शनिवार, 12 दिसंबर 2020

आंदोलन पर टीचर ने रिएक्शन से गवाईं नौकरी

पीलीभीत। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनकारी किसान दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 15 दिनों से डटे हुए हैं। पर उनका असर दूर-दूर तक देखने को मिल रहा है। इसी के चलते पिछले दिनों एक शख्स की जान पर बन आयी। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक टीचर का आंदोलन पर रिएक्शन देना कुछ लोगों को इतना नागवार गुजरा कि टीचर की नौकरी ही छिन गयी। इतने से भी दबंगों का मन नहीं भरा तो वे टीचर को जान से मारने की धमकी दे रहे है। सोशल मीडिया पर भी ये मामला चर्चा में बना हुआ है। मामला कुछ ऐसा है कि पीलीभीत के विजयपाल सिंह निरंजनपुर के अकाल एकेडमी में पिछले 18 साल से बतौर टीचर काम कर रहे हैं। पिछले दिनों दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

वायरल वीडियो को विजयपाल सिंह ने अपनी फेसबुक वॉल पर पोस्ट कर इसे अराजकता बताया, साथ ही उसका विरोध करते हुए इस पर उनके कमेंट करने से नाराज होकर कुछ विशेष समुदाय के लोग एकजुट हो गए और विजयपाल को फोन पर जान से मारने की धमकियां दी गईं। उसके बाद कॉलेज प्रशासन के साथ मिलकर विजय को कॉलेज बुलवाया गया और पोस्ट डिलीट करने को कहा। साथ ही उनसे कहा गया कि वे इस पोस्ट के लिए माफी मांगें।

विजयपाल सिंह ने पोस्ट डिलीट कर माफी भी मांगी

विजयपाल सिंह ने फेसबुक वॉल से पोस्ट डिलीट करने के साथ ही माफी भी मांगी। इससे भी मन नहीं भरा तो दबंगों ने उनके साथ गाली गलौज की और उनसे जबरदस्ती यह कहते हुए इस्तीफा लिखवा लिया कि वे फैमिली मैटर के कारण काम नहीं कर सकते हैं। विजयपाल सिंह कॉलेज और एक समुदाय से जुड़े लोगों के रवैये से काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि आज उनका साथ देने वाला ना तो स्टाफ में कोई है और ना ही शिक्षक संगठन उनके साथ खड़े हो पा रहे हैं। विजयपाल का कहना है कि आरएसएस का होना या हिंदू होना कोई गुनाह तो नहीं है। कोरोना काल में नौकरी गंवाने के अलावा धमकियों और बेइज्जती से वो काफी परेशान हैं। इस मामले में उन्होंने पुलिस से शिकायत भी की है। जिसके बाद सीओ ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।

यूपी के सीएम योगी को फिर मिली धमकी

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी दी गई है। ये धमकी पुलिस सेवा डॉयल 112 के व्हाट्सअप पर मिली है। अबतक मिली जानकारी के मुताबिक, इस धमकी भरे संदेश में आपत्ति जनक भाषा का प्रयोग किया गया है, फिलहाल इस संबंध में लखनऊ के सुशांत लोक थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, शुरुआती जांच में धमकी देने वाला शख्स आगरा का बताया गया है। इसकी जानकारी आगरा पुलिस को भी दे दी गई है। जानकारी के मुताबिक, ऐसा तीसरी बार हुआ है, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 112 सेवा पर धमकी भरा मैसेज भेजा गया है। फिलहाल जिस नंबर से ये मैसेज आया है, उसे ट्रेस किया जा रहा है।

महिला समेत दो शातिर ब्लैकमेलर गिरफ्तार किए

संदीप मिश्र
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक महिला समेत दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पहले लोगों से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती करते थे। फिर उनकी अश्लील फोटो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। अब पुलिस इस ब्लैकमेलिंग गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। कुछ समय पहले लखनऊ के एक डॉक्टर के साथ ऐसी घटना के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी।

लखनऊ पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी के मुताबिक थाना विभूति खंड क्षेत्र में कुछ दिन पहले डॉक्टर अखिलेश कुमार चौबे ने एक एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने खुद का अपहरण होने की बात कही थी और किडनैपर के चंगुल से छूट कर आने के बाद पुलिस को सूचना दी थी। उसी मामले में पुलिस जांच कर रही थी। तभी इस ब्लैकमेलिंग गैंग का पता चला। युवती का नाम कहकंशा है। वह दिल्ली की रहने वाली है। जबकि आरोपी युवक का नाम सचिन रावत है। ये दोनों मिलकर गोमती नगर के एक फ्लैट में रहते हैं। कुछ दिन पहले आरोपी युवती ने डॉक्टर अखिलेश कुमार चौबे से फेसबुक पर दोस्ती की। इसके बाद दोनों की मुलाकात हुई और वे घूमने भी गए। इसके बाद एक दिन महिला ने डॉक्टर अखिलेश को अपने घर मिलने के लिए बुलाया। डॉक्टर अखिलेश उससे मिलने जा पहुंचे। महिला ने अखिलेश को नशीला पदार्थ पिलाया और फिर अपने साथ उनके अश्लील फोटो ले लिए। इसके बाद शुरू हुआ असली खेल। महिला उन अश्लील तस्वीरों को दिखाकर डॉक्टर अखिलेश को ब्लैकमेल करने लगी। किडनैपिंग वाली रात में भी डॉक्टर अखिलेश को महिला ने अपने फ्लैट पर बुलाया था और पैसों की डिमांड रखी थी, लेकिन एटीएम का पिन पता ना होने की वजह से वे पैसा नहीं निकाल पाए थे। किसी तरह से डॉक्टर अखिलेश वहां से निकले और सीधे पुलिस थाने पहुंच गए। वहां जाकर उन्होंने पुलिस को आपबीती सुनाते हुए मामला दर्ज कराया। पुलिस ने एफआईआर लिखने के साथ ही केस की छानबीन शुरू कर दी। इसी के चलते गुरुवार को गोमती नगर इलाके से पुलिस ने महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

ज्वाइंट कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई है। पता चला है कि उनके गैंग में अन्य लोग भी शामिल हैं। अब पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को 15000 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। साथ इस केस के अन्य आरोपियों पर 20 हजार का इनाम घोषित किया गया है।

फैक्ट्री में लगीं भीषण आग, 8 लोग झुलसे

हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित दवा फैक्ट्री में शनिवार को भीषण आग लग गई। फैक्ट्री में लगी इस भीषण आग में 8 लोगों के झुलसने की आशंका जताई जा रही है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, विंध्या ऑर्गेनिक्स की यह दवा यूनिट सांगारेड्डी जिले के बोल्लारम औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। शनिवार दोपहर में अचानक यहां पर आग लग गई।

नहर की खुदाई में मिले प्राचीन काल के अवशेष

महाराजगंज। ऐसा कहा जाता है कि सदियों पुरानी नदियों और तालाबों में प्राचीन काल के अवशेष आज भी जिंदा है, जिसकी तलाश में कई शोधकर्ता जुटे हुए हैं। अक्सर ऐसे अजीबोगरीब खबरें सामने आती रहती हैं, जिस पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसी ही एक और हैरान कर देने वाली खबर आई है, जिसे पढ़कर आप दंग रह जाएंगे।

नहर से खुदाई के दौरान मिला हैरान करने वाली चीज़

दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले का है, जहां सरयू (Sarayu) नहर से खुदाई के दौरान कुछ ऐसा मिला, जिसे देखकर वहां मौजूद लोगों के होश उड़ गए।बता दें कि महराजगंज जिले के बृजमनगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोनाबन्दी में चल रहे सरयू परियोजना नहर (Sarayu) की खुदाई के दौरान करीब 4 किलो प्राचीन सिक्के निकले। सूचना पाते ही बृजमनगंज पुलिस मौके पर पहुंची और घड़ा सहित सिक्कों को अपने कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई।

खुदाई के दौरान मिला धातु का एक पात्र

मालूम हो कि क्षेत्र में इन दिनों सरयू (Sarayu) नहर परियोजना के दौरान काम चल रहा है। विकास खंड क्षेत्र बृजमनगंज के ग्राम सभा सोनाबन्दी के पश्चिम नहर की खुदाई के दौरान बुधवार को एक धातु का छोटा सा पात्र निकला, जिस पर गांव के ही मूलचंद नामक व्यक्ति की नजर पड़ गई। पात्र को तोड़कर देखा गया तो उसमें छोटे-छोटे आकार के प्राचीन सिक्के निकले। लोगों ने इसकी सूचना बृजमनगंज पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पात्र सहित सिक्कों को कब्जे में ले लिया। वहीं, इस मामले में बृजमनगंज थानाध्यक्ष सजंय दूबे ने बताया कि सरयू (Sarayu) नहर से मिले एक घड़े में करीब 4 किलो पुराने छोटे-छोटे आकार के सिक्के बरामद हुए हैं, जिन्हें कब्जे में लेकर पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है।

राजस्थान की गहलोत सरकार पर गहराया संकट

नरेश राघानी 
जयपुर। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार एक बार फिर से संकट में आती दिख रही है। यहां सरकार से सहयोगी दल बीटीपी ने समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया है।
दरअसल, हाल ही में संपन्न हुए पंचायत समिति चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार फिर से सियासी संकट में आ गई है। सरकार की सहयोगी भारतीय ट्राइबल पार्टी बीटीपी के दो विधायकों ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। बीटीपी के दोनों विधायक मुश्किल वक्त में भी अशोक गहलोत सरकार के साथ खड़े थे। बीटीपी के प्रदेश अध्यक्ष वेलाराम घोघरा ने कहा कि पंचायत समिति चुनाव में कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया। कांग्रेस के दोगलेपन के चलते उसे डूंगरपुर में पंचायत समितियों के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में हम राज्य की गहलोत सरकार से अपने रिश्ते खत्म कर रहे हैं।
अगर आंकड़ों पर गौर करें तो बीटीपी के दोनों विधायकों के समर्थन वापस लेने से गहलोत सरकार पर फिलहाल कोई फर्क नहीं पड़ेगा। राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटों मे 118 सीटें गहलोत सरकार के पास हैं, जिनमें कई निर्दलीय विधायक भी हैं। माना जा रहा है कि भाजपा के इशारे पर बीटीपी ने इस समर्थन वापसी का ऐलान किया है। जिससे उम्मीद बढ़ गई है कि राज्य में फिर से सियासी उलटफेर हो सकता है।

सीबीआई ने किया जब्त, 100 किलो सोना गायब

CBI का जब्त 100 किलो से ज्यादा सोना हुआ गायब, कोर्ट पहुंचा पूरा मामला, दिया गया ये आदेश

चेन्नई। अब ये मामला काफी गरमा गया है और तमिलनाडु में 45 करोड़ रुपये कीमत का ऐसा सोना गायब हो गया है जो रेड के दौरान सीबीआई ने जब्त किया था। अब ये मामला काफी गरमा गया है और बात कोर्ट तक पहुंच गई है। कोर्ट ने मामले में सीबी-सीआईडी को जांच के आदेश दिए हैं। इस मसले पर सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि मामले के बारे में तब पता जब अरबों रुपये के जब्त सोने को एक साथ तौला गया। तौलने के बाद सोने का वजन कम निकला. सोने का वजन 400.5 किलोग्राम था। 2012 में सुराणा कॉर्पोरेशन पर छापा मारा गया था और वहां से यह सोना जब्त किया गया था। लेकिन इसमें से 103 किलो सोना दोबारा वजन करने पर गायब निकला। ये घटना बेहद चौंकाने वाली है, लिहाजा बात कोर्ट पहुंच गई है और कोर्ट ने मामले की सीबी-सीआईडी जांच का आदेश दिया है। हालांकि, सीबीआई ने स्थानीय एजेंसी की जांच पर आपत्ति जताई थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया। कोर्ट ने सीबी-सीआईडी को 6 महीने के भीतर जांच पूरी करने का आदेश दिया है। सोना कैसे गायब हुआ, इस पर सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि उसने सेफ और वॉल्ट्स की 72 चाबियों को प्रिसिंपल स्पेशल कोर्ट को सौंप दिया था. जस्टिस प्रकाश ने सबमिशन को रिफ्यूज करते हुए सीबी-सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं जिसकी जिम्मेदारी एसपी रैंक के अधिकारी को सौंपी गई है।

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...