बुधवार, 20 जनवरी 2021

संशय: हज कमेटी ने 10 से आवेदन लेने बंद किए

इस बार भी हज यात्रा जान पर रहेगी रोक

रियाद। मुकद्दस हज यात्रा को लेकर इस बार भी संशय लग रहा है। कोविड 19 के चलते अभी तक सऊदी अरब ने हज यात्रा को हरी झंडी नहीं दी है। हज समिति ने हज के लिए दस जनवरी से आवेदन लेने बंद कर दिए हैं। इस बार प्रदेश से कुल 6367 यात्रियों ने हज के लिए आवेदन किया है, यह स्थिति आवेदन की अंतिम तिथि एक माह बढ़ने के बाद है। इनमें लखनऊ से करीब 350 लोगों ने आवेदन किए हैं।
पिछले वर्षों की बात की जाए तो हर साल यूपी से तीस हजार से ज़्यादा लोग हज पर जाते थे। पिछले साल कोविड होने की वजह से हज यात्रा रद्द हो गई थी। जिसके चलते इस वर्ष बहुत कम आवेदन आए हैं। आवेदन कम आने की सबसे बड़ी वजह सऊदी अरब से अनुमति न मिलना भी बताई जा रही है। जानकारों के मुताबिक अभी सऊदी अरब ने उमराह के लिए भी अनुमति नहीं दी है। ऐसे में हज यात्रा पर भी सवालिया निशान लग गया है। इस साल हज पर जाने वाले आवेदक का चयन सऊदी अरब की अनुमति के बाद ही हो सकेगा। जिम्मेदारों का कहना है। आवेदन कम ज़रूर हैं।लेकिन हम लोग अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रहे हैं। जिससे हज यात्रा पर किसी तरह का प्रभाव ना पड़े। 
हज सचिव राहुल गुप्ता का कहना है। कि हज समिति लगातार संपर्क में है। हम उम्मीद करते हैं। कि बहुत जल्द सऊदी अरब से हरी झंडी मिल जाएगी, जिसके बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। इस साल इतने कम आवेदन आए हैं। कि सभी का चयन होने की उम्मीद है। फिर भी हम सऊदी अरब की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। 

खिलाड़ी अभिमन्यु का भारतीय टीम में चयन किया

उत्तराखंड के इस खिलाड़ी का भारतीय टीम में चयन, देवभूमि में खुशी की लहर

सिडनी/नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में जीत की खुशी के साथ ही उत्तराखंड के लिए एक और खुशखबरी है। कि इंग्लैंड के साथ में होने वाले टेस्ट सीरीज के लिए पहले दो टेस्ट मैच की टीम का ऐलान हुआ है। जिसमें उत्तराखंड के अभिमन्यु ईश्वरन को भी टीम में जगह मिली है। देहरादून के रहने वाले वह बंगाल क्रिकेट टीम के सदस्य अभिमन्यु ईश्वरन भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे हैं। अभिमन्यु को टीम में जगह मिलने की खबर मिलते ही उत्तराखंड के लाखों क्रिकेट के फैंस खुश है।देहरादून के रहने वाले अभिमन्यु ईश्वरन का भी नाम भी पहले दो मैच में है । वह एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं। और दाएं हाथ के लेग स्पिनर और गुगली गेंदबाज भी हैं।
फरवरी में भारत दौरे पर आ रही इंग्लैंड की टीम के साथ होने वाले टेस्ट मैचों में भारत के कप्तान विराट कोहली की भी वापसी हुई है तो वही हार्दिक पांड्या भी टीम में नजर आएंगे इसके अलावा चोट लगने के कारण ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और हनुमा विहारी टीम में शामिल नहीं है। जबकि जडेजा की जगह अक्षर पटेल को टीम में लिया गया है। और इस टीम में जसप्रीत बुमराह और आर अश्विन को भी जगह मिली है।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने 18 सदस्यीय टीम चुनी है। इंग्लैंड के खिलाफ पहले 2 टेस्ट के लिए टीम इंडिया रोहित शर्मा, शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, ऋद्धिमान साहा, हार्दिक पंड्या, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, आर अश्विन, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल को टीम में जगह मिली है। चयनकर्ताओं ने 4 रिजर्व खिलाड़ियों को भी मौका दिया है। केएस भरत (विकेटकीपर), अभिमन्यु ईश्वरन, शाहबाज़ नदीम, राहुल चंद्र को रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम में शामिल किया है।

पीपल में ब्रह्मा का वास, अग्रभाग में शिव का वास

पीपल के मूल में ब्रह्मा, मध्य में विष्णु और अग्रभाग में शिव का होता है वास

नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति में कुछ वृक्षों को दिव्य वृक्षों की श्रेणी में रखा गया है। पीपल उनमें से एक है। पीपल का पेड़ औषधि विज्ञान की दृष्टि से जितना हितकारी है। धार्मिक व आध्यात्मिक दृष्टिकोण से उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है। भागवत गीता में भगवान कहते हैं।वृक्षों में सर्वोत्तम मैं पीपल हूं। ऋग्वेद में इसे देव वृक्ष कहा गया है। जो संसार को सब कुछ देता है। दिन-रात प्राणवायु देने वाले पीपल की सकारात्मक ऊर्जा के सहारे, महात्मा बुद्ध से लेकर अनेक मुनि-ऋषियों ने इसके नीचे ज्ञानार्जन किया है। 
औषधीय गुणों के कारण, पीपल के वृक्ष को ‘कल्पवृक्ष’ भी कहा गया है। यजुर्वेद में, पीपल को हर यज्ञ की जरूरत बताया है। अथर्ववेद, इसे देवताओं का निवास स्थान बताता है। स्कंदपुराण में वर्णित है, -पीपल की जड़ में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में हरि और फलों में सभी देवताओं का वास है। 
पीपल का पेड़ भगवान के विश्व रूप का ही आध्यात्मिक दर्शन करता है। क्योंकि शास्त्रों में, ब्रह्मांड को उल्टा, वृक्ष सदृश बताया है। इस सृष्टि रूपी उल्टे पेड़ के ऊर्ध्व में इसकी विज, दिव्य ज्योतिबिंदु स्वरूप शिव परमात्मा है। श्रीमद्भागवत में उल्लेख मिलता है, -द्वापर युग में परमधाम जाने से पूर्व, तपस्वी के रूप में श्रीकृष्ण, दिव्य पीपल वृक्ष के नीचे बैठकर परमात्मा के ध्यान में लीन हुए। शास्त्रों में कहा गया है। कि कल्पान्त के प्रलयकाल में, जब सृष्टि जलमय हुई, तब पीपल के पत्ते पर अंगूठा चूसते हुए नवजात श्रीकृष्ण का आविर्भाव हुआ। इसके आध्यात्मिक अर्थ हैं कि पीपल के पत्ते की आकृति गर्भाशय जैसी है। उस पर लेटे हुए बालकृष्ण का आगमन, सतयुगी सृष्टि के शुभारंभ का सूचक है। 
पीपल की श्रेष्ठता के बारे में ग्रंथ कहते हैं- ‘मूलत: ब्रह्म रूपाय, मध्यतो विष्णु रुपिण:, अग्रत: शिव रुपाय अश्वत्थाय नमो नम:।’ अर्थात, इसके मूल में ब्रह्मा मध्य में विष्णु तथा अग्रभाग में शिव का वास है। शास्त्रों के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित कर पूजा करता है। तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।

दम घुटने से पति-पत्नी सहित मासूम की मौत

फरीदाबाद। फरीदाबाद में बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोना जानलेवा साबित हो गया है। कमरे में दम घुटने से तीन लोगों की मौत हो गई है। परिवार के तीनों लोगों की मौत की वजह दम घुटना बताया गया है। फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद के थाना सेक्टर-58 क्षेत्र के ओम एंक्लेव की राजीव कॉलोनी में मंगलवार रात सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी और 2 साल का मासूम बच्चा शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सेक्टर-58 थाना पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बीके अस्पताल भेज दिया है। घटना सेक्टर-58 थाने की राजीव कॉलोनी की है। मृतकों की पहचान अमन(24) पत्नी प्रिया(21) और छह साल के बेटे मानव के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार के लक्खीसराय का अमन यहां सुकेश कुमार के घर में परिवार के साथ किराये पर रहता था। वह सेक्टर-24 स्थित एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। घटना और मृतकों के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस घटनास्थल की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।

सरकार स्थाई संस्था, स्वयं वार्तालाप करें: एससी

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। किसानों की ट्रैक्टर रैली पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सरकार से कहा, “आपको अर्जी वापस लेनी चाहिए। इस मामले में आप अथॉरिटी हैं, आप ही डील कीजिए। यह ऐसा मामला नहीं कि कोर्ट आदेश जारी करे।” कोर्ट के इस कमेंट के बाद सरकार ने अर्जी वापस ले ली। कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को ये किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के विरोध में दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।चीफ जस्टिस ने कहा कि क्या ये वही संगठन है जिसने कल कमेटी के संविधान को खारिज कर दिया था। हमने कमेटी को अधिकार दिया है कि किसानों की बात सुने और हमें रिपोर्ट सौंपे। इसमें भेदभाव की क्या बात है? कोर्ट को बदनाम न करें। (कमेटी पर भेदभाव के आरोपों पर) कमेटी के सदस्यों को फैसला लेने का अधिकार नहीं दिया है। अगर आपको कमेटी के सामने नहीं जाना तो मत जाइए लेकिन, इस तरह किसी को बदनाम न करें।

आंदोलन: हरियाणा-पंजाब के 2 किसानों की मौत

राणा ओबराय 

चंडीगढ़। तीन कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे दो किसानों की आज मौत हो गई है। हरियाणा के रोहतक के पाकस्मा निवासी किसान जयभगवान की देर रात मौत हो गई जबकि पंजाब का एक किसान सुबह मृत मिला है। आशंका जताई जा रही है कि पंजाब के किसान की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। जानकारी के मुताबिक रोहतक के पाकस्मा निवासी किसान जयभगवान राणा की मौत देर रात करीब ढाई बजे दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में हुई है। मंगलवार की शाम सुसाइड नोट लिखकर जहर खाने वाले पाकस्मा के किसान जयभगवान ने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना हरियाणा किसान संयुक्त मोर्चा के संयोजक विकास सीसर ने इंटरनेट मीडिया पर किसानों को दी। बुधवार सुबह एचएल सिटी पुलिस चौकी के एरिया में पंजाब के पटियाला जिले के तोंगा का रहने वाला 65 वर्षीय किसान धन्ना सिंह पुत्र छज्जू सिंह मृत मिला। वह रात को अच्छी तरह खाना खाकर सोया था, लेकिन सुबह जगाया तो वह दम तोड़ चुका था। पता लगते ही आस पास के किसान वहां जुट गए। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके से शव सिविल अस्पताल भेजा।

आंदोलन: 78 साल के बुजुर्ग पति से मिली रामरति

चंडीगढ़। बालकां के बाबू तू ठीक सै...। देख यहां दाढ़ी कितनी बढ़ा ली। इसने तो कटवा लेंदा। कुछ इसी तरह की प्यार भरी बातें हुई जब 54 दिन बाद अपने 78 साल के बुजुर्ग पति से मिली रामरति। दरअसल बरोदा गांव के चतर सिंह की उम्र 78 साल है। चतर सिंह भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर 27 नवंबर से कुंडली बॉर्डर पर धरने पर हैं। चतर सिंह अब तक घर नहीं गया है। पति के घर न आने पर उनसे मिलने मंगलवार को किसान आंदेलन में पहुंच गई चतर सिंह की पत्नी रामरति देवी। जैसे ही पति आंखों के सामने आए तो उनका चेहरा देखकर वह भावुक हो गईं। रामरति की आंखों में आंसू छलक पड़े।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-11, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. शनिवार, जनवरी 11, 2024 3. शक-1945, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथि-...