रविवार, 29 नवंबर 2020

क्रूरताः जिहादियों ने 43 लोगों का गला काटा

नाइजीरिया में क्रूरता की सारी हदें पार, जिहादियों ने 43 मजदूरों को रस्सी से बांधकर काटा गला


अबूजा। नाइजीरिया में बोको हरम के लड़ाकों ने धान के खेतों में काम करने वाले 43 मजदूरों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। वहीं, छह मजदूरों को घायल कर दिया। इस घटना को उत्तर पूर्वी नाइजीरिया के मैदुगुरी शहर में अंजाम दिया गया। जिहादी विरोधी मिलिशिया ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन मजदूरों को पहले रस्सियों से बांधा गया और फिर क्रूर तरीके से इनके गले को काट दिया गया। इस हमले में बचने वाले लोगों की मदद करने वाले मिलिशिया नेता बाबाकुरा कोलो ने बताया कि हमने घटनास्थल से 43 शवों को बरामद किया है। सभी की निर्मम तरीके से हत्या की गई है। छह अन्य बुरी तरह घायल हैं। उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह बोको हरम का काम है, जो इस इलाके में सक्रिय है और लगातार मजदूरों पर हमला करता रहता है।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मदू बुहारी ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इन हत्याओं से पूरा देश घायल हुआ है। एक और मिलिशिया इब्राहिम लिमन ने बताया कि इस घटनाक्रम में मारे गए मजदूर उत्तर पश्चिम नाइजीरिया के सोकोतो राज्य के थे। ये सभी लोग काम की तलाश में इस इलाके में आए थे। लिमन ने बताया कि 60 मजदूरों को धान के खेत में काम करने का जिम्मा सौंपा गया था।
लिमन ने बताया कि बोको हरम के हमले में 43 लोगों की मौत हुई है और छह लोग घायल हुए हैं। वहीं, आठ लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि जिहादियों ने इन लोगों को अगवा कर लिया है। खोज अभियान में मदद करने वाले एक स्थानीय नागरिक माला बुनु ने बताया कि शवों को जाबरमारी गांव ले जाया गया है जहां उन्हें रविवार को दफन करने से पहले रखा जाएगा।                                  


मानसिक रोगियों को कोरोना से बचाने का प्रयास

कोरोना से मानसिक रोगियों को सुरक्षित रखने का होगा प्रयास… स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी किये नए दिशा निर्देश


अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने हाल ही मेंकोविड -19 महामारी के दौरान मानसिक रोगों के प्रबंधन के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं ताकि मानसिक विकारों से ग्रस्त कमजोर रोगियों एवं प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में कोरोनोवायरसके जोखिम को कम किया जा सके। इसके लिए सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य केंद्र और निकटवर्ती कोविड अस्पताल के बीच हॉटलाइन संपर्क स्थापित करने का भी सुझाव दिया है ताकि सेवाओंको आसानी से प्राप्त किया जा सके।
विशेष रूप से यह दिशानिर्देश ऐसे लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाये गए हैं जो कोरोना पॉजिटिव होने के साथ ही आघात या अवसाद से भी पीडि़त है याजो इस महामारी के कारण अवसाद से पीडि़त हो गए हैं और जो पहले से ही किसी गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हैं।
इन विशेष दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए एक नोडल अधिकारी की भी नियुक्ति की जायेगी जो समय समय पर इन दिशानिर्देशोंकी समीक्षा भी करेगा और गाइड लाइन में जो भी नया अपडेशन होगा उसको मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरतस्टाफएवं मानसिक स्वास्थ्य के मामले देखने वाले पेशेवरों के साथ साझा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त गाइड लाइन मेंमानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय में भी उपलब्ध कराने की बात की गयी है जिसके लिए समुदाय में पहले से मौजूद मानसिक रोगियों एवं कोविड-19 के दौरान आये नए मानसिक मामलों को कम करने के लिए सुरक्षात्मक उपायों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। साथ ही डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य एवं कोविड-19 पर सटीक तथ्यों के प्रचार- प्रसार के लिए आईईसी सामग्री का उपयोग भी किया जायेगा साथ ही मानसिक रोगी की देखभाल एवं उनके घर तक दवाईयों की सतत उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रहे गैर सरकारी संगठनों की भी मदद ली जाएगी।
गाइड लाइन में कहा गया है कि मानसिक रोगियों एवं उनकी देखभाल करने वाले लोगों को कोरोना से बचने के लिए केवल आपातकालीन परिस्थितियों में ही मानसिक स्वास्थ्य केंद्र में आना चाहिए। स्थानीय स्तर पर मानसिक रोगों से सम्बंधित दवाइयों की खरीद में कोई कठिनाई हो तो सहायता के लिए स्थानीय / राज्य / राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। बुजुर्ग या ऐसे मानसिक रोगी जो ओपीडी तक जाने में असमर्थ हैं उनके लिए गृह भ्रमण जैसी सेवायें शुरू की जायेंगी साथ ही दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि महामारी का उपयोग एक अवसर के रूप में करते हुए समुदाय आधारित मानसिक सेवाओं को सुद्रढ़ बनाना चाहिए।साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों को छोड़कर अस्पताल जाने से बचने के लिए टेली-मेडिसिन सुविधा को और भी बढ़ावा दिया जाएगा।
मानसिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल संक्रमण समिति का गठन भी किया जाएगा जो मानसिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयद्वारा सुझाए गए नए मानदंडों के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगाताकि मानसिक रोगियों को सुरक्षित रूप से मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जा सके।                                       


सीएम भूपेश में नक्सली मुठभेड़ की निंदा की

मुख्यमंत्री ने सुकमा नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निंदा की


सहायक कमांडेंट की शहादत को नमन करते हुए दी श्रद्धांजलि


घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की


रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले में हुये नक्सली मुठभेड़ की कड़ी निंदा करते हुए इसमें सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के सहायक कमांडेंट नितिन भालेराव की शहादत को नमन करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है साथ ही उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।                             


नए कृषि कानून से किसानों को अधिकार मिलें

मन की बातः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘नए कृषि कानून से किसानों को उनके अधिकार मिले’


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में आज 18वीं बार मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत एक खुशखबरी शेयर करते हुए की। उन्होंने कहा कि भारत की देवी अन्नपूर्णा की 100 साल से ज्यादा पुरानी प्रतिमा कनाडा से वापस लाई जा रही है। माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा काशी के एक मंदिर से चुराकर विदेश ले जाई गई थी। जिसे अब वापस लाया जा रहा है।
की बात। पीएम के संबोधन की खास बातें-
मैं कनाडा सरकार का आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने भारत की धरोहर को वापस लौटाने में मदद की कुछ समय पहले वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर भी भारत ने अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने के संकल्प को दोहराने के साथ की है। 
बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। काफी विचार​-विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन खत्म हुए बल्कि उन्हें नए अधिकार नए अवसर भी मिले हैं।
आज देश में कई म्यूज़ियम और लाइब्रेरी अपने कलेक्शन को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का काम कर रहे है। अब आप घर बैठे नेशनल मुस्लिम गेट लाइंस की यात्रा कर पाएंगे।
इस महीने 12 नवंबर से डॉक्टर सलीम अली जी का 125वां जयंती समारोह शुरू हुआ है। डॉक्टर सलीम ने पक्षियों की दुनिया में बर्ड्स बंचिंग को लेकर उल्लेखनीय कार्य किए है। दुनिया में बर्ड्स बंचिंग को भारत के प्रति आकर्षित भी किया है।
मेरी भागदौड़ की जिन्दगी में मुझे भी पिछले दिनों केवड़िया में पक्षियों के साथ समय बिताने का बहुत ही यादगार अवसर मिला पक्षियों के साथ बिताया हुआ समय आरको प्रकृति से भी जोड़ेगा और पर्यावरण के लिए भी प्रेरणा देगा।
30 नवंबर को हम श्री गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाश पर्व मनाएंगे। मुझे महसूस होता है। कि गुरु साहब की मुझ पर विशेष कृपा रही जो उन्होंने मुझे हमेशा अपने कार्यों में बहुत करीब से जोड़ा है। भारत की संस्कृति और शास्त्र हमेशा से ही पूरी दुनिया के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं। कई लोग तो इनकी खोज में भारत आए और हमेशा के लिए यहीं के होकर रह गए तो कई लोग वापस अपने देश जाकर इस संस्कृति के संवाहक बन गए। पिछले साल नवंबर में करतारपुर साहिब कॉरिडोर का खुलना बहुत ही ऐतिहासिक रहा। विदेश में रहने वाले हमारे सिख भाई-बहनों के​ लिए अब दरबार साहिब की सेवा के लिए राशि भेजना और आसान हो गया है। 5 दिसबंर को अरबिंदो की पुण्यतिथि है। श्री अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं। उतनी ही गहराई हमें मिलती जाती है। मेरे युवा साथी श्री अरबिंदो को जितना जानेंगे उतना ही अपने आप को जानेंगे, खुद को समृद्ध करेंग।           


ससुराल वालों ने धर्म-परिवर्तन को किया मजबूर

वाजिद खान की पत्नी का आरोप- ससुराल वालों ने धर्म परिवर्तन को किया मजबूर


नई दिल्ली। कोरोना काल में हमने ना जाने कितने कलाकारों को खो दिया। इसमें से एक नाम संगीत की दुनिया की मशहूर जोड़ी साजिद-वाजिद के वाजिद का भी रहा। वाजिद खान का लंबी बीमारी के बाद 1 जून 2020 को निधन हो गया। इसी के बाद से साजिद-वाजिद की मशहूर जोड़ी हमेशा-हमेशा के लिए टूट गई। मगर वाजिद के निधन के बाद उनकी पत्नी कमलरुख का जीवन मुश्किलों से भरा नजर आ रहा है। कमलरुख ने वाजिद के परिवार पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। वाजिद खान की पत्नी कमलरुख ने सोशल मीडिया पर इस बात का खुलासा किया है। कि उन्हें वाजिद के परिवार द्वारा जबरदस्ती इस्लाम धर्म कबूलने के लिए कहा जा रहा है। जहां एक तरफ वे अपने पति के निधन की पीड़ा से बाहर निकल नहीं पाई हैं। वहीं दूसरी तरफ वाजिद के परिवार द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। कमलरुख ने लेटर में अपनी भावनाएंं व्यक्त करते हुए कहा- मैं पारसी थी। और वे मुस्लिम थे। हम यूं समझ लीजिए कि कॉलेज स्वीटहार्ट्स थे। यहां तक क‍ि जब हमने शादी की तो स्पेशल मैरिज एक्ट के अंतर्गत की। मैं इस पर अपना अनुभव बताना चाहती हूं कि किस तरह से मुझे इंटरकास्ट मैरिज करने के बाद धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। ये बेहद शर्मनाक है। और सबकी आंखे खोल देने वाला है। अब देखने वाली बात होगी की वाजिद के परिवार की तरफ से इसपर क्या प्रतिक्रिया मिलती है।               


गृहमंत्री ने रोड शो से पहले मंदिर में दर्शन किए

अमित शाह पहुंचे हैदराबाद, रोड शो से पहले भाग्यलक्ष्मी मंदिर में किए दर्शन


हैदराबाद। तेलंगना में निकाय चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत के साथ प्रचार में लगी है। यहां हर दिन पार्टी के वरिष्ठ नेता रैलियां कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह भी वहां पहुंच गए हैं। वो रविवार को यहां रोड शो करेंगे। उनसे पहले केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और स्मृति ईरानी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी यहां रैली की थी।
गृह मंत्री के पहुंचने पर बेगमपेट एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। गौरतलब है कि हैदराबाद में स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), एआइएमआइएम और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा शहर में चुनाव अभियान चला रही है और इस दौरान पार्टी के कई उच्च प्रोफाइल नेता भी देखे गए हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, स्मृति ईरानी और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हैदराबाद में चुनाव प्रचार किया। 150 सदस्यीय जीएचएमसी के लिए एक दिसंबर को चुनाव होना है और वोटो की गिनती चार दिसंबर को होगी।                                   


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यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...