शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

यूपी में जिला जज ने लगाई फांसी, हुई मौत

युप में जिला जज ने फांसी लगाकर दी जान, लटका मिला शव
अश्वनी उपाध्याय   
गाजियाबाद। दिल्‍ली से सटे उत्‍तर प्रदेश के महत्‍वपूर्ण शहर गाजियाबाद के जिला एवं सत्र न्‍यायाधीश योगेश कुमार का शव उनके आवास में फांसी पर लटका मिला है। पुलिस इसे आत्‍महत्‍या का मामला बता रही है। जज योगेश कुमार अपर जिला एवं सत्र न्‍यायालय के कोर्ट संख्‍या-9 में तैनात थे। जानकारी के अनुसार, उनका आवास शहर के सिहानी थाना गेट में है। और यहीं पर उनका शव पाया गया है। जानकारी के अनुसार मूल रूप से मेरठ निवासी योगेश कुमार गाजियाबाद के कोर्ट संख्‍या 9 में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के रूप  में तैनात थे। वे सिहानी गेट थाना इलाके के नेहरू नगर में स्थित सरकारी आवास में रहते थे। योगेश कुमार की 17 मार्च 2020 को गाजियाबाद जिला अदालत में नियुक्ति हुई थी। उनकी यहां पहली पोस्टिंग थी।

किसान आंदोलन में राजनीतिक गतिविधि भी तेज

किसान आंदोलन में राजनीतिक गतिविधि भी तेज, एसपी, बीएसएफ, आप कांग्रेस सभी आए आगे

नई दिल्ली। कृषि बिल के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक दलों का सियासत भी तेज है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर बवाल के बाद शुरू हुई कार्रवाई को लेकर तमाम विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसान नेता राकेश टिकैत को फोन कर उनका हालचाल जाना है। बातचीत में राकेश टिकैत ने अखिलेश यादव को सेहत का हाल बताया है। फोन पर बात करने के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बताया कि अभी राकेश टिकैत जी से बात करके उनके स्वास्थ्य का हाल जाना भाजपा सरकार ने किसान नेताओं को जिस तरह आरोपित व प्रताड़ित किया है। वो पूरा देश देख रहा है। आज तो भाजपा के समर्थक भी शर्म से सिर झुकाए और मुंह छिपाए फिर रहे हैं। आज देश की भावना और सहानुभूति किसानों के साथ है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ऐलान किया है। कि किसानों के समर्थन में आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का उनकी पार्टी बहिष्कार करेगी मायावती ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर दंगे की आड़ में निर्दोष किसान नेताओं का बलि का बकरा न बनाया जाए। वहीं आज दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की साथ ही दिल्ली सरकार की ओर से की गई पानी की व्यवस्था का जायजा लिया। सिसोदिया ने इस दौरान कहा कि मुझे सीएम अरविंद केजरीवाल ने भेजा है। कल रात आपकी बात हुई थी। तो पानी की सप्लाई की गई। डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है। और कोई ज़रूरत हो तो हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पेट इंटरनेट से नहीं, रोटी से भरता है।आज कुछ पूंजीपतियों के दबाव में किसान को गद्दार कहा जा रहा है। जिस सरदार को कट्टर देशभक्त माना जाता है उसको गद्दार कहा जा रहा है। संसद परिसर में किसानों को लेकर अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, यह आंदोलन पूरे देश का आंदोलन है। देश के किसानों की आवाज है। जिसको सरकार कुचलना चाहती है। देश की जनता इसको बर्दाश्त नहीं करेगी। कोर्ट ने कहा था। ये उनका अधिकार है- बैठने का।

जांच आयोग का कार्यालय फिर 6 माह के लिए बढ़ा

हैदराबाद एनकाउंटर मामले का जांच आयोग का कार्यकाल फिर 6 माह के लिए बढ़ा
हैदराबाद। सुप्रीम कोर्ट ने हैदराबाद मुठभेड़ मामले की जांच कर रहे न्यायमूर्ति वीएस सिरपुरकर की अध्यक्षता वाले आयोग का कार्यकाल 6 महीने के लिए और बढ़ाया। यह जांच आयोग हैदराबाद में एक पशु चिकित्सक के साथ गैंगरेप और हत्या के 4 आरोपियों की एक मुठभेड़ में मारे जाने की घटना की जांच कर रहा है। इससे पहले जुलाई में भी सुप्रीम कोर्ट ने यह कार्यकाल 6 महीने बढ़ाया था। एससी के रिटायर जस्टिस वीएस सिरपुरकर की जांच कमेटी ने जांच पूरा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से समय बढ़ाने की मांग की थी। उन्होंने इसके लिए कोरोना के दौरान आई दिक्कत का हवाला दिया था। प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने आयोग के आवेदन पर सुनवाई करते हुए उसका कार्यकाल बढ़ाने के बारे में आदेश पारित किया। न्यायालय ने 12 दिसंबर 2019 को शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश वीएस सिरपुकर की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय आयोग गठित किया था। आयोग को 6 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट न्यायालय को सौंपनी थी।आयोग का कहना है। कि कोरोना संकट के चलते हैदराबाद एनकाउंटर मामले की जांच तय समय में पूरी नहीं हो पाई है।

पोलैंड सरकार ने देश में गर्भपात पर लगाया बैन

पोलैंड सरकार ने देश में गर्भपात पर लगाया बैन, महिलाओं का विरोध प्रदर्शन

वारसॉ। पोलैंड की सरकार ने गर्भपात पर लगभग पूरी तरह से बैन लगा दिया है। इसको लेकर देश में महिलाओं में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। पोलैंड में भ्रूण में किसी भी तरह की दिक्कत आने पर कानूनी तौर पर महिलाएं गर्भपात करा सकती थीं। हालांकि, नए नियम के अनुसार गर्भपात पर अब लगभग पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। पिछले साल 22 अक्टूबर को वहां की एक कोर्ट ने ये आदेश जारी किया था जिसे पोलैंड की सरकार ने अब लागू किया है। गर्भपात को गैरकानूनी बताते वाले कोर्ट के आदेश के खिलाफ महिलाएं पिछले साल से ही विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। पोलैंड की राजधानी वॉरसॉ और अन्य शहरों में महिलाओं के अधिकार की मांग के लिए और इस कानून के विरोध के लिए महिलाएं, और संगठन सड़कों पर उतर आए हैं। पोलैंड की कुछ महिलाओं का कहना है, कि अगर भ्रूण में कोई दिक्कत होने पर वो गर्भपात नहीं कर सकतीं तो फिर वो बच्चे पैदा करने की कोशिश भी नहीं करेंगी।

2 दिनों की यात्रा पर बंगाल पहुंचेंगे गृहमंत्री शाह

आज रात 2 दिनों की यात्रा पर बंगाल पहुंचेंगे अमित शाह, बीजेपी में शामिल हो सकते हैं कई नेता

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में इस साल चुनाव है। इसको लेकर काफी गहमागहमी भी है। इसी के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के 2 दिवसीय दौरे पर शुक्रवार रात कोलकाता पहुंच रहे हैं।अमित शाह के इस हाई-प्रोफाइल बंगाल दौरे के दौरान प्रदेश की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों से कई नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। जानकरी के मुताबिक नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर अमित शाह लगभग 11 बजे पहुंचेंगे। शाह की बंगाल की पिछली यात्रा के दौरान, तृणमूल कांग्रेस नेता और पूर्व राज्य परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी 19 दिसंबर को भाजपा में शामिल हो गए थे। शाह कलनादिया जिले के मायापुर में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस का दौरा करने वाले हैं। वह उत्तर 24-परगना के ठाकुरनगर क्षेत्र में एक रैली को भी संबोधित करेंगे। यहां मतुआ समुदाय का वर्चस्व है। 31 जनवरी को शाह कोलकाता में भारत सेवाश्रम संघ का दौरा करेंगे और हावड़ा जिले के डुमुरजला स्टेडियम में रैली करेंगे जहां कई नेताओं के भाजपा में शामिल होने की उम्मीद है।

ट्रेक्टर मालिक किसानों से एचसी ने मांगा जवाब

ट्रैक्टर मालिक किसानों से 10 लाख तक के पसर्नल बॉन्ड व जमानत मांगने पर याचिका दाखिल, एचसी ने मांगा जवाब
बृजेश केसरवानी   
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने ट्रैक्टर मालिक किसानों से भारी राशि के पर्सनल बॉन्ड और जमानतें मांगने के मामले में डीएम, सीतापुर से जवाब तलब किया है। दरअसल सीतापुर के डीएम ने जिले के ट्रैक्टर मालिक किसानों को नोटिस भेजा था। सीआरपीसी की धारा-111 के तहत ये नोटिस भेजा गया था। इसमें कानून व्यवस्था पर संकट की आशंका के चलते नोटिस देने की बात कही गई थी। नोटिस में ट्रैक्टर मालिक किसानों से 50 हज़ार से लेकर 10 लाख तक के पर्सनल बॉन्ड और इतनी ही रक़म की दो जमानतें मांगी गई थीं। डीएम सीतापुर के इस आदेश पर जनहित याचिका हाईकोर्ट में दाखिल हुई है। मामले की अगली सुनवाई 2 फरवरी को होगी। जिलाधिकारी से निर्देश प्राप्त कर कोर्ट को अवगत कराने का आदेश अपर महाधिवक्ता को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति राजीव सिंह की खंडपीठ ने अरुन्धति धुरू की ओर से दाखिल जनहित याचिका पर दिया है।

ए छोरियों हट जाओ, क्या ट्रैक्टर के नीचे आना है ?

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के मंडावली थाने में तैनात इंस्पेक्टर (एटीओ) पुष्पलता ने किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के प्रवक्ता राकेश टिकैत पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया है। महिला इंस्पेक्टर का आरोप है कि टिकैत जुबान से कुछ और इशारों में कुछ और कह रहे थे। उनका इरादा किसानों को तय रूट पर न भेजकर दिल्ली की ओर भेजना था। पुष्पलता और उनके साथ मौजूद महिला एसआई सुमन कुशवाहा जब बैरिकेड तोड़ रहे ट्रैक्टरों पर लटककर उसको रोकने की कोशिश कर रही थीं तो टिकैत ने देसी अंदाज में कहा, “ए छोरियों हट जाओ, क्या ट्रैक्टर के नीचे आना है। पुष्पलता ने बताया कि किसानों की भीड़ के आगे फोर्स कम थी। किसान जबरन बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली की ओर निकल गए। इंस्पेक्टर पुष्पलता ने बताया कि वह मूलरूप से गांव चांदतारा, खरखौदा, मेरठ की रहने वाली हैं। 26 जनवरी को उनकी ड्यूटी गाजीपुर अंडरपास पर थी। ट्रैक्टर रैली को यहीं से मुड़कर आनंद विहार की ओर जाना था। सुरक्षा बलों को वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया था कि रैली दोपहर 12 बजे शुरू होगी, लेकिन 9.30 बजे से ही किसानों ने अपनी रैली शुरू कर दी। इस बीच कुछ किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़कर एनएच-24 की सर्विस लेन से दिल्ली की ओर कूच करने का प्रयास किया तो वह एसआई सुमन के साथ ट्रैक्टर के आगे आ गईं। उस समय राकेश टिकैत भी वहां मौजूद थे। पुष्पलता के मुताबिक टिकैत ने किसानों को रोकने का बिल्कुल भी प्रयास नहीं कहा...। किसान बैरिकेड तोड़ रहे थे तो वह दिखावे के लिए उनको आनंद विहार की ओर जाने के लिए कह रहे थे। पुष्पलता के मुताबिक जिस ट्रैक्टर पर वह लटकी थीं। उस ट्रैक्टर चालक ने रेस देकर उनको डराने का प्रयास किया। लेकिन वह बिल्कुल भी नहीं डरीं। आखिर में उस ट्रैक्टर वाले को आनंद विहार की ओर ही जाना पड़ा।

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...