संदीप मिश्र
लखनऊ। चुनौतियों को अवसर में बदलना उनकी फितरत है। साधारण परिस्थितियों में भी असाधारण फैसले लेना उनकी पहचान है। अगर हालात असाधारण और चुनौतियां बेशुमार हों तो तब उनकी उर्जा, लगन और निर्णय आम आदमी को हतप्रभ करने वाले होते हैं। वैश्विक संकट कोरोना में उन्होंने अपने तमाम फैसलों से इसे साबित भी किया। बात आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हो रही है। अपने पिता के अंतिम संस्कार में न जाकर उन्होंने साबित किया कि कोरोना के अभूतपूर्व संकट में उनके लिए प्रदेश की 23 करोड़ जनता का हित सर्वोपरि है।
इसके अलावा भी जब 2020 में कोरोना के कारण पूरी दुनिया में सब कुछ स्याह दिख रहा था उस समय भी यूपी के मुख्यमंत्री के कई फैसलों की देश और दुनिया में सराहना हुई। गुजर रहे साल में ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण फैसलों पर एक नजर।
वक्त कठिन था और चुनौती सबसे मुश्किल। साल 2020 दुनिया में कोरोना लेकर आया। विकराल संकट से जूझती सरकारों के सामने लोगों की जान बचाने के साथ विकास का पहिया पटरी पर बनाए रखने की दोहरी और बेहद कठिन चुनौती थी लेकिन योगी सरकार की तैयारी हर मुश्किल पर भारी पड़ी। इस दौरान बिना थके, लगातार उन्होंने विकास, तरक्की, रोजगार, शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व और अकल्पनीय काम किए। उनके साहसिक फैसलों ने जहां एक तरफ कोरोना को मात दी वहीं दूसरी तरफ विकास के पहिये को भी गति। उनकी अगुआई में इस दौरान रोजगार, व्यापार, शिक्षा, सुरक्षा, निवेश, उद्योग, गोसंरक्षण, महिला, युवा, गरीब, किसान और मजदूरों के लिए सबसे ज्यादा काम किया।
एक से एक बड़े फैसले लेकर न सिर्फ उत्तर प्रदेश में विकास की गति तेज की बल्कि देश और दुनिया के सामने कोरोना से लड़ने और जीवन को गतिमान रखने का नया माडल भी पेश किया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से लेकर दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने के फैसले तक योगी सरकार ने 2020 में 20 ऐसे बड़े फैसले किए जिन्होंने उत्तर प्रदेश की दशा और दिशा बदल दी।