रविवार, 31 जनवरी 2021

पल्स पोलियो के समूल विनाश हेतु अभियान जारी

पंकज कुमार  
एटा। जनपद में पल्स पोलियो के समूल विनाश हेतु 31 जनवरी रविवार को एक बार पुनः जन्म से लेकर पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का अभियान बड़े ही जोर शोर, उत्साह के साथ सम्पूर्ण जिले में चलाया गया। इस अवसर पर जिलेभर में बूथों पर जीरो से पांच वर्ष के तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर पोलियो से पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास किया गया। जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने इस दौरान पोलियो अभियान के सफल क्रियान्वन हेतु अभियान से जुड़े सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा के साथ निर्वहन करने की हिदायत दी। पोलियो अभियान को इस बार जनसहभागिता के माध्यम से सफल बनाया जाएं। जिलाधिकारी ने इस दौरान जीटी रोड स्थित मंडी समिति स्वास्थ्य केन्द्र पर बनाये गए पोलियो बूथ पर पहुंचकर विधिवत फीता काटकर, नौनिहालों को पोलियो खुराक पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। तदोपरान्त सीएमओ डॉ. अरविंद कुमार गर्ग ने प्रेमनारायण सक्सैना के मेहता पार्क रोड स्थित आवास पर बने बूथ का फीता काटने के साथ ही बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई। सीएमओ के अलावा एसीएमओ डॉ. राम सिंह, आलोक वर्मा आदि ने भी बच्चों को पोलियो दवा पिलाई। डीएम ने इस अवसर पर निर्देश दिए कि जिले के सभी बूथों पर शतप्रतिशत बच्चों को पोलियो दवा पिलाई जाए। अभियान की मॉनीटरिंग हेतु जो भी टीमें लगाई गई है। उनके द्वारा नियमित भृमण कर समीक्षा की जाए। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. अरविंद कुमार गर्ग, एसीएमओ डॉ. राम सिंह, एमओआईसी ऋषभ सक्सेना, डीपीओ संजय सिंह, सीडीपीओ एसपी पांडेय, डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ. रंजीता रानी, आलोक वर्मा, रवींद्र सहाय, शिप्रा जौहरी, सुधीर सक्सेना, रवीश सक्सेना, कल्पना सक्सेना, इंद्रा सहाय, प्रदीप बिसारिया, आलोक जौहरी, दीनेस्वर सहाय, मयूर सक्सेना, अनिल सक्सेना, कुलदीप, रामचंद्र आदि मौजूद थे।

जनपद में कई जगह अवैध खनन लगातार जारी हैं

गोंडा। जनपद के इटियाथोक थाना क्षेत्र कई जगह अवैध मिट्टी खनन लगातार जारी है। खनन करने वाले मिट्टी का खनन कर ऊंचे दामों पर बेचकर मालामाल हो रहे हैं। जिसके कारण राजस्व का चूना लग रहा है। वहीं जगह-जगह जमीनों में गड्ढे हो रहे हैं। जिसके कारण जमीनों के धंसने का खतरा बना रहता है। जिसकी एक बानगी पडरीपारा सराय मे दिखाई दी। जहां पर बेखौफ होकर ट्रालियों में भर भर कर मिट्टी ले जाई जा रही है। ना तो उस पर प्रशासन का कोई रोक है ना ही कोई डर उन्होंने प्रशासन से कोई अनुमति भी नहीं ली लगातार जमीनों से मिट्टी निकाल कर वहां की जमीनों में गड्ढे कर रहे हैं। जिसके कारण आसपास जमीन धंसने का खतरा लगातार मडरा रहा है। कभी भी कोई भी घटना घट सकती है लोगों का कहना है कि प्रशासन ने मिट्टी पर रोक नहीं लगाई है। लेकिन प्रशासन का आदेश है कि जमीन उबड़ खाबड़ है। तो समतलीकरण के लिए मिट्टी निकाली जा सकती है। वह भी अपनी जरूरत के लिए ना कि लगातार मिट्टी निकाल कर जमीन को गड्ढा कर उसे ऊंचे दामों पर बेचने के लिए प्रशासन ने आदेश दे रखा है। इस बारे में जब खनन अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया उनका नंबर नहीं लगा । यहां एक विचारणीय प्रश्न है। कि किसके आदेश से लगातार अवैध खनन किया जा रहा है। अब देखना दिलचस्प है गोंडा जनपद के नए तेजतर्रार जिला अधिकारी अवैध खनन वालों पर क्या कार्यवाही करते हैं? यह तो आने वाला समय तय करेगा।

ईओ-चैयरमैन में घमासान, गंभीर आरोप लगायें

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। इन दिनों खोड़ा नगर पालिका चेयरमैन एवं अधिशासी अधिकारी (ईओ) के बीच घमासान मचा हुआ है। दोनों एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहें हैं। दरअसल मुरादनगर श्मशान घाट हादसे में जहां ईओ जेल के सलाखों के पीछे हैं। वहीं पालिका के चेयरमैन अभी तक साफ बचे हुए हैं। जबकि नगर पालिका के हर कामों के लिए अब तक ईओ और चेयरमैन को बराबर का जिम्मेवार माना जाता रहा है। इस प्रकरण को देखते हुए नगर पालिका के ईओ अब अधिक सचेत हो गये हैं और चेयरमैन की हर बातों को मानने से गुरेज कर रहे हैं। ईओ को यह डर सता रहा है कि किसी तरह की गलती होने पर वह बलि का बकरा न बन जाए। ठेकेदारों के कामकाज की निगरानी और सख्ती भी बढ़ा दी गई हैं। खोड़ा नगर पालिका से जुड़े सूत्र बताते हैं कि यहां भी इसी सख्ती के कारण विवाद बढ़ा है। उधर, खोड़ा नगर पालिका चेयरमैन रीना भाटी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए अधिशासी अधिकारी केके भड़ाना ने सिलसिलेवार ढंग से जबाव दिया है। उन्होंने खुद पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। केके भड़ाना का कहना है कि वह शासन के प्रति जबावदेह हैं। जो अधिकार उन्हें मिल हैं, उसी के तहत काम कर रहे हैं। अधिशासी अधिकारी का कहना है कि पालिका परिषद में 12 कर्मचारी आउट सोर्सिंग पर तैनात किए गए थे। शिकायत मिलने पर उनके कार्यों की जांच कराई गई। जांच में मालूम पड़ा कि सभी कर्मचारी घर बैठे हैं। वह फील्ड में काम नहीं कर रहे हैं। इसके बाद आउट सोर्सिंग कंपनी ने संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। केके भड़ाना का कहना है कि चेयरमैन की तरफ से अनावश्यक दबाव बनाया जा रहा है। वह पालिका के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर मनमाने तरीके से दबाव बनाने की कोशिश करती हैं। इससे विभागीय काम-काज प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि चेयरमैन पालिका परिषद की बोर्ड की अध्यक्ष होने के नाते बोर्ड में फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं। मगर बोर्ड में लिए गए निर्णयों का सही एवं नियमानुसार पालन कराने के लिए ईओ की जवाबदेही आती है। सारी स्थिति से शासन को भी अवगत कराया जा चुका है। ईओ ने चेयरमैन पर हर ठेका देने के बदले कमीशन मांगने का भी गंभीर आरोप लगाया है। ज्ञात हो कि पूर्व में ईओ ने खोड़ा थाने में चेयरमैन समेत दो लोगों के खिलाफ खोड़ा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके चलते ही उन पर दबाव बनाने के लिए चेयरमैन षडयंत्र रच रही हैं। चेयरमैन हर ठेके में कमीशन मांगती हैं, न देने पर कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी देती हैं। कंपनी संचालक ने भी चेयरमैन की शिकायत की है। उधर तीन दिन पूर्व चेयरमैन रीना भाटी ने भी मुख्यमंत्री, सांसद वीके सिंह, विधायक सुनील शर्मा, जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय समेत अन्य अधिकारियों व नेताओं को पत्र भेजकर ईओ के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की थी।

ब्राह्मणो ने की साजिश और सरपरस्त महात्मा गांधी

मेरठ। किसानों का आंदोलन हो शेड्यूल कास्ट का या अनुसूचित जाति का या पिछड़ी जाति का हमेशा से ब्राह्मणों ने अपनी मुराद परस्ती के लिए सर्व समाज का ही नहीं। भारतीय संविधान का नुकसान किया है और किसी को आगे नहीं बढ़ने दिया है। मुस्लिम हमेशा से भारत देश का वफादार मूल निवासी है और मजदूरों का गरीबों का किसानों का हमदर्द रहा है। हिंदू मुस्लिम की भावना और विद्वेष आपसी लड़ाई झगड़े हमेशा ब्राह्मणों ने कराए हैं। भारत के टुकड़े कराने में भी ब्राह्मणों की साजिश है और इनका सरपरस्त महात्मा गांधी थे।
इंडियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन मूलनिवासी महापुरुषों की सामूहिक जन्म जयंती मनाने की तैयारी के अंतर्गत युवा मंडल स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन अपार चेंबर जिमखाना मैदान के सामने बुढ़ाना गेट मेरठ में आयोजित हुआ। जिस के मुख्य अतिथि डॉक्टर यामीन अंसारी और अध्यक्षता डॉक्टर जितेंद्र कुमार नाग केंद्रीय पर्यवेक्षक इंपा नई दिल्ली ने की और संचालन दिनेश कुमार ने किया। जिसमें विशिष्ट अतिथि डॉक्टर सुबोध कुमार डॉक्टर अयूब अली डॉ. प्रमोद कुमार वर्मा, डॉक्टर भारती बिरला, डॉक्टर नरेंद्र कुमार पाल, डॉक्टर मदन लाल, अयूब अली, डॉ. कल्पना सिंह, डॉ. मंजू रानी, एडवोकेट मुकेश कुमार, डॉ. प्रियंका दीपांकर डॉक्टर हितेश कुमार, डॉक्टर सूरज पाल सिंह, डॉक्टर राजेश दौराला, डॉक्टर ओमपाल, डॉ. एस पी सिंह, डॉक्टर इरशाद आदि रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉक्टर इरशाद अली, डॉक्टर फारुख हुसैन, डॉक्टर दुष्यंत कुमार, डॉ. हरिओम सिंह, डॉक्टर मस्जिद आदि रहे। बामसेफ के आप सूट संगठन इंडियन मेडिकल प्रोफेशनल एसोसिएशन के अध्यक्षता में अपने वक्तव्य में डॉ. जितेंद्र नाथ ने कहा कि स्थिति और आजादी के वक्त में ब्राह्मणों ने हमेशा ओबीसी एससी एसटी कन्वर्टेड माइनॉरिटी मुस्लिम का हमेशा शोषण किया है और आज भी कर रहा है। ब्राह्मण व्यवस्था ने भारतीय संविधान को बनते ही 15 दिन बाद प्रतियां जलाई थी और आज भी गणतंत्र दिवस पर काला दिवस मनाता है। इसका हमेशा r.s.s. ही दुश्मन रहा कि कोई भी ऊपर ना उठ जाए आज किसान आंदोलन करोड़ों की संख्या में लेकिन ईवीएम के भरोसे होते हुए यह सरकार किसी गरीब मजलूम मजदूर किसान की नहीं सुन रही है। केवल अपनी मनमानी कर रही है और किसानों के बेटे जवानों को आपस में लड़ जा रही है। आने वाले वक्त में यह सरकार ओबीसी sc-st माइनॉरिटी को हमेशा हिंदू मुस्लिम के झगड़े कराकर कटवाने की बात करती है। लेकिन 42 साल से बामसेफ के कार्यकाल की मेहनत रंग ला रही है कि आज हिंदू मुस्लिम के झगड़े कराने में ब्राह्मण नाकाम हो रहे हैं। लेकिन अपनी साजिश से बराबर रख रहे हैं और विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका मीडिया सभी पर कब्जा जमाए हुए हैं। यह हमें समझना होगा कि देश का दुश्मन आर एस एस और उसके संगठन मात्र हैं। जिसका सर्वोपरि संचालन ब्राह्मण के हाथ होता है और आज समाज में जो आरक्षित सीटों से चुनकर विधायक और सांसद बन कर अपना नेतृत्व करने की झांक दिखाते हैं। वह केवल ब्राह्मणों के गुलाम का काम कर रहे हैं। हमें इस से उतरना होगा। अन्यथा आने वाला कल और भी बुरा साबित होगा। कार्यक्रम में डॉक्टर सूरज पाल सिंह, डॉक्टर साहब, डॉक्टर मस्जिद, डॉक्टर पूजा प्रमोद सिद्धार्थ, हरीश गौतम, ओमपाल सिंह, राहुल कुमार आदि ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में डॉक्टर रितेश कुमार, चरण सिंह, प्रियंका दीपांकर, वीपी सिंह, धर्मेंद्र कुमार, महेश सिंह, राम सिंगार, प्रमोद सिद्धार्थ, देव कुमार, हरीश गौतम, दिनेश कुमार, संजय कुमार, एडवोकेट राहुल मनोज कुमार, हैप्पी सिंह, अब्दुल मजीद, इसरार अहमद, यामीन खान, महेंद्र प्रताप, रियाजुद्दीन हकीम अंसारी, लोहिया आदि सैकड़ों डॉक्टरों ने प्रोग्राम में हिस्सा लिया।

यूपी: बहुजन मुक्ति पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ेगी

मेरठ। किसान मजदूर मजलूम बहुजन मूलनिवासी विरोधी सरकार के विरुद्ध बहुजन मुक्ति पार्टी उत्तर प्रदेश के 403 समस्त विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी और बहुजन समाज के उत्थान के लिए हमेशा कार्य करेगी।
मेरठ मंडल स्तरीय बहुजन मुक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग डॉक्टर जाकिर हुसैन कॉलोनी में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पश्चिमांचल जोन प्रभारी एडवोकेट मुकेश कुमार ने की और संचालन मेरठ जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह ने किया। बैठक में किसान मजदूर मजलूम ओबीसी sc-st माइनॉरिटी की विरोधी वर्तमान बीजेपी सरकार के खिलाफ बहुजन मुक्ति पार्टी समस्त उत्तर प्रदेश में प्रत्येक विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी। बैठक में आर डी गादरे ने मीटिंग में त्रिस्तरीय जिला पंचायतों के चुनाव की समीक्षा की सभी जिलों से जिला पंचायत हेतु प्रत्याशियों की सूची ली गई। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जल्द ही की जाएगी जिले की सभी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ने के निर्देश दिए। जिलों का कार्यक्रम हेतु दौरा अगली निर्धारित तिथि से किया जाएगा। फरवरी 2021 तक वॉल पेंटिंग कराने के भी निर्देश दिए गए। सामान्य सदस्यता अभियान जोरों पर चलाए जाने पर जोर दिया गया। विधानसभा चुनाव उत्तर प्रदेश 2022 को देखते हुए बहुजन मुक्ति पार्टी ने प्रत्येक विधानसभाओं में समस्त कार्यकर्ताओं को लगन और मेहनत से कार्य करने का भी निर्देश दिया। प्रत्येक मंडल मुख्यालय पर पार्टी का कार्यालय बनाया जाएगा। बहुजन मुक्ति पार्टी की परिवर्तन की तैयारी हेतु प्रत्येक विधानसभा में जबरदस्त कार्य किए जाएंगे। जिलों का संगठन भाषा में हेर फेर बदल किया जाएगा। जो निष्क्रिय कार्यकर्ता है। उनको कार्यरत किया जाएगा और पार्टी में योग्य पार्टी प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी भी सक्रिय रखे जाएंगे। जो निष्क्रिय हैं। उनको तुरंत हटाने के निर्देश दिए गए। आज वर्तमान जनविरोधी सरकार को देखते हुए एडवोकेट मुकेश कुमार ने कहा बहुजन मुक्ति पार्टी लगातार किसान आंदोलन को सहयोग कर रही है और खुल करके भी गरीब मजदूर मजलूम पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति मुस्लिम समुदाय समस्त समानता के धर्मों के मानने वालों पर मेहनत की जा रही है। जो वर्तमान जनविरोधी सरकार जनता में फासीवादी निरंकुशता वाली नीतियों हो जवाब दिया जाएगा और आने वाले वक्त में बहुजन मुक्ति पार्टी की सरकार में जो ईवीएम से बनी हुई सरकार है। उसको हटाने के लिए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करते हैं। जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह ने कहा के गांव-गांव में गली-गली घर-घर में लोगों को जन सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी और बढ़ते हुए बिजली के बिल हो या तेल की समस्याएं पेट्रोल डीजल सब पर पैसे घटाए जाएंगे। जो मुनासिब रेट होगा वही दिया जाएगा बागपत जिला अध्यक्ष राम कुमार बौद्ध ने कहा कि वर्तमान सरकार घटिया है।जिसका हल केवल खटिया है। वह चुनाव चिन्ह बहुजन मुक्ति पार्टी का बैठक मे एड मुकेश कुमार आर डी गादरे मोहम्मद फुरकान मलिक, ओमवीर सिंह, सुएब एड, अतर सिंह गुप्ता, एडवोकेट तौफीक हकीमुद्दीन, काज़िम अहमद, रामकुमार बौद्ध, संजय कुमार, महमूद महाराज सैफी, सोहनबीर सिंह आदि ने विचार रखे।

378 कैरेट के टॉप व्हाइट डायमंड को खोज निकाला

गाबारोनी। अफ्रीकी महाद्वीप हीरा, सोना और चांदी की अपनी खदानों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। आए दिन इस महाद्वीप के अलग-अलग देशों में ऐसी बेशकीमती चीजें मिलती रहती हैं। जिसकी कीमत अरबों में लगाई जाती हैं। हाल में ही कनाडा की एक प्रसिद्ध माइनिंग कंपनी ने अफ्रीकी देश बोत्सवाना के एक खदान से 378 कैरेट के टॉप व्हाइट डायमंड को खोज निकाला है। रिपोर्ट के अनुसार, इस हीरे को 15 जनवरी 2021 को खोजा गया था। बताया जा रहा है कि बोत्सवाना के साउथ लोबे के कारोवे खदान से मिला 200 कैरेट के ऊपर का यह 55वां हीरा है। इस खदान में हीरे की खोज का काम 2012 में शुरू किया गया था। इस खदान को कनाडा की कंपनी लुकारा डायमंड ऑपरेट कर रही है। कंपनी ने बताया कि यह इस साल की 300 से ज्यादा कैरेट का दूसरा हीरा है। इससे पहले भी हम एक और 300 कैरेट के हीरे की खोज कर चुके हैं। इस हीरे की खोज साल 2021 की हमारी मजबूत शुरुआत को दर्शाता है। 378 कैरेट का यह असाधारण और उच्च श्रेणी का चमकदार हीरा अत्याधिक कीमत वाले रत्नों की श्रेणी में शामिल है। बोत्सवाना की अद्भुत हीरे की क्षमता को हम लगातार बढ़ाते रहेंगे। हीरे के जानकारों ने बाजार मे इस 378 कैरेट के टॉप व्हाइट डायमंड की कीमत 110 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई है। माना जा रहा है कि बिक्री के दौरान इसकी कीमत इससे भी कहीं ज्यादा हो सकती है। कारोवे खदान बोत्सवाना के शीर्ष हीरा उत्पादकों में गिना जाता है। अब तक हीरे को ही दुनिया की सबसे हार्ड या कठोर चीज मानी जाती है। लेकिन यह सही नहीं है। साल 2009 तक हीरे को दुनिया की सबसे कठोर चीज माना जाता था। लेकिन वैज्ञानिकों ने दो दुर्लभ खनिजों के बारे में पता लगाया है। जो हीरे से भी कठोर होते हैं। वे दो खनिज वुर्टजाइट बोरोन नाइट्राइड और लोन्सडेलीट हैं।

प्रयागराज: 8 सीटों के लिए 112 लोगों ने की दावेदारी

विधानसभा की आठ सीटों के लिए 112 लोगों सपा नेताओं ने की दावेदारी
बृजेश केसरवानी   
प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं की सूची लंबी हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र की आठ सीटों के लिए 112 लोगों ने दावेदारी की है। प्रतापपुर और फूलपुर सीट के लिए तो 20 से अधिक आवेदन पहुंचे हैं। हालांकि तीनों सुरक्षित सीटों के लिए 10 से भी कम नेताओं ने दावेदारी की है।
सपा में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया अभी से शुरू हो गई है। इसी क्रम में दावेदारों से आवेदन मांगे गए हैं। जहां पार्टी का विधायक है। उन सीटों के लिए आवेदन नहीं मांगे गए। इस तरह से यहां की करछना विधानसभा सीट के लिए आवेदन नहीं मांगा गया है। आवेदन की आखिरी तारीख 26 जनवरी घोषित की गई थी। उस अवधि तक ग्रामीण क्षेत्र की शेष आठ सीटों के लिए 112 आवेदन आए हैं। हालांकि अब आवेदन की आखिरी तारीख 15 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। ऐसे में संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। 26 जनवरी तक हुए आवेदनों के अनुसार प्रतापपुर सीट के लिए सबसे अधिक 26 लोगों ने दावेदारी की है। वहीं फूलपुर के लिए 23 आवेदन पहुंचे हैं। मेजा के लिए 18, हंडिया में 14 तथा फाफामऊ में 11 लोगों ने आवेदन किया है। सुरक्षित सीट सोरांव के लिए सात, बारा में आठ तथा कोरांव विधानसभा सीट के लिए पांच लोगों ने सपा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। शहर की तीन विधानसभा के लिए भी अब तक 20 नेताओं ने दावेदारी की है। जिला प्रवक्ता दान बहादुर मधुर का कहना है। कि जिला और महानगर अध्यक्ष के अनुमोदन के बाद सभी के आवेदन लखनऊ चले गए हैं।
दावेदारों में युवा नेता भी पीछे नहीं...
गौर करने वाली बात यह है। कि सपा से टिकट के लिए दावेदारी करने वालों में वरिष्ठ नेताओं के अलावा छात्र राजनीति से आने वाले युवाओं की भी लंबी सूची है। इनमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह के अलावा पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा, जॉटी यादव, छात्रसभा के जिलाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता गुड्डू, पियूष श्रीवास्तव, युवजन सभा के संदीप यादव, रवींद्र यादव आदि शामिल हैं।

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...