बुधवार, 2 दिसंबर 2020

नैनीतालः डीएम ने 10 लाख किएं अवमुक्त

जिला अधिकारी सविन बंसल का एक और बड़ा कदम, दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को मिलेगा डोली का साथ, डोली पर जा सकेंगी चिकित्सालय, जिलाधिकारी ने 10लाख किए अवमुक्त


पंकज कपूर


नैनीताल। जिलाधिकारी सविन बंसल ने पहाडी विकास खण्डों के ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव हेतु डोली से सडक अथवा चिकित्सालय तक लाने हेतु डोली व्यवस्था के लिए 10 लाख रूपये अवमुक्त किये।
सडक से दूरस्थ गांव में कार्य करने का जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की कार्यशैली में शुमार है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों मे हीे कैम्प लगाये जाते है। ताकि दूरस्थ गांव के लोगो से उनका दोतरफा संवाद हो सके तथा ग्रामीण क्षेत्रो की वास्तविक समस्यायंे उनके सामने आ सकेें व उनका त्वरित निराकरण भी हो सके। गौरतलब है। कि जिलाधिकारी द्वारा दूरस्थ इलाको मे जितने भी बहुउददेशीय शिविर लगाये उनमें से लगभग शतप्रतिशत जनसमस्याओं का निराकरण भी हुआ साथ ही इन शिविरो के माध्यम से अति कुपोषित बच्चे भी चिन्हित हुये जिन्हें श्री बंसल ने ईलाज के लिए राजघानी देहरादून के अस्पतालो मे ईलाज हेतु भिजवाया।
श्री बंसल स्वास्थ्य को लेकर काफी संवेदनशील हैं। उनका मानना है। कि गरीब और लाचार व्यक्ति को यदि समय से बेहतर एवं निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा मिल जाए तो यह सच्ची मानव सेवा होगी। श्री बंसल को प्रसव वेदना की उन ग्रामीण महिलाओ का दर्द भी सालता है। जिन्हें अस्पताल मे प्रसव कराने के लिए गांव अथवा परिवार के लोग रातबिरात डोली मे लेकर सडक हैड या अस्तपाल पहुचते है। इस संघर्ष में कभी-कभी जच्चा तथा बच्चा को जान से भी हाथ धोना पडता है। इस समस्या एवं इस कार्य की संवेदनशीलता पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुये जिलाधिकारी श्री बंसल ने जनपद के पर्वतीय इलाकों के विकास खण्डो धारी, रामगढ, ओखलकांडा, बेतालघाट व भीमताल के ग्रामीण क्षेत्रो में गर्भवती महिलाओं को प्रसव हेतु अस्पतालों तक लाने के लिए डोली व्यवस्था हेतु 10 लाख की धनराशि स्वीकृत कर दी है।
उत्तराखण्ड नैनीताल का पहला जनपद है। जहां किसी जिलाधिकारी द्वारा संस्थागत प्रसव तथा गर्भवती महिला एवं शिशु की सुरक्षा के लिए डोली व्यवस्था को कारगर बनाते हुये इतनी बढी धनराशि स्वीकृत की है। जिलाधिकारी ने कहा कि और धनराशि की जरूरत पडेगी तो वह भी दी जायेगी। उन्होने कहा कि गर्भवती महिलाओं को त्वरित उपचार मिले व सुरक्षित संस्थागत प्रसव से जच्चा-बच्चा मृत्यु दर भी घटेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के एक किमी से अधिक पैदल सभी गांवों मे गर्भवती महिलाओं के लिए डोली सुविधा होगी।
श्री बंसल द्वारा यह धनराशि मुख्य चिकित्साधिकारी को जारी की गई है। जारी धनराशि मे से तात्कालिक व्यवस्था हेतु 75-75 हजार रूपये एमओआईसी केे निर्वतन मे रखी गई है। ताकि पर्वतीय क्षेत्रों कीे गभर्वती महिलाओं को डोली से लाने वाले लोगों को तुरन्त डोली व्यवस्था की धनराशि का भुगतान दो हजार रूपये प्रति डोली बिना किसी विलम्ब के हो जाए। गौरतलब है। कि एनएचएम के तहत जनपद में केवल 60 डोलियो की व्यवस्था के लिए ही धनराशि स्वीकृत है लेकिन प्रसव की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुये जिलाधिकारी ने लगभग 500 डोलियों के लिए 10 लाख धनराशि अवमुक्त कर दी है। उन्होने कहा कि ताकि गर्भवती महिलाओ को त्वरित डोली व्यवस्था का भुगतान कराने की जिम्मेदारी सम्बन्धित चिकित्साधिकारी की होगी।               


स्कॉर्पियो कार में मिला शव, फैली सनसनी

ईख के खेत के किनारे खडी स्कॉर्पियो में मिला शव क्षेत्र में सनसनी


झिंझाना। प्रात करीब 8:00 बजे थाना झिंझाना पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि कस्बा झिंझाना से गागौर  जाने वाले रोड के किनारे ईख के खेत में खड़ी स्कॉर्पियो गाड़ी नंबर यूपी 19 फ/7907 के पास एक व्यक्ति का गोली लगा शव पड़ा है।
 सूचना पर तत्काल प्रभारी निरीक्षक झिंझाना हमराह फोर्स के मौके पर पहुंचे। जहां मृतक के संबंध में आवश्यक छानबीन कर मृतक की पहचान कराई गई जिसकी पहचान राजकुमार शर्मा पुत्र कृष्ण पाल निवासी कस्बा व थाना झिंझाना जनपद शामली उम्र 52 वर्ष के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक शामली द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया गया है । मौके पर डॉग स्क्वाड एवं फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित की जा रही है। मृतक के शव का पंचायतनामा की कार्यवाही कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। घटना के अनावरण हेतु थाना झिंझाना की 02 टीम एसओजी एवं सर्विलांस को लगाया गया। मृतक के परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर अभियोग पजीकृत किया जायेगा। घटना के सम्बन्ध में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।               


'तेरे नाम' का सीक्वल बनाएंगे सतीश कौशिक

सतीश कौशिक बना सकते हैं सलमान खान की फिल्म तेरे नाम का सीक्वल, बताया नई कहानियां है


कविता गर्ग


मुंबई। बॉलीवुड के सुपरस्टार अभिनेता सलमान खान के करियर की सबसे यादगार और शानदार फिल्म की बात करें तो इस लिस्ट में सबसे पहले नाम तेरे नाम का आता है। जो साल 2003 में रिलीज हुई थी। ये फिल्म उनके करियर की सबसे बेस्ट फिल्म है। जिसकी कहानी, किरदार और गाने सब सुपरहिट हुए थे। आज भी सलमान खान के चाहने वाले उनकी इस फिल्म को काफी पसंद करते है और जब जब टीवी पर फिल्म आती है तो बड़े चाव से देखते है। अब सलमान खान की फिल्म तेरे नाम को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है।
वो है कि फिल्म तेरे नाम के डायरेक्टर सतीश कौशिक ने बताया है कि उनके पास कई कहानियां है जिससे इसका सीच्ल बनाया जा सकता है। हाल ही में एक खास बातचीत में सतीश कौशिक ने बताया कि फिल्म तेरे नाम की कहानी जहां पर खत्म हुई थी उसमे सीच्ल बनाने के आसार है।
सतीश कौशिक के अनुसार उनके पास फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए एक नहीं कई कहानियां है। लेकिन अब तक उन्होंने इस बार में अभिनेता सलमान खान से कोई बात चीत नहीं की है।
खैर अगर हम सतीश कौशिक इस फिल्म के सीच्ल को लेकर आते है और इसमे सलमान खान का राधे वाला रोल किया तो वाकई एक बार फिर से चर्चा में जरूर आएगा। फिल्म में सलमान खान के अलावा भूमिका चावला अहम रोल में नजर आए थे। ये उस वक्त की सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी।
इसके अलावा फिल्म में सलमान खान के हेयरस्टाल को भी काफी पसंद किया गया था। उस वस्क्त लड़कों के बीच उनके इस किरदार की काफी चर्चा थी। वैसे आप क्या चाहते हैं कि सलमान की फिल्म तेरे नाम का सीच्ल बने या नहीं हमे अपने कमेंट में बता सकते हैं।                              


'सेक्स पार्टी' करते रंगे हाथ पकड़े सांसद

कोरोना गाइडलाइन्स का उल्लंघन! 'सेक्स पार्टी' करते रंगे हाथ पकड़ाए ये सांसद, फिर हुआ ये


 हंगरी के यूरोपियन सांसद जोसेफ जाजेर बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में सेक्स पार्टी करते हुए पकड़े गए हैं। द टाइम्स यूके की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। कोरोना गाइडलाइन्स का उल्लंघन करने की वजह से पुलिस ने इस पार्टी में छापा मारा था। जोसेफ ने इस घटना के बाद पर्सनल कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 59 साल के जोसेफ हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन की दक्षिणपंथी Fidesz पार्टी के फाउंडिंग मेंबर हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब पुलिस ने इस पार्टी में छापा मारा तो वे फर्स्ट फ्लोर की खिड़की से कूदे थे और चोट खा बैठे थे. बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में मौजूद अभिवक्ता ने एएफपी के साथ बातचीत में कहा कि सिटी सेंटर में चल रही इस पार्टी में 20 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है जिनमें कुछ यूरोपियन डिप्लोमेट्स भी थे और सब पर लगभग 23 हजार का जुर्माना लगाया गया है। लेबोरेटरी में बना मांस खाएंगे सभी लोग ऐसे होगा तैयार जाजेर ने इस पार्टी में किसी भी तरह के ड्रग्स लेने से मना किया है और उन्होंने दावा किया कि वे किसी भी तरह की सेक्शुएल गतिविधि में शामिल नहीं थे और सिर्फ एक हाउस पार्टी में शामिल होने गए थे. हालांकि उन्होंने अपने परिवार से कोरोना की गाइडलाइन्स को तोड़ने के लिए माफी मांगी है. जाजेर ने अपने बयान में कहा कि पुलिस ने मेरी आईडी के लिए पूछा लेकिन मेरे पास उस समय कोई आईडी नहीं थी तो मैंने उन्हें बताया कि मैं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हूं. पुलिस ने मुझे एक आधिकारिक चेतावनी दी और आखिरकार मुझे घर जाने दिया. मैं कोरोना की गाइडलाइन्स तोड़ने के लिए शर्मिंदा हूं. ये मेरी गैर जिम्मेदारी थी और मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं. बता दें कि जाजेर साल 1990 से 2002 के बीच हंगरी की संसद में चार बाद चुने गए हैं और वे साल 2004 से चार बार यूरोप की संसद के लिए भी चुने जा चुके हैं। 31 दिसंबर को उन्होंने मेंबर ऑफ पार्लियामेंट से इस्तीफा दे दिया है, उन्होंने कहा कि वे निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं।                           


उर्मिला ने कंगना-भाजपा को आड़े हाथ लिया

मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से, कंगना के इस बयान पर उर्मिला मातोंडकर ने दिया ये जवाब, BJP को भी लिया आड़े हाथ


कविता गर्ग


मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर मंगलवार को शिवसेना में शामिल हो गईं। उर्मिला ने वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था। शिवसेना में शामिल होने के तुरंत बाद मातोंडकर ने अभिनेत्री कंगना रनौत की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें “अनावश्यक महत्व” दिया जा रहा है। रनौत द्वारा मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से करने पर भाजपा और सत्तारूढ़ दल शिवसेना में तकरार देखने को मिली थी।


मातोंडकर (46) ने पांच महीने तक कांग्रेस में रहने के बाद सितंबर 2019 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुंबई के उपनगर बांद्रा स्थित उनके निवास मातोश्री में शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की।शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल के कोटे से विधान परिषद का सदस्य बनाने के लिए पार्टी ने मातोंडकर का नाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजा है। पार्टी में शामिल होने के बाद मातोंडकर ने कहा, “पहले मेरे द्वारा दिए गए साक्षात्कार, बड़े साक्षात्कार का हिस्सा थे लेकिन कंगना के बारे में ज्यादातर सवाल पूछे गए थे। मुझे लगता है कि उसे आवश्यकता से अधिक महत्व दिया जा रहा है और मैं उसे और अधिक महत्व नहीं देना चाहती।”


मातोंडकर ने इसकी पुष्टि की, कि शिवसेना द्वारा महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए उनके नाम का सुझाव दिया गया है। उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया है कि विधान परिषद सदस्य के लिए मेरे नाम का सुझाव राज्यपाल को दिया गया है। मैं अपने राजनीतिक जीवन में महिला मुद्दों के लिए काम करना चाहती हूं।”


कांग्रेस से इस्तीफा देने के सवाल पर अभिनेत्री ने कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ी है लेकिन जनसेवा नहीं छोड़ी है। मातोंडकर ने कहा, “मैं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व और उनके काम से प्रभावित हूं इसलिए मैंने पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। मुझे पार्टी में शामिल होने के लिए ठाकरे से आमंत्रण मिला था।” उन्होंने कहा कि शिवसेना की महिला इकाई पहले से ही मजबूत है और उनके साथ काम कर के उन्हें खुशी होगी।                            


कीवी की खेती बना सकती है अमीर

नई दिल्ली। भारत में एक ऐसा फल है, जिसे लोग डेंगू में इलाज के लिए कारगार मानते हैं। नाम है कीवी, छोटा सा है, स्वाद में थोड़ा खट्टा लगता है और किलो की बजाय प्रति पीस मिलता है।फिलहाल सबसे ज्यादा खपत बड़े शहरों में है, लेकिन धीरे-धीरे छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिमांड बढ़ रही है। चूंकि कीवी में इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का प्राकृतिक और आश्चर्यजनक गुण है, इसलिए ये दूसरे फलों से ज्यादा खास है।


36 साल बाद जहरीला कचरा जस का तस

भोपाल गैस त्रासदी के 36 साल में भी नष्ट नहीं कर पाए जहरीला कचरा


भोपाल। भोपाल में दो व तीन दिसंबर 1984 की दरमियानी रात को हुए दुनिया के भयावह गैस कांड का 346 मीट्रिक टन जहरीला कचरा 36 साल बाद भी नष्ट नहीं किया जा सका है। इसके लिए दिल्ली से आने वाली उस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसमें इस बात का पता चलेगा कि इंदौर के पीथमपुर में नष्ट किए 10 मीट्रिक टन कचरे का पर्यावरण और प्रकृति पर कोई दुष्‍प्रभाव तो नहीं पड़ा है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही बचे 346 मीट्रिक टन कचरे के निपटान की कार्रवाई तय होनी है। यह निपटान 2015 में हुआ था, इसकी रिपोर्ट केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय को तैयार कर भेजनी है, जो अब तक नहीं मिली है।


बता दें कि यूनियन कार्बाइड कारखाने की मालिक कंपनी डाउ केमिकल्‍स के परिसर में 346 मीट्रिक टन जहरीला कचरा मौजूद है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इंदौर पीथमपुर में 10 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया है। इस निपटान से पर्यावरण पर कितना असर- दुष्‍प्रभाव पड़ा, इसकी रिपोर्ट का खुलासा होना बाकी है।


मप्र के पास इस जहरीले कचरे के निपटाने के लिए न तो विशेषज्ञ है, न कोई व्यवस्था है। इस वजह से राज्य सरकार अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले पा रही है। यही वजह है कि मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा है। यह कचरा यूनियन कार्बाइड कारखाने के जेपी नगर स्थित कवर्ड शेड में है जो कि गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग के अधीन है।


टीएसडीएफ संयंत्र का किया था प्रयोग


जहरीले कचरे का निपटान 13-18 अगस्त 2015 तक पीथमपुर में रामकी कंपनी में हुआ था। कंपनी के इंसीनरेटर में जहरीला कचरा जलाया गया था। ट्रीटमेंट स्टोरेज डिस्पोजल फेसीलिटीज (टीएसडीएफ) संयंत्र का उपयोग किया गया था। पूर्व में उक्त जहरीले कचरे को जर्मनी भेजने का प्रस्ताव भी आया था, लेकिन जर्मन नागरिकों ने इसका विरोध कर दिया। इसलिए मामला अटक गया। इस तरह के केमिकल को 2000 डिग्री से अधिक तापमान पर जलाया जाता है।
इंदौर में 10 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया था। उसकी रिपोर्ट केंद्र को उसी समय भेज दी गई थी। उसके दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। यह उच्च स्तरीय मामला है इसलिए केंद्रीय स्तर से इस पर बहुत सावधानी से अध्ययन किया जा रहा है। केंद्रीय स्तर से ही निपटाने की प्रक्रिया भी तय होनी है। –                                


दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया

दिल्ली में 'एक्यूआई' 391 पर दर्ज किया गया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर इलाके में प्रतिबंध के बावजूद जमीन से...