रविवार, 29 नवंबर 2020

कोरोना मौतों से ज्यादा लोगों ने की आत्महत्या

इस देश में कोरोना मौतों से ज्यादा लोगों ने किया सुसाइड, आंकड़ा कर देगा हैरान


टोक्यो। कोरोना के कुल मामले अब तक एक लाख 42 हजार हैं। जापान में बड़ी संख्या में सुसाइड से लोगों की मौतें हो गई हैं। सिर्फ अक्टूबर 2020 में जापान में सुसाइड से 2153 लोगों की जान चली गई। वहीं कोरोना से जापान में कुल मौतों की संख्या अब तक 2087 है। यानी पूरे साल में कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं। उससे अधिक सिर्फ एक महीने में सुसाइड से हो गई। जापान की सरकार ने खुद सुसाइड का डेटा जारी किया है। जापान की आबादी करीब 12 करोड़ है। यहां कोरोना के कुल मामले अब तक एक लाख 42 हजार हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से जापान में सिर्फ 2087 लोगों की मौतें हुई हैं। लेकिन महामारी की वजह से काफी लोगों की जिंदगी प्रभावित हो रही है। कोरोना की वजह से लोग तनाव में हैं।और काफी लोगों की सैलरी भी कम कर दी गई है।
एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है। कि कोरोना महामारी की वजह से मानसिक स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है। बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हो सकते हैं। सोशल आइसोलेशन के शिकार हो सकते हैं और एन्जाइटी से जूझने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ सकती है। जापान दुनिया के चुनिंदा उन देशों में है।जहां समय से सुसाइड के डेटा जारी किए जाते हैं। अमेरिकी सरकार ने 2018 के बाद के सुसाइड डेटा जारी नहीं किए हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है। कि जापान के सुसाइड के आंकड़ों से अन्य देशों के हालात से जुड़े संकेत भी मिल सकते हैं। 
टोक्यो यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और सुसाइड मामलों के एक्सपर्ट मिशिको उएडा ने कहा कि जापान में लॉकडाउन भी नहीं था। यहां कोरोना का प्रभाव अन्य देशों के मुकाबले कम था।फिर भी सुसाइड के आंकड़ों में इजाफा हुआ है। इससे यह पता चलता है। कि अन्य देशों में सुसाइड का आंकड़ा शायद इससे भी अधिक होगा हालांकि, जापान में पहले से सुसाइड की दर अधिक रही है। 2016 में सुसाइड से होने वाली मौतों की दर प्रति एक लाख लोगों पर 18.5 थी। साउथ कोरिया के बाद यह दर दुनिया में सबसे अधिक थी। वहीं, वैश्विक स्तर पर सुसाइड की दर प्रति एक लाख लोगों पर 10.6 थी। 2019 में जापान में कुल 20 हजार लोगों की मौत सुसाइड से हो गई थी। वहीं, पिछले साल के अक्टूबर के मुकाबले इस साल अक्टूबर में महिलाओं में सुसाइड की दर 83 फीसदी बढ़ गई, जबकि पुरुषों में सुसाइड के मामले 22 फीसदी बढ़ गए। इससे यह भी समझा जा रहा है। कि महामारी की मार महिलाओं पर अधिक पड़ी।                             


2 माह में 7,425 रूपये सस्ता हुआ सोना

अगस्त से 7425 रुपये सस्ता हो चुका है सोना, क्या फिर बढ़ेगी चमक
    अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। शुक्रवार को बुलियन मार्केट में 24 कैरेट सोना 48829 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ। 7 अगस्त को सोना 56254 रुपये के अपने ऑल टाइम हाई स्तर पर पहुंच गया था। तबसे सोने की कीमतों में 7425 रुपये की गिरावट आ चुकी है। इसी तरह चांदी ने भी 7 अगस्त को अपना ऑल टाइम हाई स्तर छू लिया था। तब चांदी 76008 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई थी। लेकिन 27 नवंबर को इसका भाव 60069 रुपये रह गया। इस दौरान चांदी की कीमत में 15939 रुपये की गिरावट आई। कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है। कि ग्लोबल इकॉनमी में सुधार और अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयरों का रुख कर रहे हैं। यही वजह है। कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। रॉयटर्स के मुताबिक डॉलर के कमजोर होने कोविज-19 वैक्सीन को लेकर उम्मीद जगने और इकॉनमी में रिकवरी के कारण निवेशकों का रुख इच्टिीज की तरफ हुआ है। इससे सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। स्टोनएक्स ग्रुप इंक के आर ओ कॉनेल ने कहा कि वैक्सीन कोई इलाज नहीं है। और संक्रमण के मामलों में तेजी चिंता का विषय है। यह इकॉनमी के लिए भी अच्छी खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि निगेटिव इंट्रेस्ट रेट जारी रहेंगे। एंजल ब्रोकिंग में कमोडिटी और करेंसी के डिप्टी वाइस प्रेजिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के बारे में सकारात्मक खबरों से दुनियाभर में सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। इसके बावजूद अगले एक साल में सोना 57000 से 60000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि सोने में निवेश लॉन्ग टर्म में फायदे का सौदा है। हालांकि उन्होंने साथ ही कहा कि सोने में निवेश से पहले हर पहलू पर गौर करना चाहिए।                           


अजीबः मृत व्यक्ति को मिला योजना का लाभ

 प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मरे हुए व्यक्ति को मिला सरकारी घर, अधिकारियों में हड़कंप


गढवा। अजीब तरह का मामला सामने आया है। झारखंड के शहर गढ़वा से एक अजीब तरह का मामला सामने आया जहां चार साल पहले मर चुके एक व्यक्ति के नाम पर सरकार ने आवास दिया। हद तो तब और हो गई जब उसी मृत व्यक्ति के नाम पर पिछले महीने बैंक जाकर पैसा भी निकाल लिया गया। मृतक के बैंक से पैसे निकालने और आवास मिलने की घटना लोगों में चर्चा का विषय बन गई। दरअसल, ये मामला जिले के डंडई प्रखण्ड के जरही गांव का है। जहां धनेसर राम नामक एक व्यक्ति को पीएम आवास 2016-17 में मिला था। और उसने पीएम आवास की प्रथम क़िस्त यानी चालीस हजार की निकासी भी पिछले महीने यानी 20 अक्टूबर 2020 बैंक से कर लिया है. वहीं, कुछ दिन बाद खुलासा हुआ कि वह व्यक्ति चार वर्ष पहले ही मर चुका है।
इस बात की जानकारी मिलते ही प्रखण्ड से लेकर जिला तक के अधिकारियों में बेचैनी देखी जा रही है। मृतक के पोते धर्मेंद्र ने कहा कि मेरे बाबा के नाम पर पीएम आवास आया है।और पिछले महीने 40 हजार की निकासी भी हुई है। उसने इसकी शिकायत बीडीओ को लिखित रूप में की है। दूसरी ओर जिले में बैठे अधिकारियों को जब इस मामले की जैसे ही भनक लगी उन्होंने तुरन्त इसकी जांच का जिम्मा बीडीओ को दे दिया। डीआरडीए सह प्रभारी जिला अधिकारी अनिल क्लोमेंट ओढ़या का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। हमने जांच का आदेश दिया है। और बहुत जल्द खुलासा कर मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। झारखंड सहित देश में कई ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां मृतक को जिंदा और जिंदा को मृतक बताकर योजनाओं में हेराफेरी की गई है। गढ़वा का यह मामला पहला ही है। जहां मृतक व्यक्ति को योजना का लाभ तो मिला ही साथ ही मृतक व्यक्ति के बैंक खाते से पैसे की निकासी भी की गई है।                               


आईपीएस मनीषा चौधरी को किया रिलीव

आईपीएस मनीषा चौधरी को हरियाणा सरकार ने किया रिलीव, अब चंडीगढ़ में होंगी ट्रैफिक एसएसपी


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने आईपीएस मनीषा चौधरी को रिलीव कर दिया है। इस संबंध में गृह मंत्रालय के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा की ओर से शनिवार को पत्र जारी किया। इसके साथ ही पानीपत की एसपी मनीषा चौधरी को तत्काल प्रभाव से रिलीव करने का निर्देश दिया गया है। आपको बता दें कि हरियाणा कैडर की आईपीएस मनीषा चौधरी को केंद्र सरकार ने 10 नवंबर को चंडीगढ़ की सिक्योरिटी और ट्रैफिक एसएसपी के पद पर पदोन्नत किया था, लेकिन रिलीविंग को होल्ड कर लिया था। एसपी मनीषा चौधरी समेत तीन पुलिस अफसरों के खिलाफ पूर्व पार्षद हरीश शर्मा और उनके सहयोगी राजेश शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज है। पूर्व पार्षद हरीश शर्मा ने 19 नवंबर को बिंझौल नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उनको बचाने के प्रयास में सहयोगी राजेश शर्मा की भी डूबने से मौत हुई थी।
पूर्व पार्षद के परिजनों ने एसपी मनीषा चौधरी, तत्कालीन तहसील कैंप चौकी इंचार्ज बलजीत और एसआई हरबीर को दोषी ठहराया था। काफी हंगामे और गृह मंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद एसपी मनीषा चौधरी समेत तीनों पुलिस अफसरों के खिलाफ 23 नवंबर को मॉडल टाउन थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया और इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई।
पूर्व पार्षद हरीश शर्मा के परिजनों का कहना है। कि आईपीएस मनीषा चौधरी पानीपत की SP रहते हुए उनके खिलाफ होने वाली जांच को प्रभावित कर सकती हैं। इसलिए वह एसपी के ट्रांसफर और बाकी दो पुलिस अफसरों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हरियाणा सरकार ने अभी तक होल्ड किए गए उनके ट्रांसफर के आदेश को बदलकर तत्काल रिलीव करने के निर्देश जारी किए हैं।
हालांकि किसान आंदोलन के कारण अभी तक इस मामले की जांच शुरू नहीं हो पाई थी। अब जांच शुरू होने से पहले ही आईपीएस मनीषा चौधरी को पानीपत एसपी के पद से रिलीव कर दिया गया है। माना जा रहा है। कि जांच प्रभावित न हो इस मकसद से रिलीव किया है।                                     


हरियाणाः बड़े प्लाटों का किया जाएगा बंटवारा

हरियाणा में बड़े प्लाटों का होगा बंटवारा, देखिये क्या योजना बना रही है सरकार


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने गुड़गांव में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता के दौरान एक अहम घोषणा की सीएम ने कहा कि सरकार हरियाणा में बड़े प्लॉटों के बंटवारे को लेकर योजना की तैयारी में है। इसके लिए पॉलिसी लगभग तैयार हो चुकी है। जिसे अगली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। इसमें प्रावधान ऐसा किया जा रहा है। कि बंटवारे के बाद हर हिस्से का कम से कम 100 गज का एरिया अवश्य हो। आपको बता दें कि सीएम मनोहर लाल के साथ इस बैठक में केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह, सोहना के विधायक संजय सिंह, पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता, बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा कृषि उद्योग के चेयरमैन राकेश दौलताबाद उपस्थित रहे।
लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में कुल 10 शिकायतें रखी गई थी। जिनका मुख्यमंत्री ने सभी पक्षों को सुनने के बाद मौके पर निपटारा कर दिया। बैठक में एक समस्या यह भी रखी गई थी। कि वर्ष-1966-67 में प्रदेश में टाउन प्लानिंग स्कीम बनाई गई थी। और जो कॉलोनी उस स्कीम के अंतर्गत आती थी। उनमें प्लॉट का साइज भी स्कीम के अनुसार ही था। उस प्लॉट के टुकड़े अथवा बंटवारा करने पर टुकड़ों का नक्शा पास नहीं किया जाता।
इस पर सीएम ने बताया कि ऐसे मामलों के लिए राज्य सरकार ने नीति लगभग तैयार कर ली है। जिसका प्रस्ताव अगली कैबिनेट बैठक में रखा जाएगा। नगर निगम द्वारा अनाधिकृत रूप से नियमों का उल्लंघन करते हुए न्यू कॉलोनी में बनाए जा रहे मकान को सील किए जाने के बाद भी उसमें निर्माण कार्य जारी रहने की शिकायत का निपटारा करते हुए सीएम ने इस मामले में पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए और कहा कि नियमों का उल्लंघन करते हुए जो अवैध निर्माण किया गया है। उसे नगर निगम के डिमोलिशन आर्डर के अनुसार हटाया जाए।
बैठक में सेक्टर-83 में मैसर्स वाटिका लैंड बेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित की जा रही आवासीय कॉलोनी में प्लॉट बुक करवाने वालों के लिए प्लॉटों की रजिस्ट्री करवाने संबंधी रखी गई समस्या का समाधान करते हुए सीएम ने जिला प्रशासन को आदेश दिए कि जो गांव चकबंदी में हैं। उनमें बिघे-बिसवे के हिसाब से विशेष इंट्री दर्ज करके कॉलोनी का नक्शा डालकर प्लॉट अलॉटियों के प्लॉटों की रजिस्ट्री करवाई जाए। इसी कॉलोनी में बिजली की एचटी लाइन बाधा बनने के बारे में बिल्डर ने सीएम को आश्वस्त किया कि जनवरी के अंत तक उक्त लाइन को हटवा कर अलॉटियों को प्लॉट दे दिए जाएंगे।
गुड़गांव के पालम विहार में समाज के कमजोर वर्गों के लिए अलॉट किए गए ईडब्ल्यूएस प्लॉटों वाले स्थान पर पानी, बिजली, सिवरेज , सड़क आदि विकास कार्य अगले एक महीने में शुरू करवाने के आदेश नगर निगम को दिए गए। सीएम ने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की बस्ती में सभी सुविधाएं होनी चाहिए और यह कार्य अगले वर्ष 31 मार्च तक पूरा करना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार, सेक्टर-31 निर्माणाधीन बिश्नोई भवन के सामने टूटी सड़क की मरम्मत करने के भी आदेश दिए। नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि सैक्टर-31 में सड़क के इस भाग का निर्माण करने के लिए 38.74 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। और अगले दो दिन में इसके टैंडर हो जाएंगे।                                    


अभिनेत्री मौनी ने शेयर किया फोटो, सनसनी

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। साल 2007 में एकता कपूर के टीवी शो, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली एक्ट्रेस मौनी रॉय अक्सर अपनी हॉट और बोल्ड तस्वीरों से सोशल मीडिया पर सनसनी मचाती है। इस बार भी मौनी रॉय की एक बिकिनी तस्वीर ने इंटरनेट का पारा गर्म कर दिया है। अभिनेत्री ने एक शानदार बिकनी तस्वीर पोस्ट की, जिसमें उनका परफेक्ट कर्व दिखाई दे रहा है।


गैस सिलेंडर की सब्सिडी का खुद पता लगाएं

गैस उपभोक्ता ध्यान दें- गैस सिलिंडर की कितनी आ रही है सब्सिडी, घर बैठे ऐसे करें पता


मोमिन मलिक


नई दिल्ली। भारत सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 12 सिलिंडरों पर सब्सिडी देती है। 12 से ज्यादा सिलिंडर खरीदने के लिए ग्राहक को बाजार मूल्य देना होता है। अब सवाल यह है। कि अधिकांश लोगों को यह जानकारी नहीं होती है। कि उनके खाते में सब्सिडी के कितने पैसे आए हैं। यहां आप जान पाएंगे कि कैसे घर बैठे ही कैसे पता कर सकते हैं। कि आपके खाते में सब्सिडी की रकम जमा हुई है। या नहीं।
आपको तीनों पेट्रोलियम कंपनियों (एचपी, भारत और इंडेन) के टैब दिखेंगे। अपनी सिलिंडर की कंपनी पर क्लिक करें। टैब चुनने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा। मेन्यू जाएं और 17 अंकों की अपनी एलपीजी आईडी दर्ज करें। अगर एलपीजी आईडी नहीं पता है। तो क्‍ल‍िक हेअर टू नो योर एलपीजी आईडी पर जाकर इसे पता कर सकते हैं।
अब अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एलपीजी उपभोक्ता आईडी राज्य का नाम और वितरक की जानकारी दर्ज करें। इसके बाद कैप्चा कोड भरने के बाद प्रोसेस के बटन पर क्लिक करें। प्रोसेस करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा जिस पर आपको एलपीजी आईडी दिखाई देगी।
आपके खाते का विवरण एक पॉप-अप पर दिखेगा। यहां आपके बैंक खाते और आधार कार्ड के एलपीजी खाते से लिंक होने की जानकारी के साथ ही आपको यह भी पता लगेगा कि आपने सब्सिडी का विकल्प छोड़ दिया है। या नहीं। पेज के बाईं तरह सिलिंडर बुकिंग हिस्ट्री या सब्सिडी ट्रांसफर देखें’ पर क्लिक करें। इसे क्लिक करके आपको सब्सिडी की राशि भी दिख जाएगी।                               


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...