आचार्य चाणक्य को महान अर्थशास्त्री और शिक्षाविद माना जाता है। नीति शास्त्र में चाणक्य ने जीवन से जुड़े अहम पहलु जैसे तरक्की, विवाह, कारोबार, सेहत और परिवार आदि के बारे में भी बात की है। चाणक्य ने जीवन को आसान बनाने के लिए कई नीतियां बताई हैं। कहते हैं कि इन नीतियों को जो अपनाते हैं, उन्हें जीवन में अपार सफलता हासिल होती है। सफलता के रास्ते को आसान बनाने के लिए चाणक्य ने नीति शास्त्र में पशु-पक्षियों से सीखे जाने वाले गुणों का भी जिक्र किया है। जानिए पशु-पक्षियों के किन गुणों को हर व्यक्ति को जीवन में अपनाना चाहिए। 1. बगुला- चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को बगुले की तरह ही अपनी इंद्रियों पर संयम रखते हुए अपनी शक्ति या क्षमता के हिसाब से काम काम करना चाहिए। 2. मुर्गा- चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति को मुर्गे की तरह ही सूर्योदय से पहले उठना चाहिए। रण में पीछे न हटते हुए हटकर मुकाबला करना चाहिए। परिवार या प्रियजनों में मिल बांट कर खाना चाहिए। मुर्गे की तरह ही इंसान को अपने बल पर भोजन को प्राप्त करना चाहिए। 3. कौआ– चाणक्य कहते हैं कि इंसान को कौए की भांति हर वक्त सतर्क और सावधान रहना चाहिए। इसके साथ ही समय-समय पर अपने लिए चीजें भी जुटाना चाहिए।
4. श्वान- चाणक्य के अनुसार, हर इंसान को कुत्ते से स्वामी भक्ति का गुण सीखना चाहिए। इसके साथ ही श्वान निद्रा लेनी चाहिए, ताकि आहट मिलते ही आपकी आंख खुल जाए।
5. शेर- चाणक्य नीति के अनुसार, हर व्यक्ति को शेर की भांति कोई भी काम पूरी शक्ति या ताकत से करना चाहिए। जिस तरह से शेर अपने शिकार पर पूरी ताकत से हमला करता है, चाहे वह छोटा पशु या पक्षी ही क्यों न हो। उसी तरह से व्यक्ति को अपने काम में सफलता पाने के लिए अपनी पूरी शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए।