सोमवार, 25 जनवरी 2021

बेअंत सिंह हत्याकांड: राजोआना को फांसी या उम्रकैद

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में दोषी बलवंत राजोआना की मौत की सजा बदलने के लिए दायर याचिका पर फैसला करने के लिए केंद्र को सोमवार को ‘आखिरी मौका’ दिया। शीर्ष अदालत ने केंद्र से दो हफ्ते में फैसला करने को कहा है। उधर, केंद्र ने अदालत से तीन हफ्ते का समय मांगते हुए कहा था कि वह मामले की समीक्षा कर रही है और मौजूदा परिस्थितियों में उसे समय की जरूरत है। प्रधान न्यायाधीश एस आर बोबडे, न्यायमूर्ति एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमण्यन की पीठ ने सॉलिसीटर तुषार मेहता से पूछा कि सरकार को तीन हफ्ते का समय क्यों चाहिए, वह क्या कर रही है?

भारतीय-यूरोपीय यूजर्स में फर्क चिंताजनक: वाट्सएप

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वाट्सएप द्वारा निजता नीति को लेकर भारतीय व यूरोपीय उपयोगकर्ताओं से अलग-अलग व्यवहार उसके लिए चिंता का विषय है और वह इस मामले को देख रही है। केंद्र सरकार ने उच्च न्यायालय से कहा कि यह भी चिंता की बात है कि सोशल नेटवर्किंग मंच वाट्सएप पर भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए ‘एकतरफा’ तरीके से निजता नीति में बदलाव किया जा रहा है। अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल चेतन शर्मा ने सरकार की इस राय से न्यायमूर्ति संजीव सचदेव की अदालत को अवगत कराया जो फेसबुक के स्वामित्व वाले वाट्सएप द्वारा लाई गई निजता नीति के खिलाफ एक वकील द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी।

'जय श्री राम’ का नारा, मजबूर नहीं किया: योगी

हरिओम उपाध्याय    

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि किसी को भी ‘जय श्री राम’ कहने को मजबूर नहीं किया जा रहा और इस तरह के नारों में बुरा मानने की कोई बात नहीं है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐसे नारे लगने के बाद कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करने से इनकार कर दिया था। बनर्जी ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में तब बोलने से इनकार कर दिया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में वहां ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए गए। महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी की 125वीं जयंती मनाने के लिए कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में बनर्जी अपना भाषण शुरू करने मंच पर खड़ी हुईं तभी भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा नारा लगाया गया।

बॉर्डर पर फिर हुई झड़प, 20 चीनी सैनिक जख्मी

नई दिल्ली/ बीजिंग। पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच एक बार फिर झड़प होने की खबर है। तीन दिन पहले उत्तरी सिक्किम के नाकू ला में भी दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने आए गए थे। इस झड़प 20 चीनी सैनिकों के घायल होने की खबर है। हालांकि अभी इस खबर पर सेना के आधिकारिक बयान का इंतजार है। कल ही भारत और चीन के बीच कोर कमांडरों की 17 घंटे की मैराथन बैठक हुई थी। सूत्रों से जानकारी मिली है कि चीन के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के लिए सेना को पूरी छूट दी गई है। चीन को उसकी हर आक्रामक कार्रवाई का जवाब मिलेगा। घटना की जानकारी रखने वालों ने सोमवार को बताया कि चीन के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार कर भारतीय इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें रोक दिया। माना जा रहा है कि विवाद उस समय हुआ जब भारतीय जवानों ने चीन के सैनिकों को रोका। अबतक आधिकारिक रूप से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

आंदोलन: ट्रैक्टर रैली की अगुवाई करेंगी महिलाएं

किशन गुप्ता    
गदरपुर। प्रदेश कांग्रेस नेत्री शिल्पी अरोड़ा द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसान ट्रैक्टर रैली को लेकर महिलाओं के साथ एक विशेष बैठक ली गई। इस दौरान शिल्पी अरोड़ा द्वारा बताया गया कि गाजीपुर बॉर्डर से जो किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी। उसकी अगुवाई महिलाएं करेंगी। वहीं उत्तराखंड के साथ-साथ देश के हर राज्यों से लाखों की संख्या में महिलाएं इस ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए पहुंच रही हैं। वहीं शिल्पी अरोड़ा द्वारा शत प्रतिशत महिलाओं के साथ मिलकर ट्रैक्टर व जीव को चलकर गाजीपुर बॉर्डर के चारो तरफ घूमकर महिलाओं में जागृति उत्पन्न की व महिलाओं का हौसला बढ़ाया। इस दौरान किसानों के लिए बनाए जा रहे लंगर में कांग्रेस नेत्री शिल्पी अरोड़ा द्वारा अपना श्रमदान दिया गया। वहीं ट्रैक्टर रैली को सफल बनाने के लिए उत्तराखंड कांग्रेस नेत्री शिल्पी अरोड़ा, हरियाणा से जोत्सना गुलिया, बाजपुर से सुनीता बाजवा, गदरपुर से खेमपुर जिला पंचायत सदस्य सुमन सिंह ने मिलकर महिलाओं रणनीति बनाई।

भारत-चीन सैनिकों के बीच ​फिर हुई खूनी झड़प

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। भारत और चीन सेना के बीच सिक्किम में मामूली झड़प होने की खबर सामने आ रही है। दोनों सेनाओं के बीच यह झड़प 20 जनवरी को सिक्किम के ना कूला इलाके में हुई। इस मसले को स्थानीय कमांडरों के स्तर पर सुलझा लिया गया है। भारतीय सेना की ओर से सोमवार को यह जानकारी दी गई है। सूत्रों ने बताया कि चीन के सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार करने की कोशिश की। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि इस झड़प में 15 से बीच चीनी सैनिक जख्मी हुए हैं। सेना ने कहा कि 20 जनवरी को एलएसी पर चीन और भारत के सैनिकों के बीच मामूली झड़प हो गई थी। जिसे बाद में लोकल कंमाडर के स्तर पर सुलझाया गया। सूत्रों के मुताबिक, चीनी सैनिको ने एलएसी पार करने का प्रयास किया। वहां सीमा पर तैनात भारतीय जवानों ने रोका। कहा जा रहा है कि चीनी सैनिक यथास्थिति बदलने की कोशिश की, जिसे भारतीय जवानों ने विफल कर दिया। बता दें कि इससे पहले, 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में खूनी झड़प हुई थी। इस दौरान 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और 35 से 40 के करीब चीनी सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन ने हताहत होने वाले अपने सैनिकों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी।

अंधविश्वास के चलते दो बेटियों की बलि चढ़ाई

दुष्यंत टिकम  

चित्तूर। आंध्र प्रदेश में माता-पिता ने अंधविश्वास और अति भक्ति के कारण दो बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना राष्ट्रीय बालिका दिवस (24 जनवरी) पर रविवार रात को चित्तूर जिले के मदनपल्ली में हुई है। पुलिस के अनुसार, मदनपल्ली शहर के टीचर्स कॉलोनी शिवनगर निवासी वल्लुरुपल्ले पुरुषोत्तम नायडू और पद्मजा रह रहे हैं। पुरुषोत्तम नायडू महिला डिग्री कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल और पद्मजा मास्टर माइंड स्कूल की प्रिंसिपल हैं। उन्हें दो बेटियां अलेख्या (27) और साईदिव्या (22) हैं।

इसी क्रम में रविवार को एकादशी के संदर्भ में मकान में विशेष पूजा-अर्चना करने की व्यवस्था की। इसी दौरान माता-पिता ने व्यायाम के लिए उपयोग में आने वाले डंबल से दो बेटियों की बेहरमी से हत्या कर दी। इस दौरान मकान में से चीख पुकार सुनाई दी। चीख पुकार सुनकर स्थानीय लोगों ने मकान में जाकर देखा तो अलेख्या और साईदिव्या की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने पुलिस को इस घटना के बारे में खबर किया। पुलिस मौके पर पहुंची और पुरुषोत्तम नायडू और पद्मजा को हिरासत में लिया।

पूछताछ के दौरान पुरुषोत्तम और पद्मजा ने पुलिस से कहा, “सत्य की दुनिया लौटकर आएगी। हमारी बेटियों को हम बचा लेंगे। एक दिन का समय दीजिए। हमारी बेटियां जरूर उठकर आएगी।” पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इस संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

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