सोमवार, 28 दिसंबर 2020

बंद कमरे में अंगीठी का उपयोग बेहद खतरनाक

बस्ती। उत्तर प्रदेश मे बस्ती जिले के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा है कि सर्दी से बचने के लिए बंद कमरे में अंगीठी का उपयोग जानलेवा हो सकता है। बन्द कमरे मे अगर ऐसा कर रहे हैं तो सावधान हो जाईये क्यों कि इससे जान जाने की खतरा बढ़ जाता है।

सोमवार को ''यूनीवार्ता'' से बातचीत करते हुए उन्होने कहा कि अंगीठी में इस्तेमाल होने वाले कोयले या लकड़ी के जलने से कॉर्बन मोनोऑक्साइड के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं, जो जानलेवा साबित होता है अंगीठी ही नहीं, इस तरह का खतरा रूम हीटर से भी हो सकता है।उन्होने कहा कि कोयला या अलाव जलाने से कार्बन के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं। कोयला बंद कमरे में जल रहा हो, तो इससे एनवायरनमेंट में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है और ऑक्सीजन का लेवल घट जाता है। यह कार्बन, ब्रेन पर सीधे असर डालता है और सांसों के जरिए बॉडी के अंदर भी पहुंचता है। ब्रेन पर असर होने से कमरे में सोया कोई भी इंसान बेहोश हो सकता है। ब्लड में यह कार्बन घुलकर धीरे-धीरे ऑक्सीजन को कम कर देता है।

कांग्रेस स्थापना दिवस, भाजपा पर बरसी प्रियंका

कांग्रेस के स्थापना दिवस पर भाजपा पर बरसीं प्रियंका कहा- किसानों के प्रति जवाबदेह है सरकार
 हरिओम उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस के 136वें स्थापना दिवस पर सोमवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई अन्य नेताओं ने शुभकामनाएं दीं और देश की आजादी एवं विकास में कांग्रेस के योगदान को याद किया। इसके साथ ही कांग्रेस मुख्यालय में वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में ध्वजारोहण किया गया।
ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद प्रियंका ने संवाददाताओं से कहा सरकार को किसानों की आवाज सुननी चाहिए। यह कहना एकदम गलत है। कि यह (आंदोलन) राजनीतिक साजिश है। जिस तरह के शब्द ये किसानों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। वो पाप है। किसान का बेटा सीमा पर खड़ा है। किसान देश का अन्नदाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया सरकार किसानों के प्रति जवाबदेह है। किसानों से बातचीत करनी चाहिए। उनकी आवाज सुननी चाहिए और कानूनों को वापस लेना चाहिए।
पार्टी सूत्रों का कहना है। कि कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सलाह दी गई थी। कि वह पार्टी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हों और इस कारण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने ध्वजारोहण किया।

नए साल के जश्न के लिए लेनी होगी अनुमति

उत्तर प्रदेश में नए साल का जश्न मनाने के लिए लेनी होगी अनुमति
संदीप मिश्र  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 31 दिसम्बर की रात और 1 जनवरी को नए साल का जश्न मनाने के लिए कोरोना को लेकर दिये गये दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन करना होगा और इसके लिये पहले पुलिस से अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा कार्यक्रम में 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आर के तिवारी ने वरिष्ठ अफसरों को पत्र लिखकर यह निर्देश दिया है। पत्र में अधिकारियों को अपने जिलों में कार्यक्रम के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। खुली जगह पर आयोजन होने पर क्षमता से 40 प्रतिशत लोग ही इकट्ठा हो सकेंगे। भेजे पत्र में कहा गया है। कि नये साल के अवसर पर मनाये जाने वाले कोई भी कार्यक्रम संबंधित जिले के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को सूचना देकर ही आयोजित किए जाएं। अनुमति के समय ही आयोजक का नाम पता, मोबाइल नंबर प्राप्त कर सूचीबद्ध कर लिया जाए और उनसे कार्यक्रम में शामिल होने वाले व्यक्तियों की अनुमानित संख्या भी प्राप्त कर ली जाए।
आयोजकों को कार्यक्रमों के संबंध में कोविड-19 से बचाव संबंधी दिशा-निर्देशों को भलीभांति अवगत करा दिया जाए। यह स्पष्ट कर दिया जाए कि कार्यक्रम के दौरान कोविड प्रोटोकाल और गाइडलाइंस के अनुपालन की जिम्मेदारी उन्हीं की होगी। किसी बंद स्थान जैसे हाल या कमरे में कार्यक्रम होने की स्थिति में निर्धारित क्षमता का 50 प्रतिशत किन्तु एक समय में अधिकतम 100 व्यक्ति ही रह सकते हैं। इसके अलावा फेस मास्क, शारीरिक दूरी थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर और हैंडवॉश की उपलब्धता की अनिवार्यता होगी।

किसानों की मांग न मानी तो भूख हड़ताल करूंगा

पुणे। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने उनकी किसानों के संबंध में की गई मांगों के केन्द्र द्वारा जनवरी अंत तक स्वीकार ना किए जाने पर भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि गांव में अन्ना हजारे ने पत्रकारों से कहा कि वह किसानों के लिए पिछले तीन साल से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार ने इन मुद्दों के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया। हजारे (83) ने कहा, ‘‘सरकार केवल खोखले वादे करती है, इसलिए मुझे उस पर अब कोई विश्वास नहीं है। देखते हैं सरकार मेरी मांगों पर क्या कदम उठाती है। उन्होंने एक महीने का समय मांगा है और मैंने उन्हें जनवरी अंत तक का समय दिया है। अगर मेरी मांगे पूरी नहीं हुई, मैं फिर भूख हड़ताल करूंगा। यह मेरा आखिरी प्रदर्शन होगा।’’अन्ना हजारे ने 14 दिसम्बर को केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि एम. एस. स्वामीनाथन समिति की अनुशंसाओं को लागू करने और कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) को स्वायत्तता प्रदान करने संबंधी उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो वह भूख हड़ताल करेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरिभाऊ बागाडे ने हाल ही में हजारे से मुलाकात भी की थी और उन्हें केन्द्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के बारे में अवगत कराया था। हजारे ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर आठ दिसम्बर को किसान संगठनों के भारत बंद के समर्थन में उपवास रखा था।गौरतलब है कि केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित इन तीनों कृषि कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे। किसान दिल्ली से लगी सीमाओं पर एक महीने से अधिक समय से इन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं |

दलाल ने विवाहिता का अधेड़ से विवाह कराया

संदीप यादव   
नागौर। असम की एक विवाहित महिला को दलाल ने कुंवारी बताकर एक 40 साल के अधेड़ को 1 लाख 60 हजार में बेच दिया। इतना ही नहीं दलाल ने उसकी कोर्ट मैरिज तक करा दी। जब विवाहिता को इस पूरे खेल का पता चला तो अब उसको डराया और धमकाया जा रहा है। इस मामले में जो 40 साल को अधेड़ आदमी है, जिससे इस विवाहिता की दूसरी शादी हुई वह भी उसको वापस भेजने के लिए भी तैयार है। लेकिन वे इससे पहले दलाल से अपने रुपए वापस चाहता है। यह अजीब मामला राजस्थान के नागौर शहर से सटे बालवा गांव का है।जांच के दौरान सामने आया कि बालवा निवासी गोपालराम की शादी नहीं हो रही थी। इसके चलते वह चूंटीसरा के एक एजेंट कमल के सम्पर्क में आया, जिसने आश्वासन दिया कि वह उसकी शादी करवा देगा। कुछ दिनों बाद इस एजेंट ने गोपालराम से बोला कि असम से एक लड़की नागौर आई हुई है। उसे देख लो और पंसद कर लो। अक्टूबर माह में लड़की देखने के बाद एजेंट ने 29 अक्टूबर को गोपालराम एवं सोरूपा की शादी करवा दी। इसके एवज में एक लाख 60 हजार रुपए लिए।धोखे से कोर्ट मैरिज के बाद बालवा पहुंची सोरूपा ने बताया कि गोपालराम के साथ उसे किसी तरह का दुख नहीं है। यहां गोपालराम का परिवार उसको वापस भेजने की कह भी रहा है। गोपाल व उसके परिवार को उसकी पहली शादी के बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं थी। उन्हें अंधेरे में रखकर उसकी शादी करवाई गई।
आरोपी कमल और उसकी पत्नी ने उसको नशे की गोलियां खिला दी थी। इसके चलते कई दिनों तक तो उसको होश ही नहीं रहा। इधर, गोपालराम के परिवार ने बताया कि वे एजेंट से अपने रुपए वापस चाहते हैं। साथ ही सोरूपा को वहीं भेजना चाहते हैं जहां वे जाना चाहती है। पीड़िता सोरूपा ने गोपालराम को बताया कि वह मूल रूप से असम की रहने वाली है। एक साल पहले उसकी शादी नागौर में पवन के साथ हुई थी। वे कुम्हारी दरवाजे के पास रहते हैं। यह शादी उसको डरा-धमकाकर की गई है।पीड़िता ने बताया कि वह 12 महीने से मां-पिता से मिलने असम नहीं जा सकी थी। उसके पति पवन ने अपने जानकार कमल को 12 हजार रुपए देकर असम भेजा। कमल ने उसे असम ले जाने की बजाय दलाल के माध्यम से यहीं बेच दिया। शुक्रवार को कमल और एक महिला यहां आए और उसके साथ मारपीट करते हुए धमकी भी देकर गए हैं कि अगर वह यहां नहीं रहती है तो उसको मार देंगे। सोरूपा ने बताया वह यहां रहना नहीं चाहती है वह अपने पति के पास ही जाना चाहती है।नागौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा का कहना है कि इस तरह के मामले की अभी कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन यह गंभीर मामला है। इस प्रकरण को गंभीरता से दिखवाया जाएगा। साथ ही जो भी इस मामले में दोषी हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करवाई जाएगी।

मुझे हर बार अरुण ने संकट से निकाला: गृहमंत्री

अकांशु उपाध्याय  

 नई दिल्ली। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम (पहले फिरोजशाह कोटला स्टेडियम) में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर स्टेडियम में अरुण जेटली की प्रतिमा का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अनावरण किया। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि अरुण जी की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम है, इसलिए मैं मना नहीं कर सका।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली जी पुख्ता तर्कों के साथ विरोध करते थे, आपातकाल एक काला अध्याय था, उसके खिलाफ अरुण जेटली जी लड़े और जेल गए। विपक्ष में रहते हुए उनकी भूमिका की वजह से ही 2014 में मोदी सरकार सत्ता में आई, वो एक मजबूत फाइनेंस मिनिस्टर थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अरुण जेटली जी के पास हर सवाल का सटीक जवाब था, कनफ्यूजन के बगैर आईपीएल का मजबूत खांका तैयार किया, आज आईपीएल पटरी पर चल चुकी है और हजारों युवाओं के लिए क्रिकेट रोजगार का आधार है। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में जब संकट आया तो अरुण जी ने संकट से निकाला।

मुझे नहीं बनना है सीएम, भाजपा किसी को बनाएं

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार की सियासत में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। अरुणाचल प्रदेश में 6 जेडीयू विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद दोनों पार्टियों के बीच मतभेद सामने आ गए हैं। नीतीश कुमार  ने तो यहां तक कह दिया कि वह मुख्यमंत्री बनना ही नहीं चाहते थे, लेकिन भाजपा के दबाव के आगे वह सीएम बने।एनडीए चाहे अब जिसे बिहार का मुख्यमंत्री बना दे | जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार भाजपा से काफी नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि अब मुझे किसी पद का मोह नहीं है। नीतीश कुमार ने कल हुई जदयू की कार्यकारिणी की बैठक में आरसीपी सिंह को पार्टी का राष्ट्रीय अध्‍यक्ष बना दिया | पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में छह विधायकों के जदयू छोड़कर भाजपा में शामिन होने के बाद राज्य में जदयू का एक विधायक बचा है। जदयू ने अरुणाचल प्रदेश में अपने विधायकों के पाला बदलकर भाजपा में जाने को लेकर रविवार को नाराजगी जतायी और कहा कि यह ‘‘यह गठबंधन राजनीति का कोई अच्छा संकेत” नहीं है। जदयू ने साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी के समय पालन किये जाने वाले गठबंधन धर्म पर जोर दिया। 

जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा, ‘‘साझेदारों को वैसी ‘गठबंधन राजनीति’ का पालन करना चाहिए जैसा अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल या पिछले 15 वर्षों से बिहार में किया गया।” उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन सहयोगियों को गठबंधन सरकार चलाते हुए ‘अटल धर्म’ का पालन करना चाहिए।” उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा सफलतापूर्वक 23 सहयोगियों की गठबंधन सरकार चलाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके (सहयोगियों) के बीच कोई विरोधाभास नहीं था। 

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...