सोमवार, 30 नवंबर 2020

समर्थनः 5 मिनट में जुटाया 5 लाख का चंदा

दिल्ली कूच पर निकले किसानों के लिए पांच मिनट में जुटाया पांच लाख का चंदा, इन तरीकों से लोग कर रहे मदद


जींद। कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच पर निकले किसानों को लगातार लोगों का समर्थन और सहयोग मिल रहा है। जहां से भी ये किसान निकल रहे हैं। लोग मदद को आगे आ रहे हैं। इन किसानों का  हरियाणा के ग्रामीण भी पूरा सहयोग दे रहे हैं। दिल्ली जा रहे किसानों ने शुक्रवार को जींद के गांव पोली के पास डेरा डाला। इस दौरान गांव के लोग भी किसानों को सहयोग देने आगे आए। गांववासियों ने मुनादी करवाकर क्षेत्र में रुके किसानों के लिए भोजन की व्यवस्था की।
देखते ही देखते ग्रामीणों ने क्षेत्र में रुके करीब 30 हजार किसानों के लिए भोजन की व्यवस्था कर दी। वहीं किसानों ने पांच मिनट में गांव से पांच लाख रुपये चंदा भी एकत्रित किया। इधर, गांव के बस स्टैंड पर युवाओं ने भंडारा लगा दिया। युवाओं ने कहा कि जब तक किसान यहां से गुजरते रहेंगे, भंडारा चलता रहेगा।
इस दौरान पटियाला निवासी बुजुर्ग महिला सन्नो देवी ने कहा कि गांव में मिले मान-सम्मान को वह कभी भूल नहीं पाएंगे। युवा नेता रोहित दलाल के नेतृत्व में युवाओं ने किसानों को हजार लीटर दूध और केले वितरित किए। वहीं एक अध्यापक ने अपने साथियों के साथ मिलकर पांच क्विंटल मूंगफली किसानों को वितरित की।
दिल्ली कूच पर निकले किसानों के लिए पांच मिनट में जुटाया पांच लाख का चंदा, इन तरीकों से लोग कर रहे मदद
कृषि कानून के विरोध में दिल्ली कूच पर निकले किसानों को लगातार लोगों का समर्थन और सहयोग मिल रहा है। जहां से भी ये किसान निकल रहे हैं। लोग मदद को आगे आ रहे हैं। इन किसानों का  हरियाणा के ग्रामीण भी पूरा सहयोग दे रहे हैं। दिल्ली जा रहे किसानों ने शुक्रवार को जींद के गांव पोली के पास डेरा डाला। इस दौरान गांव के लोग भी किसानों को सहयोग देने आगे आए। गांववासियों ने मुनादी करवाकर क्षेत्र में रुके किसानों के लिए भोजन की व्यवस्था की
देखते ही देखते ग्रामीणों ने क्षेत्र में रुके करीब 30 हजार किसानों के लिए भोजन की व्यवस्था कर दी। वहीं किसानों ने पांच मिनट में गांव से पांच लाख रुपये चंदा भी एकत्रित किया। इधर, गांव के बस स्टैंड पर युवाओं ने भंडारा लगा दिया। युवाओं ने कहा कि जब तक किसान यहां से गुजरते रहेंगे, भंडारा चलता रहेगा।
इस दौरान पटियाला निवासी बुजुर्ग महिला सन्नो देवी ने कहा कि गांव में मिले मान-सम्मान को वह कभी भूल नहीं पाएंगे। युवा नेता रोहित दलाल के नेतृत्व में युवाओं ने किसानों को हजार लीटर दूध और केले वितरित किए। वहीं एक अध्यापक ने अपने साथियों के साथ मिलकर पांच क्विंटल मूंगफली किसानों को वितरित की।                              


मनमानी के चलते एसडीएम निलंबित किया

कुरुक्षेत्र में एसडीएम को किया सस्पेंड, जानिए क्या है मामला 


कुरुक्षेत्र। हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिले में एसडीएम को सस्पेंड किया गया है। दरअसल एसडीएम पर आरोप है। कि वह ओवरलोडिग गाड़ियां के बचाव में संलिप्त है। ओवरलोडिग गाड़ियां चलाने वाले वाहन मालिकों को लालच देकर सड़क पर चेकिग की जानकारी देने के मामले में फंसे लाडवा के तत्कालीन एसडीएम अनिल यादव के रीडर व चपड़ासी के साथ अब एसडीएम भी घेरे में हैं। इसी मामले में पहले एसडीएम का तबादला लाडवा से किया गया था। मगर अब उन्हें इसी मामले में निलंबित कर दिया गया है।
इस मामले में पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया हुआ है। जबकि एक आरोपित ने उच्च न्यायालय में जमानत याचिका लगाई हुई है। मामले की जांच डीएसपी रविद्र तोमर कर रहे हैं। सीएम फ्लाइंग के स्क्वायड के एसआई दिनेश कुमार ने दो नवंबर को सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में ओवरलोडिग गाड़ियों को चलाने वाले वाहन मालिक व दलालों को कुछ युवा सड़क पर चेकिग कर रहे आरटीए एसडीएम व सेल्स टैक्स के वाहनों की सही लोकेशन के बारे में जानकारी देते थे। जिससे ओवर लोड वाहन आसानी से निकल जाते थे।
यह काम वाट्सएप के जरिए प्रत्येक जिले में एडमिन की ओर से किया जा रहा है। गाड़ी मालिकों से अधिकारियों की रैकी व अधिकारियों से सैटिंग करने की ऐवज में सुविधा शुल्क ले रहे थे। यह ग्रुप एडमिन सुविधा लेने वालों से एक हजार से दो हजार रुपये प्रति माह अपने बैंक खाते में डलवाते थे। सूचना देने वाले ने बताया कि अमरजीत नाम का युवक जिले में इस तरह का नेटवर्क चला रहा था। वह वेतन पर रखे लड़कों के माध्यम से चेकिग अधिकारियों की रैकी कराता था। यह भी कहता था। कि कई अधिकारियों या उनके स्टाफ से उसकी सैटिंग है। अगर किसी की गाड़ी पकड़ी जाए तो वह उस गाड़ी को बिना जुर्माने के छुड़वाने में सक्षम है। जसप्रीत नाम का लड़का आरोपित अमरजीत के लिए अपनी मोटरसाइकिल पर रैकी करता है।
सीएम फ्लाइंज के स्क्वायड के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एसआई सुरेंद्र के नेतृत्व में एसआई दयानंद, एसआई अनिश मलिक, एएसआई राजबीर, एएसआइ गुरचरण व मुख्य सिपाही प्रवेश कुमार की टीम गठित की। रेडिग पार्टी को सचिवालय में खड़ा कर दिया और जैसे ही आरटीए कुरुक्षेत्र की गाड़ी कार्यालय से निकली तो एक व्यक्ति मोटरसाइकिल पर पीछे-पीछे चल दिया। एसआई भी अपनी टीम के साथ पीछे-पीछे चल पड़े। मोटरसाइकिल चालक आरटीए की गाड़ी का पीछा करते-करते फोन पर बात करता चल रहा था। वह उमरी चौक के पास खड़ी एक आई-20 कार के पास रुक कर गाड़ी के चालक से बात करने लगा।
डीएसपी रविद्र तोमर ने बताया कि मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर ली गई है। पांचवें आरोपित ने उच्च न्यायालय में जमानत याचिका लगाई हुई है। एसडीएस के साथ संबंध के बारे में लगाए आरोपों के बारे में आरोपित मंजीत से खुलासा होगा।                                


नक्सली हमले में 1 अफसर शहीद, 9 घायल

कोबरा अफसर नक्सली हमले में शहीद 9 कमांडो भी घायल


सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी बम विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ( सीआरपीएफ) के एक कोबरा असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए। नक्सलियों के आईईडी धमाके में 9 जवान घायल हो गए हैं। जिसमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बताया जा रहा है। कि चिंतागुफा और चिंतलनार थाना क्षेत्र से कोबरा एसटीएफ और डीआरजी की टुकड़ियां बीती रात एंटी नक्सल ऑपरेशन में निकली थीं। इसी बीच नक्सलियों ने आईईडी धमाका करके कोबरा 206 बटालियन के जवानों को निशाना बनाया। ऑपरेशन के दौरान रात करीब 8.30 बजे चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अरबराज मेट्टा पहाड़ी के पास आईईडी विस्फोट की घटना हुई।
एसपी ने बताया कि घटनास्थल थाना चिंतागुफा के उत्तर-पश्चिम में 09 किलोमीटर और बुर्कापाल बेस कैंप से 06 किलोमीटर पश्चिम में है। आईईडी ब्लास्ट में कोबरा 206 के सेकेंड इन कमांड दिनेश सिंह और असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव समेत 206 कोबरा के दस जवान घायल हो गए।                                 


आंदोलनः 5 हाईवे रोकने की तैयारी में किसान

किसान आंदोलन- पांच नेशनल हाईवे रोकने की तैयारी में किसान


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे पंजाब के किसानों को रोकने के बाद से वह नेशनल हाईवे 44 के सिंघु बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों ने अब दिल्ली से जुड़े पांच नेशनल हाईवे से मोर्चाबंदी की तैयारी शुरू कर दी है। अगर सरकार से जल्द बात नहीं होती है। तो सिंघु व टिकरी बॉर्डर के बाद जयपुर, मथुरा बरेली हाईवे को रोकने का फैसला लिया गया है। किसानों का नेशनल हाईवे रोकने का फैसला केवल यहां तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इनके बाद भी किसानों की मांगों को लेकर कोई सकारात्मक बात नहीं होती है। तो अन्य हाईवे को बाधित कर दिया जाएगा।
जहां पहले सरकार ने उनको रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। वहीं अब किसानों को दिल्ली में जाने के लिए कहा जा रहा है। तो वह नेशनल हाईवे 44 से हटने के लिए तैयार नहीं है। पंजाब के किसानों के जत्थे लगातार आ रहे हैं। तो हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड तक के किसानों का साथ उनको मिलना शुरू हो गया है। अभी तक कुछ संगठन निजी तौर पर आंदोलन की रणनीति बना रहे थे। वहीं अब ऐसा नहीं होगा।
किसी एक संगठन का फैसला निजी होगा और उसे किसानों का फैसला नहीं माना जाएगा। इसलिए पंजाब के 30 संगठनों ने बनाई कमेटी का फैसला माना जाएगा तो हरियाणा के 18 संगठन भी उनके साथ खड़े हुए हैं। किसान संगठनों की कमेटी रोजाना रणनीति बनाएगी और उसके आधार पर आंदोलन को चलाया जाएगा।
किसानों ने सिंघु व टिकरी बॉर्डर के बाद दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे संख्या 8, दिल्ली-मथुरा-आगरा नेशनल हाईवे संख्या 2 व दिल्ली-मुरादाबाद-बरेली नेशनल हाईवे नंबर 24 पर डेरा डालने की तैयारी कर ली है। इनमें बरेली हाईवे पर हापुड़ तो अन्य दोनों हाईवे पर दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डालने की चेतावनी किसान संगठनों ने दी है।
भाकियू हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सरकार अब देर कर चुकी है। और किसान किसी मैदान में नहीं जाएगा, बल्कि नेशनल हाईवे पर ही रहेंगे। सरकार ने मांग जल्द ही नहीं मानी तो अन्य नेशनल हाईवे भी बंद कर देंगे। हरियाणा का किसान व किसान संगठन एक साथ है। और पंजाब के किसान संगठन भी एक साथ हो गए हैं। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कमेटी बनाकर आंदोलन चल रहा है। किसान आंदोलन से जुड़ा कोई भी फैसला मिलकर लिया जाएगा।
भाकियू अंबावत के राष्ट्रीय महासचिव शमशेर दहिया ने कहा कि सरकार पहले पंजाब के किसानों को अकेले समझ रही थी। लेकिन पंजाब के साथ हरियाणा, यूपी समेत अन्य राज्यों के किसान हैं। पंजाब के किसान अभी लगातार आ रहे हैं। और हरियाणा के 18 किसान संगठन साथ खड़े हैं। जिस तरह का फैसला पंजाब के किसान लेंगे वह हरियाणा के किसानों को मान्य होगा। यह आंदोलन बढ़ता जा रहा है। और सरकार सभी मांगों को पूरा करेगी तो उसके बाद ही आंदोलन खत्म होगा।                                  


1 साल में 23 बच्चों का बाप बना युवक

एक साल में 23 बच्चों का बाप बन गया यह युवक जानकर हो जाएंगे हैरान


ऑस्ट्रेलिया। एक साल में 23 बच्चों का बाप बनना सुनकर आपको भी अजीब लग रहा होगा। लेकिन यह सच है। एक युवक एक ही साल में 23 बच्चों का जैविक पिता बन गया। असल में शुरू-शुरू में उसने शौकिया स्पर्म डोनेट किया लेकिन बाद में उसने इसे फुल टाइम जॉब बना लिया।
मामला ऑस्ट्रेलिया का है। एलन फान नाम का शख्स देश में स्पर्म डोनेट करने के लिए काफी चर्चित हो चुका है। युवक का कहना है। कि महिलाएं उसकी नस्ल और स्पर्म के हेल्दी होने की वजह से उसे पसंद करती हैं। उसने प्राइवेट तौर से स्पर्म डोनेट करके करीब 23 बच्चे पैदा किए हैं। वह रजिस्टर्ड फर्टिलिटी सेंटर में भी स्पर्म डोनेट करता है।
ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में रहने वाले 40 साल के एलन की अब जांच की जा रही है। कुछ फर्टिलिटी क्लिनिक ने ही एलन के बारे में शिकायत की थी। एलन पर आरोप है। कि उसने वैध क्लिनिक से हटकर स्पर्म डोनेट किए और तय सीमा से अधिक बच्चे पैदा किए।
दरअसल ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया के कानून के तहत एक पुरुष सिर्फ 10 परिवार बना सकता है। वहीं, एलन का कहना है। कि महिलाओं को मना करना उसके लिए काफी मुश्किल भरा काम है। इसी वजह से उन्होंने एक दिन में तीन महिलाओं को स्पर्म डोनेट किया। फिलहाल एलन की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। उसके खिलाफ जांच के आदेश हैं।                                   


राजस्थानः पूर्व मंत्री किरण का निधन हुआ

जयपुर। राजस्थान की पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री एवं राजसमंद की विधायक किरण माहेश्वरी का निधन हो गया है। विधायक माहेश्वरी का रात साढ़े 12 बजे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह राजसमंद से तीन बार विधायक, उदयपुर नगर परिषद की सभापति और उदयपुर की सांसद रह चुकी हैं। किरण माहेश्वरी को भाजपा ने कोटा नगर निगम चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया था। कोटा में वे कोरोना संक्रमित होकर उदयपुर लौटी थीं। उन्हें करीब पांच दिन होम आइसोलेशन रखा गया। उसके बाद सांस लेने में तकलीफ होने पर गीतांजलि हॉस्पिटल भर्ती कराया गया। तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें उदयपुर से एयर एम्बुलेंस से उन्हें मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया। करीब 25 दिन से वे मेदांता में भर्ती थीं। बताया जा रहा है कि किरण माहेश्वरी का पार्थिव देह आज उदयपुर लाया जाएगा तथा कोविड़ प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार किया जाएगा।                     


जम्मू-कश्मीरः अभ्यार्थियों की नियुक्ति रोक दी

श्रीनगर। बेसिक शिक्षा विभाग ने 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में जम्मू-कश्मीर के कॉलेजों से बीएड करने वाले चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति रोक दी है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि शासन ने विधि एवं न्याय विभाग से इस संबंध में राय मांगी है।
आपको बता दें स्कूलों में नियुक्ति देने से पहले दस्तावेजों की जांच में अधिकतर जिलों में कुछ चयनित अभ्यर्थियों के पास जम्मू-कश्मीर के कॉलेजों से प्राप्त बीएड की डिग्री मिली। संबंधित कॉलेजों को राष्ट्रीय शिक्षक परिषद (एनटीसी) से मान्यता न होने से बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने उन्हें नियुक्ति देने से इनकार कर दिया।               


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण  1. अंक-373, (वर्ष-11) पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254 2. बृहस्पतिवार, दिसंबर 26, 2024 3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष...