बुधवार, 16 दिसंबर 2020

चेतावनी के बाद चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के दिल्ली और नोएडा को जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर को पूरी तरह जाम करने की चेतावनी देने के बाद प्रमुख बॉर्डर पर बुधवार को सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कंक्रीट के अवरोधकों सिहत जर्सी बैरियर भी लगाए गए हैं और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। किसान नेताओं ने मंगलवार को कहा था कि वह सरकार से नए कानूनों को वापस ‘‘करवा कर’’ रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था कि लड़ाई अब उस स्त्तर पर पहुंच गई है, जहां जो भी हो वे जीतने को ‘‘प्रतिबद्ध’’ हैं।नेताओं ने कहा था कि किसान यूनियन बातचीत से नहीं भाग रही लेकिन सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए और कोई मजबूत प्रस्ताव के साथ सामने आना चाहिए। दिल्ली से लगी सीमाओं पर हजारों किसान 21 दिन से डटे हैं, जिस कारण कई मार्ग बंद हैं। पुलिस के अनुसार सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद है और लोगों से लामपुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग पर जाने को कहा गया है। मुकरबा तथा जीटीके रोड से भी यातायात परिवर्तित किया गया है।

उन्होंने कहा कि आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से बचें। इस बीच, प्रदर्शन के कारण गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले लोगों के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद रहेगा। लोगों को आनंद विहार, डीएनडी, चिल्ला, अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर से होकर आने की सलाह दी जाती है।

केंद्र को चेताया, परियोजना पर होगी नजरः उद्धव

मनोहर सिंह ठाकुर

मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच एक बार फिर विवाद होता नज़र आ रहा है। मुंबई मेट्रो परियोजना को लेकर आरे में मेट्रो शेड के बाद अब कांजुरमार्ग की जमीन और बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। बुधवार को शिवसेना ने सामना में लिखा कि मुंबई मेट्रो परियोजना बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ेगी। साथ ही कहा कि अगर कांजुरमार्ग मेट्रो कार शेड परियोजना को रोका गया तो शिवसेना भी मुंबई में बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए दी गई जमीन पर नजर रख रही है। मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा के फ्लोर पर कहा कि “किसी ने बुलेट ट्रेन के लिए नहीं कहा था। बुलेट ट्रेन किसके लिए है? तब मुंबई में बहुत मूल्यवान भूमि इस परियोजना के लिए आवंटित की गई थी।” उन्होंने कहा कि मेट्रो कारशेड के मामले में बेवजह मुंबईकरों के हित के आड़े खार भूमि का नमक ना डालें।

दुनिया: 7.34 करोड़ लोग वायरस की चपेट में आए

वाशिंगटन/नई दिल्ली। कोरोना वायरस (कोविड-19) से दुनियाभर में अब तक 16.34 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 7.34 करोड़ अधिक लोग इस जानलेवा विषाणु की चपेट में आ चुके हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक विश्व के 192 देशों में कोरोना वायरस से अब तक 7.34 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 16 लाख 34 हजार 339 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं।कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में अब तक 1.67 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि तीन लाख, तीन हजार 529 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण के मामलों के हिसाब से दूसरे सबसे बड़े देश भारत में संक्रमितों की संख्या 99.32 लाख से ज्यादा हो गयी है। वहीं 94.56 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं। नये मामलों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रहने से सक्रिय मामले घटकर 3.32 लाख रह गये हैं जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 1,44,096 हो गयी है।...
ब्राजील में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 69.70 लाख से ज्यादा हो गयी है और 1.82 लाख से ज्यादा मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या करीब 26.83 लाख से ज्यादा हो गयी है, 47,410 लोगों की मौत हो गई है। फ्रांस में 24.47 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 59,182 मरीजों की मौत हाे चुकी है। तुर्की में कोविड-19 से अब तक 18.98 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं तथा 16,881 लागों की मौत हुयी है।

ब्रिटेन में 18.93 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 65,006 लोगों की मौत हुई है। इटली में अब तक 18.70 लाख से अधिक लोग इस वायरस से संक्रमित हुए हैं और 65,857 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से अब तक 17.62 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं तथा 48,401 लोगों की मौत हुई है। अर्जेंटीना में कोविड-19 से अब तक 15.10 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं तथा 41,204 लोगों की मौत हो चुकी है।

बर्फबारी से दिल्ली का पारा 4 डिग्री तक लुढ़का

नई दिल्ली। पहाड़ों पर बर्फबारी से मैदानी राज्यों में ठिठुरन बढ़ गई है। दिल्ली में पारा 4 डिग्री तक लुढ़क गया है। मौसम विभाग ने आज यानी 16 दिसंबर को दिल्ली का पारा 4 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में सर्दी (Cold) जो सितम ढा रही है, उसकी मुख्य वजह पहाड़ों पर भारी बर्फबारी है। दरअसल उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में जबरदस्त बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ों पर जितनी बर्फबारी और बारिश होगी मैदाना में इतनी ही ठंड बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली का अधिकतम तापमान आज (बुधवार) 18 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।

 चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

ब्रिटेनी विदेश मंत्री से सामरिक संबंधो पर चर्चा

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब से मुलाकात की जिसमें दोनों नेताओं ने अपने सामरिक संबंधों के विभिन्न आयामों पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने अपने ट्वीट में कहा, ” ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान हमारे सामरिक गठजोड़ के विविध आयामों पर चर्चा हुई। ” राब 14 से 17 दिसंबर तक की भारत यात्रा पर आए हैं। इस दौरान ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की।मंगलवार को विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने अपने संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिये 10 वर्षो का महात्वाकांक्षी खाका तैयार करने पर सहमति व्यक्त की। दोनों देशों ने हिन्द प्रशांत क्षेत्र में सामरिक सहयोग को आगे बढ़ाने पर भी सहमति जतायी। दोनों पक्षों ने बैठक के दौरान विविध विषयों पर व्यापक चर्चा की। इस दौरान जयशंकर और राब ने कारोबारी गठजोड़ को आगे बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की जो भविष्य में मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में महत्वपूर्ण हो सकता है।जयशंकर ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि दोनों पक्षों ने चार घंटे तक विविध विषयों पर व्यापक चर्चा की और इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया कि अपने द्विपक्षीय संबंधों को उच्च स्तर तक कैसे ले जाया जाए। इस दौरान कारोबार एवं समृद्धि, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, लोगों से लोगों के बीच सम्पर्क, स्वास्थ्य सेवा जैसे पांच क्षेत्रों पर चर्चा हुई । दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान, हिन्द प्रशांत एवं पश्चिम एशिया से जुड़े घटनाक्रमों की समीक्षा की।

जयशंकर ने कहा, ” कुल मिलाकर हमारी चर्चा काफी सार्थक रही और हमारा गठजोड़ अधिक महत्वाकांक्षी एवं परिणामदायक बना है।” ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने बताया था , ” हमारे प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है जो बड़े सम्मान की बात है।” ब्रिटेन के विदेश मंत्री का आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से मुलाकात का कार्यक्रम है।

बिहार: मुफ्त वैक्सीन देने का फैसला लिया

अविनाश श्रीवास्तव  

पटना। बिहार में नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली बीजेपी-जेडीयू गठबंधन सरकार ने मंगलवार को प्रदेश के सभी नागरिकों को मुफ़्त में कोविड वैक्सीन लगाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है। बिहार में पिछले महीने संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए ने सत्ता में आने पर बिहारियों को मुफ़्त में कोरोना वैक्सीन लगाने का वादा किया था। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार मंगलवार को कैबिनेट की हुई पहली बैठक में यह फ़ैसला लिया गया। कैबिनेट ने 20 लाख सरकारी और निजी नौकरी देने के प्रस्ताव को भी मंज़ूरी दे दी है।

किसी भी सूरत में नहीं करेंगे बदलाव: सरकार

हरिओम उपाध्याय 
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 40 किसान यूनियनों के प्रमुख निकाय ने बुधवार को केन्द्र को लिखे एक पत्र में कहा कि उन्हें कृषि कानूनों में संशोधन किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है। पत्र में लिखा कि सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करना और विवादस्पद कानून पर अन्य किसान संगठनों के साथ समानांतर बातचीत करना बंद करे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐसे समय में सरकार को पत्र लिख है, जब वह विभिन्न राज्यों के कई किसान संगठनों से बातचीत कर रही है और केन्द्र ने दावा भी किया है कि इन संगठनों ने नए कृषि कानूनों का समर्थन किया है। संयुक्त किसान मोर्चा कई किसान संगठनों (जिनमें अधिकतर पंजाब से नाता रखते हैं) का प्रतिनिधित्व करता है।केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल को लिखे पत्र में मोर्चे ने कहा कि केन्द्र को दिल्ली से लगी सीमाओं पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन को बदनाम करना भी बंद करना चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य दर्शन पाल ने हिंदी में लिखे एक पत्र में कहा, ”हम चाहते हैं कि सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम करना और अन्य किसान संगठनों के साथ समानांतर बातचीत करना बंद करे।”अपने पत्र में पाल ने सरकार के नए कानूनों में संशोधन के प्रस्ताव को खारिज करने के किसान यूनियन के फैसले की भी लिखित में जानकारी दी। उन्होंने कहा, ” भेजे गए प्रस्ताव (9 दिसम्बर को) और आपके (अग्रवाल के) पत्र के संदर्भ में, हम सरकार को बताना चाहते हैं कि किसानों ने उसी दिन एक संयुक्त बैठक कर प्रस्ताव पर चर्चा की और उसे खारिज कर दिया।” पाल ने कहा, ” हमने (सरकार के साथ) पिछली बातचीत में ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया था, इसलिए हमने पत्र का लिखित जवाब भेजा था।” उत्तर प्रदेश के भारतीय किसान यूनियन (किसान) के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी और कानूनों तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सुझावों का एक ज्ञापन सौंपा था। भारतीय किसान यूनियन (किसान) ने फिलहाल अपना प्रदर्शन भी खत्म करने का फैसला किया है, जो उत्तर प्रदेश में जिला स्तर पर प्रदर्शन कर रहे थे।
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली से लगी सीमाओं पर हजारों किसान 21 दिन से डटे हुए हैं। केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...