बुधवार, 13 जनवरी 2021

अमेरिका: लड़की के सीने से बाहर है दिल, परेशानी

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में रहने वाली एक लड़की बेहद दुर्लभ परेशानी से गुजर रही है। जिसके चलते गर्भ में ही उनकी पेट की मांसपेशियां और पसलियां गलत तरीके से फॉर्म हो गई थी। गोनचारोवा को अपनी इस कंडीशन के चलते कोई दर्द तो महसूस नहीं होता है। लेकिन इसके चलते उसका दिल काफी एक्सपोज हो चुका है। इसके अलावा उनके दिल में छेद भी है। गोनचारोवा को अपने हालातों के चलते अक्सर अस्पताल में भी समय बिताना पड़ता है।साल 2020 की शुरुआत में उनका ऑक्सीजन लेवल काफी तेजी से गिरने लगा था जिसके बाद उन्हें इमरजेंसी रूम ले जाया गया था और अगले दो हफ्तों में अस्पताल में समय बिताने के बाद गोनचारोवा का ऑक्सीजन का स्तर सामान्य हुआ था।

ढांचा विध्वंस पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई टलीं

बृजेश केसरवानी  
लखनऊ/प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्‍यायालय की लखनऊ खंडपीठ में अयोध्या के विवादित ढांचा विध्वंस मामले के फैसले को चुनौती देने वाली पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई दो सप्ताह के लिये टाल दी गई है। याचिकाकर्ताओं ने बुधवार को अदालत से मांग की थी कि उन्हें अपनी याचिका में कुछ कमियों को दूर करने के लिये कुछ और समय चाहिये। यह याचिका न्‍यायमूर्ति राकेश श्रीवास्तव की एकल पीठ के समक्ष सूचीबद्ध थी। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव ने रजिस्टरी कार्यालय से मामले को दो सप्ताह बाद सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है। यह याचिका अयोध्या निवासी हाजी महबूब अहमद और सैयद अखलाक अहमद की ओर से दाखिल की गई है।

याचिका में विवादित ढांचा विध्वंस मामले के 30 सितम्बर 2020 के सीबीआई अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं – मुरली मनेाहर जोशी , उमा भारती और विनय कटियार – समेत सभी 32 आरोपियों को बरी करने के विशेष अदालत के फैसले को गलत एवं तथ्यों के विपरीत बताया गया है।

याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता इस मामले में गवाह होने के साथ-साथ विवादित ढांचा विध्वंस की घटना के पीड़ित भी हैं। याचिकाकर्ताओं का यह भी कहना है कि अभियुक्तों को बरी करने के फैसले के विरुद्ध सीबीआई ने आज तक कोई अपील दाखिल नहीं की है लिहाजा याचियों को वर्तमान पुनरीक्षण याचिका दाखिल करनी पड़ी है। याचिका में सभी 32 अभियुक्तों को दोषी करार दिये जाने की मांग की गई है।

गौरतलब है कि 30 सितम्बर 2020 को सीबीआई की विशेष अदालत ने लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साक्षी महाराज, लल्लू सिंह, बृजभूषण शरण सिंह व महंत नृत्य गोपाल दास समेत सभी जीवित 32 अभियुक्तों को बरी कर दिया था।

कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध व्यक्त

अली अकबर 

काशीपुर। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि विधेयक बिलो को वापस लिए जाने की मांग करते हुए सैकड़ों की तादाद में किसानों ने नगर के मुख्य चौराहे पर एकत्रित होकर कृषि कानून की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने दोपहर करीब 3:00 बजे चीमा चौराहे पर एकत्रित होकर काले झंडे लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कृषि बिलों की प्रतियां जलाई। तथा सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। भारतीय किसान यूनियन के बलविंदर सिंह संधू ने कहा कि जब तक तीनों काले कृषि कानूनों को सरकार के द्वारा वापस नहीं लिया जायेगा तब तक किसान घर वापस नहीं लौटेंगे। किसान बिल की प्रतियां फूंकने वालों में बलविंदर सिंह संधू, प्रताप सिंह, गगन कंबोज, बलविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह, जगपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरदास सिंह, जगमोहन सिंह, एडवोकेट हरीश कुमार, टीका सिंह सैनी, राजू छीना, दर्शन सिंह, बलदेव सिंह, बलकार सिंह फौजी, चमकौर सिंह, हरविंदर सिंह तथा कश्मीर सिंह समेत सैकड़ों की तादाद में किसान मौजूद रहे।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने जताई चिंता

नई दिल्ली। निर्णय लेने वाले निकायों में महिलाओं की उपस्थिति पर बल देते हुए राष्ट्रीय महिला आयेाग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मंगलवार को कहा कि राजनीतिक दल उन्हें केवल तभी टिकट देते हैं। जब उनका पुरुष नेता से 'संपर्क' हो। उन्होंने हैदराबाद के मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र द्वारा आयोजित एक वेबिनार में डिजिटल माध्यम से अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को निर्णय लेने वाले निकायों, संसद और विधानमंडलों में होना चाहिए। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मंत्रालयों में महिला संख्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा, 'हां, ऐसी महिलाएं हैं जो अच्छे मंत्रालयों मे हैं। लेकिन उनकी संख्या बहुत कम है। शर्मा ने चुनाव टिकट बंटवारे में राजनितिक दलों द्वारा महिलाओं पर भरोसा न करने पर भी दुःख जताया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल महिलाओं को टिकट देना नहीं चाहते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि वे चुनाव हार जाएंगी। उन्होंने कहा, ''वे ऐसे व्यक्ति को टिकट दे सकते हैं जिनकी समाज में अच्छी छवि नहीं है, ऐसा व्यक्ति जिसके खिलाफ आरोप हैं, लेकिन वे (राजनीतिक दल) महिला को टिकट नहीं देंगे। शर्मा ने कहा कि अगर कोई महिला टिकट पा जाती है तो भी उसका राजनीति में मौजूद किसी व्यक्ति से संपर्क जरूरी होता है जिससे चेहरा तो उसका हो लेकिन उसकी ओर से काम कोई अन्य करे।

विकास का ढिंढोरा पीटती है भाजपा, सच अलग

आश्वासन के बाद नहीं खड़े हुए बिजली के खम्मे ना ही लगा खंडजा-भावना बिष्ट
भाजपा शासन में आश्वासन तो दिया जाता है लेकिन समय से कभी कार्य नहीं होता
विकास कार्यों को लेकर ढिंढोरा पीट रही भाजपा सरकार लेकिन फिर भी विकास कार्यों के मामले में पिछड़ रहा है लोनी
 अंकित गोस्वामी  
 गाजियाबाद/लोनी। लक्ष्मी गार्डन वार्ड नम्बर 9 लगभग 1 साल से ज्यादा हो गया है। जब उत्तराखंडी समाज के लोग अपनी समस्याओं को लेकर लक्ष्मी गार्डन में ही भूख हड़ताल पर बैठे थे। लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी आज तक वार्ड नंबर 9 में समस्या ज्यों की त्यों है। उत्तराखंड के समाज के लोगों की मुख्य समस्याओं थी, बांस की बल्लिया गाड़ कर घरों तक तार को ले जाना, तब बिजली का इस्तेमाल कर पाना था। और दूसरी समस्या थी खरंजा टूटा होने के कारण बरसात में खंरजे पर पानी भर जाना।
आपको बता दें कि अक्टूबर 2019 में बिजली के खम्बों और खंडजो को लेकर उत्तराखंड समाज के लोग इन्हीं दोनों समस्याओं को लेकर काफी शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तब लक्ष्मी गार्डन में भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। उस समय कोई भी अधिकारी सुध लेने नहीं पहुचा था। लेकिन उस दौरान क्षेत्रीय विधायक प्रतिनिधि भूख हड़ताल पर बैठे लोगों के बीच पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्दी आपके यहां बिजली के खंभे भी लग जाएंगे और खड़ंजा भी बन जाएगा। लेकिन आज तक ना तो बिजली के खंबे लगे और ना ही खड़ंजा बना। जबकि इस विषय को लेकर आम आदमी पार्टी की नेत्री भावना बिष्ट ने कई बार क्षेत्रीय विधायक को भी अवगत कराया। इस पर आज तक अमल नहीं हुआ। वहीं, आम आदमी पार्टी जिला उपाध्यक्ष भावना बिष्ट से बात करने उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार में विकास के दावे तो हो रहे हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर काम नहीं हो रहा है और बाकी लोगों को काम के लिए आश्वासन तो दे दिया जाता है। लेकिन उसके बाद काम सालों साल नहीं होता। और क्या बताया जाए हमारे ही वार्ड में कुछ समय पहले हमारे ही समाज के लोग हमारे साथ भूख हड़ताल पर बैठे थे। लेकिन जनप्रतिनिधियों द्वारा हमें आश्वासन तो दे दिया गया था।लेकिन आज तक काम नहीं हुआ तो क्या समझा जाए भाजपा सरकार में कि सिर्फ दावे होते हैं लेकिन काम नहीं।

सीएम का एक्शन, जिला कलेक्टर-एसपी को हटाया

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजातिया को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इसके साथ ही एसडीओपी पर भी निलंबन की गाज गिरी है। दरअसल, यह पूरी कार्रवाई जहरीली शराब से हुई मौतों के चलते कई गई है।मुरैना जिले में जहरीली शराब से अब तक 20 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारी के मुताबकि प्रदेश में पिछले 9 माह में जहरीली शराब से 38 लोगों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद सरकारी तंत्र शराब के अवैध करोबार को रोकने में अब तक नाकाम रहा।

सपा ने विधान परिषद उम्मीदवारों की घोषणा की

दीपा सिंह  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने बुधवार यानि आज दो प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए। इसकी जानकारी पार्टी ने बयान जारी कर दी। पार्टी की ओर से जारी बयान के अनुसार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के लिए अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी को प्रत्याशी बनाया है।

आपको बता दें कि 11 जनवरी से नामांकन पत्र दाखिल करने की शुरू हुई प्रक्रिया 18 जनवरी तक चलेगी और 19 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 21 जनवरी को नाम वापसी और 28 जनवरी को मतदान होगा। 28 जनवरी की शाम से ही मतगणना की भी प्रक्रिया शुरू होगी।

'कन्या जन्मोत्सव' कार्यक्रम का आयोजन किया

'कन्या जन्मोत्सव' कार्यक्रम का आयोजन किया  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने ...