सोमवार, 25 जनवरी 2021

मतदाता दिवस पर थाना अध्यक्षो को शपथ दिलाई

पंकज कुमार    
एटा। जनपद के सभी थानों पर थाना प्रभारियों द्वारा तथा पुलिस कार्यालय पर श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर पूर्ण हर्ष एवं उल्लास के साथ शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया, कि सभी पुलिसकर्मी बिना किसी प्रलोभन से अपने मत का सही प्रयोग करें। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह तथा क्षेत्राधिकारी सकीट देव आनंद मौजूद रहे। हम भारत के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं, कि हम अपने देश की लोकतांत्रित परम्पराओं की मर्यादा को बनाये रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए। निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

पुराने वाहनों पर परिवहन मंत्रालय का नया कर

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदूषण फैलाकर पर्यावरण को दूषित करने वाले वाहनों पर 'हरित कर' लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि मंत्री नितिन गडकरी ने जिन प्रस्तावों को मंजूरी दी है। उन्हें अधिसूचित करने से पहले राज्य सरकारों को विचार विमर्श के लिए भेजा जा रहा है। देश में वाणिज्यिक वाहन कुल वाहनों का पांच फीसदी है। लेकिन वे 65 से 70 फीसदी तक पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। प्रस्ताव में प्रावधान है, कि जो वाहन आठ साल से ज्यादा पुराने हैं। उनको फिटनेस सर्टिफिकेट देते समय रोड टैक्स के दस से 25 प्रतिशत की दर से हरित कर देना होगा। निजी वाहनों को पंजीकरण के नवीकरण के समय 15 साल का हरित कर लिया जाएगा। सिटी बस जैसे सार्वजनिक वाहनों पर हरित कर कम दर से लगाया जाएगा। बहुत अधिक प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर रोड टैक्स का 50 फीसदी तक हरित कर लगाया जा सकता है। टैक्स के बारे में मंत्रालय का कहना है कि डीजल, पेट्रोल तथा सीएनजी वाहनों पर हरित कर अलग अलग दर से लगाया जाएगा।

अधिकारियों ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर शपथ ली

अश्वनी उपाध्याय         

गाजियाबाद। देश भर में सोमवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में गाजियाबाद में अधिकारियों ने मतदाता दिवस पर ली जाने वाली शपथ ली। मतदाता दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। सीडीओ अस्मिता लाल ने कहा कि भारतीय संविधान के मुताबिक जनता ही इस अनूठे लोकतंत्र की बुनियाद है। जहां जनता सरकार को चुनती है। भारत निर्वाचन आयोग पूरे देश में इस बार 7वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस सेलीब्रेट कर रहा है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य लोगों की मतदान में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ-साथ मतदाताओं को एक अच्छा साफ-सुथरी छवि का प्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान के लिए जागरूक करना है। इस बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम मतदाताओं को सशक्त, सचेत, सुरक्षित और जागरूक बनाना है। मतदाता दिवस का आयोजन 25 जनवरी 2011 से शुरू हुआ था। इस दिन तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस का शुभारंभ किया। इसका आरंभ 1950 में चुनाव आयोग के 61वें स्थापना दिवस पर हुआ। साल 2011 के पहले यह दिन अस्तित्व में नहीं था। इस मौके पर एडीएम प्रशासन संतोष वैश्य, एडीएम वित्त यशवर्धन श्रीवास्तव, तहसीलदार प्रवर्धन शर्मा के अलावा स्कूली बच्चें और अध्यापकगण उपस्थित रहे।

ट्रैक्टर रैली, दिल्ली-गाजियाबाद 8 घंटे रहेगा जाम

अश्वनी उपाध्याय     

गाजियाबाद। किसानों की ट्रैक्‍टर रैली के चलते 26  जनवरी को पूर्वी दिल्‍ली और गाजियाबाद करीब 8 घंटे पूरी तरह जाम रहेगी। किसान यूनियन ने दिल्‍ली पुलिस द्वारा ट्रैक्‍टर रैली के लिए पूर्व में तय किए गए रूट में थोड़ा बदलाव करते हुए अक्षरमधाम तक जाने का फैसला किया है। इस वजह से दोपहर 11 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक पूर्वी दिल्‍ली से जुड़े दिल्‍ली के अन्‍य इलाकों में भी ट्रैफिक जाम रहने की पूरी संभावना है। रैली को देखते हुए आनंद विहार बस अड्डा बंद रखने का फैसला लिया गया है। वहीं दिल्‍ली पुलिस ने अक्षरधाम तक जाने की इजाजत नहीं दी है। भारतीय किसान यूनियन के अध्‍यक्ष राकेश टिकैत ने सोमवार दोपहर पुलिस प्रशासन के साथ हुई बैठक के बाद कहा, क‍ि रैली सुबह 11 बजे शुरू होगी। जो अक्षरधाम होकर वापस गाजीपुर के रास्‍ते पूर्व के निर्धारित रूट पर आ जाएगी। फेडरेशन ऑफ ऑटो मोबाइल डीलर्स एसोसिएशन्‍स  के अध्‍यक्ष विंकेश गुलाटी बताते है क‍ि सामान्‍य तौर पर किसी भी रैली की अधिकतम स्‍पीड 10 से 20 किमी। प्रति घंटे होती है।चूंकि इस रैली में 15  हजार ट्रैक्‍टरों के शामिल होने का अनुमान है। एक प्‍वाइंट से पहला ट्रैक्‍टर निकलने और वहां से आखिरी निकलने में 5 घंटे समय लगेगा। चूंक‍ि रैली पूर्वी दिल्‍ली के कई इलाकों से घूमेगी। इसलिए दो से तीन घंटे अतिरिक्‍त समय लगेगा। ट्रैफिक सामान्‍य होने में एक दो घंटे और लग सकते हैं।

विभागीय जांच, लापता वाहन कागजों में दौड़ते मिले

अश्वनी उपाध्याय     

गाज़ियाबाद। जिले में पुलिस के 120 से ज्यादा वाहन लापता हैं। विभागीय जांच में कागजों में यह वाहन दौड़ते मिले हैं। एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने अब इन वाहनों की खोज करने को सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं। दरअसल गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा पिछले कुछ वर्षों के भीतर पुलिस को लैपर्ड बाइक दी गई थीं। मगर इनमें से अधिकांश अब लापता हैं। जबकि कागजों में जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 350 लैपर्ड बाइक अभी भी दौड़ रही हैं। इन पर प्रतिमाह लाखों रुपए का पेट्रोल भी फूंक रहा है। एसपी सिटी (निपुण) अग्रवाल ने रात में गश्त करने वाले लैपर्ड समेत स्कार्पियो आदि वाहनों की कुंडली खंगाली तो इसमें लैपर्ड के लापता होने का खुलासा हुआ। एसपी सिटी ने इस मामले में ट्रैक न होने वाले वाहनों का पेट्रोल रोकने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जिन थाना क्षेत्रों के लैपर्ड समेत दूसरे वाहन ट्रैक नहीं हो पाए हैं। उन क्षेत्रों के थाना प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी है। एसपी सिटी ने चेकिंग प्वाइंट निर्धारित करने का काम शुरू किया था। इसके तहत अनावश्यक चेकिंग प्वाइंट को कैंसिल कर जरूरी स्थानों पर चेकिंग प्वाइंट बनाए गए। एक चेकिंग प्वाइंट से दूसरे चेकिंग प्वाइंट के बीच निरंतर गश्त की प्लानिंग तैयार की गई थी। लेकिन जैसे ही थानेवार आवंटित दोपहिया वाहनों का ऑडिट किया तो उनमें से अधिकांश वाहन ट्रैक नहीं हो सके। वाहनों के आवंटन की जिम्मेदारी व पेट्रोल खर्च का जिम्मा रखने वाले पुलिस लाइन में एमटी से जवाब-तलब किया तो उनके पास भी कोई उत्तर नहीं मिला। इसके बाद वाहनों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। इनमें लैपर्ड, चीता मोबाइल व अन्य वाहन कहां चल रहे हैं। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि लैपर्ड व चीता समेत अन्य वाहनों को तलाश कराया जा रहा है। जिन थाना क्षेत्र में इनका पता नहीं लगेगा। उसी क्षेत्र के थाना प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन सभी वाहनों का ऑडिट के बाद यह निर्धारित किया जाएगा। कितने वाहन किस चौकी व थाना क्षेत्र में चलेंगे।

अवैध टावरों के खिलाफ नागरिकों में गुस्सा-आक्रौश

गोविंदपुर। इंदिरा एंक्लेव कॉलोनी में आवासी भवन में व्यवसायिक गतिविधि होने से नागरिकों में गुस्सा बढ़ रहा है। आरोप है, कि 4 मंजिला भवन की छत पर मोबाइल टावर बूस्टर लगाया जा रहा है। आरडब्ल्यूए ने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री के अलावा जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और जीडीए उपाध्यक्ष से शिकायत की है। आपको बता दें, कि इंद्रा एंक्लेव सहकारी आवास समिति द्वारा गोविंदपुर में इंद्रा एंक्लेव कॉलोनी विकसित की गई है। आवास समिति ने काफी समय पहले आवासीय भूखंड का आवंटन किया था। इस भूखंड का व्यवसायिक प्रयोग प्रतिबंधित है। इसके बाद भी संबंधित भवन स्वामी ने दुकान का निर्माण कर लिया। अब 4 मंजिला भवन की छत पर अवैधानिक रूप से मोबाइल टावर बूस्टर लगवाया जा रहा है। मोबाइल टावर की अर्थिंग के लिए वृक्ष को भी काट दिया गया। यह वृक्ष वन विभाग की कैम्पा योजना वर्ष 2015-16 के तहत लगाया गया था। करीब 20 फुट ऊंचे बोटल प्लांट को काट कर गायब कर दिया गया। वहां बिजली की अर्थिंग करा दी गई है। आरडब्ल्यूए अध्यक्ष अनुज तोमर और सचिव हरिओम त्यागी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत की है। पत्र में लिखा है कि बहुमंजिला मकान की छत पर मोबाइल टावर लगने पर हमेशा हादसे का खतरा कायम रहेगा। आरडब्ल्यूए ने जिलाधिकारी और जीडीए उपाध्यक्ष को भी पत्र भेजकर उचित कार्रवाई की मांग की है।

...जय किसान 'संपादकीय'

...जय किसान    'संपादकीय'
विश्व के सबसे बड़े गणतंत्र में 'गणतंत्र दिवस' के मौके पर लोकतांत्रिक व्यवस्था दो भागों में विभाजित हो गई। एक और राजतंत्र और दूसरी तरफ किसान परस्पर एक दूसरे के विरोधी हो गए हैं। 'कृषि' प्रधान लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसान सरकार की अनिती, हट और जबरदस्ती की अवधारणा के विरोध में इस सीमा तक जिद पर अड़ गया है कि संपूर्ण विश्व के सामने वर्तमान सरकार को दोषियों की भांति कटघरे में खड़ा कर दिया है। जनता के द्वारा चुनी गईं सरकार का एक वर्ग, किसानों का भरोसा खो चुकी है। सरकार यदि गरीब-मजदूर को ही गणतंत्र का आधार मान रही है, तो सरकार को यह बात समझ लेनी चाहिए कि किसान और गरीब-मजदूर परस्पर एक दूसरे के सहयोगी है और उनका रिश्ता आजीवन बना रहता है। दोनों सदैव एक दूसरे के पूरक बने रहते हैं। "मुट्ठी भर अरबपतियों से गणतंत्र प्रतिस्थापित नहीं होता है। वरन, अरबपति वर्ग गणतंत्र से प्रतिस्थापित होता हैं। 
किसान और मजदूर दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं। देश का किसान और मजदूर वर्ग ही वास्तविक रूप में गणतंत्र का ताना-बाना है। इस ताने-बाने के विरुद्ध खड़ी सरकार को अपने पैरों के नीचे की जमीन का ध्यान रखना चाहिए। जिस राष्ट्र में 'जय जवान-जय किसान' का उद्घोष होता है। उसी देश में जवान और किसान अलग-अलग मोर्चा संभाल रहे हैं। 'गणतंत्र दिवस' पर लोगों को विभाजित कर दिया गया है। यह  मोर्चाबंदी दुनिया के अन्य देशों के लिए एक सीख होगी। सरकार की दमनकारी नीतियों से विश्व में भारत गणराज्य की वास्तविक स्थिति का जो खाका तैयार होगा। वह किसी भी सूरत में भारत के स्वरूप को कितना मैला और कुचैला कर सकता है। इसका शायद सरकार को भान नहीं है। राष्ट्र की प्रतिष्ठा और गौरव दोनों को भारी क्षति होगी। ब्लकि, विश्व पटल पर राष्ट्र को एक बदसूरत तस्वीर के रूप में पेश किया जाएगा। यह 'गणतंत्र दिवस' संवैधानिक ढांचे और संसद के बीच गणतंत्र की पैरवी नहीं कर रहा है। देश की कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा संविधान और उससे प्राप्त अधिकार से संसद को गणतंत्र की आभा से साक्षात करने का कार्य कर रहा है। दोनों पक्षों के परस्पर विरोध से राष्ट्र को आवश्यक रूप से क्षति पहुंचेगी। हालांकि, अंत में किसी एक पक्ष को तो झुकना ही होगा। विश्वास कीजिए, वह केवल 'सरकार' ही होगी। आंदोलनकारियों का 'धर्म' आंदोलन है। जिसे लोकतंत्र में किसी प्रकार से रोका नहीं जा सकेगा।
 राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...