शनिवार, 30 जनवरी 2021

पोलियो टीकाकरण अभियान 31 जनवरी से शुरू

राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान 31 जनवरी से शुरू, कोरोना वैक्सीनेशन की वजह से टला था कार्यक्रम

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है। कि राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम 31 जनवरी से शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत पांच वर्ष तक के आयु वर्ग वाले बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाती है। इसे आम तौर पर ‘पल्स पोलियो टीकाकरण’ कार्यक्रम के नाम से जाना जाता है।
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस  की शुरुआत देशभर में 17 जनवरी से होने वाली थी लेकिन 16 जनवरी से शुरू हुए कोरोना टीकाकरण अभियान के चलते इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 जनवरी को बताया था, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू करने जा रहे हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। इसलिए, भारत के राष्ट्रपति कार्यालय के परामर्श से स्वास्थ्य मंत्रालय ने पोलियो टीकाकरण दिवस, जिसे राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (एनआईडी) या पोलियो रविवार भी कहा जाता है। उसे 31 जनवरी से शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
मंत्रालय ने कोविड प्रबंधन एवं टीकाकरण और कोविड के अलावा अन्य आवश्यक सेवाओं के एक साथ सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति  30 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में कुछ बच्चों को पोलियो खुराक पिलाकर पोलियो राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की शुरुआत करेंगे। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 9 जनवरी को सभी राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को भेजे एक पत्र में कहा था। अप्रत्याशित गतिविधियों के कारण 17 जनवरी 2021 से शुरू हो रहे राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (एनआईडी) को अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है।
 

जैश ने दूतावास के सामने हुए हमले की जिम्मेदारी लीं

जैश उल हिंद ने ली भारत में धमाके की जिम्मेदारी, इजराइली दूतावास को बनाया था निशाना

नई दिल्ली। जैश उल हिंद ने दिल्ली में इजरायल दूतावास के सामने हुए हमले की जिम्मेदारी ली। कथित तौर पर मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम के मैसेज के जरिए इसकी पुष्टि का दावा किया जा रहा है। इस मैसेज में कहा गया है। सर्वशक्तिमान अल्लाह की कृपा और मदद से, जैश उल हिंद के सैनिक दिल्ली के एक हाई सिक्योरिटी इलाके में घुसपैठ करने और आईईडी हमले को अंजाम दे पाए। यह हमलों की एक श्रृंखला की शुरुआत है। जो प्रमुख भारतीय शहरों को निशाना बनाएगा और भारतीय सरकार द्वारा किए गए अत्याचारों का बदला लेगा। हालांकि ये किस तरह का संगठन है। इसके तार किसके साथ जुड़े हुए हैं। क्या ये कोई स्लीपर सेल है। इसकी जानकारी जांच एजेंसियों के पास नहीं है। दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर धमाके की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है। नए-नए सुराग सामने आने लगे हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और एनआएऐ की टीम जांच कर रही है। वहीं जांच एजेंसियों की जांच में दिल्ली में इजरायली दूतावास के बाहर धमाके का ईरानी कनेक्शन सामने आ रहा है। मौके से जांच एजेंसियों को एक लेटर मिला है। जिस पर लिखा है। कि ये तो सिर्फ एक ट्रेलर था। इसी लेटर में ईरान के दो ईरानियों की हत्या का भी जिक्र है। लेटर में लिखा है। कि वो सैन्य कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेंगे। लेटर में परमाणु वैज्ञानिक आर्देशिर की हत्या का भी जिक्र है। 
ईरान के बड़े परमाणु वैज्ञानिक आर्देशिर की ड्रोन-गन से हत्या की गई थी। ईरान इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराता है। 30 नबम्बर 2020 को ईरान के परमाणु वैज्ञानिक की ड्रोन अटैक में हत्या हुई थी। उसके लिए ईरान के राष्ट्रपति ने सीधे तौर से इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था। दिल्ली में आठ साल बाद कोई बड़ा बम धमाका हुआ है। आखिरी धमाका 13 फरवरी 2012 को हुआ था। इजरायली राजनयिक को निशाना बनाया गया था। दूतावास के कर्मचारी समेत 4 लोग जख्मी हुए थे। इससे पहले 7 सितंबर 2011 को दिल्ली हाईकोर्ट के बाहर ब्लास्ट हुआ था। हाईकोर्ट के बाहर धमाके में 11 लोगों की मौत हुई थी। और 80 जख्मी हुए थे।

अमेरिका: उपद्रवियों ने तोड़ी महात्मा गांधी की प्रतिमा

उपद्रवियों ने तोड़ी महात्मा गांधी की प्रतिमा, चेहरे का आधा हिस्सा गायब, भारत ने दर्ज कराया विरोध

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में एक पार्क में लगी महात्मा गांधी की मूर्ति से कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की। अब वहां रहने वाले भारतीय मांग कर रहे हैं। कि पुलिस इस मामले की जांच हेट क्राइम के केस की तरह करे।
भारत ने भी इस मामले को लेकर विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय ने बताया है। कि वॉशिंगटन में भारतीय दूतावास ने इस मामले को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया और जांच की मांग की है। 6 फीट लंबी और करीब 294 किलो वजनी कांसे की प्रतिमा नॉर्दर्न कैलिफोर्निया में डेविस शहर के सेंट्रल पार्क में लगी थी। गांधी की इस प्रतिमा को टखनों से काटा गया था। और आधा चेहरे भी गायब था।
पुलिस के मुताबिक, गांधी की टूटी प्रतिमा पार्क के एक कर्मचारी को 27 जनवरी की सुबह मिली थी। डेविस सिटी के काउंसिलमैन लुकस फ्रेरिक्स ने बताया कि गांधी की प्रतिमा को फिलहाल हटा कर सुरक्षित जगह पर रखा गया है। और जांच की जा रही है।
जांचकर्ता अभी भी यह पता नहीं लगा सके हैं। कि वास्तव में प्रतिमा को कब तोड़ा गया और इसके पीछे क्या कारण था। डेविस पुलिस ने कहा कि हम इस मामले को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। गांधी की यह प्रतिमा भारत सरकार की तरफ से डेविस शहर को दी गई थी। इसे शहर में चार साल पहले लगाया गया था।
भारत सरकार ने दी थी बापू की प्रतिमा
डेविस पुलिस विभाग के उप प्रमुख पॉल डोरोशोव ने कहा कि डेविस में लोगों के एक हिस्से के लिए इसे एक सांस्कृतिक आइकन के रूप में देखा जाता है। इसलिए हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। महात्मा गांधी की इस मूर्ति को भारत सरकार की ओर से डेविस सिटी को दान में दिया गया था। इस मूर्ति को सिटी काउंसिल ने चार साल पहले गांधी-विरोधी और भारत-विरोधी संगठनों के प्रदर्शन के दौरान स्थापित किया था।
मूर्ति स्थापित करने का किया था। विरोध
ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइनोरिटीज इन इंडिया (ओएफएमआई ) और खालिस्तान समूह ने इन विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई की और प्रतिमा की स्थापना का विरोध किया। दूसरी ओर डेविस सिटी के नागिरकों ने मूर्ति को स्थापित किए जाने का समर्थन किया और इसकी स्थापना की गई।
इस घटना के बाद से ही ओएफएमआई ने महात्मा गांधी की मूर्ति को हटाने के लिए अभियान चलाया हुआ है। वहीं, इस घटना के बाद से डेविस सिटी में रहने वाले भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने नाराजगी व्यक्त की है। और अपना रोष जाहिर किया है।

कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया ने फैसला लिया

नई दिल्ली। बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया ने एक बड़ा फैसला लिया है। 87 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा। जब फर्स्ट क्लास घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सकेगा। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के बाद बीसीसीआई ने विजय हजारे ट्रॉफी को कराने का फैसला किया है। इस साल रणजी ट्रॉफी नहीं कराने का फैसला किया है। बता दें कि कुछ समय पहले भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और घरेलू दिग्गज वसीम जाफर ने कहा था। कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विजय हजारे, दलीप और देवधर ट्रॉफी को इस सत्र में रद्द कर दिया जाना चाहिए और इसके बजाय उस समय का उपयोग रणजी ट्रॉफी का आयोजन किया जाना चाहिए. लेकिन अब बीसीसीआई ने फैसला किया है। कि इस सत्र में विजय हजारे ट्रॉफी को ही कराया जाएगा।
विजय हजारे ट्रॉफी के अलावा बीसीसीआई महिला सीनियर वनडे ट्रॉफी और अंडर-19 क्रिकेट में वीनू मांकड़ वनडे ट्रॉफी का आयोजन भी कराएगा। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने राज्य संघों को भेजे अपने पत्र में लिखा है। कि यह फैसला राज्य संघों से मिले फीडबैक और कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए यह फैसला किया है।
इस मुद्दे पर पीटीआई से बात करते हुए शाह ने कहा कि मुझे आपको यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है। कि हम विजय हजारे ट्रॉफी के साथ-साथ सीनियर महिला एक दिवसीय टूर्नामेंट का संचालन करने जा रहे हैं। और इसके बाद वीनू मांकड़ ट्रॉफी अंडर -19 का आयोजन होगा। यह घरेलू सीजन 2020-21 पर आपकी प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद तय किया गया है। शाह ने राज्य इकाइयों को एक पत्र लिखा जिसके बाद यह फैसला किया गया है।
बता दें कि कोरोना वायरस के खतरे के बीच भारत में पहली बार इंटरनेशनल सीरीज फरवरी में खेला जाएगा। भारत और इंग्लैंड के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच 5 फरवरी को चेन्नई में खेला जाएगा। वहीं, घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली का बीसीसीआई ने सफल आयोजन किया है।

मुरादाबाद: कंटेनर में भिड़ंत में 10 की मौत, 25 घायल

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के कुंदरकी क्षेत्र के आगरा स्टेट हाइवे पर शनिवार को घने कोहरे के बीच कैंटर और बस के बीच भिड़ंत हो गई। जिससे कम से कम दस यात्रियों की मौत हो गई जबकि 25 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि तड़के लगभग आठ बजे मुरादाबाद-आगरा हाईवे स्थित बिलारी सर्किल में हुसैनपुर पुलिया नानपुर के पास यह हादसा उस समय हुआ जब मुरादाबाद की ओर से यात्रियों से भरी एक प्राईवेट बस को ओवरटेक करने के प्रयास में कैंटर टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस की चालक साईड पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

स्पोर्ट्स पर फिल्म में काम करेंगे एक्ट्रेस आमिर

मुंबई। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट अभिनेता आमिर खान स्पोर्ट्स पर आधारित फिल्म में काम करते नजर आ सकते हैं। आमिर खान इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म लाला सिंह चड्डा में व्यस्त हैं। चर्चा है कि निर्देशक आरएस प्रसन्ना, आमिर खान से एक फिल्म पर बात कर रहे हैं, जो स्पोर्ट्स बैकग्राउंड पर आधरित होगी। आमिर इस फिल्म के लिये दिलचस्पी दिखा रहे हैं। यह फिल्म स्पोर्ट्स की पृष्ठभूमि पर आधारित होगी, जिसमें ह्यूमर भी काफी होगा। हालांकि यह पूरी तरह से स्पोटर्स पर आधारित फिल्म नहीं होगी लेकिन इसकी पृष्ठभूमि उसी पर आधारित होगा। इस फिल्म का स्क्रीनप्ले एक स्पैनिश फिल्म से लिया गया है। आमिर इस फिल्म को लेकर ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग के बाद ही अंतिम फैसला लेंगे। यदि आमिर यह फिल्म साइन कर लेते हैं तो उन्हें स्पोर्ट्स की बैकग्राउंड की फिल्म में देखना काफी दिलचस्प होगा।

पंजाब: अमरिंदर ने सरकार को आगाह किया

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन का फायदा उठाकर पाकिस्तान सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को पाकिस्तानी साजिशों को लेकर आगाह किया है। सीएम अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि किसान आंदोलन के शरुआत से ही पाकिस्तान पंजाब में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है और साथ में बड़े पैमाने पर ड्रोन के जरिए हथियार भेज रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को अशांत पंजाब सूट करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान के स्लीपर सेल हैं जिसे वह ऐक्टिवेट कर सकता है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2020 से किसान आंदोलन जबसे शुरू हुआ है पाकिस्तान पंजाब में हथियारों के साथ-साथ पैसे और हेरोइन भी भेज रहा है।

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा

27 वर्ष बाद दुष्कर्मी को 10 साल की सजा  गणेश साहू  कौशाम्बी। सैनी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में खेत से लौट रही बालिका के साथ 27 वर्ष पहले स...