फुटपाथ पर सो रहे प्रवासी मजदूरों को ट्रक ने कुचला, 15 की मौत, पीएम मोदी ने की मुआवजे की घोषणा
सूरत। गुजरात के सूरत जिले में मंगलवार को सड़क किनारे सो रहे राजस्थान के 15 प्रवासी मजदूरों को ट्रक ने कुचल दिया और सभी की मौत हो गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार यह दर्दनाक वाकया सूरत से करीब 60 किलोमीटर दूर कोसांबा गांव के पास हुआ। उन्होंने बताया कि गन्ने से भरे एक ट्रैक्टर से टक्कर के बाद ट्रक चालक वाहन से नियंत्रण खो बैठा। ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूरत की पुलिस अधीक्षक (एसपी) उषा राडा ने बताया कि ट्रक ने तड़के किम-मांडवी रोड के किनारे सो रहे मजदूरों को कुचल दिया। एसपी ने बताया कि ट्रक किम से मांडवी जा रहा था। दूसरी ओर से आ रहे गन्ने से लदे एक ट्रैक्टर से टक्कर के बाद ड्राइवर वाहन पर नियंत्रण खो बैठा।
उन्होंने बताया कि घटना में ट्रक के आगे की खिड़की का शीशा पूरी तरह चकनाचूर हो गया जिससे ड्राइवर देख नहीं पाया। टक्कर के प्रभाव से ट्रक सड़क के दूसरी ओर पहुंच गया और सड़क किनारे सो रहे मजदूर उसकी चपेट में आ गए। मारे गये सभी प्रवासी मजदूर राजस्थान से थे। ो निर्माण कार्य करते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे में घायल हुए तीन लोगों का पास के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक ट्वीट में कहा गया, ‘‘सूरत में ट्रक हादसे में हुई मौतें दुखद हैं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर शोक जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लिखा कि इस हादसे में मारे गए कई मजदूर राजस्थान के बांसवाड़ा से हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि वह अधिकारियों के संपर्क में हैं। शेखावत ने ट्वीट किया, ‘‘गुजरात में हुआ दर्दनाक सड़क हादसा दुःखद है। इसमें राजस्थान के निवासी भी मारे गए हैं। मृतकों व घायलों के परिजन की सुविधा हेतु लगातार अधिकारियों के संपर्क में हूं। गुजरात के मुख्यमंत्री जी से पर्याप्त सहायता देने का निवेदन है।