हरिओम उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू और कश्मीर में आयुष्मान योजना की शुरुआत की। इस दौरान पीएम ने बीते दिनों संपन्न हुए डीडीसी चुनाव का जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इन चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत किया है। जम्मू-कश्मीर के प्रशासन और सुरक्षाबलों ने जिस प्रकार से चुनाव का संचालन किया और सभी दलों की तरफ से ये चुनाव बहुत ही परदर्शी हुए। ये जब मैं सुनता हूं तो मुझे बहुत गर्व होता है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के हर वोटर के चेहरे पर मुझे विकास के लिए, डेवलपमेंट के लिए एक उम्मीद नजर आई, उमंग नजर आई। जम्मू कश्मीर के हर वोटर की आंखों में मैंने अतीत को पीछे छोड़ते हुए, बेहतर भविष्य का विश्वास देखा।
इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इन चुनावों ने ये भी दिखाया कि हमारे देश में लोकतंत्र कितना मजबूत है। लेकिन एक पक्ष और भी है, जिसकी तरफ मैं देश का ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं।राजनीतिक दलों की कथनी और करनी में कितना बड़ा फर्क’
पीएम ने कहा कि पुडुचेरी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पंचायत और म्यूनिसिपल इलेक्शन नहीं हो रहे। आप हैरान होंगे, सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में ये आदेश दिया था। लेकिन वहां जो सरकार है, इस मामले को लगातार टाल रही है। साथियों, पुडुचेरी में दशकों के इंतजार के बाद साल 2006 में स्थानीय चुनाव हुए थे। इन चुनावों में जो चुने गए उनका कार्यकाल साल 2011 में ही खत्म हो चुका है। पीएम ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों की कथनी और करनी में कितना बड़ा फर्क है, लोकतंत्र के प्रति वो कितना गंभीर है इस बात से ही पता चलता है। कितने साल हो गए, पुडुचेरी में पंचायत चुनाव नहीं होने दिए जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि पीएम की यह टिप्पणी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान का जवाब है जिसमें उन्होंने कहा था कि लोकतंत्र आपके सपनों में हो सकता है वास्तविक धरातल पर नहीं है। एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था, ‘भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है, देश में यह हकीकत में नहीं, केवल कल्पना में है।’ उन्होंने आरोप लगाया था, ‘प्रधानमंत्री अक्षम व्यक्ति हैं जो तीन-चार लोगों की तरफ से इस व्यवस्था को चला रहे हैं।’