शनिवार, 12 दिसंबर 2020

भारतीय क्रिकेट के रुख में आया बदलाव

पूर्व कप्तान ग्रैग चैपल ने बताया, किस मामले में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों जैसे हैं विराट कोहली

नई दिल्ली/ सिडनी। चैपल ने भारत के पूर्व क्रिकेटरों की तुलना महात्मा गांधी के आदर्शों से करते हुए कहा कि कोहली की आक्रमकता के कारण भारतीय क्रिकेट के रुख में काफी बदलाव आया है।
महान बल्लेबाज और भारतीय टीम के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में विराट कोहली के अंदाज को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों वाला करार देते हुए पूरी आक्रामकता के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलने की उनकी शैली की तारीफ की।
चैपल ने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ में लिखा कि पहले के कई भारतीय क्रिकेटर विरोधियों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने से बचते थे, शायद वह गांधी जी के सिद्धांत के मुताबिक था।
सौरव गांगुली उस दृष्टिकोण को बदलने की कोशिश करने वाले पहले भारतीय कप्तान थे। इससे भारत में एक हद तक सफलता मिली लेकिन विदेशों में यह उतना असरदार नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि विराट कोहली शांति से जवाब देने में विश्वास नहीं करते। वह आक्रामक शैली के समर्थक है। उनकी कोशिश विपक्ष पर हावी होने की रहती है। चैपल ने कहा कि कोहली गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलियाई हैं। वह नए भारत का प्रतीक हैं।
क्रिकेट के ताकतवर देश के कप्तान के तौर पर वह इस खेल को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी को अच्छे से समझते हैं। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 17 दिसंबर से खेलेगी। इस डे-नाइट टेस्ट के बाद कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए पैटरनिटी लीव पर भारत लौट जाएंगे।
चैपल ने कहा कि जब टेस्ट फॉर्मेट खतरे में है तब यह तथ्य है कि कोहली की तरह का चैंपियन क्रिकेटर होना बड़ी सकारात्मक बात है। उन्होने कहा कि टेस्ट क्रिकेट हमेशा उनके लिए प्राथमिकता रही है और इसने उन्हें खुद को फिट और मजबूत रखने की प्रेरणा मिलती है।

हृदय विदारक:पत्नी के टुकड़े-टुकड़े कर सड़क पर फेंका

पति ने पत्नी की टुकड़े-टुकड़े कर सड़क पर फेंका 
हरदोई। दिल-दहला देने वाली घटना उत्‍तर प्रदेश के हरदोई के सुरसा थाने के पनुवावर मजरा बल्लीपुर गांव में महिला की उसके पति ने बेरहमी से हत्या कर दी। उसने पिता के ऊपर भी जानलेवा हमला किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया। घटना के बारे में पूछने पर आरोपी पति अजीबो.गरीब बयानबाजी कर रहा है। परिजनों के अनुसार वह मानसिक रूप से परेशान है। गांव पनुवावर निवासी आरोपित कमलेश गांव में अपने पिता व परिवार के साथ रहकर खेतीबाड़ी करता है। गांव के बाहर स्थित मकान में वह गुरुवार रात पत्नी कांति देवी और पिता गिरवर समेत परिवार के साथ सोया था। रात में ही उसने पत्नी कांति देवी पर धारदार हथियार से हमला बोल दिया। वह बाहर भागी तो पीछा करते हुए गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार करके मार डाला। घटना को अन्जाम देने के बाद पत्नी के शव को घसीटकर घर से बाहर रोड पर डाल दिया। कमलेश ने पत्नी कांति देवी की हत्या करने से पहले अपने पिता गिरवर पर भी वार कियाए जिसमें उनके हाथ में चोट आई है। परिजनों का कहना है। कि कमलेश मानसिक रूप से विक्षिप्त है। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद आरोपित को गांव से ही पकड़ लिया। पुलिस हिरासत में घटना की वजह को लेकर कमलेश बार बार बयान बदल रहा है।

गुमशुदा मासूम बच्ची को माता-पिता से मिलाया

गणेश मौर्य


अम्बेडकरनगर। जिले की डायल 112 नंबर बसखारी पुलिस ने कमाल कर दिया। यूपी 112 पीआरवी संख्या 1679 थाना बसखारी क्षेत्र के अंतर्गत 11 दिसंबर 2020 की बीती रात 10:30 बजे के करीब रोहित रमन नाम के व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी कि बसखारी बाजार चौराहे के पास एक 3 वर्ष की बच्ची लावारिस हालत में बहुत रो रही है। 

जिस पर सूचना मिलते ही पीआरबी के जवानों ने बिना देर किए ही घटनास्थल पर पहुंचकर बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया गया और अपनी गाड़ी में बैठा कर पूरे बाजार के आसपास के गांव व कई शादी समारोह में जाकर बच्ची की पहचान शुरू करवाई काफी देर मशक्कत के बाद एक महिला एक पुरुष रोते हुए पीआरवी कर्मियों के पास आए और बच्ची को गोद में लेते हुए बोले साहब यह मेरी बच्ची है। पीआरबी कर्मियों द्वारा बच्ची सौम्या को उसके पिता अनिल व माता सोनी निवासी ग्राम मखदूम नगर को सकुशल सुपुत्र करा दिया गया। परिजनों ने पुलिस कर्मियों को लाख-लाख धन्यवाद  दिया, इस कार्य में कमांडर लोकेश यादव, सब कमांडर सुमित कुमार पायलट, मोहम्मद शरीफ, को क्षेत्र की जनता ने इस कार्य के लिए खूब सराहना की।

त्रिशाला ने दिया पिता के अडिक्शन पर जवाब

संजय दत्त की सायकोथेरपिस्ट बेटी त्रिशाला ने दिया पिता के ड्रग अडिक्शन पर जवाब

मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। संजय दत्त की बेटी त्रिशाला दत्त सायकोथेरपिस्ट हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। इंस्टाग्राम पर त्रिशाला ने फॉलोअर्स के सवालों के जवाब दिए हैं। इनमें एक यूजर ने उनके पिता संजय दत्त के ड्रग अडिक्शन से जुड़ा सवाल किया है। त्रिशाला ने इसका लंबा-चौड़ा और काफी अच्छा जवाब दिया है। इसको उन्होंने अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर भी किया है।
संजय दत्त की बेटी त्रिशाला दत्त सायकोथेरपिस्ट हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। इंस्टाग्राम पर त्रिशाला ने फॉलोअर्स के सवालों के जवाब दिए हैं। इनमें एक यूजर ने उनके पिता संजय दत्त के ड्रग अडिक्शन से जुड़ा सवाल किया है। त्रिशाला ने इसका लंबा-चौड़ा और काफी अच्छा जवाब दिया है। इसको उन्होंने अपनी इंस्टा स्टोरी पर शेयर भी किया है।
लत लगने पर इंसान खो देता है कंट्रोल
यूजर ने पूछा है, क्योंकि आप साइकॉलजिस्ट हैं, आपके पिता के ड्रग अडिक्शन पर आपका क्या कहना है? इस पर त्रिशाला ने जवाब दिया है, पहली बात तो यह ध्यान देना जरूरी है कि अडिक्शन एक क्रोनिक डिजीज है, जिसमें ड्रग्स लेना मजबूरी बन जाता है और इंसान का कंट्रोल नहीं होता, जबकि इसके परिणाम नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं। शुरुआत में सब लोग अपनी इच्छा से ड्रग्स लेते हैं लेकिन बार-बार ड्रग्स लेने से दिमाग में बदलाव हो जाता है और अडिक्टेड इंसान का खुद पर नियंत्रण नहीं रहता है और दिमाग ड्रग्स लेने को काबू करने की इच्छाशक्ति को रोकने लगता है।
हमेशा रहते हैं बीमारी के वापस आने के चांस
दिमाग के बदलाव इतने गहरे होते हैं कि यह बीमारी वापस आने वाली मानी जाती है। ड्रग के उपयोग से डिसऑर्डर के शिकार हुए लोग जब ठीक होने की प्रक्रिया में होते हैं तो ड्रग्स की तरफ वापस आने का खतरा रहता है चाहे वो कई साल पहले ड्रग्स छोड़ चुके हों। त्रिशाला ने यूजर को ड्रग अडिक्शन के कॉम्प्लिकेशंस समझाए हैं आखिर में संजय दत्त के बारे में लिखा है।
पिता पर गर्व है, नहीं है शर्मिंदा होने वाली बात
त्रिशाला ने लिखा है, जब मेरे पिता के पुराने ड्रग अडिक्शन की बात आती है तो वह हमेशा ठीक होने की प्रक्रिया में रहेंगे। यह एक बीमारी है जिससे उन्हें हर दिन लडऩा है, जबकि वह अब इसे ले भी नहीं रहे। मुझे अपने पिता पर गर्व है कि उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें यह समस्या थी, इनीशिएटिव लिया और मदद लेने आगे आए। इसमें एक रत्ती शर्मिंदा होने वाली बात नहीं है।

शकीला की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री की मौत

‘द डर्टी पिक्चर’ में शकीला का किरदार करने वाली अभिनेत्री की संदिग्ध मौत, खून में सराबोर मिली लाश

मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। विद्या बालन की चर्चित फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ में दक्षिण भारत की ही एक और कामुक अभिनेत्री शकीला का किरदार करने वाली अभिनेत्री आर्या बनर्जी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है।
मौके पर उनकी लाश खून में सराबोर मिली, हालांकि पुलिस को अब तक इसमें किसी तरह के बाहरी हस्तक्षेप के संकेत नहीं मिले। पुलिस इस मामले को फिलहाल आत्महत्या का मामला मान रही है। आगे की कार्रवाई वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद करेगी।
देश में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन होने के बाद आर्थिक रूप से तंगी की वजह से और काम न होने के अवसर पैदा हो जाने की स्थिति से कई छोटे और बड़े कलाकार आत्महत्या कर चुके हैं। हालांकि, आर्या की स्थिति एकदम अलग है।
पुलिस को आर्या का शव दक्षिण कोलकाता के जोधपुर पार्क में स्थित उनके घर से बरामद हुआ है। पुलिस को आर्या की लाश खून से लथपथ मिली इसलिए वह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर आर्या की मौत कैसे हुई?

चांदपुर के जंगल में बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या

चांदपुर के जंगलों में बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या
बिजनौर। जमीनी विवाद और आपसी रंजिश के चलते जंगल में रह रहे एक बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार हैं और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। चांदपुर के ग्राम रायपुर खादर में जमीनी विवाद व आपसी रंजिश के चलते 65 वर्षीय मुख्तियार सिंह पुत्र वरियाम सिंह निवासी ग्राम मीरापुर सीकरी थाना हीमपुर जनपद बिजनौर को गोली मार दी गई जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया।
जानकारी करने पर परिजनों ने नीरज पुत्र अज्ञात निवासी नारनौर, सुक्खन निवासी जमादीपुर थाना चाॅदपुर, कौशेन्द्र निवासी हस्तिनापुर मेरठ, मक्खन सिंह, दिलावर सिंह और बलकार सिंह निवासी पंजाब पर गोली मारकर हत्या का आरोप लगाया। गोली कांड के बाद से हत्यारोपी फरार हैं और पुलिस उनकी खोजबीन में लगी हुई है। फिलहाल पुलिस में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

तीसरे तक किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी को तैयार

पहले से तीसरे तक किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी को तैयार: लाबुशेन
एडीलेड। आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने शनिवार को कहा कि भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में उनके सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरने को लेकर कोई बात नहीं हो रही है लेकिन अगर उनसे ऐसा कहा जाता है तो वह इसके लिये तैयार हैं। डेविड वॉर्नर और विल पुकोवस्की पहला टेस्ट नहीं खेल पायेंगे जबकि जो बर्न्स खराब फार्म में जूझ रहे हैं।
ऐसे में यहां 17 दिसंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट में लाबुशेन पारी की शुरूआत कर सकते हैं। उन्होंने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हो रही है। मैं इस समय तीसरे नंबर पर उतरता हूं। मैं सिर्फ बल्लेबाजी की तैयारी कर रहा हूं, पहले नंबर पर उतरूं या तीसरे। मैं गेंद का सामना करने के लिये तैयार हूं, हालात कुछ भी हों।
उन्होंने कहा कि मैने पिछले सत्र में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की तो उम्मीद है कि वहीं उतरूंगा। लेकिन मेरा काम गेंद का सामना करना है, चाहे किसी भी क्रम पर उतरूं। लाबुशेन ने कहा कि टीम के हित में वह कुछ भी करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि टीम को पारी की शुरूआत मुझसे करानी है तो मैं करूंगा। यह टभ्म का खेल है और हमें देखना होगा कि टीम को क्या जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वह दूधिया रोशनी में भारतीय गेंदबाजों का सामना करने को तैयार हैं क्योंकि खिलाड़ियों को चुनौती का पता है। लाबुशेन ने कहा कि हम बिल्कुल तैयार हैं। हमने वनडे में जसप्रीत बुमराह का सामना किया जिसने आखिरी वनडे में शानदार गेंदबाजी की। हमें पता है कि हमारे सामने कौन है। हमें फोकस बनाये रखना है और उसके अनुसार तैयारी करनी है। उन्होंने कहा कि नेट्स पर मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड जैसे गेंदबाजों को खेलकर आस्ट्रेलियाई टीम बेहतर हो गई है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...