नई दिल्ली। वैसे तो आप हर महीने गैस सिलेंडर बुक करते हैं, लेकिन अगर आपसे कोई पूछे कि गैस बुकिंग पर आपको कोई एक्स्ट्रा बेनीफिट मिलता है तो आपका जवाब होगा नहीं। आज भी आपको गैस की बुकिंग पर कैशबैक मिलता है। आज हम आपको बतायेंगे कि किस तरह से गैस सिलेंडर बुक कराये, जिससे आप कैशबैक का लाभ उठा सकते हैं। अमेजन पे के जरिये एलपीजी कंपनी इंडेन से लेकर भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड बीपीसीएल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड एचपीसीएल के HP गैस के सिलिंडर की बुकिंग करा सकते हैं। इस पर आपको 50 रुपये कैशबैक मिल रहा है।
शुक्रवार, 27 नवंबर 2020
एक्ट्रेस तारा ने दिखाया अपना बोल्ड अंदाज
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस तारा सुतारिया ने ब्वॉयफ्रेंड आदर जैन के साथ मालदीव में अपना 25वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया था। इस वेकेशन की कई तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। अब तारा ने सोशल मीडिया पर अपनी एक फोटो पोस्ट की है जो जमकर वायरल हो रही है। तस्वीर में तारा बोल्ड अंदाज में नजर आ रही है। तारा ने अपनी इस फोटो को इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है। तस्वीर में वह व्हाइट बिकिनी पहने समंदर किनारे पोज देती नजर आ रही हैं। उनका हॉट और ग्लैमरस अंदाज फैन्स को बहुत पसंद आ रहा है।
आपके किचन तक पहुंचेगा विदेशी 'आलू-प्याज'
हर घर की रसोई में सबसे पहले आलू और प्याज सबसे ज्यादा पाया जाता है और हर घर में सबसे इस्तेमाल किए जाने वाला आलू और प्याज की खपत देश में लगातार बढ़ रही है। ऐसे में इस वक्त देश में आलू और प्याज की पैदावार कम होने के कारण आलू और प्याज के रेट में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। लगातार बढ़ रहे आलू और प्याज के दाम को लेकर केंद्र सरकार खासी चिंतित दिखाई दे रही है। ऐसे में केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है और अन्य देशों से आलू और प्याज भारी मात्रा में हमारे देश में मंगाने का फैसला लिया है। इस वक्त अधिकतर मंडियों में आलू और प्याज 50 से ₹60 किलो बिक रहा है। हालांकि कहीं 5 से ₹10 की बढ़ोतरी और कहीं कमी देखी जा रही है। लेकिन अधिकतर मंडियों में आलू और प्याज की कीमतें लगातार आसमान छू रही है जो आलू और प्याज 10 रूपये और ₹20 रूपये किलो बिका करता था, वही आज 60 रुपए तक पहुंच गया है।
सफेद कद्दू की बुआई, सिंचाई एवं पैदावार
सफेद कद्दू , पेठा कद्दू या सिझकुम्हरा ये कद्दू की ही एक प्रजाति है। ये बेलों पर फलती है। आपने आगरा के पेठे का नाम तो सुना हीं होगा, इसे चखने का मौका भी मिला होगा। आगरे का पेठा भारत के साथ पूरी दुनिया भर में मशहूर है
अतः इसकी मांग भारत के साथ दुनियाँ के विभिन्न देशों में है। यह हलके रंग का होता है, तथा लंबे और गोल आकार में पाया जाता है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर पेठा बनाने में किया जाता है। इस फल के ऊपर हलके सफेद रंग की पाउडर जैसी परत चढ़ी होती है, जिसे छूने से हाथों में सफेद चुना जैसा लग जाता है। इसका उपयोग पेठा, बड़ी(अदौरी) तथा सब्जी में भी किया जाता है। यह भारतीय फसल है, इसकी खेती मुख्यरूप से उत्तर-प्रदेश में की जाती है। वहाँ के किसान इसे जुए की फसल मानते हैं। अच्छी कीमत मिल गई तो 1 बीघे में ही बहुत अच्छी कमाई हो जाती है। अन्यथा नुकसान का भी खतरा बना रहता है।
जलवायु और भूमि:- अच्छी फसल के लिए तापमान 18 से 30 डिग्री सेंटीग्रेट के साथ शीतोष्ण और समशीतोष्ण जलवायु उत्तम मानी जाती है। अधिक या कम तापमान इसके पैदावार प्रभावित कर सकता है, लेकिन इसे उगाए जाने में कोई समस्या नहीं है। इस फसल को जल निकास वाली जीवांश युक्त हर प्रकार वाली मिट्टी पे उगाया जा सकता है। दोमट और बलुई मिट्टी उपयुक्त है, पी एच मान 5.5-7 उत्तम है।
खेत की तैयारी:- इस फसल को उगाने के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से की जानी चाहिए। इसके बाद 3-4 जुताई आवश्यक है, जो कल्टीवेटर से करें। देशी हल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। मिट्टी को भुरभुरी बनाने के बाद पाटा लगाकर खेत को समतल बना लें।
सफेद कद्दू(पेठे) की बुआई, सिंचाई एवं पैदावार।
खेत की तैयारी:- इस फसल को उगाने के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से की जानी चाहिए। इसके बाद 3-4 जुताई आवश्यक है, जो कल्टीवेटर से करें। देशी हल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। मिट्टी को भुरभुरी बनाने के बाद पाटा लगाकर खेत को समतल बना लें।
बुआई:- अगर किसान अगैती खेती करना चाहता है तो खेत खाली होते ही गहरी जुताई करा दे। एक गहरी जुताई के पश्चात किसान 15 मई तक खेत की पलेवा कर दें। पानी लगाने के बाद खेत 5 दिनों के अंदर 20 मई तक पेठा की बुआई कर दे। दो-दो हाथ की दूरी पर निशान बना लेते हैं जिससे लाइन टेढ़ी न हो। इसी दूरी पर लम्बाई और चौड़ाई के अंतर पर गोबर की खाद का घुरवा बनाते हैं, जिसमे कुम्हड़े के सात से आठ बीज रोप देते हैं, अगर बाद में तीन चार पौधे छोड़कर बचे उसे उखाड़ कर फेंक दिया जाता हैं। ध्यान रखें की लाइन सीधी रहे।
सिंचाई:– बुआई के एक सप्ताह बाद पहला पानी और पहले पानी के 15 दिन बाद दूसरा पानी लगाते हैं। बारिश हो गयी तो फिर पानी लगाने की जरूरत नहीं रहती।
रोग और कीट रोकथाम:- इस फसल में फफूंदी जनित रोग अधिक लगते हैं। इससे बचने के लिए 2 gm बविस्टिन या कैप्टान 1 लीटर पानी में घोलकर 10-15 दिनों के अंतराल पर छिड़कते रहना चाहिए। कद्दू की फसल को अन्य रोग से बचाने के लिए एंडोसल्फान 25 ई सी 1.5 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर 700-800 लिटर पानी में घोलकर 10-15 दिनों के अंतराल पर दें।
तुड़ाई और पैदावार:- यदि आप सब्जी के लिए खेती करते है, तो ज्यादा पकने ना दे और महीने में दो तुड़ाई कर के बाजार ले जाए, पेठा के लिए थोड़ा पकना जरूरी है। उचित विधि के अनुसार खेती करने के बाद कद्दू की पैदावार 275 -350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए, जिससे किसान अच्छी लाभ कमा सकतें हैं।
कानूनों को रद्दी की टोकरी में फैक देगेंः कांग्रेस
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा है, कि केंद्र की सत्ता में आने पर हाल में पारित किसान विरोधी तीनों कानूनों को फाड़ कर रद्दी की टोकरी में डाल देंगे। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने वादा किया है, कि कांग्रेस जब केंद्र की सत्ता सम्भालेगी तो वह सबसे पहले किसान विरोधी इन तीनों कानूनों को खत्म करेगी।
11 दिसंबर को इशांत टेस्ट सीरीज से बाहर
नई दिल्ली। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की फिटनेस पर फैसला 11 दिसम्बर को उनके अगले फिटनेस टेस्ट के बाद लिया जाएगा। जबकि तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्टों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से बाहर हो गए हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने गुरूवार रात को जारी एक बयान में रोहित और इशांत की फिटनेस पर ताजा जानकारी देते हुए बताया कि रोहित बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं और उनका अगला आकलन 11 दिसम्बर को किया जाएगा।
हाई कोर्ट ने लालू की जमानत सुनवाई टाली
अविनाश श्रीवास्तव
रांची। इस वक्त की बड़ी खबर रांची से आ रही है। हाईकोर्ट ने चारा घोटाला केस में लालू प्रसाद को जमानत की सुनवाई टल गई है। अब अगली सुनवाई 11 दिसंबर को होगी। सुनवााई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चल रही थी। लालू की ओर से वकील प्रभात कुमार और दिल्ली से कपिल सिब्बल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हुए थे। इस केस की सुनवाई अपरेश सिंह ही अदालत में हो रही थी। प्रभात कुमार ने कहा कि बेल रिजेक्ट नहीं हुआ है, लोअर कोर्ट के रिकार्ड देखा जाएगा। सीबीआई ने लोअर कोर्ट का रिकॉर्ड देखने का हाईकोर्ट से आग्रह किया था। आधी सजा पूरा करने पर हमलोग जमानत मांगी है उस पर 11 दिसंबर को सुनवाई होगी।
9 अक्टूबर को चाईबासा केस में मिली थी जमानत
9 अक्टूबर को चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को चाईबासा ट्रेजरी केस में लालू प्रसाद को जमानत मिल गई थी। लालू प्रसाद के वकील ने कहा था कि 30 माह लालू प्रसाद जेल में रह चुके हैं। सीबीआई के काउंटर फाइल देर से जमा करने के कारण 6 नवंबर को जमानत पर सुनवाई नहीं हो पाई। पहले 9 नवंबर को सुनवाई होने वाली थी, लेकिन अर्जेंट मेंशन करते हुए 6 नवंबर को ही सुनवाई के लिए लालू के वकील ने अपील की थी। लेकिन सीबीआई ने इसका विरोध किया था।
बीामारी का दिया है हवाला
लालू प्रसाद ने अपनी जमानत याचिका में अपनी बीमारी के बारे में भी बताया था। याचिका में बताया गया था कि वह करीब 15 बीमारी ग्रसित है। उनका इलाज कई सालों से रांची के रिम्स में हो रहा है। उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है। इसलिए उनको जमानत दे दी जाए. जमानत के लिए लालू ने 4 जुलाई को हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। बता दें कि लालू प्रसाद ने 23 दिसंबर 2017 से चारा घोटाले मामले में जेल में बंद हैं, दुमका, देवघर और चाईबासा मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने सजा सुनाई है। देवघर और चाईबासा केस में उनको जमानत मिल चुकी है, लेकिन दुमका मामले में उन्हें जमानत नहीं मिली है। चार मामलों में सीबीआई कोर्ट ने उन्हें सजा सुना दी है। पांचवा मामला डोरंडा कोषागार से संबंधित है और इसकी सुनवाई अभी सीबीआई कोर्ट में चल रही है।
CBI की दलील
लालू की याचिका पर कोर्ट ने सीबीआई से जवाब मांगा था। जिसके बाद सीबीआई ने अपना पक्ष रख था। सीबीआई ने कहा था कि लालू यादव ने दुमका कोषागार से घोटाले के मामले में अब तक आधी सजा नहीं काटी है। लिहाजा उन्हें इस आधार पर जमानत नहीं दिया जा सकता। सीबीआई ने अपने जवाब में सीआरपीसी की धारा 427 का भी जिक्र किया है। CRPC की धारा 427 के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति को अलग अलग मामलों में सजा मिलती है तो एक सजा पूरी होने के बाद दूसरी सजा शुरू होगी। अगर कोर्ट ने सारी सजा के साथ चलने का आदेश दिया हो तभी वे साथ साथ गिनी जायेंगी। सीबीआई इस आधार पर लालू की जमानत का विरोध कर रही है। सीबीआई ने अपने जवाब में कहा है कि लालू प्रसाद को चार मामले में अलग-अलग सजा हुई है। उन्हें सजा सुनाने वाली कोर्ट ने सभी सजा को एक साथ चलाने का निर्देश नहीं दिया है। ऐसे में ये नहीं माना जा सकता है कि लालू यादव चारों मामले की सजा साथ साथ काट रहे हैं। उन्हें एक सजा पूरी करने के बाद दूसरे मामले में मिली सजा को पूरा करना होगा।
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