इस्लामाबाद/ नई दिल्ली। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को भारतीय सेना की महत्वपूर्ण जानकारी देने वाला शख्स पकड़ा गया है। उसे जैसलमेर जिले की पोकरण फायरिंग रेंज के पास सटे लाठी गांव से देश की खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ के लिए उठाने के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस शख्स की पहचान सत्यनारायण पालीवाल के रूप में की गई है। उसने कई खुलासे किए हैं। पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उसे हनीट्रैप के जाल में फंसा रखा था। लाइव चैटिंग के दौरान देता था सूचनाएं... जानकारी के अनुसार सत्यनारायण से सोशल मीडिया पर आईएसआई से जुड़ीं कई लड़कियां लाइव चैटिंग करती थीं। वह एक के बाद एक अपने कपड़े उतारतीं और सत्यनारायण से देश की सुरक्षा से जुड़ी सारी खुफिया जानकारी हासिल कर लेतीं। हालांकि, सूचना देने के बदले सत्यपाल को कभी भी रुपये नहीं मिले। वह सेना से जुड़े राज और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी करीब सवा साल से आईएसआई के देता आ रहा था। सत्यनारायण की क्षेत्र में है खासी पहचान... लाठी गांव व आसपास के क्षेत्रों में सत्यनारायण पालीवाल नेताजी के नाम से मशहूर है। लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र में उसका राजनीतिक हस्तक्षेप रहता है। ऐसे में वह आसानी से अपने काले कारनामों को कर लेता था। उस पर कोई भी शक नहीं कर सकता था क्योंकि स्थानीय राजनेताओं और पुलिस प्रशासन में उसकी अच्छी-खासी पैठ थी। इन सब वजहों के चलते पाक खुफिया एजेंसी की नजर उस पर पड़ी और जल्द ही आईएसआई की महिला एजेंट ने उसे हनी ट्रैप के जाल में फांस लिया।
आरोपी के भाई की पत्नी रह चुकी है गांव की सरपंच...
दरअसल, सेना लाठी गांव के पास ही में स्थित फायरिंग रेंज की हर गतिविधि की जानकारी सरपंच को देती है ताकि सरपंच गांव वालों को उस क्षेत्र से दूर रहने के लिए सचेत कर सके। जांच में पता चला कि सत्यनारायण के भाई की पत्नी गांव की सरपंच रह चुकी हैं और सत्यनारायण सरपंच प्रतिनिधि की भूमिका निभाता था। ऐसे में वह सेना की हर गतिविधि की जानकारी लड़कियों के जाल में फंसकर उन्हें भेजता रहता था।
आईएसआई एजेंट ने खुद को बताया समाचार पत्र की संपादक... सोशल मीडिया पर सत्यनारायण से 5 लड़कियां एक ग्रुप बनाकर लगातार बात करती थीं। लाइव चैटिंग के दौरान ये लड़कियां एक के बाद एक सत्यनारायण के सामने अपने कपड़े उतारने लगतीं। ऐसे में वह खुद पर काबू नहीं रख पाया और सेना से जुड़ी महत्वपर्ण जानकारी उन्हें देने लगा। इन पांच लड़कियों में से एक खुद को सोनिता कुमारी बताने वाली यह दावा करती थी कि वह एक प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र की संपादक है और बाकि की लड़कियां उसके यहां काम करने वाली पत्रकार हैं। आईएसआई के स्लीपिंग सेल एजेंट पश्चिमी राजस्थान में सक्रिय... आईएसआई ने पश्चिमी राजस्थान में अपने कई स्लीपिंग सेल सक्रिय कर रखे हैं क्योंकि इस क्षेत्र में सैन्य गतिविधियां हमेशा चलती रहती हैं। ऐसे में किसी स्लीपिंग सेल के एजेंट ने आईएसआई को जानकारी दे दी कि सत्यनारायण पालीवाल के पास सेना से जुड़ीं महत्वपूर्ण सूचनाएं रहती हैं। उन्होंने सत्यनारायण का मोबाइल नंबर भी पाक खुफिया एजेंसी को भेज दिया। इसके बाद आईएसआई ने इन लड़कियों को उसे फांसने के लिए सक्रिय किया। कुछ दिन में ही लड़कियों ने अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों से सत्यनाराण को साध लिया। एक ही लड़कियों का समूह करता है हनीट्रैप... खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पश्चिमी राजस्थान में हनी ट्रैप के लिए जितने भी मामले हैं उनमें इन लड़कियां का होना समान है। इनकी आवाज की गहनता के साथ जांच होगी। इस जांच में पता चला कि गत वर्ष हनी ट्रैप में फंसे सेना के दो जवान भी इन्हीं लड़कियों के जाल में उलझे थे।