शुक्रवार, 15 जनवरी 2021

उपचुनाव: भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची जारी की

यूपी विधान परिषद चुनाव: भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची की जारी, जानिए किसको मिला टिकट
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में आज अपना प्रत्याशी घोषित किया। भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि भाजपा की केन्द्रीय समिति ने अरविंद कुमार शर्मा को प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव, राज्य के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा एवं लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की चार सीटों के लिए उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के 12 सदस्‍यों का कार्यकाल 30 जनवरी, 2021 को समाप्‍त हो रहा है। इसके लिए 28 जनवरी को चुनाव होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अरविंद कुमार शर्मा ने गुरूवार को लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने शर्मा को पार्टी मुख्यालय में एक सादे समारोह में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा भी मौजूद थे।
गुजरात कैडर के अरविंद कुमार शर्मा ने हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। अरविंद कुमार मऊ जिले के एक पिछड़े गांव से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिये जाने के कयास लगाये जा रहे हैं।

विश्व: सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का आगाज

कोरोना टीकाकरण। सरकार की गाइडलाइन जारी, जानें किन्हें लगेगा और किन्हें नहीं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। 16 जनवरी से भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का आगाज हो रहा है। टीकाकरण अभियान से पहले सरकार ने एक गाइडलाइन जारी की है, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है। कि किन लोगों को अभी टीका नहीं लगवाना है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता (इंटरचेंजिंग) की अनुमति नहीं है और गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाएं टीके न लगवाएं क्योंकि उन्हें अभी तक किसी भी कोरोना वायरस-रोधी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। बकायदा इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखा है। और यह एहतियात बरतने को दिशा-निर्देश जारी किया है। मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेश को लिखे पत्र में आपातकालीन परिस्थितियों में इनके इस्तेमाल को रेखांकित करते हुए कहा कि कोविड-19 टीके केवल 18 साल या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए हैं। आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 टीकों और अन्य टीकों के बीच कम से कम 14 दिन का अंतराल लिया जा सकता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता (एक टीका अलग, दूसरा अलग) की अनुमति नहीं है। दूसरी खुराक भी उसी टीके की लेनी होगी, जो पहले टीके की ली गई है। पत्र में कहा गया है। गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली महिलाओं को अभी तक किसी भी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। लिहाजा गर्भवती या अपने गर्भवती होने को लेकर अनिश्चित महिलाएं इस समय कोविड-19 टीके न लगवाएं।

नपुसंकता के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री का जवाब

अकांशु उपाध्याय  

 नई दिल्ली। देश में डेढ़ लाख से अधिक लोगों की जान ले चुके करोना वायरस पर काबू पाने के लिए टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। लेकिन इस बीच कोराना टीकों को लेकर कई तरह के भ्रम और अफवाहें भी फैलाईं जा रही हैं। कई तरह के साइड इफेक्ट्स के दावों की वजह से लोगों के मन में दुविधा पैदा हो रही है। इस बीच देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने खुद इन अफवाहों को दूर करने की कोशिश की है। कोरोना टीकों के साइड इफेक्ट्स को लेकर कुछ लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि यह नपुंसक बना सकता है। पिछले दिनों एक राजनीतिक पार्टी के नेता की ओर से दावा किए जाने के बाद यह भ्रम और तेजी से फैला।

स्वास्थ्य मंत्री ने इसको लेकर कहा, ”कोई वैज्ञानिक सबूत ऐसा नहीं है जो बताता हो कि कोविड वैक्सीन से महिला या पुरुष में बांझपन आ सकता है। कृपया इस तरह के अफवाहों या अप्रमाणित स्त्रोतों से आने वाली सूचनाओं पर पर ध्यान ना दें। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना टीकाकरण से होने वाले साइड इफेक्ट्स की जानकारी देते हुए कहा, ”कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन लगाए जाने के बाद कुछ लोगों को हल्के बुखार, टीके वाली जगह पर दर्द, शरीर में दर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं। ये साइड इफेक्ट्स दूसरे टीकों की तरह ही हैं। ये दिक्कतें कुछ समय में खुद ही दूर हो जाने की उम्मीद है।” इस भ्रम को दूर करते हुए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, ”कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन लगाए जाने की वजह से आपको कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता है। यदि आपको टीका लगने के बाद अस्थायी साइड इफेक्ट के रूप में हल्का बुखार आता है तो इसे कोविड ना समझें।

दिल्ली के 6 अस्पतालों में टीके की खेप पहुंची

अकांंशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के खिलाफ बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए अंतिम रूप से 81 अस्पतालों में स्टॉक किए गए दो कोविड-19 टीके की खेप को 6 सरकारी अस्पतालों में भेजा है।

हालांकि, वितरण पैटर्न ने कई लोगों की नाराजगी बढ़ा दी है, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) सहित केवल छह केंद्र संचालित अस्पतालों में आवंटित किया गया है। दिल्ली सरकार द्वारा आवंटित टीकों के साथ अस्पतालों की एक सूची से इस बात का खुलासा हुआ है। इस बीच, 75 अस्पताल जिनमें राज्य-संचालित और निजी अस्पताल शामिल हैं, को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के साथ ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविशील्ड मिलेगा, जो देश में अपने विपणन और उत्पादन को संभाल रहा है।

हालांकि, वैक्सीन के वितरण पैटर्न के पीछे दिल्ली सरकार द्वारा कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण या कारण प्रस्तुत नहीं किया गया है, लेकिन राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यह केंद्र के निर्देश पर किया गया। अधिकारी ने कहा, “वैक्सीन और इसकी खुराक केंद्र सरकार के विशेष निर्देशों के अनुसार आवंटित की गई है। हालांकि, इस कदम से विवाद की आशंका है क्योंकि स्वास्थ्यकर्मियों के पास पहले से ही भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर आशंका है जिसे तीसरे चरण के ट्रायल की प्रभावकारिता की डेटा प्रस्तुत किए बिना भारत के ड्रग रेगुलेटर द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदन मिला।

कई स्वास्थ्य कर्मियों ने आईएएनएस से बात की, उन्होंने कोवैक्सीन के प्रति अपनी आशंकाओं को प्रकट किया। केंद्र संचालित लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) के एक ईएनटी विशेषज्ञ ने कहा, “मैं टीका लगवाने के लिए तैयार हूं लेकिन कोवैक्सीन नही लगवाऊंगा। एलएचएमसी के स्वास्थ्यकर्मियों को कोवैक्सीन दी जाएगी क्योंकि इसके संबद्ध अस्पताल कलावती सरन को 6 केंद्र संचालित अस्पतालों में सूचीबद्ध किया गया है जो भारत बायोटेक का टीका प्राप्त करेंगे। सफदरजंग के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख जुगल किशोर ने कहा कि किसी भी विवाद से बचने के लिए सभी केंद्रों पर एक वैक्सीन कैंडीडेट उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “बेहतर होता कि सरकार सभी केंद्रों पर एक वैक्सीन कैंडीडेट उपलब्ध कराती ताकि लोगों के मन में कोई भ्रम न पैदा हो।”कोवैक्सीन विवादों में रहा है क्योंकि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए सिफारिश की गई थी। बाद में, इसे कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में रोल-आउट के लिए 3 जनवरी को मंजूरी दी गई।

अपराधी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा: सीएम

अविनाश श्रीवास्तव  

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि सरकार अपराध नियंत्रण के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है और अपराधी कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा ।

कुमार ने शुक्रवार को पटना के आर. ब्लॉक से दीघा के बीच 379.57 करोड़ रुपये की लागत से बनी 6.7 किलोमीटर लंबी सड़क जिसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर ‘अटल पथ’ रखा गया है, का उद्घाटन करने के बाद राज्य में अपराध की बढ़ती घटना के संबंध में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए। कहा कि सरकार अपराध नियंत्रण के लिए पूरी तरह मुस्तैद है। अपराध में संलिप्त चाहे जो भी हो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है और अपराधी जल्द ही पकड़े जाएंगे । इस हत्याकांड में संलिप्त अपराधी का स्पीडी ट्रायल करा कर उसे सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने खुद इस मामले में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से बात की है और अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है ।

हिमाचलः तेंदुए ने सड़क पर लोगों से किया प्यार

तेंदुए ने सड़क पर आकर लोगों से किया प्यार

कुल्लू। तेंदुए द्वारा पालतू जानवर और लोगों पर हमले की खबरें, वीडियो और तस्वीरें तो आपने बहुत देखीं और सुनी होंगी। लेकिन हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की तीर्थन घाटी से जो वीडियो सामने आया है वो वाक्य हैरान कर देने वाला है। दरअसल, यहां एक तेंदुए का शावक सड़क पर निकल आया। इस दौरान तेंदुए के शावक को देख लोगों की भीड़ जुट गई और सड़क पर जाम लग गया। तेंदुए (Leopard) के शावक के साथ लोग खेलने लगे और उसके साथ सेल्फी लेनी शुरू कर दी। इस दौरान तेंदुआ वहां करीब एक घंटे तक घूमता रहा और लोग भी तेंदुए को देखने के लिए गाड़ियों से उतर आए। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, यह वायरल वीडियो कुल्लू जिले के तीर्थन घाटी की शरची पंचायत के बंदल स्थित नगलाड़ी-शरची सड़क का है। सुबह करीब सात बजे के आसपास लोगों ने तेंदुए को देखा। बिना किसी डर के सड़क पर घूमते तेंदुए को देखने के लिए जहां आसपास गांव के लोगों को तांता लगा गया, वहीं सड़क पर भी गाड़ियों की लंबी लाइन गई। इस दौरान कई लोग गाड़ियों से बाहर आए और तेंदुए को बिस्कुट फैंकने लगे। सड़क के करीब 300 मीटर पर तेंदुए ने करीब एक घंटे तक डेरा जमाए रखा और लोग उसके वीडियो बनाते रहे।

कोहरे से परेशान हैं 'उत्तर भारत', 6348 ट्रेनें रद्द

घने कोहरे से परेशान उत्तर भारत, आज 6348 ट्रेनें रद्द, फ्लाइट पर भी असर
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली से लेकर दक्षिण तक सर्दी का कहर बुरी तरह से जारी है। राजधानी दिल्ली में आज कोहरे ने कोहराम मचाया हुआ है। दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे लोगों को आने-जाने में खासी दिक्कत हो रही है। यही नहीं घने कोहरे की वजह से उत्तर रेलवे क्षेत्र में 14 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। देश में आज 6348 ट्रेनें रद्द हैं। तो वहीं 13 ट्रेनों को आंशिक तौर पर रद्द किया गया है। यहीं नहीं कोहरे का असर फ्लाइट्स पर भी पड़ा है। विमान कंपनी स्पाइसजेट ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है। कि घने कोहरे और खराब मौसम के कारण बागडोगरा की उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में यात्री यात्रा से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस जरूर चेक कर लें। केवल दिल्ली ही नहीं आज उत्तर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा में घना कोहरा छाया हुआ है।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...