गुरुवार, 17 दिसंबर 2020

सभी अपने स्तर से आंदोलन को कर रहे समर्थन

अतुल त्यागी 
हापुड़। भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के कार्यकर्ताओं को थाना बहादुरगढ़ प्रभारी राजीव कुमार बालियान ने ज्ञापन लेकर उनकी बात ज्ञापन के माध्यम से आगे तक पहुंचाने की बात रखी। लगभग 3.20 बजे लगभग बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के नंगला बड पहुंचे ए एस पी सर्वेश मिश्रा और 4.10 तक भारतीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष ईश्वर त्यागी के आवास पर संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ औपचारिक वार्ता करते हुए समाज में समरसता कायम रखने की बात कही। एएसपी सर्वेश मिश्रा के साथ थाना बहादुरगढ़ प्रभारी राजीव कुमार बालियान ने भी कार्यकर्त्ताओं को भाईचारा बनाए रखने की बात की।

हापुड़: पेड़ से लटका शव मिलने से फैली सनसनी

अतुल त्यागी 
हापुड़। 25 वर्षीय अज्ञात युवक का पेड़ से लटका शव मिलने से सनसनी। काली नदी के पास पीपल के पेड़ से लटका मिला युवक का शव। स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी सूचना मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस शव की शिनाख्त में जुटी।

केंद्रीय कैबिनेट ने अहम प्रस्ताव को दी मंजूरी

मोदी कैबिनेट ने विद्युत क्षेत्र में अहम प्रस्ताव को दी मंजूरी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग भारत और संघीय ऊर्जा नियामक आयोग (एफईआरसी) तथा संयुक्त राज्य अमरीका (यूएसए) के बीच विद्युत क्षेत्रों में सूचना और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। यह एमओयू दक्ष, थोक, विद्युत बाजार विकसित करने और ग्रिड विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए नियामक और नीतिगत ढांचे को बेहतर बनाने में मदद करेगा। इस समझौते के तहत की कई तरह की गतिविधियां होंगी। मसलन, ऊर्जा से संबंधित मुद्दों की पहचान करना और आपसी हितों के क्षेत्रों में सूचना और नियामक प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान के लिए विषयों और संभावित एजेंडों को विकसित करना। एक-दूसरे की सुविधाओं में आयोजित गतिविधियों में भागीदारी के लिए आयुक्तों या कर्मचारियों के दौरे आयोजित किए जाएंगे। सेमिनारों, दौरों और आदान-प्रदान में भागीदारी बढ़ेगी। समझौते के तहत सभी पक्ष आपसी हितों के कार्यक्रम विकसित करेंगे। जब व्यावहारिक और आपसी हित में हो तो ऊर्जा के मुद्दों पर वक्ताओं और अन्य प्रबंधन या तकनीकी कर्मियों को भी उपलब्ध कराएंगे।

एक धार्मिक उपदेशक, एक किसान का बलिदान

संत बाबा राम सिंह का होगा अंतिम संस्कार, किसानों के समर्थन में खुद को गोली मार की थी आत्महत्या
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कुंडली बॉर्डर पर किसान धरने में शामिल एक ग्रंथी ने खुद को गोली मार ली। किसान उन्हें जल्द ही पानीपत के पार्क अस्पताल में लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रंथी की पहचान करनाल के निसिंग कस्बे के गांव सिंगरा निवासी संत बाबा रामसिंह के रूप में हुई। बाबा राम सिंह वहां गुरुद्वारा नानकसर में ग्रंथी थे। वे किसान धरने में शामिल होने के लिए करनाल से आते जाते रहते थे। चार-पांच दिन पहले भी वे धरने में शामिल होने के लिए आए थे।
अंतिम संस्कार शुक्रवार को संत बाबा राम सिंह का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले बुधवार को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल हॉस्पिटल में उनका पोस्टमार्टम हुआ। पोस्टमार्टम के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति में संत बाबा राम सिंह के शव को सिंगड़ा गांव ले जाया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। गुरुवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अंतिम दर्शन करने पहुचेंगे। किसानों पर सरकार के कथित जुल्म के खिलाफ संत बाबा राम सिंह ने बुधवार को आत्महत्या कर ली थी। वो सिंघु बॉर्डर पर किसानों के धरने में शामिल होने आए थे। संत बाबा राम सिंह का सुसाइड नोट भी सामने आया। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा है। कि किसानों का दुख देखा। वो अपना हक लेने के लिए सड़कों पर हैं। बहुत दिल दुखा है। सरकार न्याय नहीं दे रही। जुल्म है। जुल्म करना पाप है। जुल्म सहना भी पाप है। संत बाबा राम सिंह आगे लिखते हैं। कि किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ नहीं किया। कइयों ने सम्मान वापस किए। यह जुल्म के खिलाफ आवाज है। वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह। संत बाबा राम सिंह किसान होने के साथ धार्मिक उपदेशक भी थे। वो पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में थे। और किसानों के समर्थन में आवाज उठा रहे थे। उन्होंने शिविर की भी व्यवस्था की थी। और कंबल भी बांटे थे। संत बाबा राम सिंह के अनुयायियों का कहना है। कि संत बाबा राम सिंह ने आत्महत्या नहीं की बल्कि किसानों के लिए शहादत दी है। 65 वर्षीय बाबा राम सिंह हरियाणा के करनाल के रहने वाले थे। बताया जाता है। कि हरियाणा और पंजाब के अलावा दुनियाभर में उनके लाखों की संख्या में अनुयायी हैं। वो कई सिख संगठनों में अलग-अलग पदों पर रह चुके हैं। संत बाबा रामसिंह का डेरा करनाल जिले में सिंगड़ा गांव में है। वो सिंगड़ा वाले बाबा जी के नाम से मशहूर थे। बाबा राम सिंह सिंगड़ा वाले डेरे के अलावा दुनिया के अलग-अलग देशों में प्रवचन करने के लिए जाते थे। बुधवार देर शाम को संत बाबा राम सिंह का पार्थिव शरीर करनाल आया कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी में देर शाम तक उनके पोस्टमार्टम को लेकर अनुयायियों और प्रशासन के बीच असमंजस की स्थिति बनी रही। लेकिन बाद में रात 11:00 बजे के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया हुई। बाद में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, करनाल पहुंचे और उनके दर्शन किए। एक दिन पहले ही संत बाबा राम सिंह ने गुरनाम सिंह चढूनी से 45 मिनट तक मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने किसानों के मुद्दे पर बात की थी। और उनकी स्थिति जानने का प्रयास किया।

ब्लड प्रेशर में खाने-पीने का रखें ध्यान, परहेज

 ब्लड प्रेशर जब भी 140/90 एमएमएच की ऊपरी सीमा रेखा को पार कर जाता है। तो उसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है। हाई ब्लड प्रेशर का अगर समय पर इलाज नहीं किया जाता है। तो यह हार्ट समस्याओं को पैदा कर सकता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को बहुत सी खाने पीने की चीजों से परहेज होता है।
कैफीन
हाई ब्लड प्रेशर के मरीज कैफीन वाली चीजों से दूर ही रहें तो बेहतर चाय, कॉफी और सोडा जैसे ड्रिंक नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।
मसाले
अधिक मसाले वाला खाना ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। खाने में इस्तेमाल होने वाला मसाला ब्लड प्रेशर की समस्या को और बढ़ा सकता है।
पैक फूड्स
ब्लड प्रेशर के रोगियों को पैक फूड्स से भी बचकर रहना चाहिए। डिब्बाबंद और पैक किए गए स्टॉक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है। सोडियम हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकता है।
शुगर
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को शुगर या मीठी चीजों से बचना चाहिए।शुगर का अधिक सेवन करने से मोटापा बढ़ सकता है। जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।
नमक
हाई ब्लड प्रेशर के मरीज अपने खाने में नमक का कम सेवन करनें हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए नमक का अधिक सेवन उच्च रक्तचाप और हार्ट समस्याओं का कारण बन सकता है।
अचार
भोजन को संरक्षित करने के लिए नमक की आवश्यकता होती है। नमक भोजन को जल्दी सड़ने से बचाकर उसे लंबे समय तक खाने योग्य बनाए रखता है। नमक वाली सरंक्षित चीजों का सेवन हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए परेशानी का कारण हो सकता है।
अचार को लंबे समय तक सही रखने के लिए नमक का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को अचार के सेवन से भी बचना चाहिए।

रितिक के गाने पर सड़क पर नाचने लगे रणवीर

जब मुंबई के बिज़ी सड़क पर रितिक के गाने पर डांस करने लगे रणवीर सिंह
कविता गर्ग
मुंबई। रणवीर सिंह का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर एक बार फिर से वायरल हो रहा है। जिसमें वह रितिक रोशन के एक फेमस गाने पर जमकर डांस करते दिख रहे हैं। सड़क के बीचों-बीच डांस कर रहे रणवीर-रितिक और किसी ने उन्हें नहीं पहचाना। रणवीर अपनी गाड़ी से उतरते हैं और सड़क के बीचों-बीच म्यूजिक के लिए सेटअप करने के बाद वह डांस करने लगते हैं। इस मौके पर वह रितिक रोशन के करने वाले अवतार में नजर आ रहे हैं। उनके चेहरे पर ब्लैक मास्क है। जिस वजह से उन्हें पहचान पाना मुश्किल हो रहा। वीडियो में सड़क पर ट्रैफिक के बीच वह ऐसा क्यों गाने पर डांस कर रहे हैं।
बता दें कि रणवीर रितिक रोशन के बहुत बड़े फैन हैं। बता दें कि यह चैलेंज रितिक रोशन ने खुद रणवीर सिंह को दिया था। फिल्म च्बैंग बैंगज् के प्रमोशन के दौरान रितिक ने सोशल मीडिया पर रणवीर के लिए लिखा था। कि वह अपना कार से मुंबई के किसी भी मेन सड़क पर उतरें और अपने फैन्स के लिए पोज़ दें।
रितिक ने यह चैलेंज केवल रणवीर को नहीं बल्कि शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा, अर्जुन कपूर, श्रद्धा कपूर और आमिर खान जैसे सितारों को भी दिया था। 

छोटी लड़कियों के साथ काम करते है बड़े अभिनेता

दीया मिर्जा बोलीं- अपना करियर बनाने के लिए छोटी लड़कियों के साथ काम करते हैं बूढ़े ऐक्टर्स
कविता गर्ग  
मुंबई। ब्यूटी रहीं ऐक्ट्रेस दीया मिर्जा काफी टैलंटेड हैं। और हमेशा खुलकर अपने विचार रखती हैं। दीया मिर्जा का कहना है, कि अब बॉलिवुड में महिलाओं को केंद्र में रखते हुए काफी काम किया जा रहा है और इसके लिए वह ओटीटी को जिम्मेदार मानती हैं। उनका यह भी कहना है कि बूढ़े ऐक्टर्स जानबूझकर छोटी उम्र की लड़कियों के साथ काम करते हैं।
फिल्म इंडस्ट्री में बढ़ा है, महिलाओं का प्रतिनिधित्व
हमारे सहयोगी के साथ हुई एक्सक्लूसिब बातचीत में दीया ने कहा, मुझे लगता है कि अब महिला किरदारों पर कहानियां और मौके खुलकर सामने आ रहे हैं। पहले के मुकाबले अब महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। अब हमारे पास काफी महिलाएं डायरेक्टर, डायरेक्टर ऑफ फॉटोग्राफी और एडिटर के तौर पर काम कर रही हैं। जब मैंने काम करना शुरू किया था उसके मुकाबले यह संख्या अब काफी बढ़ चुकी है। मुझे लगता है कि ऐसा ओटीटी प्लैटफॉर्म्स के आने के कारण हुआ है। जहां महिलाओं के नजरिए को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। और मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं।
बढ़ती उम्र की महिलाओं के लिए नहीं हैं कहानियां
अभी भी काफी उम्रदराज पुरुष फिल्मों में लीड रोल निभाते हैं। लेकिन महिलाओं के साथ ऐसा नहीं है। इस बारे में बात करते हुए दीया ने कहा, च्मुझे लगता है कि उम्रदराज महिलाओं को भी लीड रोल करने का मौका मिलेगा। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण सच है। कि ऐसी कहानियां उम्रदराज महिलाओं और किरदारों के बारे में नहीं लिखी जा रहीं जितनी पुरुषों के लिए लिखी जा रही हैं। यह देखना और भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण होता है। जबकि एक उम्रदराज आदमी कम उम्र के किरदार को निभाता नजर आता है।
नीना गुप्ता का दिया उदाहरण
इस बारे में आगे बात करते हुए दीया ने कहा, च्सुंदरता का पैमाना हमेशा उम्र से जोड़ा गया है। मुझे लगता है। कि जवान चेहरा दिखाने पर लोगों का रुझान ज्यादा है। फिर भी इससे इतर देखें तो नीना गुप्ता जी जैसी ऐक्ट्रेस भी हैं। वह इस बात को खुलकर कह चुकी हैं कि – मैं एक ऐक्टर हूं, मुझे अपना काम पसंद है। प्लीज मुझे काम दीजिए। शुक्र है। कि कुछ अच्छे फिल्मकारों ने उन्हें काम दिया और उन्होंने अपनी उम्र को हरा दिया। लेकिन बहुत सी अधेड़ हो रहीं ऐक्ट्रेस अभी भी स्ट्रगल कर रही हैं। क्योंकि उनके लिए कोई कहानी ही नहीं लिखी जा रही है। बॉलिवुड के पुरुषवादी चरित्र के बारे में बात करते हुए दीया ने कहा, च्यह इंडस्ट्री पुरुषों के वर्चस्व वाली है। बूढ़े ऐक्टर्स को जवान लड़कियों के ऑपोजिट काम करना पसंद होता है। ताकि वह अपना करियर आगे बढ़ा सकें। यह बिल्कुल अजीब है। कि 50 साल से ऊपर का आदमी किसी 19 साल की लड़की के साथ काम करता है। बता दें कि दीया मिर्जा पिछली बार तापसी पन्नू की फिल्म च्थप्पड़ज् में दिखाई दी थीं। अभी वह एक तेलुगू फिल्म च्वाइल्ड डॉगज् में काम कर रही हैं।

कौशाम्बी: डीएम द्वारा समिति की बैठक की गई

कौशाम्बी: डीएम द्वारा समिति की बैठक की गई  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी द्वारा उदयन सभागार में स्वच्छ भारत मिशन (ग्...