शुक्रवार, 22 जनवरी 2021

गाजियाबादः वैक्सीनेशन का दूसरा चरण सम्पन्न हुआ

अश्वनी उपाध्याय 

गाज़ियाबाद। जिले में आज कोविड 19 वेक्सीनेशन का दूसरा चरण सम्पन्न हुआ। टीका लगवाने के बाद डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने जहां टीकाकरण को सुरक्षित बताया वहीं आमजन से अपील की है कि वैक्सीन को लेकर किसी भ्रम में न पड़ें। टीकाकरण के बाद कोरोना के खिलाफ लड़ाई और मजबूत होगी। टीकाकरण के लिए जिले भर में नौ सरकारी व 17 निजी अस्पतालों में टीकाकरण सेंटर बनाए गए थे। जहां सुबह दस बजे से कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हुई। लाभार्थियों को इसके लिए एक दिन पूर्व ही कोविड एप के जरिए मैसेज भेजे गए थे। इसके बाद सेंटर्स पर आए मैसेज से मिलान कर वेरीफिकेशन के बाद लाभर्थियों को टीके लगाए गए। टीकाकारण सेंटर की सीडीओ अस्मिता लाल, सिटी मजिस्ट्रेट विपिन कुमार, सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता के अलावा स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सीएमओ डॉ. एन के गुप्ता ने बताया कि जिले में 22 जनवरी के बाद 28 और 29 जनवरी को दूसरे फेज़ का टीकाकरण किया जाएगा। इस दौरान कुल 40 सत्र होंगे। आज के टीकाकरण के लिए 40 टीमें बनाई गई हैं जो 31 अस्पतालों में तैनात हैं, आज चार हजार लोगों को टीका लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। टीके लगाए जाने के बाद लाभार्थियों की भी मॉनीटिरिंग की जा रही है। कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए यशोदा अस्पताल की निदेशक डॉ. शशि अरोड़ा ने बताया कि कोरोना का टीका सुरक्षित है। इससे डरने की जरूरत नहीं है और ना ही  लोग इससे संबंधित अफवाहों पर ध्यान दें। वहीं अस्पताल के निदेशक डॉ. रजत अरोड़ा व डॉ.गौरी ने कहा कि टीका लगवाने को लेकर लोग डरें नहीं। टीका लगवाने के बाद कोरोना के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा सकेगी। टीके को लेकर तरह-तरह की अफवाह फैलाई जा रही हैं। लेकिन लोग सरकारी गाइडलाइन को पढ़ें और उनका पालन करें। संयुक्त अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए सीएमएस डॉ.संजय तेवतिया और डॉ. राजकुमार सिंह ने कहा कि पूरा विश्व जब कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है, ऐसे में कोरोना वैक्सीन लगवाने से एक मजबूती मिलेगी। इस टीके के बेहद मामूली साइड इफेक्ट सामने आए हैं लेकिन बड़े स्तर पर कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया है। ऐसे में यह टीका सुरक्षित है, इसके लगने से कोई दिक्कत नहीं हुई। जिले में शुक्रवार को एमएमजी अस्पताल, कंबाइंड अस्पताल, सीएचसी डासना, लोनी, मोदीनगर, मुरादनगर, पीएचसी भोजपुर, ईएसआई अस्पताल राजेंद्र नगर, यशोदा अस्पताल कौशांबी, नेहरूनगर, मैक्स अस्पताल वैशाली,अटलांटा अस्पताल वसुंधरा, ली-क्रस्ट अस्पताल वैशाली, गणेश अस्पताल नेहरू नगर, सर्वोदय अस्पताल कविनगर, कोलंबिया एशिया अस्पताल, गायत्री अस्पताल लोहिया नगर, नरेंद्र मोहन अस्पताल, शांति गोपाल अस्पताल इंदिरापुरम, आरोग्य अस्पताल वैशाली, संतोष अस्पताल पुराना बस अड्डा प्रताप विहार, अपोलो क्रेडिल अस्पताल इंदिरापुरम, आईटीएस मोदीनगर, आईटीएस मुरादनगर व सेंट जोसेफ अस्पताल नंदग्राम में कोरोना वैक्सीन लगाई गई। हर सेंटर पर सौ-सौ लाभार्थियों को लिस्टेड किया गया था। अधिकारी लगातार सेंटर्स का भ्रमण करते रहे।

भजन सम्राट चंचल का 80 साल की उम्र में निधन

नई दिल्ली। चलो बुलावा आया है’ हो या ‘ओ जंगल के राजा मेरी मैया को लेके आजा’ जैसे भजनों से लोगों के दिल में राज करने वाले भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का 80 साल की उम्र में निधन हो गया है। नरेंद्र पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। पिछले तीन दिनों से उनका इलाज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में चल रहा था। उन्होंने आज दोपहर करीब 12.15 बजे अंतिम सांस ली। उन्होंने कई प्रसिद्ध भजनों के साथ हिंदी फिल्मों में भी गाने गाए हैं। नरेंद्र चंचल के निधन की खबर सामने आने के बाद बॉलीवुड और उनके प्रशंसक शोक में हैं। नरेंद्र चंचल वह नाम था। जिन्होंने माता के जगराते को अलग दिशा दी। उन्होंने न सिर्फ शास्त्रीय संगीत में अपना नाम बनाया बल्कि लोक संगीत में भी लोगों की दिल जीत लिया। नरेंद्र चंचल ने बचपन से ही अपनी मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते हुए सुना। मां के भजनों को सुन-सुनकर उन्हें भी संगीत में रुची होने लगी। नरेंद्र चंचल की पहली गुरु उनकी मां थीं , इसके बाद चंचल ने प्रेम त्रिखा से संगीत सीखा, फिर वह भजन गाने लगे थे।बॉलीवुड में उनका सफर राज कपूर के साथ शुरू हुआ। फिल्म ‘बॉबी’ में उन्होंने ‘बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो’ गाया था। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में गाने गाए, लेकिन उन्हें पहचान मिली फिल्म ‘आशा’, में गाए माता के भजन ‘चलो बुलावा आया है’ से जिसने रातों रात उन्हें मशहूर बना दिया। हाल ही में नरेंद्र चंचल ने कोरोना को लेकर एक गाना गाया था, जो काफी वायरल हुआ था। माता वैष्णो देवी को लेकर उनकी खास आस्था थी। साल 1944 से लगातार माता वैष्णो देवी के दरबार में आयोजित होने वाली वार्षिक जागरण में हाजिरी लगाते थे, लेकिन इस बार कोरोना की वह से ये संभव नहीं हो पाया।

जून तक टली कांग्रेस अध्यक्ष चुनने की औपचारिकता

नई दिल्ली। देश के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस का नया अध्यक्ष जून तक चुन लिया जाएगा। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में आज यह फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक पार्टी की चुनाव कमेटी ने मई में चुनाव करवाने का सुझाव दिया था। लेकिन, अप्रैल-मई में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। इसलिए, कांग्रेस ने तय किया कि राज्यों के चुनाव होने के बाद जून में पार्टी अध्यक्ष चुना जाए। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्यों के चुनाव भी होने हैं। लेकिन, अध्यक्ष के चुनाव से पहले होंगे या बाद में, यह तय नहीं है। सोनिया चुनावों का शेड्यूल तय करेंगी। माना जा रहा है कि राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं। आपको बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने बतौर कार्यकारी अध्यक्ष फिर पार्टी की कमान संभाली थी। कांग्रेस नेताओं का एक गुट फुलटाइम और एक्टिव प्रेसिडेंट चुनने की मांग कर रहा है। गांधी परिवार से अलग अध्यक्ष बनाने की मांग भी उठती रही है। कांग्रेस के 23 सीनियर लीडर्स ने पिछले साल सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर नाराजगी जताई थी। इन्होंने पार्टी में बड़े फेरबदल की जरूरत बताई। इन नेताओं में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, भूपिंदर सिंह हुड्डा, मुकुल वासनिक और पृथ्वीराज चव्हाण शामिल थे। इन नेताओं के साथ सोनिया ने पिछले महीने मीटिंग कर सभी मुद्दों पर बात की थी। बैठक में राहुल और प्रियंका भी शामिल हुए थे।

हापुड़ः पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। एसपी नीरज कुमार जादौन द्वारा अपराध पर अंकुश लगाने के अनुपालन में एएसपी सर्वेश मिश्रा के निर्देशानुसार गढमुक्तेश्वर सीओ पवन कुमार के निर्देशन में बहादुरगढ़ थाना प्रभारी राजीव कुमार बालियान के नेतृत्व में गठित टीम में एस आई अजहर हसन, सुनील कुमार और सुधीर कुमार ने मुखबिर की सूचना पर थाना क्षेत्र के दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।
पुलिस द्वारा जारी प्रैस नोट से मिली जानकारी जिसमें बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सदरपुर निवासी बीरपाल पुत्र हरस्वरूप पर 15 मुकदमे दर्ज, जबकि राजू पुत्र सुंदर निवासी सदरपुर पर 3 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों पर जिला बदर की कार्यवाही की गयी थी लेकिन पुलिस को चकमा देते हुए दोनों अभियुक्त थाना क्षेत्र और गांव में रहकर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थे। जिनको गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही करते हुए न्यायालय में पेश किया गया है।

पुलिस ने दखल देने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की

अतुल त्यागी
हापुड़। बहादुरगढ़ पुलिस ने अमन में दखल देने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की। बहादुरगढ़ पुलिस ने अल्लासबख्सपुर और सालारपुर निवासी पांच पर कार्यवाही की पुलिस की माने तो बहादुरगढ़ क्षेत्र के सालापुर निवासी... 1.रूपक पुत्र मुरारी का अपने परिवार के साथ गाली गलौंच करने पर कार्यवाही की गयी तो अल्लाह बख्श पुर के 2.शाहनवाज पुत्र इंशाद 3.नासिर पुत्र आस मोहम्मद 4.इसरार पुत्र इंशाद 5.फुरकान पुत्र बाबू निवासी गण ग्राम अल्लाह बख्सपुर पुर थाना गढ़मुक्तेश्वर जनपद, जो थाना क्षेत्र के गांव पलवाडा में आपस में गाली गलौंच और मारपीट होने पर अंतर्गत धारा 151कार्यवाही करते हुए न्यायालय में पेश किया थाना बहादुरगढ़ प्रभारी राजीव कुमार बालियान का कहना है कि अमन में दखल देने वालों को किसी भी कीमत पर बख्सा नहीं जायेगा।

हापुड़ः आरटीओ ने आवेदकों से शपथ ग्रहण कराई

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। जनपद में सहायक सम्भागीय परिवहन कार्यालय पर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आए आवेदकों, रोडवेज के ड्राइवर व फैक्ट्रियों में कार्य कर रहे ड्राइवरों तथा मोटरसाइकल विक्रेताओं के कार्यालय से आए कर्मचारियों व आम जनता को नए रूल रेगुलेशन से संबंधित जानकारी दी गई तथा शपथ ग्रहण कराई गई।
एआरटीओ प्रशासन राजेश श्रीवास्तव ने शपथ दिलायी। उन्होंने कहां सभी को सड़क नियमों का पालन करना चाहिए तथा बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल, स्कूटी ना चलाएं। 18 वर्ष से कम आयु के कोई भी वाहन का संचालन ना करें। चार पहिया वाहन चलाते वक्त सीट बेल्ट का प्रयोग करें। खतरनाक तरीके से ड्राइवर ड्राइविंग ना करें, वयस्क होने के पश्चात ही गाड़ी चलाएं तथा पैदल चलने वाले व साइकिल पर यात्रा करने वाले यात्रियों का भी सम्मान करें नशे की हालत में वाहन ना चलाएं वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग ना करें तथा वाहन तेज गति से ना चलाएं। ए आर टी ओ प्रवर्तन महेश कुमार शर्मा ने भी ड्राइवरों को बताया कि यदि सड़क के नियमों का पालन करेंगे तो यह आपके व अपके परिवार की सबसे बड़ी मदद  होगी क्योंकि यदि हम सुरक्षित हैं तो हमारा परिवार सुरक्षित है तथा दूसरों का भी परिवार सुरक्षित है। इसलिए सड़क पर चलते समय नियमों का पालन अवश्य करें इस अवसर पर आर ऐ तिवारी, राजिव त्यागी, रामकरन मौर्य, सतेन्द्र, दिपेन्द्र आदि मौजूद रहे।

रवाना: आंदोलन में भाग लेंगे, छत्तीसगढ़ के किसान

रायपुर। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर कल छत्तीसगढ़ किसान सभा और आदिवासी एकता महासभा सहित छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से जुड़े घटक संगठनों द्वारा पूरे प्रदेश में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर कॉर्पोरेटपरस्त कृषि कानूनों को वापस लेने और फसल की सी-2 लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने का कानून बनाने की मांग की जाएगी। ज्ञापन सौंपने के बाद सैकड़ों किसान और ग्रामीण जन दिल्ली में आयोजित किसान गणतंत्र परेड में शामिल होने के लिए रवाना होंगे। छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते और महासचिव ऋषि गुप्ता ने आज यहां जारी एक बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी किसान गणतंत्र परेड आयोजित किये जा रहे हैं। सभी स्थानों पर ये परेड सरकारी कार्यक्रमों के बाद आयोजित किये जायेंगे। केंद्र सरकार द्वारा इन कानूनों के अमल पर डेढ़ साल तक रोक लगाने की बात को धोखाधड़ीपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि इन कानूनों में पोल ही पोल है, लेकिन इसके बावजूद यह सरकार इनको लागू करने पर तुली हुई है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा केंद्र सरकार की घोषणा को ठुकराए जाने का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा है कि जिंदगी और मौत की लड़ाई में बीच का रास्ता नहीं होता और किसान विरोधी इन कानूनों की वापसी ही एकमात्र विकल्प है। इस आंदोलन में डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों ने अपनी शहादत दी है और ये शहादतें व्यर्थ नहीं जाएंगी और अंतिम सांस तक खेती-किसानी को बर्बाद करने वाले इन कॉर्पोरेटपरस्त कानूनों के खिलाफ देश के किसान और अवाम मिलकर संघर्ष करेंगे।किसान सभा नेताओं ने कहा कि एक ओर सरकार समर्थन मूल्य की प्रणाली जारी रहने की घोषणा कर रही है, वहीं दूसरी ओर संघी गिरोह और गोदी मीडिया इसके उपयोगी न रहने का दुष्प्रचार कर रहा है। वास्तविकता यह है कि निजी मंडियों के अस्तित्व में आने के बाद और खाद्यान्न व्यापार को विश्व बाजार की कीमतों के साथ जोड़ने के बाद न्यूनतम समर्थन मूल्य की पूरी व्यवस्था ही ध्वस्त जो जाएगी। इसलिए यदि मोदी सरकार अपने कहे के प्रति भी गंभीर है, तो आश्वासन से ऊपर उठकर उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने का कानून बनाना चाहिए, ताकि किसान समुदाय को इस सरकार की कथनी पर विश्वास हो सके। उन्होंने कहा कि हमारे देश के किसान न केवल अपने जीवन-अस्तित्व और खेती-किसानी को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, बल्कि वे देश की खाद्यान्न सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली तथा संप्रभुता की रक्षा के लिए भी लड़ रहे हैं। उनका संघर्ष उस समूची अर्थव्यवस्था के कारपोरेटीकरण के खिलाफ भी हैं, जो नागरिकों के अधिकारों और उनकी आजीविका को तबाह कर देगा। इसलिए किसान सभा नेताओं ने आम जनता से अपील की है कि देश और अवाम को बचाने की इस लड़ाई में वे किसान आंदोलन को अपना समर्थन व सहयोग दें।

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...