बुधवार, 23 दिसंबर 2020

यूपी: घूस लेते खंड शिक्षा अधिकारी गिरफ्तार

घूस लेते खंड शिक्षा अधिकारी गिरफ्तार, मुकदमा दर्ज
प्रतापगढ़। जिले में मंगलवार को शिक्षा विभाग के एक अधिकारी को घूस लेते हुए प्रयागराज से आई विजिलेंस की टीम ने पकड़ा है।पकड़े गए आरोपित खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कोहड़ौर थाने में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। 
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार बताया गया कि आरोप है कि बीईओ ने ब्लॉक के चांदीपुर पूर्व माध्यमिक स्कूल के सहायक अध्यापक मुकेश कुमार दुबे से एरियर निकलवाने के एवज में 20 हजार रू०की मांग की थी। जिस पर शिक्षक मुकेश ने इसकी शिकायत विजिलेंस प्रयागराज से की। जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने बीईओ सुशील कुमार कनौजिया को मंगरौरा बीआरसी कार्यालय से रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपी जौनपुर जिले का निवासी बताया गया है।

अतिक्रमण हटाया, कब्जा करने पर होगा मुकदमा

सन्दीप मिश्रा  

रायबरेली। नसीराबाद नगर पंचायत में सरकारी भूमि पर अधिशासी अधिकारी ने अतिक्रमण हटवा कर दोबारा कब्जा करने पर मुकदमा दर्ज करवाने की चेतावनी दी है। कस्बे के वार्ड नंबर एक मुहल्ला लाला बाजार में नगर पंचायत की जमीन पर कस्बे के मुहम्मद जुम्मन,पीर मोहम्मद,जलील,राजदेव मौर्य समेत 13 लोगों ने पशु बांधकर व भूसा रखकर कब्जा कर लिया था। नगर पंचायत द्वारा कब्जे दारो को दो बार नोटिस दिया गया व कर्मचारियों से कब्जे को हटाने को कहा गया उसके। बावजूद कब्जा नहीं हटाया। मंगलवार को अधिशासी अधिकारी संदीप कुमार सरोज कर्मचारियों के साथ पुलिस बल के साथ पहुंचे और जेसीबी से अतिक्रमण हटवा दिया। अधिशासी अधिकारी ने बताया कि कब्जे दारो को चेतावनी दी गई है कि दोबारा जमीन कब्जा किया तो उनके ऊपर मुकदमा लिखाया जायेगा।इस मौके पर मोहम्मद सानू,चंदन मोदनवाल, प्रेम कुमार,राहुल कुमार आदि मौजूद रहे।

अनियमितता पर डीएम ने स्वयं निरीक्षण किया

सन्दीप मिश्रा   

रायबरेली। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने शहर के रामा पैथालाॅजी के निकट बने मकान व भदोखर स्थित भूमि के स्टाम्प शुल्क में कमी पाये जाने पर स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शहर के रामा पैथालाॅजी के निकट बने मकान की लम्बाई व चैड़ाई की नाप करवाते हुए तथा स्टाम्प सम्बन्धित पत्र भी देखा जिसमें लभगभग 15 लाख स्टाम्प शुल्क बताया गया था। सहायक महा निरीक्षण निबंधन व अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिये कि नियमानुसार कार्यवाही करें।

इसी दौरान भदोखर स्थित एक भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दिखाई गई जमीन पर पांच पेड बताए गये थे। जबकि पेड़ अधिक थे। इस पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिये कि जब भी इस प्रकार की निरीक्षण किया जाए सम्बन्धित एसडीएम व लेखापाल से नाप-जोख आदि कराकर उचित कार्यवाही की जाए।

राष्ट्र व धर्म की रक्षा के लिए 'वार' दिया परिवार

राष्ट्र व धर्म की रक्षा के लिए वार दिया परिवार 

गुरु गोविन्द सिंह के जीवन के महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण 

हेमन्त साहू

 21 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह जी ने परिवार सहित आनंद पुर साहिब का किला छोड दिया। 22 दिसंबर को गुरु साहिब अपने दोनों बडेे पुत्रों सहित चमकौर के मैदान में व गुरु साहिब की माता और दोनों छोटे साहिबजादे अपने रसोइए के घर पहुंचे । चमकौर की जंग शुरू और दुश्मनों से जूझते हुए गुरु साहिब के बडे साहिबजादे  अजीत सिंह उम्र महज 17 वर्ष और छोटे साहिबजादे  जुंझार सिंह उम्र महज 14 वर्ष अपने 11 अन्य साथियों सहित धर्म और देश  की रक्षा के लिए वीरगति को प्राप्त हुए। 23 दिसंबर को गुरु साहिब की माता गुजरी जी और दोनों छोटे साहिबजादो को मोरिंडा के चौधरी गनी खान और मनी खान ने गिरफ्तार कर सरहिंद के नवाब को सौप दिया ताकि वह  गुरु गोबिंद सिंह जी से अपना बदला ले सके । 

गुरु साहिब को अन्य साथियों की बात मानते हुए चमकौर छोडना पडा। 24 दिसंबर को तीनों को सरहिंद पहुंचाया गया और वहां ठंडे बुर्ज में नजरबंद किया गया। 25 और 26 दिसंबर को छोटे साहिबजादों को नवाब वजीर खान की अदालत में पेश किया गया और उन्हें धर्म परिवर्तन कर मुसलमान बनने के लिए लालच दिया गया। 27 दिसंबर को साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह  को तमाम जुल्म ओ जबर उपरांत जिंदा दीवार में चिन ने के बाद जिबह (गला रेत) कर शहीद कर किया गया जिसकी खबर सुनते ही माता गुजरीने अपने प्राण  त्याग दिए। इस बलिदानी कथा की चर्चा जन जन में हो ताकि लोगों को धर्म  रक्षा के लिए पूरा परिवार वार देने वाले  गुरुगोबिंद सिंह जी के जीवन से प्रेरणा लेकर प्रत्येक हिन्दू भी अपना  जीवन धर्म के लिए लगा सके ।

तेज रफ्तार कार ट्रक में घुसी, चार दोस्तों की मौत

नरेश राघानी  

अजमेर। बुधवार सुबह 3 बजे दर्दनाक हादसे में 4 दोस्तों की मौत हो गई। हादसा अजमेर-जयपुर हाइवे पर किशनगढ़ के रामनेर पुलिया के पास हुआ। यहां तेज रफ्तार कार आगे चल रहे ट्रक में घुस गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से ट्रक में घुस गया। 

मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद कार सवार चारों को बाहर निकाला। इसमें तीन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। गांधी नगर थानाप्रभारी व प्रशिक्षु आईपीएस हरिशंकर ने बताया कि रामनेर पुलिया के पास कार आगे चल रहे ट्रक में घुस गई। हादसे में दौसा के सलीमपुर महुआ निवासी ऋषिकेश मीणा, पाली के जाखोड़ा सुमेरपुर निवासी दलपत सिंह, अलवर के भुडामुढा रेहड़ी निवासी संजय शर्मा और टोड़ा भीम के नांगल मांडल निवासी भोलाराम मीणा की मौत हो गई। 

कार में मिले कागजों के आधार पर मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। हादसे के बाद चालक ट्रक को लेकर मौके से भाग गया। पुलिस सीसीटीवी से ट्रक चालक का पता करने की कोशिश कर रही है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, चारों दोस्त जयपुर से उदयपुर जा रहे थे। वहां किसलिए जा रहे थे परिजनों के आने पर इसकी जानकारी ली जाएगी। हादसे का कारण फिलहाल पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है। लेकिन, ऐसा लग रहा है कि कार की स्पीड ज्यादा होने और चालक को झपकी आने से हादसा हुआ है। क्योंकि, रात को कोहरा नहीं था।

ताली-थाली बजाकर कांग्रेसियों ने जुलूस निकाला

गाजीपुर। कांग्रेस कार्यालय से कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं का जुलूस किसान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह जी की जयंती के अवसर पर क्षेत्रीय सांसद व विधायकों के घर पहुंचकर ताली और थाली बजाकर किसान संगठनों के समर्थन में भाजपा की केंद्र सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने के लिए बुधवार को प्रदर्शन करने का कार्यक्रम निर्धारित था। जैसे ही कार्यालय से कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता निकले, पुलिस प्रशासन ने सभी को रोककर जबरदस्ती कार्यालय पर बैठा दिया है और कार्यालय को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। इससे कांग्रेसी किसान बिल के विरोध में प्रदर्शन नहीं कर सकें।
इस अवसर पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील राम ने कहा कि वर्तमान समय में विपक्ष को अपनी बात भी बोलने नहीं दिया जा रहा है। आम आदमी और किसान परेशान हैं। पूर्व प्रदेश सचिव व पीसीसी रविकांत राय ने कहा कि वर्तमान सरकार बिल्कुल बहरी हो गई है। किसी के हित की बात भी नहीं सुन रही है। सिर्फ अपनी मनमानी कर रही है। सच कहिए तो यूपी सीएम योगी जी इतने डरे हुए हैं कि जनता को हकीकत बताने से घबरा रहे हैं। लगता है कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी की स्थिति हो गई है। किसानों की समस्या हल करने के बजाय वर्तमान सरकार किसानों की बात को दबाना चाहती है। प्रदेश में अराजकता का बोलबाला है, यह सरकार विपक्ष की बातें सुनना नहीं चाहती है। इस अवसर पर डा. जनक कुशवाहा, राजीव कुमार सिंह, संटू जैदी, अजय कुमार श्रीवास्तव, लाल साहब यादव, ऊषा चतुर्वेदी, राजेश गुप्ता, राघवेंद्र, सतीश उपाध्याय, पूजा सिंह, रीता, विद्याधर पांडेय, पप्पू निषाद, आशुतोष गुप्ता, देवेंद्र सिंह, झुन्ना शर्मा, राहुल कुशवाहा, अयूब खान, राजेंद्र भारती, आदिल, शबीबूल हसन, टीपू आदि नेता कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

किसानों के समर्थन में स्वास्थ्य मंत्री ने दिया धरना

समीर वर्मा  
रायपुर। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पूरे देशभर में आंदोलन हो रहा है। भारत के किसान पिछले करीब एक महीने से नई दिल्ली में जुटे हुए हैं। न ही सरकार किसानों को सामने झुकने को तैयार है और न ही किसान अपने कदम पीछे खींचने को राजी हैं। इस जद्दोजहद में आंदोलन के बीच कई किसानों की जानें जा चुकी हैं। आंदोलन में शहीद उन किसानों की स्मृति और उनके सम्मान में आज प्रदेश के किसान एक दिन का उपवास रखने जा रहे हैं। 
उनके समर्थन में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी एक दिन के भूख हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, हमारे अन्नदाताओं के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ उनके आंदोलन के समर्थन में 23 दिसंबर को मैं एक दिन के उपवास पर बैठ रहा हूं। जो हाथ हमें अन्न देते हैं उनको मोदी सरकार ने ठंड में ठिठुरने के लिए मजबूर कर दिया है। हम सभी को किसानों के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। 
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा है, किसान हमारे देश की आत्मा हैं जिनके खून पसीने से सिंची हुई यह घरती सोना उगाती है. अन्नदाताओं को न्याय मिले, बना रहे उनका सम्मान, हर समर में हम उनके साथ खड़े, किसान हमारा अभिमान.किसान सभा ने पूरे प्रदेश के किसानों से भी अपील की है कि रोजमर्रा के काम करते हुए इन किसान विरोधी कानूनों की खिलाफत में कल सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास करें और अन्न ग्रहण न करें। छत्तीसगढ़ किसान सभा का एक जत्था आज पलवल में दिल्ली की सीमा पर पहुंच चुका है और वहां जारी क्रमिक भूख हड़ताल में कल वहां शामिल भी होगा।

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...