लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि लखनऊ में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत लोक निर्माण विभाग की ओर से जो भी कार्य किये जाने हैं। उन्हे शीघ्र से शीघ्र शुरु कराया जाऐ और शहरी विकास मंत्रालय भारत सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत जो मानक और गाइडलाइन है। उसके अनुसार ही नियमानुसार कार्य कराये जायें। प्रथम चरण में लखनऊ नगर में 102 करोड़ 9 लाख 66 हजार की लागत से 12 मार्गों का लोक निर्माण विभाग ने सुधारात्मक कार्य कराया जाना है। जिसमें सिविल कार्यों की लागत 84 करोड़ 1 लाख 97 हजार तथा विद्युत सम्बन्धी कार्यों की लागत 18 करोड़ 7 लाख 69 हजार है। जिन 12 मार्गों का सुधार किया जाना है। उनमें गौतमबुद्ध मार्ग-बांसमण्डी चैराहा से लाटूश रोड (चैनेज 0.600 से 1.650), शिवाजी मार्ग (हुसैनगंज से लाटूश रोड), हुसैनाबाद मार्ग (गौतमबुद्ध पार्क से टीले वाली मस्जिद), एमजी रोड (डालीगंज चैराहा से रेजीडेन्सी तिराहा, एमजी मार्ग रेजीडेन्सी तिराहा से स्वास्थ्य भवन तिराहा, एमजी मार्ग स्वास्थ्य भवन तिराहा से नेशनल पीजी काॅलेज (राणा प्रताप मार्ग), राजा नवाबअली रोड (स्वास्थ्य भवन तिराहा से कैसरबाग बस स्टेशन चैराहा), यूनिवर्सिटी मार्ग (परिवर्तन चैक से हनुमान सेतु), शाहमीना रोड, एमजी मार्ग (हजरतगंज क्रासिंग से डीएम आवास), एमजी मार्ग (विक्टोरिया मेमोरियल से डीएम आवास) व शाहनजफ रोड सम्मिलित हैं। उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि न केवल वाहनों के आवागमन बल्कि पैदल चलने वाले लोगों के लिये फुटपाथ, हाॅकर्स के लिये वेन्डर्स जोन वाहनों के पार्किंग की भी समुचित व्यवस्था की जाए। इसके अतिरिक्त रोड फर्नीचर्स, रोड साइड अमेनिटिस, अन्डरग्राउन्ड यूटिलिटीज, स्ट्रीट एवं पेडेस्ट्रियन लाइट, ड्रेनेज सिस्टम तथा मार्गों के सौन्दर्यीकरण से सम्बन्धित प्राविधान किये जाने की आवश्यकता पर बल दिया है।