सोमवार, 11 जनवरी 2021
हद: बच्चों पर पेट्रोल डालकर मां ने आग लगाईं
अभय चौटाला ने विधानसभा को भेजा इस्तीफा
उपद्रव: 800 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया
राणा ओबरॉय
करनाल। कैमला गांव में हुई किसान महापंचायत में हुई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए 71 प्रदर्शनकारी पर नाम से मामला दर्ज कर लिया है। कुल 800 लोगों से ज़्यादा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। वहीं भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है। आपको बता दें कि इस महापंचायत में हरियाणा के मुख्यमंत्री को आना था पर प्रदर्शनकारी किसानों के हंगामे के बाद उन्होंने हेलीकॉप्टर लैंड नहीं करवाया था।कल जो करनाल के कैमला गांव में हुआ वो सबने बड़े करीब से देखा, ना मंच बचा, ना पोस्टर, ना कुर्सियां, ना हेलिपैड सब तहस नहस था। प्रदर्शनकारी किसानों ने कानून अपने हाथ मे लिया और मुख्यमंत्री के आने से पहले ही वो प्रदर्शनकारी किसान उस जगह पर पहुंच गए जहां सीएम मनोहर लाल ने 3 कृषि कानूनों के बारे में जनता को बताना और समझाना था। पहले हेलिपैड, फिर मंच के पास रखा पोडियम, फिर कुर्सियां, फिर गमले, फिर साउंड सिस्टम और अंत मे पोस्टर तक फाड़ दिया। कल मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी इस घटनाक्रम को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी पर हमला बोला था और कल रात रात होते पुलिस कप्तान गंगा राम पूनियां ने भी 71 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नाम से मामले दर्ज कर दिए। जबकि कुल 800 से ज़्यादा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
क्योंकि जब कल हंगामा हो रहा था तो बड़े आईपीएस अधिकारियों के साथ साथ प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर थे पर पुलिस उनके सामने बेबस नज़र आ रही थी। कुल 800 से ज़्यादा प्रदर्शनकारी के ऊपर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट करने, उन्हें धमकी देने, साजिश रचने और उकसाने के तहत कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। भले ही अब उन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हो लेकिन क्या जो कल हुआ उसे होने से रोका जा सकता था। देखना अब ये होगा कि आगे किसानों की तरफ से क्या रणनीति रहती है। फिलहाल एक जांच कमेटी बनाई गई है जो लगातार उस महापंचायत वाले स्थान पर जो जो हुआ उसके वीडियो चेक कर रही है। फिलहाल किसी भी प्रदर्शनकारी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में शीत लहर का प्रकोप जारी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से मैदानी इलाकों में शीतलहर और कोहरे ने कहर मचा कर रखा है। सोमवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग इलाके में सात डिग्री तापमान दर्ज किया गया, वहीं पालम में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार की तरह आज भी भले ही धूप खिली हुई है लेकिन तेज चल रही ठंडी हवाओं से लोग ठिठुर रहे हैं।
आईएमडी दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 14 जनवरी को पारा एक बार फिर पांच डिग्री तक गिर सकता है। उन्होंने ये भी बताया कि आने वाले दिनों में घना कोहरा भी छा सकता है। वहीं अनुमान है कि आज के बाद से शीतलहर का प्रकोप कम होगा और ठंडी हवाएं आज के बाद से नहींं चलेंगी।
दिल्ली-एनसीआर में शीत लहर का प्रकोप जारी…दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी है। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी से मैदानी इलाकों में शीतलहर और कोहरे ने कहर मचा कर रखा है। सोमवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग इलाके में सात डिग्री तापमान दर्ज किया गया, वहीं पालम में न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार की तरह आज भी भले ही धूप खिली हुई है लेकिन तेज चल रही ठंडी हवाओं से लोग ठिठुर रहे हैं।
आप विधायक सोमनाथ के चेहरे पर स्याही फेंकी
अमेठी के अपर पुलिस अधीक्षक दया राम ने बताया कि सोमनाथ भारती के खिलाफ जगदीशपुर थाने में मामला दर्ज था, उसी सिलसिले में उन्हें रायबरेली से गिरफ्तार किया गया है। सोमनाथ भारती द्वारा उत्तर प्रदेश के अस्पतालों को लेकर की गयी विवादित टिप्पणी पर भाजपा कार्यकर्ता सोमनाथ शाहू ने जिले के जगदीशपुर थाने मे मामला दर्ज कराया था।
भीख मांगता "बचपन" 'विश्लेषण'
संदीप सिंह
लगातार आर्थिक तरक्की कर रहे भारत में एक तरफ अरबपतियों की लम्बी कतार बनती जा रही है तो दूसरी ओर देश में ही एक तबका भीख मांग कर पेट भरने को मजबूर है।
लखनऊ। भिक्षावृत्ति आधुनिक होते भारत के माथे पर कलंक की तरह हैं। मंदिरों, मस्जिदों या किसी भी धार्मिक स्थल पर भिखारियों का जमवाड़ा लगा रहता है। दो जून की रोटी को तरसते देश के लाखों गरीब अस्पतालों, बस अडडों, चौराहों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भिक्षावृत्ति को मजबूर हैं। कानूनी प्रावधानों के ज़रिये भिक्षावृत्ति पर रोक की कोशिशें अब तक असफल ही साबित हुई हैं। भिक्षावृति को कानूनन अपराध घोषित करने के बावजूद भिखारियों की तादाद कम नहीं हुई।
कुछ लोग अपने फायदे के लिए जबरन बच्चों से उनका बचपन छीन कर चौक-चौराहों पर भीख मंगवाते हैं। कोरोना काल में सड़कों पर भीख मांगने वाले इन बच्चों में इजाफा हुआ है।उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद चल रही है लेकिन शहर के कई चौराहे पर कहानी ही कुछ अलग है। पुलिस की नाक के नीचे मासूमों का बचपन छीना जा रहा है। मासूमों से भीख मंगवाई जा रही है। हलांकि भीख मांगने का अंदाज थोड़ा बदल दिया गया है। यदि आप राजधानी लखनऊ में रहते हैं तो शायद ऐसा आपके साथ भी हुआ होगा। कार से दफ्तर या बाजार जाते समय जब गाड़ी रेल लाइट पर रुकती है तो अचानक छोटे-छोटे बच्चे हाथ मे कपड़ा लिए आपकी गाड़ी साफ करने लगते हैं। हजरतगंज के हलवासिया चौराहे से लेकर कपूरथला आईटी पुराना लखनऊ के चौक दुबग्गा समेत कई इलाकों में ये तस्वीरें आम है।
दरसल में बच्चे आम नही हैं औऱ न ही गाड़ी साफ करवाने के बहाने मेहनत करके आपसे पैसे मांग रहे। इनके पीछे भीख मंगवाने वाले गिरोह काम करते हैं जो बच्चों को आगे कर देते और बाद में उनसे जुटाए गए पैसे में हिस्सा बसूलते हैं। भीख मांगने में ही नही बल्कि बच्चों के अधिकार को लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत भी कई बार गाइडलाइंस जारी कर चुकी है लेकिन न तो पुलिस न ही प्रशासन इस ओर ध्यान देता है।बाल भिक्षावृत्ति जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को महिला सहायता प्रकोष्ठ की टीम ने कस्बा गढ़ीपुख्ता पहुंचकर बाल भिखारियों के संबंध में डोर टू डोर सर्वे किया, हालांकि टीम को कस्बे में कोई भी बाल भिखारी नहीं मिला। टीम ने लोगों को जागरूक करते हुए बच्चों से भीख मंगवाने वालों की सूचना प्रशासन और पुलिस को देने की अपील की।
यूपी की योगी सरकार ने जनपद स्तर पर इन बाल भिक्षुओं को चिन्हित कर एक विशेष कार्य योजना लागू की है। इस योजना के तहत बाल भिक्षुओं को शिक्षा की दिशा में प्रेरित किया जाएगा और उनके माता-पिता को रोजगार देने दिया जाएगा। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉ. विशेष गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बाल भिक्षावृत्ति रोकने व बाल भिक्षुओं को सबल बनाने के लिए इस विशेष अभियान को शुरू किया है।प्रदेश में बाल भिक्षावृत्ति के संबंध में शासन को लगातार शिकायतें मिल रही थी, इसके बाद पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन ने शामली जिला प्रशासन को 26 दिसम्बर से 10 जनवरी तक बाल भिक्षावृत्ति जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। शासन के निर्देशों के बाद एसपी शामली सुकीर्ति माधव ने महिला सहायता प्रकोष्ठ की टीम को जिले में डोर टू डोर सर्वे कर बाल भिक्षावृत्ति के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। शुक्रवार को महिला सहायता प्रकोष्ठ की मुख्य आरक्षी आशा, आरक्षी दीपा बालियान, प्रीति रानी, काजल व पवन कुमार की टीम ने कस्बा गढ़ीपुख्ता पहुंचकर अभियान चलाया।
क्रिकेट: 41 साल बाद ऑस्ट्रेलिया का सपना तोड़ा
टीम इंडिया सिडनी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज करने से चूक गई। अगर टीम इंडिया इस मैच में जीत दर्ज कर लेती तो वह अपने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी पारी में सबसे बड़े 407 रनों के लक्ष्य को हासिल करने का रिकॉर्ड बना लेती।इससे पहले 12 अप्रैल 1976 को चौथी पारी में सबसे बड़े लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने का रिकॉर्ड भारत के नाम दर्ज हो गया था, जो 27 साल तक बरकरार रहा। भारत ने पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में 403 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 406/4 रन बनाकर इतिहास रच दिया था।
चौथी पारी में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत
- वेस्टइंडीज विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया, 418/7 रन, टारगेट 418, सेंट जोन्स 2003
- साउथ अफ्रीका विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया, 414/4 रन, टारगेट 414, पर्थ 2008
- भारत विरुद्ध वेस्टइंडीज, 406/4 रन, टारगेट 403, पोर्ट ऑफ स्पेन, 1976
सिडनी में भारतीय टीम के रिकॉर्ड की बात करें तो वह अच्छा नहीं रहा है। भारत अब तक खेले गए 13 टेस्ट मैचों में से सिर्फ 1 ही मुकाबला जीत पाया है, जबकि 5 टेस्ट मैचों में कंगारुओं ने टीम इंडिया को मात दी है। इसके अलावा 7 मैच ड्रॉ पर खत्म हुए हैं।
आखिरी बार भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में यहां 3-7 जनवरी 2019 में टेस्ट मैच ड्रॉ कराया था। टेस्ट सीरीज अभी भी 1-1 से बराबर है। ऐसे में भारत अगर ब्रिस्बेन में चौथा टेस्ट जीत लेता है, तो वह ऑस्ट्रेलिया की धरती पर दूसरी बार टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमा लेगा। आखिरी बार 2018-19 के दौरे पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी।
सिडनी में टीम इंडिया का रिकॉर्ड
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 12-18 दिसंबर 1947 – सिडनी – मैच ड्रॉ
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 26-31 जनवरी 1968 – सिडनी – ऑस्ट्रेलिया 144 रनों से जीता
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 7-12 जनवरी 1978 – सिडनी – भारत पारी और 2 रन से जीता
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2-4 जनवरी 1981 – सिडनी – ऑस्ट्रेलिया पारी और 4 रन से जीता
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2-6 जनवरी 1986 – सिडनी – मैच ड्रॉ
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2-6 जनवरी 1992 – सिडनी – मैच ड्रॉ
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2-4 जनवरी 2000 – सिडनी – ऑस्ट्रेलिया पारी और 141 रनों से जीता
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2-6 जनवरी 2004 – सिडनी – मैच ड्रॉ
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 2-6 जनवरी 2008 – सिडनी – ऑस्ट्रेलिया 122 रनों से जीता
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 3-6 जनवरी 2012 – सिडनी – ऑस्ट्रेलिया पारी और 68 रनों से जीता
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 6-10 जनवरी 2015 – सिडनी – मैच ड्रॉ
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 3-7 जनवरी 2019 – सिडनी – मैच ड्रॉ
- भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया – 7-11 जनवरी 2021 – सिडनी – मैच ड्रॉ
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 1. अंक-10, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. शुक्रवार, जनवरी 10, 2024 3. शक-1945, पौष, शुक्ल-पक्ष, तिथ...
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