महाभारत हिन्दुओं का एक प्रमुख काव्य ग्रंथ है, जो स्मृति के इतिहास वर्ग में आता है। कभी कभी इसे केवल भारत कहा जाता है। यह काव्यग्रंथ भारत का अनुपम धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ हैं।
महाभारत का कोई अध्याय हो या रामायण का कोई कांड, हिन्दू धर्म की ज़्यादातर किताबों में आपको किसी न किसी श्राप का जिक्र मिल ही जाता है. इन्हीं श्रापों में कुछ श्राप ऐसे भी थे, जो हिंदू पौराणिक कथाओं में बहुत ही ज़्यादा प्रचलित हुए।आज हम आपके लिए इंडियन माइथोलॉजी से कुछ ऐसे ही श्राप ले कर आये हैं, जो इतिहास की नज़र में काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
कुंती को श्राप: महाभारत में जिक्र मिलता है कि कर्ण, कुंती की संतान थे।
गुरुवार, 3 दिसंबर 2020
'महाभारत' हिंदुओं का प्रमुख काव्य ग्रंथ है
व्हाट्सएप एप का नया अपडेट चालू हुआ
देश में मामलों की संख्या 95 लाख हुई
नई दिल्ली। देश में कोविड-19 के मामले बृहस्पतिवार को 95 लाख के पार पहुंच गए। जिनमें से 89.73 लाख लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 94.11 प्रतिशत हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार एक दिन में कोविड-19 के 35,551 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 95,34,964 हो गए। वहीं 526 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,38,648 हो गई।
कन्हैया ने किसानों से समर्थन की अपील की
भाकपा नेता कन्हैया कुमार ने बुधवार को कहा कि कृषि बिलों के खिलाफ चल रही किसान की हलचल लोकतंत्र को क्रॉनिक पूंजीवाद से बचाने के लिए एक विद्रोह है और आंदोलन को बदनाम करने के प्रयासों को विफल कर दिया है।
अविनाश श्रीवास्तव
पटना। जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कुमार ने किसानों द्वारा शुरू किए गए आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए सभी क्षेत्रों के लोगों से अपील की। उन्होंने जय जवान, जय किसान, जय समाजधन के नारे को रेखांकित किया कि हलचल के दूरगामी प्रभाव थे। कुछ लोग षड्यंत्रपूर्वक कानाफूसी कर रहे हैं कि ऐसा क्यों है कि पंजाब के केवल बेहतर किसान ही विरोध कर रहे हैं।
यह उतना ही घृणित है जितना कि उन गांवों में जादू टोने का चलन है जहां विधवाओं को अक्सर अपनी संपत्ति पर नजर रखने के लिए मजबूर किया जाता है, कुमार ने कहा, जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में आंदोलनकारी किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए बिहार में वाम दलों द्वारा संयुक्त प्रदर्शन के तहत सड़कों पर मारा। ।
मैं किसान नहीं हूं, लेकिन किसानों के परिवार से आता हूं। मैं समझ सकता हूं कि कृषि एक आर्थिक गतिविधि क्यों बन गई है, जिसमें शामिल लोग कभी नहीं चाहते कि उनके बच्चे उनके नक्शेकदम पर चलें, डॉक्टरों और नौकरशाहों के विपरीत, उन्होंने कहा। खबर के अनुसार, पटना में बुद्धा स्मृति पार्क के समीप आज सुबह से ही वाम दलों के कार्यकर्ता सहित आरजेडी के कार्यकर्ता जुटे, जहां संयुक्त रूप से एक सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता भाकपा के राज्य सचिवमंडल सदस्य का जानकी पासवान, माकपा के सचिवमंडल सदस्य का अरूण मिश्रा, माले के का केडी यादव तथा आरजेडी के आलोक मेहता ने संयुक्त रूप से की।
सभा को माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और राजाराम, सीपीएम के राज्य सचिव अवधेश कुमार, भाकपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कॉमरेड कन्हैया कुमार, गजनफ्फर नवाब ने संबोधित किया। सभी ने देश में जारी किसान आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया और कहा कि यह देश गांव व किसानों का है जो किसान मजदूरों के संघर्ष से बना है।
ग्रेट खली का आंदोलनरत किसानों को समर्थन
डब्ल्यूडब्ल्यूई के चैंपियन रह चुके पहलवान दलीप राणा उर्फ द ग्रेट खली भी किसान आंदोलन के समर्थन में आ गए हैं।
जालंधर। एजेंसी की खबर के अनुसार, जालंधर में होशियारपुर रोड पर रेसलिंग एकेडमी चलाने वाले खली ने सभी से किसानों के आंदोलन में साथ देने की अपील करते हुए कहा कि नए कृषि सुधार कानून से किसानों के साथ आम लोगों पर भी बहुत बड़ा बोझ पड़ेगा। खली ने कहा कि नए कानून से खरीदार किसानों से फसल दस रुपए किलो लेंगे और आपको 200 रुपए किलो बेचेंगे।
सबसे ज्यादा नुकसान उनका है, जो दिहाड़ी करते हैं, रेहड़ी लगाते हैं और आम इंसान हैं। सभी लोगों से मैं विनती करता हूं कि किसानों के साथ खड़े हों, कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दें, ताकि सरकार को किसान की मांग मानने के लिए मजबूर होना पड़े। खली ने कहा कि यह पंगा पंजाबियों व हरियाणवियों से पड़ा है, केंद्र सरकार को इनसे निपटना बहुत मुश्किल होगा।
खली ने कहा कि एक जत्था छह महीने का राशन लेकर जा रहा है। जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होती, तब तक वापस नहीं आएंगे।
प्राधिकृत प्रकाशन विवरण
दिसंबर 04, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254
1. अंक-109 (साल-02)
2. शुक्रवार, दिसंबर 04, 2020
3. शक-1983, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि- पंचमी, विक्रमी संवत 2077।
4. प्रातः 06:55, सूर्यास्त 05:17।
5. न्यूनतम तापमान 09+ डी.सै., अधिकतम-21+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102
https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@
संपर्क सूत्र :- +91935030275 (सर्वाधिकार सुरक्षित)
यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें
यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें सुनील श्रीवास्तव मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
-
उपचुनाव: 9 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी संदीप मिश्र लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतगणना जारी है। यूपी कीे क...
-
80 वर्षीय बुजुर्ग ने 34 साल की महिला से मैरिज की मनोज सिंह ठाकुर आगर मालवा। अजब मध्य प्रदेश में एक बार फिर से गजब हो गया है। आगर मालवा जिले...