रविवार, 3 जनवरी 2021

देश में कोरोना संक्रमण के 18,177 नए मामले

देश में कोरोना संक्रमण के 18,177 नए मामले, 99 लाख से अधिक संक्रमण मुक्त
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देश में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 18,177 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 1,03,23,965 हो गई, जिनमें से 99,27,310 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। देश में संक्रमण से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 96.15 प्रतिशत हो गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 217 और लोगों की मौत होने के बाद देश में संक्रमण से अब तक मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 1,49,435 हो गई है। देश में कोविड-19 के कारण मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में इस समय 2,47,220 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है।
आईसीएमआर के अनुसार, देश में दो जनवरी तक 17,48,99,783 नमूनों की जांच की जा चुकी है। जिनमें से 9,58,125 नमूनों की जांच शनिवार को की गई।

नाइजर में बडा आतंकी हमला, 56 लोगों की मौत

नाइजर में बड़ा आतंकी हमला, कम से कम 56 लोगों के मारे जाने की खबर
माली। अफ्रीकी देश नाइजर में हुए एक आतंकवादी हमले में 56 लोगों के मारे जाने की खबर है। रिपोर्ट के अनुसार, आतंकवादियों ने माली की सीमा पर स्थित एक गांव पर हमला कर 56 लोगों की हत्या कर दी। इस हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हमले वाले इलाके में हिंसा और गृहयुद्ध के कारण साल 2017 से ही आपातकाल लगा हुआ है।
एएफपी ने नाइजर के अधिकारियों के हवाले से बताया है। कि आतंकवादियों ने दो गांवों को निशाना बनाया है। इस हमलें में मरने वाले लोगों की तादाद 70 से भी अधिक हो सकती है। आतंकवादियों ने नाइजर के जिन दो गांवों पर हमला बोला वे टिल्लाबेरी इलाके के चोमोबांगोऊ और जारोमदारेय के नाम से जाने जाते हैं। यह गांव माली की सीमा के पास स्थित है।
इस इलाके मे कई आतंकी संगठन सक्रिय
नाइजर की सरकार का आरोप लगाती रहती है। कि माली के सशस्त्र गुट उसकी राज्य की सीमा में घुसकर आतंकी वारदातों को अंजाम देते हैं। हालांकि, इस हमले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस क्षेत्र में अल कायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े कई आतंकी संगठन सक्रिय हैं।

अधिवक्ता के पदों पर जल्द ही की जाएगी नियुक्ति

शासकीय अधिवक्ता के रिक्त पद, मांगे गए आवेदन

लखनऊ। जिला शासकीय अधिवक्ता (राजस्व) मण्डलीय न्यायालय तथा सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता के रिक्त एक-एक पदों पर जल्द ही नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी की ओर से योग्य अधिवक्ताओं से आवेदन मांगे गए हैं।
यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी 25 जनवरी तक जिलाधिकारी कार्यालय में आवेदन जमा किए जा सकते हैं तथा अधिक जानकारी के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।

एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने मुकेश 'अंबानी'

मुकेश अम्बानी ने मारी बाजी, बने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति, शीर्ष पर रहा चीनी कारोबारी टाप टेन से हुआ बाहर

नई दिल्ली। किसान आन्दोलन के नाम पर रिलायंस समूह के मालिक मुकेश अम्बानी पर तरह तरह के आरोप लगाने के साथ उनके मोबाइल टावरो को नुकसान पहुचाया जा रहा है। वही दूसरी ओर उन्होेंनें एक बार फिर भारत का सिर उंचा किया है। एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में उनहोेने पहला स्थान हासिल किया है।
एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची जारी करने वाले फोब्र्स रियल टाइम बिलेनियर्स इन्डेक्स के अनुसार रिलांयस प्रमुख मुकेश अम्बानी इस समय एशिया के सबसे अमीर कारोबारी हेैं इतना ही नही उन्होेनें विश्व मे सबसे अमीन लेागों की सुूची में नवां स्थान भी प्राप्त किया है। खास बात तो यह है। कि वर्ष 2020 के समाप्त होने के समय इस सूची से मुकेश अम्बानी को जिस शख्स ने बाहर किया था। बवह व्यक्ति इस सूची कें टाप टेन से ही बाहर हो गया हैं। ज्ञात हो कइस इन्डेक्स में वर्ष 2020 के अन्तिम समय में मुकेश अम्बानी टाप पर थे। परन्तु उन्हें चीन के कारोबारी झोंग शानशान ने दूसरे नम्बर पर ला दिया था।
फोबर््स के ताजा आंकडों के मुताबिक मुूकेश अम्बानी की कुल दौलत इस समय 76.8 अरब डालर है। जबकि झोंग शानशान की कुल सम्पत्ति इस समय 71.6 अरब डालर आंकी गयी है। जिसके अनुसार उन्है इस इन्डेक्स की टाप टेन की सूची से भी बाहर होना पडा है।
फोब्र्स ने विश्व के टाप टेन अमीरों की सूची भी जारी की है जिसमें मुकेश अम्बानी नौवें नम्बर पर हैं। तथा अमेजन के जेफ बेजोस 189.7 अरब डालर के साथ विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए है।

चंद्रमा की गति पर आधारित सबसे पुराना कैलेंडर

 पूरी दुनिया ने अपने कैलेंडर बदलकर सोच लिया कि आज से दुनिया में सब कुछ बदल जाएगा ,लेकिन ये इतना आसान नहीं है। आसान इसलिए नहीं है क्योंकि सब कुछ केलेण्डर बदलने से नहीं बदलता । बदलाव की पहल न केवल सामूहिक स्तर पर करना पड़ती है बल्कि निजी स्तर पर भी करना पड़ती है। साल 2021 इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि साल 2020 नए साल के जिम्मे ढेर सारी चुनौतियाँ छोड़कर रफूचक्कर हो गया है।
दुनिया में जबसे कैलेंडर बने हैं। तभी से शायद नया साल मनाने की प्रथा शुरू हुई होगी । मै तो नहीं मानता लेकिन दुनिया के पुरातत्वविद दावा करते हैं। कि एडर्बीनशायर इलाके में चंद्रमा की गति पर आधारित दुनिया का सबसे पुराना कैलेंडर खोजा है।उनका कहना है। कि कार्थेस किले में एक खेत की खुदाई में 12 गड्ढ़ों की एक श्रृंखला मिली है। जो चंद्रमा की अवस्थाओं और चंद्र महीने की तरफ संकेत करती है।बर्मिंघम विश्वविद्यालय के नेतृत्व वाली एक टीम के मुताबिक़ इस प्राचीन स्मारक को क़रीब 10 हज़ार साल पहले शिकारियों ने बनवाया था।
दुनिया ने कब कौन सा कैलेंडर ईजाद किया इसकी जानकारी आपको कम्प्यूटर महाशय एक क्लिक पर दे देंगे,मै तो आपसे ये कह रहा हों कि कैलेंडर बदलने से चुनौनियाँ नहीं बदलतीं,वे कोशिशों से ही बदलती हैं और बदली जाती हैं। आजकल पूरी दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती जानलेवा विषाणु कोरोना और उसके नए स्ट्रेन से निबटने की ह।। दुनिया के अनेक देशों ने इस विष्णु से निबटने के लिए ठीके ईजाद कर लिए हैं।उनके इस्तेमाल का श्रीगणेश हो गया है। लेकिन बात यहीं समाप्त नहीं होती।
नए साल में कोरोना और उसके नए स्ट्रेन के खिलाफ बनाये गए दुनिया के तमाम प्रतिरोधी टीकों की अग्निपरीक्षा होगी। यदि टीके कामयाब होते हैं। तो दुनिया में एक बार फिर जनजीवन मामूल पर आ जाएगा ,अन्यथा जो बदहवासी कल तक थी वो आगे भी रहेगी। अच्छी बात ये है। कि दुनिया उम्मीदों की तिपाई पर खड़ी रहती है। ये उम्मीदें ही हैं। जो जीवन को गति देती है। कोरोना के खिलाफ भी हमारी उम्मीद कमजोर नहीं हुई है। हालांकि हम अभी तक कोरोना और उसके स्ट्रेन के मूल की खोज नहीं कर पाए हैं। नए साल में हमें टीके के साथ ही इस बीमारी की जड़ की भी तलाश करना चाहिए।
नए साल की बात काटते हुए हमें हर हाल में गए साल की बात करना ही पड़ती है। दुनिया की छोड़िये ,हम अपने देश की बात करते है। हमारे देश में गया साल जिसक अभूतपूर्व किसान आंदोलन का प्रत्यक्षदर्शी बना था,नया साल भी उसके साथ ही खड़ा है। आने वाले दिनों में सरकार और किसान किसी सहमति के बिंदु पर आ जाएँ तो देश का तनाव कम हो। हम जैसे लेखक और साहित्यकार रोजाना एक से बढ़कर एक दुखद विषय पर लिखते है। अनेक बार तो हमें लिखने के बाद न्यायधीशों की तरह अपनी कलम के पाते तोड़ देना पड़ते हैं।क्योंकि जिस ह्रदय विदारक मांमले पर हम लोग लिखते हैं। उस पर दोबारा नहीं लिखना चाहते।
सूरज उगने के साथ ही हमलोग अक्सर सोचते हैं कि लिखने के लिए अब कोई विसंगति नहीं चुनना पड़ेगी ,लेकिन ऐसा नहीं हो पाता क्योंकि ,विसंगतियों का सिलसिला अंतहीन है। विसंगतियों की संगत में रहे बिना हम रह नहीं सकते। शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो जिसमें विसंगतियां न हों। हमारे देश में तो विसंगतियों की इतनी प्रजातियाँ है कि गिनना मुश्किल हो जाए।
हम लेखकों की सबसे बड़ी विसंगति ये है। कि हम सबके मन का नहीं लिख पाते। सबके मन का न लिखा जा सकता है। और न कहा जा सकता ह। हमारे प्रधानमंत्री जी के मन की बात भी इसी तरह की विसंगतियों का जीवंत प्रमाण है। प्रधान जी जब अपने मन की बात करते हैं। तो शायद ही कोई माध्यम ऐसा होगा जिससे उसका प्रसारण न होता हो ,इस तरह उनके मन की बात तो सब तक पहुँच जाती है। लेकिन उन्हें सुनने वालों के मन की बात प्रधान जी तक नहीं पहुँच पाती।
बहरहाल नए साल में हम सब मिलकर देश,समाज और परिवार की समृद्धि और सुदृढ़ता के लिए प्रयत्नशील रहें तो ही कोई सार्थक परिणाम हासिल हो सकते हैं। अन्यथा नया साल भी गए साल की तरह अनपेक्षित दंश देकर हुआ आगे निकल जाएगा। हमें समय के साथ कदमताल करना होगी। दुनिया और हम सब इन्हीं विसंगतियों के साथ आगे बढ़कर खुशहाली तक अवश्य पहुंचेंगे। हमारे पास सभी समस्याओं के हल होना चाहिए । किसानों,मजदूरों,छात्रों,बेरोजगारों की समस्यायों के हल लम्बे आरसे से अनुत्तरित हैं। हमारा प्रयास होना चाहिए की हम नए साल में अपने निर्वाचित सदनों की गरिमा की रक्षा के लिए कृत संकल्प रहें। एक बार फिर नए साल की शुभकामनाएं एवं बधाइयाँ।

ऐलान: मकर संक्रान्ति तक वैक्सीन हो जायेगी उपलब्ध

योगी ने किया ऐलान, मकर संक्रान्ति तक कोरोना वैक्सीन हो जायेगी उपलब्ध
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर-प्रदेश वासियों के लिए बडी खुशखबरी आ रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात की घोषणा कर दी है, कि जनवरी में पडने वाले मकर संक्रान्ति तक प्रदेश के निवासियों के लिए कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करा दी जायेगी।
अधिवक्ताओ के लिए भवन का शिलान्यास करने अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुचें योगी आदित्यनाथ ने जहा कलेक्ट्ट एंव सदर तहसील में लगभग 9 करोड की लागत से बनने वाले अधिवक्ता भवन की आधारशिला रखी वही इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित भी किया। उन्होनें कहा कि अधिवक्ताओं संहित सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग के चलते ही आज कोरोना उत्तर प्रदेश कोरोना की जगं में सबसे आगे चल रहा है।
उन्होनें कार्यक्रम में बडी घोषणा करते हुए कहा कि यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो मकंर संक्र्रान्ति तक प्रदेश वासियों के लिए कोरोना वैक्सीन उपलब्ध हो जायेगी। श्री योगी अपने दो दिवसीय दौरे में जिले के कैम्पियरगंज, सहजनवा तथा बांसगांव में भी अधिवक्ता भवन का शिलान्यास करेगें।

यूपी: अखिलेश ने वैक्सीन लगवाने से किया इनकार

अखिलेश ने दिया बचकाना बयान, वैक्सीन को बताया भाजपा की वैक्सीन, लगवाने से किया इन्कार
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। रविवार को पत्रकारों से बातचीत में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी अपरिपक्वता का पूरा पूरा परिचय आखिर दे ही दिया। उन्होनें वैक्सीन को भाजपा का बताते हुए लगवाने से इन्कार कर दिया। माना जा रहा है। उनका यह बयान एक खास वर्ग को खुश करने के लिए दिया गया है। जिन्होनें अफवाहों को फैलाते हुए वैक्सीन लगवाने से इन्कार किया है।
जहां एक तरफ पूरा विश्व पिछले एक वर्ष से कोरेाना महामारी से मुक्ति पाने के लिए आ रही वैक्सीन को लेकर पूरी तरह आशान्वित है। ओैर जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने को लेकर आतुर है। वही भारत और खासकर उत्तर प्रदेश के राजनेता इस पर भी राजनीति करने से बाज नही आ रहे। इतना ही नही वे इस भंयकर बीमारी के प्रति अपनी बचकाना सोंच को भी जगजाहिर कर रहे है। कुछ इसी तरह का बयान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने उस समय दिया जब वे एक कार्यक्रम में पत्रकारो से वार्ता कर रहे थे। अखिलेश ने वैक्सीन को भाजपा का बताते हुए इसे लगवाने से यह कहते हुए साफ इन्कार कर दिया कि यह वैक्सीन भाजपा की है जब उनकी सरकार 2022 में सत्ता में आयेगी तब वे वैक्सीन लगवायेगे। उन्होनें यह भी कहा कि उनकी सरकार आने पर सभी को फ्री वैक्सीन उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होनें यह भी कहा कि यह भाजपा की वैक्सीन है मेैं इस पर विश्वास नही कर सकता, हम भाजपा वालों की वैक्सीन नही लगवायेगें।
अखिलेश के इस बयान के मायने यह भी लगाये जा रहे हेै कि उनका यह बयान उन लोगों को अपना परोक्ष समर्थन देने के लिए दिया गया है जो अफवाह फैलाने के साथ साथ वैक्सीन न लगवाने की अपील कर रहे हैं और यह अफवाह ओैर अपील एक खास वर्ग के धर्मगुरूओं द्वारा फैलाया जा रहा है। जिसे समाजवादी पार्टी का भरोसेमंद वोटर माना जाता है। 

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...