सोमवार, 25 जनवरी 2021

सीएम की रैली में अवरोध, सैकड़ों किसान नजरबंद

सोम देवागन  

आगरा। किसानों को दिल्ली कूच से रोकने के लिए यूपी सरकार ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। 'गणवतंत्र दिवस' पर ट्रैक्टरों परेड में शामिल होने जा रहे 100 से ज्यादा किसानों को यूपी सरकार ने ‘हाउस अरेस्ट’ नजरबंद कर दिया है। पुलिस आगरा बार्डर पर सख्ती के साथ आने जाने वालों की जांच कर रही है। वहीं सरकार ने पेट्रोल पंप संचालकों को ट्रैक्टरों को डीजल नहीं देने निर्देशित भी कर दिया है। रविवार को एटा में कई स्थानों पर पुलिस ने किसानों को रास्ते में रोक दिया। जिससे आगरा-बरेली राजमार्ग कुछ देर के लिए बाधित हुआ। मथुरा में, किसानों ने लगभग 30 मिनट तक यमुना एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई।

 रास्ते में रोके गए ट्रैक्टर

चिल्ला बॉर्डर पर, भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि हमारे हजारों कार्यकर्ता आगरा क्षेत्र से रविवार शाम तक चिल्ला बॉर्डर तक पहुंचने थे लेकिन उन्हें रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के आदेश पर हमारे वरिष्ठ कार्यकतार्ओं को नजरबंद कर दिया गया है। जो लोग किसी तरह अपने ट्रैक्टरों से घरों से निकल आए उन्हें रास्ते में रोक दिया गया।

 योगी की नोएडा यात्रा में करेंगे प्रदर्शन

योगेश सिंह ने कहा कि हम यूपी सरकार के इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर हमारे कार्यकतार्ओं को दिल्ली जाने की अनुमति नहीं है, तो हम सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की नोएडा यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन और सड़कों जाम करेंगे।

 घर के बाहर रोके जाने का दावा

भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिला अध्यक्ष, राजवीर लवानिया ने भी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि रविवार सुबह उन्हें 20 ट्रैक्टर और 200 किसानों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचना था। उन्हें कथित तौर पर पुलिस ने उनके आवास के बाहर रोक दिया।

…तो बसों और निजी वाहनों से पहुंचे

राजवीर लवानिया ने कहा कि पुलिस आगरा के सैकड़ों किसानों को दिल्ली की सीमा तक पहुंचने से नहीं रोक पाएगी। यदि पुलिस हमें ट्रैक्टर ले जाने की अनुमति नहीं देती है, तो हम निजी वाहनों या बसों से जाएंगे। लवानिया ने कहा कि आगरा के किसान 26 जनवरी को दिल्ली में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगे। केंद्र को अपने कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और एमएसपी की गारंटी देनी होगी।

विभाग द्वारा बालिका सम्मान कार्यक्रम का आयोजन

 बाल दिवस के मौके पर बाल विकास विभाग द्वारा बालिका सम्मान कार्यक्रम का हुआ आयोजन

पिथौरागढ़। राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर पिथौरागढ़ ज़िले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बाल विकास विभाग द्वारा ज़िला पंचायत सभागार में बालिका सम्मान कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें अलग अलग क्षेत्रों में ज़िले और प्रदेश का नाम रोशन करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर बालिकाओं ने लोगो से बालक और बालिका को एक समान समझते हुए उन्हें एक समान शिक्षा और लालन पालन करने की अपील की। बालिकाओं ने कहा कि बच्ची को सिर्फ पैदा करने से ही भेदभाव नही मिटेगा। बल्कि इसके लिए पूरे समाज की सोच को बदलना पडेगा।

जमीनी विवाद के खूनी संघर्ष, 2 किसानों की हत्या

जमीन विवाद के खूनी संघर्ष में 2 किसानों की हत्या 

सत्येन्द्र ठाकुर

बिजनौर। पुरानी रंजिश और जमीन विवाद को लेकर बिजनौर व मुजफ्फरनगर के किसानों के बीच हुए खूनी संघर्ष में 2 किसानों की मौत हो गई। गोली मारकर हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गए। सूचना पर एसपी बिजनौर भारी फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के बाद फरार हुए हत्यारोपियों की तलाश में जुट गई। जनपद के मंडावर थाना क्षेत्र के गंगा खादर के गांव सुल्तानपुर गैराबाद निवासी 80 वर्षीय अजीज पुत्र लतीफ अपने 25 वर्षीय पुत्र शान मौहम्मद के साथ बीती रात दाबकी खेड़ा उत्तराखंड खादर में अपने खेतों की रखवाली कर रहे थे। आरोप है। कि रविवार की देर रात लगभग 10.30 बजे जनपद मुजफ्फरनगर के थाना पुरकाजी क्षेत्र के गांव बढीवाला निवासी तरना पुत्र कालाराम, बूटा सिंह पुत्र तरना सिंह, प्रकाश पुत्र निहाल सिंह, दिलबाग पुत्र जसवंत सिंह और मनजीत पुत्र कुलवंत खेतों पर उनके पास आए और जमीनी विवाद को लेकर चल रही पुरानी रंजिश और मुकदमे बाजी को लेकर अजीज की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में हत्या का साक्ष्य मिटाने की नियत से हत्यारोपियों ने शान मौहम्मद को भी गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। एसपी बिजनौर डा. धर्मवीर सिंह रात में ही भारी फोर्स को साथ लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल शुरू की। बाद में पुलिस ने दोनों किसानों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंडावर थाने में पीड़ित पक्ष की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर हत्यारोंपियों की तलाश में जुट गई है। मंडावर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार का कहना है। कि हत्यारोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया अजीज और शान की बूटा सिंह और उनके साथियों के साथ जमीन के विवाद को लेकर पुरानी रंजिश चली आ रही है। जिसके चलते घटना को अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया जाएगा।

हवाई दुर्घटना में 4 क्रिकेटरों सहित पांच की मौत

पलमास। ब्राजील में एक लोकल मैच से पहले विमान दुर्घटना में चार खिलाड़ी और ब्राजील के फुटबॉल क्लब पालमास के प्रेसिडेंट की मौत हो गई। यह घटना रविवार को हुई। क्लब ने एक बयान में कहा, क्लब के प्रेसिडेंट लुकास मीरा और चार खिलाड़ी — लुकास प्रैक्सिडेस, गुइलहेम नोए, रानूल और मार्कस मोलिनारी की रविवार को तब मौत हो गई, जब ब्राजील के उत्तरी शहर पलमास के पास उनका विमान टोकेनटेंस एयरफील्ड पर टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, विमान के पायलट की भी इस दुर्घटना में मौत हो गई। विमान विला नोवा के खिलाफ सोमवार को खेले जाने वाले कोपा वर्डे मैच के लिए लगभग 800 किमी दूर, गोयनिया शहर के लिए उड़ान भर रहा था। स्थानीय मीडिया ने बताया कि ये खिलाड़ी और क्लब के प्रेसिडेंट टीम से अलग यात्रा कर रहे थे, क्योंकि वे कोविड-19 परीक्षण में पहले पॉजिटिव पाए गए थे और क्वारंटीन में थे।

अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान दो इंजन वाला बैरॉन मॉडल विमान था, जिसमें दुर्घटना के बाद आग लग गई। अधिकारियों ने कहा कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है। पांच साल पहले कोलंबिया में इसी तरह की विमान दुर्घटना में 19 खिलाड़ियों की मौत हो गई थी। एक अन्य घटना में 2014 में, पूर्व अंतर्राष्ट्रीय और ब्राजील के स्ट्राइकर फर्नांडो की ब्राजील में ही एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।

बेअंत सिंह हत्याकांड: राजोआना को फांसी या उम्रकैद

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में दोषी बलवंत राजोआना की मौत की सजा बदलने के लिए दायर याचिका पर फैसला करने के लिए केंद्र को सोमवार को ‘आखिरी मौका’ दिया। शीर्ष अदालत ने केंद्र से दो हफ्ते में फैसला करने को कहा है। उधर, केंद्र ने अदालत से तीन हफ्ते का समय मांगते हुए कहा था कि वह मामले की समीक्षा कर रही है और मौजूदा परिस्थितियों में उसे समय की जरूरत है। प्रधान न्यायाधीश एस आर बोबडे, न्यायमूर्ति एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमण्यन की पीठ ने सॉलिसीटर तुषार मेहता से पूछा कि सरकार को तीन हफ्ते का समय क्यों चाहिए, वह क्या कर रही है?

भारतीय-यूरोपीय यूजर्स में फर्क चिंताजनक: वाट्सएप

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वाट्सएप द्वारा निजता नीति को लेकर भारतीय व यूरोपीय उपयोगकर्ताओं से अलग-अलग व्यवहार उसके लिए चिंता का विषय है और वह इस मामले को देख रही है। केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय से कहा कि यह भी चिंता की बात है कि सोशल नेटवर्किंग मंच वाट्सएप पर भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए ‘एकतरफा’ तरीके से निजता नीति में बदलाव किया जा रहा है। अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल चेतन शर्मा ने सरकार की इस राय से न्यायमूर्ति संजीव सचदेव की अदालत को अवगत कराया जो फेसबुक के स्वामित्व वाले वाट्सएप द्वारा लाई गई निजता नीति के खिलाफ एक वकील द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

'जय श्री राम’ का नारा, मजबूर नहीं किया: योगी

हरिओम उपाध्याय    

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि किसी को भी ‘जय श्री राम’ कहने को मजबूर नहीं किया जा रहा और इस तरह के नारों में बुरा मानने की कोई बात नहीं है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐसे नारे लगने के बाद कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करने से इनकार कर दिया था। बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में तब बोलने से इनकार कर दिया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में वहां ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए गए। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी की 125वीं जयंती मनाने के लिए कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में बनर्जी अपना भाषण शुरू करने मंच पर खड़ी हुईं तभी भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा नारा लगाया गया।

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...