन्ट सर्विस है। पूछताछ में पूनम ने बताया कि हर लड़की की एवज में उसे 40 हज़ार रुपए बतौर कमीशन के रूप में मिलते थे और अब तक वह 500 से ज्यादा लड़कियों की तस्करी कर अपने साथ दिल्ली ले गई है।

3650 से अधिक पदों पर निकलीं भर्ती, मिला मौका

डाक विभाग में नौकरी करने का मौका, निकली 3650 से अधिक पदों पर भर्ती, जाने कैसे होगा चयन।

नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवक के 3650 से अधिक पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। डाक विभाग में इस भर्ती के तहत आंध्र प्रदेश पोस्टल सर्किल, दिल्ली पोस्टल सर्किल और तेलंगाना पोस्टल सर्किल में ग्रामीण डाक सेवकों ( जीडीएस) के कुल 3679 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। जीडीएस के पदों पर नौकरी के इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 26 फरवरी 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। भारतीय पोस्ट रिक्वायरमेंट के तहत ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान/बोर्ड से 10वीं पास होना जरूरी है। भारतीय पोस्ट जीडीएस आयु सीमा डाक विभाग में जीडीएस के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 40 वर्ष निर्धारित की गई है। आयु की गिनती 27 जनवरी 2021 तक की उम्र के आधार पर की जाएगी। पोस्टल सर्किल में जीडीएस के पदों पर आवेदन के लिए सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों को 100 रुपये शुल्क देना होगा। जबकि एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों को कोई आवेदन शुल्क नहीं देना होगा यानी आवेदन निशुल्क है। ग्रामीण डाक सेवा (जीडीएस)। कैसे होगा चयन? डाक विभाग में ग्रामीण डाक सेवकों के पदों पर उम्मीदवारों का चयन 10वीं के अंकों के आधार पर तैयार मेरिट लिस्ट से होगा. जीडीएस के पदों पर नौकरी के लिए उम्मीदवारों को कोई लिखित परीक्षा या इंटरव्यू नहीं देना होगा। भारतीय डाक विभाग के आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली सर्किल में जीडीएस के पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। बता दें कि आवेदन की अंतिम तिथि 26 फरवरी 2021 निर्धारित है। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करके आधिकारिक नोटिफिकेशन डाउनलोड कर सकते हैं।

दर-दर भटकती रही हैवानियत की शिकार मासूम

प्रशांत कुमार  

गोरखपुर। दरिंदों की हैवानियत का शिकार बनी कुशीनगर जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र की रहने वाली बिटिया को इलाज के लिए दौड़ाया जाता रहा। कुशीनगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से बाबा राघवदास मेडिकल कालेज तक बिटिया के इलाज के लिए पिता फूट.फूटकर रोता रहा लेकिन किसी को तरस नहीं आयी। जिस डाक्टर के पास बिटिया को लेकर पिता पहुंचता वह मेडिको लीगल का मामला बताकर पहले महिला सिपाही लेकर आने को कहता। तड़पती बिटिया को गोद में लिए घूम रहा पिता जीवन की भीख मांगता रहा। लेकिन उसे इधर से उधर दौड़ाया जाता। दर्द से चीख रही बिटिया को समझ में भी नहीं आ रहा था कि सबका दर्द हरने वाले धरती के भगवान क्यों उसके पास आकर वापस चले जा रहे है।

बिटिया को लेकर पिता भोर में 3ः15 बजे बाबा राघवदास मेडिकल कालेज पहुंचा। दर्द के कारण वह बेहोश हो जा रही थी। इमरजेंसी में डाक्टरों ने पुलिस केस बताकर इलाज से मना कर दिया। पिता सबसे गुहार लगाता रहा। जब किसी ने नहीं सुनी तो बिटिया को लेकर मेडिकल कालेज से बाहर चला गया। उसने बिटिया की हालत की जानकारी खड्डा के विधायक जटाशंकर त्रिपाठी को दी। फोन पर ही पिता रोने लगा। बताया कि बेटी को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। इसकी जानकारी होते ही विधायक मेडिकल कालेज पहुंचे। उन्होंने बिटिया को अपने सामने भर्ती कराया। तब सुबह तकरीबन नौ बजे उसका इलाज शुरू हो सका।

यूपी में बदलेगा आरटीओ का कामकाज, सेवाएं बंद

कल से बदल जायेगा यूपी में आरटीओ का कामकाज़, बंद हो जाएंगी ये 13 सेवाएं
अश्वनी उपाध्याय  
गाजियाबाद। यूपी परिवहन विभाग अब हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। सोमवार यानी 1 फरवरी से वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होने से गाजियाबाद आरटीओ सहित प्रदेश के लगभग सभी परिवहन कार्यलयों में गाड़ियों से जुड़े 13 काम बंद हो जाएंगे। परिवहन विभाग ने एक फरवरी से इस नियम को लागू कर दिया है। खासकर अब व्यावसायिक वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य हो गया है। पिछले दिनों ही यूपी सरकार ने एक आदेश जारी कर कहा था। कि अगर 15 अप्रैल तक वाहनों पर एचएसआरपी नहीं लगी तो 16 अप्रैल से 5 हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा।
दरअसल, 1 फरवरी से गाजियाबाद और नोएडा सहित प्रदेश के सभी आरटीओ में बिना एचएसआरपी के वाहनों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की सेकेंड कॉपी, वाहन का रजिस्ट्रेशन ट्रांसफर, पता परिवर्तन, रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण, अनापत्ति प्रमाण पत्र, हाइपोथैकेशन कैंसिलेशन, हाइपोथैकेशन एंडोर्समेंट, नया परमिट, अस्थाई परमिट, विशेष परमिट, ईएमआई वाले वाहनों का निस्तारण, मंथली टैक्स और नेशनल परमिट के काम नहीं होंगे।
गाजियाबाद के एआरटीओ (प्रशासन) विश्वजीत प्रताप सिंह न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं। शासन की तरफ से बिना एचएसआरपी के 13 कामों को फिलहाल रोकने के आदेश मिले हैं। जो 1 फरवरी से लागू होंगे। इसलिए वाहन मालिक एचएसआरपी जल्द से जल्द लगा लें। वाहन मालिक ऑनलाइन भी बुकिंग कर सकते हैं।

चैन्नई: ऑटो ड्राइवर ने पेश की इमानदारी की मिसाल

ऑटो ड्राइवर ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, लाखों के गहनों से भरा बैग वापस लौटाया, पूरी खबर पढ़कर आप भी करेंगे सलाम

चेन्नई। पुलिस ने रूट्स से फुटेज देखे और ऑटो रिक्शा का पता लगाने में कामयाब रही चेन्नई के एक ऑटो ड्राइवर ने ईमानदारी का परिचय देते हुए लोगों का दिल जीत लिया। ऑटो ड्राइवर सरवन कुमार ने यात्री का एक बैग वापस लौटाया जिसमें 20 लाख रुपये की ज्वैलरी थी। उसकी ईमानदारी के लिए चेन्नई पुलिस ने उसे सम्मानित किया है। दरअसल पॉल ब्राइट नाम का एक व्यक्ति अपने रिश्तेदार के शादी समारोह में शामिल होने के बाद फिर ऑटो में जा रहे थे। उनके पास कई बैग थे। जिनमें एक बैग ज्वैलरी से भरा था। पॉल यात्रा के दौरान फोन पर बात करने में लगे हुए था। और ऑटो से उतरने के दौरान ज्वैलरी से भरे बैग को वहीं छोड़ दिया। कुमार ने बाद में पीछे की सीट पर पड़े बैग को देखा लेकिन वह यह नहीं समझ पाया कि इसे मालिक को कैसे लौटाया जाए। इसी बीच पॉल ब्राइट को बैग गायब होने का ध्यान आया और वह घबरा गया पॉल ने क्रोमपेट पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने रूट्स से फुटेज देखे और ऑटो रिक्शा का पता लगाने में कामयाब रही। पुलिस के ऑटो मालिक के पास जा जाने से पहले ही कुमार ज्वैलरी का बैग लेकर पुलिस स्टेशन पहुंच गया। पुलिस ने सरवन कुमार को एक गुलदस्ता देकर सम्मानित किया और ईमानदारी के लिए उनकी सराहना की। इस घटना की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई तो लोग कुमार की ईमानदारी की तारीफ करने लगे और उसके कार्य को मानवता में विश्वास बनाए रखने वाला बताया।

हटके: पिता की अर्थी को 12 बेटियों ने दिया कंधा

बेटियों को सलाम! पिता की अर्थी को 12 बेटियों ने दिया कंधा, पूरा गांव हुआ शामिल
वाशीम। आमतौर पर भारतीय समाज में माता-पिता के पार्थिव शरीर को कंधा और मुखाग्नि देने की परंपरा बेटों की है। लेकिन महाराष्ट्र में एक पिता की अर्थी को 12 बेटियों ने कंधा देकर यह साबित कर दिया कि माता-पिता के लिए हर संतान बराबर है। महाराष्ट्र के वाशीम जिले के शेंदुरजना गांव में पुरुष प्रधान संस्कृति को पीछे छोड़ 12 बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया 92 साल के बुजुर्ग सखाराम गणपतराव काले का 29 जनवरी को निधन हो गया। उन्हें कोई पुत्र तो नहीं था। लेकिन 12 बेटियां जरूर थी। अंतिम संस्कार में बेटे की कमी उनकी 12 बेटियों ने पूरी कर दी और उनके पार्थिव शरीर को कंधा देकर श्मशान घाट पहुंचाया और मुखाग्नि दी। मृतक सखाराम गणपतराव काले गांव में बतौर सामाजिक कार्यों में हमेशा सक्रिय रहते थे। जिस कारण पूरा गांव उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। अंतिम संस्कार के बाद उनकी बेटियों ने कहा कि हमारे पिता की अंतिम इच्छा थी कि हम सब उनका अंतिम संस्कार करें, और हमने उनकी अंतिम इच्छा पूरी की है। उनकी बेटी भाग्यश्री ने कहा हम 12 बहने हैं। पिताजी के अर्थी को कंधा और मुखाग्नि देकर उनकी अंतिम इच्छा पूरी की है। हमने दिखा दिया कि हम बेटों से कम नहीं हैं।

दर्शक क्षमता के साथ चल सकेंगे सिनेमाघर: जावड़ेकर

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि एक फरवरी से देश भर में सिनेमाघरों को कोविड-19 के सुरक्षा नियमों का पालन करने के साथ शत-प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ परिचालन की अनुमति होगी। मंत्री ने मानक संचालन प्रक्रियाओं को जारी करते हुए कहा कि टिकटों की डिजिटल बुकिंग और अलग-अलग समय पर शो के आयोजन को बढ़ावा दिया जाएगा। जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि एक अच्छी खबर है। फरवरी में लोग सिनेमाघरों में फिल्में देख सकते हैं और उनका आनंद ले सकते हैं क्योंकि हम सिनेमाघरों में शत-प्रतिशत क्षमता के साथ दर्शकों के आने की अनुमति दे रहे हैं। सिनेमाघर अब शत-प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ खुल सकते हैं। हम टिकटों की यथासंभव ऑनलाइन बुकिंग को प्रोत्साहन देते हैं।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...